मन्त्र सिद्धि के विभिन्न कारक Various aspects of Mantra Siddhi

सद्गुरुदेव से विधिवत मन्त्रदीक्षा के उपरान्त प्रत्येक साधक की यह इच्छा बलवती रहती है कि प्रदत्त मन्त्र सिद्ध हो जाय। शास्त्रों में मन्त्रसिद्धि की कारक विविध प्रक्रियायें वर्णित हैं। इस वीडियो में हम इनका विस्तृत विवरण प्रस्तुत कर रहे हैं। आशा है साधक इससे अवश्य ही लाभान्वित होंगे।

Пікірлер: 47

  • @Rajguru924
    @Rajguru924 Жыл бұрын

    महाराजजी के श्रीचरणों में शत शत नमन

  • @samsemwal8465
    @samsemwal8465 Жыл бұрын

    bahut achoi or sahi knowledge

  • @Rajguru924
    @Rajguru924 Жыл бұрын

    बहुत ही ज्ञानवर्धक उपदेश पूज्य श्री महाराज जी द्वारा, सभी साधकों को कल्याणकारी सिद्ध होगा 🙏🏻

  • @asharani7893
    @asharani78933 жыл бұрын

    Ati utam Or shashtroqt vidhi Or gyan de rhe aap jigyasuno ko. Aapko bar 2 pranam 🙏 h. Gurudev

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी

  • @pradeepkurana

    @pradeepkurana

    3 жыл бұрын

    Apne mantra siddhi kiya hai

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    @@pradeepkurana आपका प्रश्न स्पष्ट नहीं है। आप क्या जानना चाह रहे हैं ?

  • @Aj-xi6wj
    @Aj-xi6wj3 жыл бұрын

    जय माता श्री राजराजेश्वरी परम्बिका श्री चक्र निवासिनी श्री कामेश्वरंकै श्री विद्या श्री ललिता महा त्रिपुर सुंदरी

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्वरी

  • @harishkumarkhatri2014
    @harishkumarkhatri20143 жыл бұрын

    Pranam guru dev

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी

  • @kiranpandey5073
    @kiranpandey50732 жыл бұрын

    🙏🙏🙏

  • @TheVijaydashora
    @TheVijaydashora3 жыл бұрын

    प्रणाम आचार्यश्री जय मातेश्वरी👏

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्वरी

  • @bijenderk63
    @bijenderk633 жыл бұрын

    🙏

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी

  • @shridhamamsharnam8127
    @shridhamamsharnam8127 Жыл бұрын

    Aap sri ke charon me kori kit vandan aap sri ke darsan ke liye kaha aana hoga

  • @rajeshbehera8479
    @rajeshbehera84793 жыл бұрын

    🕉️🙏🙏🙏🙏🙏🕉️

  • @RajendraYadav-wu2fj
    @RajendraYadav-wu2fj2 жыл бұрын

    गुरूजी मुझे आप दीक्छा दी जिए कृपया करके. त्रिपुरा सुंदरी माँ की

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    2 жыл бұрын

    भगवती अवश्य कृपा करेंगी।

  • @RajendraYadav-wu2fj

    @RajendraYadav-wu2fj

    2 жыл бұрын

    @@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad गुरूजी मुझपर पर कृपा कीजिये

  • @rajuraju7501
    @rajuraju75013 жыл бұрын

    On namhashivy

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी

  • @abhishekmani1954
    @abhishekmani195428 күн бұрын

    यदि आषाढ़ मास में दीक्षा लेने से बंधु हानि होती है तो गुरु पुर्णिमा आषाढ़ मास पुर्णिमा को ही होती है जो कि एक शुभ तिथि है।

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    28 күн бұрын

    जय जगदम्बा, दीक्षा के लिए केवल मास ही नहीं देखा जाता है। छोटे से वीडियो में सम्पूर्ण विधान दिया जाना संभव नहीं है। विभिन्न तन्त्र ग्रन्थों में किसी भी विषय पर मतभेद मिलता है। निर्भर करता है हम किस सम्प्रदाय को मानते हैं। गुरु पूर्णिमा दीक्षा के लिए शुभ मुहूर्त है तथा सभी सम्प्रदायों में इसे दीक्षा हेतु मान्यता प्राप्त है। आषाढ़ में दीक्षा का नियम सामान्य है, जो आषाढ़ पूर्णिमा के विषय में शिथिल हो जाता है।

  • @abhishekmani1954

    @abhishekmani1954

    28 күн бұрын

    @@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad महाराज संप्रदाय कैसे चुने इसमें भी बहुत मतभेद है कैसे पहिचान करे आज कल तो बहुते लोग फला संप्रदाय बता बता कर दीक्षा दिए जा रहें है मैं तो बहुत भ्रमित हूं कुछ उपाय बताने की कृपा करें

