मूर्तिपूजा भगवान को पाने की सीढ़ी है? सत्यार्थ प्रकाश, ग्यारहवाँ समुल्लास। आचार्य अंकित प्रभाकर
Ойын-сауық
सत्यार्थ प्रकाश को ऑनलाइन पढ़ने के लिए- satyarthprakash.in/
वेदों को ऑनलाइन पढ़ें-
www.onlineved.com/
vedicscriptures.in/
xn--j2b3a4c.com/index.php
सनातन धर्म के प्रचार में आप अपने सामर्थ्य के अनुसार हमें सहयोग कर सकते हैं।
हमारा खाता विवरण इस प्रकार है-
खाताधारक- अंकित कुमार
बैंक- State Bank of India
Branch- station road, ajmer
A/C no. 33118016323
IFSC- SBIN0031104
UPI- 7240584434@upi
१. सत्यार्थ प्रकाश - रात्रि 8:30 बजे से (यू-ट्यूब पर)
२. योग दर्शन - प्रातः 6 बजे से (ज़ूम पर)
३. ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका - गुरुवार प्रातः 5:30 बजे से (ज़ूम पर)
हमारी कक्षाओं से जुड़ने के लिये इस लिंक पर जाकर समूह से जुड़ें
chat.whatsapp.com/DcaOGbcPOQt...
हमारे चैनल की सभी कक्षाओं को क्रम से देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें
योग दर्शन
• योग दर्शन
ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका
• Rigved-aadi Bhaashya B...
अध्यात्म
• अध्यात्म
प्रथम समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (प्रथम...
द्वितीय समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (दूसरा...
तृतीय समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (तीसरा...
चतुर्थ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (चौथा ...
पंचम समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (पाँचव...
षष्ठ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (छठा स...
सप्तम समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (सातवा...
आठवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (आठवाँ...
नौवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (नौवाँ...
दसवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (दसवाँ...
ग्यारहवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (ग्यार...
सत्यार्थ प्रकाश सार
• सत्यार्थ प्रकाश सार
Пікірлер: 145
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वार्यम । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड । वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम् ...... 🇮🇳
पुराने वैज्ञानिक तो वैदिक धर्म के ही है। जय हो सनातन वैदिक धर्म की।
आचार्य जी सादर नमस्ते 🙏🙏 आप ने बहुत अच्छी तरह से तर्क दिया और समझाया आस्तिक नास्तिक दार्शनिकों को भी समझ में आ गया होगा गीत महाभारत में वर्णित जिस तरह से कुन्ती पुत्र कर्ण को सूर्यपुत्र को गुरु द्रोण चार्या ने धनुष बाण विद्या देने से इन्कार कर दिया था तो कर्ण ने गुरु द्रोण चार्ये की प्रतिमा स्थापित किया और अभ्याष किया था धनुष बाण चलाने वाली विध्या हासिल हुई सत्य सनातन धर्म की जय हो 🚩🌞🕉️🙏🙏
@kuldeepkumarsrivastava4623
8 ай бұрын
ये मूर्ख है।
@AmarSingh-zq7ss
8 ай бұрын
अमरसिंह बघेल
🎉 परमात्मा से सुंदर कोई नहीं है परमात्मा से बलवान कोई नहीं है परमात्मा से आनंददायक कोई नहीं है इसलिए परमात्मा को सच्चिदानंद कहतेहैं परमात्मा को जानना है तो भागवत प्रमाण के बिना कोई नहीं जान सकता क्योंकि भागवत चारों वेदों का सार है। महर्षि दयानंद साकार निराकार को परमात्मा मानते हैं लेकिन यह वेद विरुद्ध है यजुर्वेद कामंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है। परमात्मा को साकार निराकार कहना अपराध है।
Sty bhcn aachary g
जय श्री राम
Ayodhya mandir me murti ki pratishtha me sabhi aarya bandhu aaye🚩 prasad jarur paaye, bhagwan ke sagun swarup ka darshan kare🙏 jay shri ram🚩
🙏🙏
बहुत सुन्दर
Namste acharayji
सादर नमस्ते अचार्य जी 🙏🙏🇳🇵
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो आर्यावर्त की जय हो भारत माता की जय हो महर्षि दयानंद की जय हो आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहे ओम का झंडा ऊंचा रहे सत्य का प्रचार प्रसार होता रहे आचार्य जी को नमस्ते
लोग तो जो महापुरुष हुये है उनको भगवान मानते है। भगवान को तो वही लोग जानते है। जो वेद को जानते है। बाकी तो सब जो चला आ रहा है उसी के हिसाब से कर रहे हैं ।यदि सरकार सत्यार्थ प्रकाश को स्कुलो मे लागू कर दे तो सारी समस्याओ का समाधान हो जायेगा जब तक मनुष्य पर काम नहीं होगा तब तक कुछ नही होना ।
@ushasaha9959
8 ай бұрын
Aapne bilkul saty kaha.
