जंगल में आदिम जनजाति कैसे पकाती है मीट । Primitive Style of Cooking Meat । With English captions
There are many primitive tribal groups in Bilaspur, Korba and Surguja districts of Chhattisgarh, which are called PVTGs. This means that most of these tribes still live in forests, and there lifestyle is still primitive to a certain extent. Many of them still live as hunter-gatherers.
In this episode of The Tribal Kitchen, we met Pando PVTG group in Surajpur district of Chhattisgarh, and got a taste of their food.
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, कोरबा और सरगुजा ज़िले में कई आदिवासी समुदाय हैं जिन्हें पीवीटीजी कहा जाता है. यानि इन आदिवासी समुदायों को अभी भी आदिम युग में माना जाता है. इन आदिवासियों में से ज़्यादातर अभी भी घने जंगलों में ही रहते हैं. ट्राइबल किचन के इस एपिसोड में हम आपको पंडो समुदाय के लोगों से मिलवा रहे हैं. इस एपिसोड में हम आपको दिखाने की कोशिश करेंगे कि कैसे ये लोग अपना खाना जुटाते हैं और पकाते हैं.
For updates regarding upcoming videos and stories follows our social media accounts linked below::
Facebook:: / mainbhibharat
Instagram:: / mainbhibharat
Twitter:: / mbb_plus
Website:: www.mainbhibharat.co.in
#primitive_cooking #roasted_chicken_recipe #adivasi_food
Пікірлер: 406
हमारी वेबसाइट पर ज़रूर नज़र डालें, वहाँ और भी कहानियाँ आपको मिलेंगी
हम आदिवासियों के संस्कती को आपने लोगो तक पहुंचाने के लिए बहुत बहुत धनयवाद्....
मैं कन्हैया लाल पड़वार, पनिका जाति से हूँ हमारे गाँव में भी पंडो जनजाति निवास करती है उन्हीं लोगों के बीच मेरा बचपन गुजरा है पड़ो जनजाति के लोगों में एक खास विशेषता है,कि उनके घर में यदि चिकन मटन बना है या कुछ भी खाने की डिस बनी है तो सभी के साथ बांटकर खायेंगे भले थोड़ा सा है भले ही एक एक मटन के टुकड़े एक व्यक्ति को मिले लेकिन सभी को बराबर मात्रा में देंगे सभी साथ में बैठ कर खायेंगे भाईचारा और मित्रता का अनोखा संगम है पंडो जनजाति, उनकी संस्कृति उनका व्यवहार उनका रहन सहन उनकी सादगी अदभुत है कोटि कोटि प्रणाम है बहुत खुशी हुई 🙏🙏🙏💐🌼
श्याम सर ज़ी आप के माध्यम से हमें पूरे भारत की आदिवासी रहन -सहन खान -पान के बारे मे बहुत अच्छी -अच्छी जानकारी मिलती रहती है उसके लिए आपको बहुत -बहुत धन्यवाद 🙏🙏shyam sir are you great 👌
मुझे गर्व है अपने छत्तीगढ़िया होने पे और अपने छत्तीसगढ़ी संस्कृति पे...
आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर जो हमारे आदिवासी क्षेत्रों में जाके एसे वीडियो बना रहे हैं।
जय छत्तीसगढ़ गर्व है मुझे अपने संस्कृति और राज्य पर.... 🙏🙏
Bahut achcha very nice lajawab Jay Johar Chhattisgarh
बहुत बढ़िया भाईया जी बहुत मजा आता होगा।
धन्यवाद श्याम सर। भारत के अंदर कितने भारत है यह आप बखुबी दिखा रहे है
अंडो को भी फोडकर पत्तों पर ऐसे ही बनाया जाता है पत्तियों का दोना सिलकर। मैं भी आदीवासी हूँ, । भले ही आज मैं शहर मैं रहता हूँ पर जंगल में कैसे जीना है बहुत अच्छी तरह जानता हूँ
शिक्षा विभाग जिला सुरजपुर (छत्तीसगढ़) मुंह🤤🤤🤤 से पानी आ गया सर जी आपने बहुत ही अच्छा एवं सराहनीय विडिओ बनाया है जिसमें आदिवासियों कि सँस्कृति सँस्कार का पता चलता है धन्यवाद🐔🐔🐓🐓🐓
Bahut bahut dhanvad Bhaiya ji hamare Pando samaj me gay dil se Naman
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी आपने हमारी संस्कृति को रुबरू लोगो तक पहुंचा।
Thanks sir jai johaar
स्याम सुन्दर जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका यह काम बहुत सराहनीय है, आपने सुदूर भारत का परिचय कराया है।
प्राकृतिक खाना यहाँ बर्तन का👍 प्रयोग नहीं किया गया है 👍👍
वाह साहब, ट्रायबल किचन टीम को बधाई और अभिनंदन
बहोतही अच्छा काम कर रहे हो साहब.हमे भी इस आदिवासी संस्कृती का ज्ञान हो रहा है.धन्यवाद .
Shyam Sundarji is really a mirror of all indegenous tribal society.He reflect and reaches their culture to the human society and the govt.Really Shyam Sundarji is dedicated person of the society.India govt.should honour by Padmashree award for social service to shyam sundarjii !! Thank U !!