पांडुरंग महाराज गिरी | संतश्रेष्ठ सावता महाराज पुण्यतिथी | Pandurang Maharaj

Ойын-сауық

संतश्रेष्ठ श्री सावता महाराज पुण्यतिथी सोहळा किर्तन
ह.भ.प.पांडुरंग महाराज गिरी वावीकर
स्थळ:- संतश्रेष्ठ श्री सावता महाराज मंदिर वावी
अभंग:- धन्य ते अरण रत्नाची खाण। जन्मला निधान सांवता तो।।१।।
सांवता सागर प्रेमाचे आगर। घेतला अवतार माळ्या घरी।।२।।
धन्य त्याची माता धन्य त्याचा पिता। साठविला दाता त्रेलोक्याचा।।३।।
नामा म्हणे त्याचा जन्म सुफल झाला। वंश उद्धरिला माळीयाचा।।४।।
गायक :- महेश्वर महाराज भगुरे गुरूजी, रविदास महाराज जगदाळे , कृष्णा महाराज गिरी, नागनाथ महाराज गोरडे, वैभव महाराज वेलजाली
पखावज:- दिपक महाराज खरात, माऊली महाराज बैरागी
#किर्तन #संपूर्ण_किर्तन

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