@XyzAbc-sm7eh
4 ай бұрын
Sarkaar school main yeh lagu nahi kar sakta hai. Tabhi virodh suru ho jayega kyonki is desh main kuch anarya bhi hain sabhi Arya nahi hain aur kuch Arya bhi anarya aur Jain aur Buddhist logo ka dekha dekhi kayi centuries se Murti Puja suru kar diya hain woh bhi virodh karna suru kar denge kyonki woh apne real dharm ko bhul gaye toh sabke liye yeh school main lagu nahi kiya jaa sakta hai. Isko apne personal life main hi practice karna parega. Aap jaise hi Murti Puja ka virodh karenge yeh apko Mullah musalman ghosit kar denge . Fir aap baki majority main akele padh jayenge.
ओ३म सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏
Namesthe Acharya ji🙏🙏🙏👍👍👍
Satya sanatan Vedic dharm ki jay
ओ३म नमस्ते जी
आचार्य जी वैसे तो आपकी प्रत्येक कक्षा बहुत ही स्पष्ट सार गर्भित होती है किन्तु आज की इस कक्षा का मैटर बहुत उत्कृष्ट रहा, कारण की बहुत ही जटिल प्रकरण को बहुत ही सरल तार्किक स्पष्ट सरल उदाहरणों से समझाया है! हार्दिक आभार धन्यवाद, श्रीमान्! 🌹🙏
Namaste
Namaste acharya ji 🙏 aap ne bhut achce tark diye he jisse hm b kisi ko bta ske murti Puja pr
नमस्ते आचार्य जी
Namaste ji 🙏
शिवलिंग की पूजा लोग क्यों करते है? ये कब से शुरू हुआ ? केदारनाथ के बारे में लोग कहते हैं वहां अपने आप बर्फ का लिंग बन जाता है। क्या सच्चाई है ?
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
योगी कथामृत नामक पुस्तक पढ़ो मूर्ति और भावना समझ सकोगे|एक बार अवश्य पढ़ो|
बिल्कुल सही सदेश धन्यावाद जी 🌹🙏🌹
ओ३म्🚩 नमस्ते आचार्य जी🙏
लिखी हुई पुस्तक का वर्णन करते हैं जब कोई इंसान अपना चेहरा दर्पण में देखेगे तो मूर्ति की तरह ही दिखाई देता है जो जैसा करता और उसके मन उसी खाचा में ढलता है बचपन से जो पढ़ेगा वही बढ़ा इंसान होकर कहानी सुनकर सुलाएगा न तो जन्म का मालूम न तो मृत्यु का मालूम एक सपना देखते है जैसे , इंसान सोने के बाद शरीर स्थूल हो जाता है और मन शरीर को लेकर कही दूर चला जाता है यही कारण है सपना का जो दूसरे को गलत बताता है वह इंसान का क्या कहना
Vaidik tarike se Navratri kaise manaye
Good
ईश्वर अगर निराकार है तो उसने ये साकार दुनिया क्यो बनाई । निराकार संसार ही बना देता क्या दिक्कत थी वो तो भगवान है कुछ भी कर सकते थे । साकार वस्तुएँ बनाने की क्या जरूरत है
Aachary ji karoly sarakar ke darbar koablokn karsatyta ki jane
न घर रहोगे न घाट के| भगवान की प्रतिमा अर्थात प्रमेय नहीं है उपमा नहीं है ,यदि स्वरुप नही तो त्र्यंबक तीन आंख कैसे?