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    28 күн бұрын

    @@abhishekmani1954 जय जगदम्बा, कोई व्यक्ति यदि विधिवत दीक्षा प्राप्त करता है तो दीक्षा गुरु सम्प्रदाय का परिचय एवं नियम बतलाते ही हैं। यदि किन्हीं कारणों से दीक्षा न हो पाई है तो पारिवारिक परम्परा के अनुसार विधान अपनाना चाहिए। आपने वर्तमान में प्राप्त स्थिति के परिप्रेक्ष्य में भी यह प्रश्न किया है। कम ज्यादा ऐसी स्थिति सदैव हो सकती है। दोनो प्रकार के दीक्षा प्रदान करने वालों में से सही कौन है इसका निर्णय स्वविवेक से करने पर सही मार्गदर्शक मिल ही जाते हैं।

  • @pt.satyanarayansharma6498
    @pt.satyanarayansharma64982 жыл бұрын

    प्रणाम गुरुदेव देव ऋषि मनुष्य तर्पण के बारे में जानकारी प्रदान करें धन्यवाद

  • @sunildutt6761
    @sunildutt67613 жыл бұрын

    प्रणाम आचार्य जी आचार्य जी जब जप करते करते कोई सवाल ही न बचे मन ही मन मंत्र चलता रहे तब क्या फल कथन है

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    @Sunil Dutt यह बहुत अच्छी स्थित है। बिना माला के जाग्रत अवस्था में सदैव मन में जप चलना मन्त्र सिद्धि का लक्षण है। बिना किसी कामना के जप ही वास्तविक जप है।

  • @sunildutt6761

    @sunildutt6761

    3 жыл бұрын

    @@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad आपका बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी आपके चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम

  • @saartv7553
    @saartv75533 жыл бұрын

    बीज मन्त्रों के विषय मैं भी एक विडिओ बनायें, बीज मंत्र का क्या महत्व है कितने प्रकार के होते हैं और बीजमंत्रों से पहले प्रणव लगाने का क्या विधान है? इस विषय मैं बहुत भ्रांतियां हैं|

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी

  • @narsimha7256
    @narsimha72563 жыл бұрын

    आचार्य जी प्रणाम,क्या शंका निवारण हेतु आपको संपर्क करना संभव है।

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्वरी स्वागत है।अवश्य संपर्क कर सकते हैं। आप मुझे आगे दिये गये ईमेल पर अपना विवरण दीक्षा आदि के साथ शंका लिखें। उत्तर में मैं अपना संपर्क मोबाइल क्रमांक भेज दूंगा जिससे आप वार्ता कर सकते हैं। shri.siddhvidya@gmail.com

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    अन्यथा जो भी साधक संपर्क करना चाहें वे स्वपरिचय एवं दीक्षा क्या हुई है आदि के साथ अपना मोबाइल क्रमांक सहित संदेश लिखें उनसे मैं स्वयं संपर्क कर लूंगा।

  • @narsimha7256

    @narsimha7256

    3 жыл бұрын

    @@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad आचार्य जी कोटि कोटि धन्यवाद,आपने जो इतने शीघ्र उत्तर दिया है ।मै अपनी शंकाए email के माध्यम से आपको भेजूंगा,एकबार पुन: साधुवाद।

  • @bondbrosnan00
    @bondbrosnan003 жыл бұрын

    Praram, kripa om mantra aur uski siddhi ke vishay main ek video banaye to kripa hogi

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी अवश्य ।

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    2 жыл бұрын

    किन्तु प्रणव जप का अधिकार केवल सन्यासियों को ही है। क्या आप सन्यासी हैं ?

  • @fansofa2sir209
    @fansofa2sir2093 жыл бұрын

    महाराज मेरा प्रणाम स्वीकार करें में आपसे भेंट करना चाहता हूं कृपा करे मुझे दर्शन दें

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी भगवती की कृपा से अवश्य भेंट होगी। कृपया अपना पूर्ण परिचय यथा दीक्षादि एवं भेंट करने के उद्देश्य के विषय में अवगत कराएं।

  • @PradeepSharma-vg7mm
    @PradeepSharma-vg7mm3 жыл бұрын

    गुरु जी पुरुश चरण के करने के बाद तरपण मरजन व अन्य करना चाहिए

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    @Pradeep Sharma अवश्य करना चाहिए, ये पुरश्र्चरण के अङ्ग हैं। ब्राह्मण भोजन के अतिरिक्त दशांश क्रम से ये सभी क्रियायें हमारे पुरश्र्चरण संबंधित वीडियो में वर्णित पद्धति अनुसार अवश्य करनी चाहिए। जय मातेश्र्वरी

  • @noruas
    @noruas3 жыл бұрын

    🙏🙏🙏

  • @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    @श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad

    3 жыл бұрын

    जय मातेश्र्वरी

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