@Ram47988
8 ай бұрын
तीन लोक मे व्यापक प्रभु ना कि तीन आख
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🚩🚩🚩🕉️🕉️🕉️
🙏🏻🙏🏻
बड़े दुःख की बात है कि आदि शंकराचार्य आत्मा रुप में अपने शरीर से निकल कर राजा के शव में प्रवेश किए जीवित होकर रहे फिर अपने शरीर में आगये तब भी लोग आत्मा के अस्तित्व पर प्रश्न उठाते हैं,बार बार कोई ऊर्जा लोगों से किसी न किसी रुप में मिली रक्षा किया,प्रेम किया ,भक्त की जगह ड्यूटी दिया ,अब भी ऐसी घटनाएँ होती हैं ,माधवदास को मित्र रुप में मिलते रहे कृष्ण,गंगालहरी स्तुति से 52 सीढ़ियों के ऊपर चढ़कर गंगा जी लवंगी और गंगाधर को अपने में मिला लेती हैं फिर भी लोग भावना मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का इतना विरोध करते हैं ये मात्र वैदिक मूर्ख तो नहीं हो जाते हैं| स एव जातः स जनिष्यमाणः|
स्वामी जी आप बता रहे हैं मित्र बनाकर उसको बताना चाहिए तो फिर तो वह मित्र बनकर समझने की बात तो एक तरह से मूर्ति पूजा ही हो गई क्योंकि उसको आप फीडबैक दे रहे हैं कोशिश कर रहे हैं समझा रहे हैं यानी आप एक सीढ़ी पर चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं सत्य तो सत्य है वह तो कहीं भी कैसे भी प्रकट किया जा सकता है।
Sadhan Marg Sadhan padhatiya Experiences Consiousness Physical - Mental - Spiritual state of sadhak Mukti - Moksha Esper bataye .
🙏🙏🇮🇳🌹
कथन तो आपका सत्य है लेकिन मूर्ति पूजा प्रारम्भिक अवस्था में व एकाग्रता व चिंतन की एकाग्रता के लिए एक माध्यम है 🕉️🚩🌹🇮🇳 निराकार का ध्यान उच्च स्तर की बात है 🌻
बहुत से वेक्ती निस्वारती सेवा करते है ओर उसका ईस्ट कई कारज विन्ती करने से होता है यह 100 प्रतिशत सही है अगर सांच नहीआवे तो हमारे गांव अडुंडी में आके देख सकते हो
Bag air lair khiche bed ko janoge kya
Karaoly sarakar kanpur me jakr sachae ka ablokan kr lo tumko samajh jaoge .or purnta lko prapt ho jaoge.or samaj seba bhi kr sakoge.jai hind bande matram
तर्क बुद्धि का विषय है तर्क करके आप अपनी ईगो संतुष्ट कर सकते पर शांति प्राप्त नही कर सकते आत्मा के दर्शन तब होते जब व्यक्ति विचारशून्य तर्कशून्य होता जब मन निर्मल होता, समाधि का सुख तभी मिलता
आप क्यों नहीं वेद राष्ट्रीय पुस्तक करवा देते हैं
Bharosa to tab hoga jab Kisi bhi ansh me paramatma ki Brahma ki aantarik anubhuti honi chahiye tabhi shradha , vishvas , bhakti hoti hai . Arya samaj ke parampara me Guru Parampara me aantarik anubhuti prapta koi sadhak bhi hai ! Ho to unka parichay karaye. Taki logo ko vishwas ho jayega . Sant Parampara ka abhyas karne ki aavashyakta hai .
@jaybhavani8416
8 ай бұрын
KZreadr Neeraj Atri se discussion kare.
Ek time me Visy ko pura kiya kre 🕉
Jab itna gyaan bharat me tha toh fir log anpad kaise aur kya seekha bharat ke logon ne
Arya samaj kaise join Karen?
Moorti pooja seerhi nahin ek khaai,kionki jis se bahar nahin nikla jaa sakta
यदि ब्रह्म सर्व शक्तिमान है तो वह जन्म ले सकता है यदि जन्म नही ले सकता है तो ब्रम्ह नहीं| जन्म लेने वाले का चित्र कैसे नही हो सकता|
@pradyumnatiwari7222
7 ай бұрын
Yadi vah sarvashaktiman hai to kya vah atma ka bhi nash kr skta hai pr Shri Krishna ne khud kaha hai atma ajar amar avinashi hai. Koi uska nash nhi kr skta. Mere kahane ka mtlb bhale ishwar sarvashaktiman hai parantu fir bhi vah anek karya nhi karta- jaise atma ka vinash krna, janm lena, mrityu lena, paap krna, adharm krna. Maharshi patanjali ne yog sutra me kaha hai ki ishwar klesh, karm, vipak aur aashay se pare hai. Ishwar ke karm aur vipaak se pare hone se aashay yah hai ki vah koi shubh ashubh mishrit sakam karm nhi krta na hi koi fal bhogata hai. Jo janm leta hai use fal bhi bhogana pdta hai aur uski mrityu bhi hoti hai.
ॐ नमस्ते। कृपया संपर्क सूत्र बताएं। बात करने की तमन्ना है।
कोई अल्लोकिक शक्ति तो जरूर हे,....में इतना मानता हु ।
आचार्यजी.कया.आचार्य दयानंदसरशवतीजी.का.मुरती.पुजा.आप.करते.है.
सज्जनों को ध्यान व समाधि का अनुभव है दयानन्द व विवेकानंद को यह अनुभव हो पाया??: ओशो
स्वामीजी! आपके निराकार परमात्मा का स्वरूप क्या है? पुरूष, महिला, पशु, पक्षी, जलचर, अंडज है या स्वेदज है?
@Ram47988
6 ай бұрын
इनमे से कोई नही
@Ram47988
6 ай бұрын
ये सब तो परमात्मा की रचनाए है
@Ram47988
6 ай бұрын
सच्चिदानंद निराकार सर्वव्यापक अनंत स्वरूप है परमात्मा का
आप लोगो को खुद ही नही पता ईश्वर कैसा है
@SanataniVlog9
16 күн бұрын
Q ki un ki koi aakar nhi hai
@Ram47988
5 күн бұрын
ईश्वर सच्चिदानंद निराकार सर्वव्यापक सर्वाधार सर्वेश्वर सर्वान्तर्यामी अजर अमर अभय नित्य शुद्ध बुद्ध मुक्त गुण कर्म स्वभाव वाला है। यही वैदिक ईश्वर का स्वरूप गुण है
स्वामीजी! हर धर्म के कुछ पवित्र तीर्थ स्थान होते हैं, आप आर्यसमाजियो के कहाँ है?
ब्रह्मकुमारीज के बारे में आपके क्या विचार है ओम शान्ति
ye tark uchit nhi h,agar kisi ko ishwar bodh hua hoga to vah n to dhindhora peetega,na kisi roop me pradarshit karega ved padne wale kitne logon ko ishwar prapt hua,kya aap bata sakte hain, shankaracharya ne badrinath,kedarnath jaise dhaamon ki sthapana kyon kee,kya ve bhi moorkh the shanka samadhan ka ichchhuk hoon,kripa hogi
Bag air akchchhar ke bed pad skate ho Sochi jo padhkar bol rahe ho
Aap.ke.dimag.me.fatur.bhar.gya.hai
@TrueIndianHistory
2 күн бұрын
Sach ko manne me kasht hota hai kyoki uske bichbkhud ka aham aa jata hai. Ved ko bhi jhutla kar apne manyatao ko hi maanna iswar ke dur jana hi hai
मेरे एक सवाल का जवाब दीजिये यदि भगवान निराकार है तो उसने हर जगह साकार वस्तुएं ही इस जगत में बनाई है । निराकार वस्तुए क्यो नही बनाई। जवाब दीजिये
@gaurav8267
Ай бұрын
बहुत सी वस्तुए निराकार बनाई है ईश्वर ने जैसे गुरुत्वाकर्षण बल, मन ,बुद्धि , प्रकाश की तरंगे आदि।
Hare Krishna tum longo ko kaya problem hey murti pooja se hum to nanhi karte tumahari baten ved barhma ji mukh se nikle hain
(वेद नीति) मूर्ति पूजा , बुत परस्ती ईश्वर, खुदा करने का हुक्म आदेश देता है पर? इंसान की मनुष्य,की बनाई मूर्ति या बुत, मूर्ति , बनाई हुई की नही? खुदा, ईश्वर गोद की बनाई हुई जीवित प्राणवाली, जानदार जीवित याने माता पिता ,वालिद,वालिद की ? कारण उन के कदमों में जन्नत, स्वर्ग, बहीष्ट,HEAVEN हैं , वेद,वा,कुरान शरीफ का,भी,हुक्कम,तालीम वा निर्देश है,
हमारा देश सीडीओ पर चल रहा है या खाई में गिर रहा
Kya subah me naha kar dhya me bhaithe
क्या रामकृष्ण परमहंस जी समाधिस्थ हो जाया करते थे यह बात छलावा था क्या?
@TrueIndianHistory
2 күн бұрын
Bilkul chalawa tha. Mansh bhakshan karne wala insan kabhi samdhist nahi ho skata. Samadhi ki 8 sidhiya hai. Jisme jivan me yam aur niyam hi nahi aayi wo 8 ve padav samadhi tak kaise pahuchega?
Insane ko ye samajh me nahi aata hai ki parmatma kya Hota Hai Param Jo aata jiska aata Param ho gya use parmatna kahe hain aur Duniyan ko kise Bnaya yah kiska Pata Hai kirpya banayen Aur sabhi log ye samajh le kiye Duniyan Anadi Hai isko kabhi Ant nahi hoga Kalpana Kar kucch logo ka issue Rojgar chalta Hai koi bhi dharam upar se bankar aata Hai log Niche Banate Hai ishi me sare Sansar me log ek dusre se bhej bhai paida Kar ish Dharti ko Nark Bna Diya Hai
ईश्वर हर रूप में है केवल निराकार नही है
@Ram47988
6 ай бұрын
ईश्वर का कोई रूप नही है रूप रहित सत्ता है
Surdas or Tulsidas ko pado or aap ab tk kitane chakr jagrit kar liye hai kitana divy drasty prapt kar li
निराकार का ध्यान कैसे ?
@pradyumnatiwari7222
7 ай бұрын
Nirakar ke guno(properties) ko feel krke
@Ram47988
4 ай бұрын
साकार मे ध्यान कैसे
लेकिन नाईक पहुंच गया क्या अल्लाह के पास इतने दिन से निराकार ईश्वर को स्मरण कर।।
acharyaji kohi bhi murti pooja nahi karta, murti ko madhayam bana kar sab bhagwan ko hi pooja kar te hai. Aap kisi mandir ki darshan kar bahar nekal te hu he kisi vi aadmi ko puchhiye oh nahi kahega ki mai pathar ya murti ki puja kar ke aaraha hu . Phir ye kaise murti pooja huyee.
नही! आपका यह कहना तो ऐसा हो गया की मेरा धर्म ही सही है बाकी सब गलत। मेरा तर्क ही सही है बाकी सारे तर्क गलत। आपने कभी प्रयत्न करके देखा है क्या मूर्तीपर लक्ष केंद्रीत कर ध्यानस्थ होकर? जब व्यक्ति तन्मय होकर मूर्तीपर लक्ष केंद्रीत कर ध्यानस्थ हो जाता है तो मूर्ती नदारद हो जाती है। साकार वस्तु पर मन केंद्रीत ही नही हो सकता, सहमत नही हूँ। जो खुले आकाश का उदाहरण दे रहे है क्या आकाश मे तारे नही है, चांद नही हैं, अलग अलग रंग नही है ध्यान भटकने के लिए? आप तो ईश्वर एवं भगवान मे फरक ही नही कर पा रहे हैं। भगवान, भगवान करे जा रहे हैं।
Esa hota to masjid ke bare me kyu nahi kehte hai
दयानन्द को जितना समझने आया....आगे बढ़ो ....वेद पढो.... किताब वाले मत बनो.....
रोल नंबर हैँ
अंगूठे को अंगूठा मानकर ध्यान उचित कह रहे हो अंगूठे में भगवान देखना गलत कैसे?
@pradyumnatiwari7222
7 ай бұрын
Anguthe me bhagavan hai pr angutha hi bhagavan hai dono me fark hai
@pradyumnatiwari7222
7 ай бұрын
Ho skta hai meri soch abhi vikasit na ho aur knowledge ki kmi ho par aap btao agr hm baki jad padarthon ki tarah hi murtiyon me bhagavan dekhte to kya murtiyon ko bhog lagate(bhojan karane ka prayas krte)? Hm murtiyon me bhgvan nhi dekhte blki murtiyon ko hi bhgvan smjhte hain
वीडियो बेचो पैसा कमाओ लेकिन वैदिक पौराणिक बटवारा मत कराओ| मूर्ति में भगवान होता है|होता है |होता है|
@sharadbhaisoni9286
8 ай бұрын
आपने सही कहा,,,🙏ये आर्यो को इस्लामिक दौरा पड़ा है, 🙏
@Ram47988
5 күн бұрын
@@sharadbhaisoni9286गलत बात इस वैदिक दौरा कहते है।
न तस्य प्रतिमा पकड़े हुए बैठे हो कुछ और पढ़ो-जैसे त्र्यंबकं ,बाहुभ्याम् ये तीन आंख , ये हाथ निराकार के हैं क्या ये शब्द वैदिक नही हैंं|
Satya ko janna itna asan nahi bed bhi sikho hai
प्रेम से निराकार, निर्गुण सगुण, साकार हो जाते हैं। वैसे ही जैसे वाष्प घनीभूत होकर जल बन जाते हैं। इतिहास, पुराणों में ढेर उदाहरण हैं। मीरा, चैतन्य महाप्रभु, एकनाथ , सूर, तुलसी, कबीर आदि क्या झूठे हैं??
@mayank-arya
8 ай бұрын
वेद विरुद बात कोई भी कहे वो ग़लत ही है। पुराण की बातें प्रमाणित नहीं, वेद ही अंतिम प्रमाण है।
@Ram47988
8 ай бұрын
ईश्वरीय वाणी वेद के विरूद्ध जिसने भी बात की है उसकी बात नही मानी जाएगी
@pradyumnatiwari7222
7 ай бұрын
Shankaracharya, Kabir, Guru nanak kya jhuthe hain? inhone nirakar pr hi bal diya
क्या मूर्ति के माध्यम से पूजन न करके आर्य समाजियों ने भगवान को प्राप्त कर लिया है । यदि कोई प्राप्त कर चुका हो तो कृपया स्पष्टता से बताने का कष्ट करें । प्रणाम । आर्य समाज मूर्ति पूजन नहीं करता है उसमे किसी को आपत्ति नहीं है । क्या किसी मूर्ति पूजक ने कहा है कि आर्य समाजियों को मूर्ति पूजा करना चाहिए ? नही कहा । तो आर्य समाज क्यों मूर्ति पूजको को भटकाने का प्रयास करता है । तुम कौन - मैं खाम खां । कठोर शब्दों के लिए क्षमा करें ।
@keshavharijayshreeram3193
8 ай бұрын
कठोर से कठोरता शब्द का उपयोग किया जाए इसके लिए यह मूर्ख आदमी है जो मूर्तियों के माध्यम से थोड़ा बहुत लोग श्रद्धा विश्वास भक्ति करते हैं उससे भी यह वंचित करना चाहता है सबको ईश्वर तो इसके पिताजी को भी नहीं मिला इसको क्या मिलेगा
@sharadbhaisoni9286
8 ай бұрын
उसको इस्लामिक दौरा पड़ा है,इसलिए मूर्ति पूजा का विरोध करते है।
Ankit ji , mai aap ki vidvataa ko maanata hoon . Aaj hi aap k ek vedio par bht badaayi kiya hai . Par yahaan aap aur Dayanand ji , Christians & Islamists bilkul galat aur ekaangi mat k ho . Likhoon aur tark doon to aadha ghanta lag jayega sur tarkon se space bhi bht lagega . Ant me itana hi kahoonga ki isame diye hue tark kamajor hi nhi bilkul galat hain . Kya Bramh , God aur Allah k niraakaar roop ko poojkar kisi ko usake darshan mile hain . Kya space ki pooja karoge ya Neele aakaash ya taaron k pare ananta aadi ki aur concentrate karake kisi ko kuchh mila hai , baatcheet ya darshan hua hai ? Bilkul nhi . Ved bhi Bramh ko nhi jaanata , na Bible aur na Quran or any other book . Ved Neti Neti hi kahata hai . Chhodata hoon . Samaya nhi hai .
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
क्या आपको आपके तरीके से ब्रह्म मिला? आपसे निवेदन है कि जिस विषय से आपका सम्बन्ध न हो उस पर प्रवचन न करें | अपने विषय का प्रचार अच्छा है परन्तु दूसरे के विषय की निन्दा करके अपने का प्रचार उचित नहीं|
जो भावना पत्थर को भोजन करा देती है वह भगवान को क्यों नहीं? जो भावना कटौती में गंगा और गंगा में सोने का कंगन प्रकट कर सकती है वो भी किसी शूद्र के घर उस भावना को झूठ बता रहे हो| वैदिक और पौराणिक के रुप में सनातन को बांटकर बहुत बड़ी क्षति कर रहे हो| न तस्य प्रतिमा में प्रतिमा का अर्थ उपमा है | स एव जातः स जनिष्यमाणः --------|
@sharadbhaisoni9286
8 ай бұрын
ऐसे लोग ही धर्म और हिन्दू जातिके नाश का कारण बनेंगे।🙏आप सही है।🙏
@sharadbhaisoni9286
8 ай бұрын
श्रीरामकृष्ण परमहंसजी को भी महाकाली मा प्रत्यक्ष थे वो भी मूर्ति पूजा करते थे।
face to face hoto aap ko samjha dete..... Narrow knowledge bhai,,,,,😂😂😂
@Deepak_Arya
8 ай бұрын
Tu face to face hota to tuje m samjha deta ache se........smajha.....bacha h abi tu....jatiwaadi kutton ka chota bacha....
@sharadbhaisoni9286
8 ай бұрын
ऐसे लोगो ने ही हिन्दू धर्म और हिन्दुओ की बरबादी की है हिन्दू होकर भी,,,मूर्ति बिना ध्यान सम्भव नही है,श्री रामकृष्ण परमहंसजी को महाकालीमा प्रत्यक्ष थे वो भी मूर्ति पूजा करतेथे।🙏
नमस्कार,, बेद भी इंसान ने ही लिखित किए हैं जो आप पढ़ के वर्णन कर रहे सुने,दिशा चार ,, धर्म चार , ग्रंथ चार चार कोना चारपाई हर जगह चार चार दिखाई पड़ेगा आप जिस बायक्ति की लिखाई पदकर कह रहे है वही आप को भगवान के रूप मे दिखाई देते है
आप मूर्ती पूजा नहीं करते, हमें कोई आपत्ति नहीं । हम मूर्ति पूजा करते हैं, आप क्यों परेशान हैं?
@Ram47988
5 күн бұрын
क्योकि आप वैदिक धर्म के नाम पर मूर्तिपूजा कर रहे है
pure bakvash
मूर्तिपूजा खाई में गिराता है!
@keshavharijayshreeram3193
8 ай бұрын
खाई से निकलlता है
🌹🌹 सुनो भाई तुम लोग पहले स्वामी दयानंद सरस्वती के सारे चित्र फाड़कर फ़ेक दो फिर मूर्तिपूजा के विरुद्ध बात करो !😂😂 और एक बात और , मूर्तिपूजा करते हुए ईश्वर को प्राप्त करने वाले श्रीरामकृष्ण परमहंस और वामा खेपा के आगे बुद्धिमत्ता में भी स्वामी दयानंद सरस्वती तृण मात्र भी नहीं थे ! 🌹🌹 तुम लोग ब्रांडी और मूर्तिपूजा को साम्य में रख रहे हो - मूर्खता की पराकाष्ठा 😂😂 तुम लोग इस्लाम के मूर्तिपूजा विरोधी विचार को पकड़ कर चल रहे थे इसीलिए आर्यसमाज को भारत ने अस्वीकृत कर दिया 😂😂 तुम लोग ये बक बक करते रहो 🌹
@Deepak_Arya
8 ай бұрын
Jatiwadi kutton ki muje bahut ache se jawab dena aata h...face to face aayiye mahoday.....aapke murti pooja wala sayan aur mahidhar ka ved padhaunga aapko.....
@pradyumnatiwari7222
7 ай бұрын
Jiska aakar hai(jo sakar hai), uski murti kyon nhi bn skti? Jo nirakar hai jarurat pdne pr uska symbol(pratik) bhi bn skta hai. Aitihasik purusho ki murtiyan todna aur photos ko fadna itihas, culture mitane ke barabar hai. Murti bnana, pratik bnana ek kala bhi hai. Murti aur pratik bnana use sanrakshit krna aur use pujana, usse chamatkar ki asha krna do alag-alag bate hain. Dayanand Saraswati ka jb vichar hi na jan ske tum to is bat ka kya aakalan kroge ki vo kitne buddhiman the ya murkh the
चोमू दम हे तो कमेंट में आजा , वेद से प्रमाण देता हु कहा मूर्ति पूजा हे और तुम्हारे दयानंद को संस्कृत नही आती थी और ट्रांसलेशन करने को नहीं आया वरना सैकड़ों प्रमाण दे सकता हु वेद में मूर्ति पूजा के
@Rohit12307
8 ай бұрын
😂
@Rohit12307
8 ай бұрын
तुम तट्टी की पूजा करो
@premgarg1865
8 ай бұрын
Very good👍🙏
@RaviKumar-so7eh
8 ай бұрын
भाई प्लीज मुझे प्रमाण दो वेद से मूर्ति पूजा की
दयानन्द को मैं सच्चा हिन्दू नही मानता, उनमें मुस्लिम व ईसाई जैसे लक्षण थे , मुस्लिम, ईसाई का लक्षण धर्मांतरण कराना सच्चा हिन्दू सज्जन होता, मन्दिर की घण्टी बजे, कोई आ जाय तो ठीक न आये तो ठीक क्योकि पकड़ पकड़ कर लाओगे तो शरीर ही ला सकोगे, आत्मा नही
@Ram47988
5 күн бұрын
आर्य तो हर जगह ईश्वर मानते है सर्वव्यापक मानते है। मूर्तिपूजा करने वाले ईश्वर का अपमान करते है उनको एकदेशी मानते है
हे तथा कथित आचार्य, जवाब जरूर दीजियेगा अगर अपने को तार्किक समझते हो तो। मूर्ति पूजा से आप क्या समझते है? आप में शायद बुद्धि की कमी पड जायेगी । देखते है आप में कितनी बुद्धि है??
@Ram47988
5 күн бұрын
मूर्तिपूजा ही समझते है
🙏🙏
🙏🙏