DM Orders: शिक्षिका को दीदी...BSA का भी आ गया बयान | Sambhal Schools | Breaking News | Hindi News
यूपी के संभल में प्राइमरी स्कूलों के लिए नया फरमान इस समय काफी चर्चा में है. जिसमें सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए निर्देश जारी किए गए हैं.प्राइमरी स्कूलों के सभी छात्र अब अपनी शिक्षिका को मैडम की जगह दीदी कहकर संबोधित करेंगे तो वहीं छात्रों को अपने शिक्षकों को गुरुजी कहकर संबोधित करने का आदेश जारी किया गया है. संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने ये आदेश जारी किया है. शिक्षा विभाग ने नई पहल को शुरू करते हुए प्राइमरी स्कूल के लिए आदेश जारी कर दिया है. इस आदेश में छात्रों को अब शिक्षकों को अभिवादन के समय नमस्ते और जय हिंद कहने के भी निर्देश जारी किए गए हैं. शिक्षकों के लिए भी नए नियम जारी करते हुए उन्हें स्कूल में जींस और टीशर्ट पहनने से मना कर दिया गया है.
New order for primary schools in Sambhal, UP is in the news these days. In which instructions have been issued for the students of government schools. All the students of primary schools will now address their teachers as Didi instead of Madam, while the students have been ordered to address their teachers as Guruji. Sambhal DM Rajendra Pensia has issued this order. The education department has started a new initiative and issued an order for primary schools. In this order, students have also been instructed to say Namaste and Jai Hind while greeting teachers. New rules have also been issued for teachers and they have been forbidden from wearing jeans and t-shirts in school.
#breakingnews #dmorders #sambhal
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Пікірлер: 55
भारतीय परंपरा और संस्कार अगर जिंदा रहा तभी हमारा भारत बचेगा नहीं तो भारत अपनी पहचान खो देगा
यह बहुत सराहनीय कदम है
बहोत अच्छा नियम लगाया गया है ....भगवान से प्रथना हेक की योगिजि जलद पंतप्रधान बन जाये ......जय shreeram
Very good 💯 hamari parampara yahi hai
Good. Hona chahiye. Thanks.
बहुत अच्छा और आदर्श विचार पूर देश मे लागू होना चाहिए
Radhe radhe
Good job👍
Best decision hai 😊😊😊
Very nice
Right sir
Bahut hi achcha kiya pura lagu ho Hindustan mein❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Kamal ho raha hai dm sahab 100 cr ka agra me ghotala karke aye hai sir or mam kahao ustad kaho issefark kya hai
Sambhal se kon kon h 😊😊😊
Education level down kro.... Competition duniya se karna hai aur didi aur guru jii me uljhe hain🙂
जैसे ऊपर वाले अधिकारी करेंगे वैसे छोटे भी करेंगे
It's good decision.
Good 👍 👍👍
शिक्षक को भया बोले फिर 😂
Dm ji ke bachhe hello hii bolenge aur sarkari school ke bachhe namaste tabhi to antar rahega😂😂
Kya DM ke bacche apne school ke teacher ko guru ji bolte hai
शिक्षक का पहनाबा शालीन होना ही चाहिए.
Bharatiya sanskriti ka samman jaruri hai.
इंग्लिश भाषा को खत्म क्यों नहीं करते--
Private school में teacher बैसे भी jeans t shirt नहीं पहनते.
Private school mein bhi lagu hona chahiye all India Mai rules lagu ho
ये आदेश पप्राइवेट स्कूल में क्यों नही लागू किया?
कभी टीचर शिष्य का पैर धोता है कभी टीचर सर से गुरु बन जाता है, ये समझ नही आ रहा कि प्राइमरी स्कूल चल रहा है या एकता कपूर का सीरियल जिसमे ट्विस्ट आजाता है कभी भी बीच में😂
@shivashinde99999
23 күн бұрын
Jo sanskar he vohi chalega Jo jyada serial dekhta he vo hi Aisa bolta he ...go through nalanda university.....
@babitajoshi3671
23 күн бұрын
@@shivashinde99999 कहा स्टूडेंट के पैर टीचर धोते है। हमने फिलहाल न देखा न सुना। रही बात सीरियल की। वो तो हम कभी देखते नही बस लोगो को बात करते सुनते है kbi kbi। Ye ho gaya vo ho gaya
Good si hona chahie mam
Saraswati vidhya Mandir bettiah mein guruji and didiji Bolte the humlog
Bhartiya parampara hamesha kayam Rahi
Primary school में कैमरा ही नही लगना चाहिए बल्कि उसकी लाइव वेबकास्टिंग होनी चाहिए .... जिससे कुछ अनदेखे पहलू भी नजर आ जाएं शायद आपको..... कैमरा लगेगा तो ये पता चलेगा कि स्कूल की टोटियां कौन चुरा ले जाता है। ये भी पता चलेगा कि स्कूल के एक दिन की छुट्टी होने पर अपनी अश्लीलता का परिचय विद्यालय की दीवारों सजे अश्लील शब्द देते है ये भी पता चलेगा कि बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए कैसे ये हरामखोर मास्टर पूरे गांव को पैदल नापता फिरता है। ये भी पता चलेगा कि बच्चे के आधार बना है कि नही। इस बात से बच्चे के पिता से ज्यादा प्राइमरी का मास्टर कैसे चिंतित होता है। कैमरा लगेगा तो क्या ये देख कर आंखें तो नही बंद करेगा ये समाज, कि कैसे 60हजारी शिक्षक बिना मां के बच्चों के लिए संवेदना से उमड़ पड़ता है। ये देख कर जरूर आंखें बंद कर लेंगे ये खुदगर्ज लोग कि कैसे खुरपी लेकर किचन गार्डन बनाने में पसीने से लथपथ होता है काम चोर मास्टर। ये समाज ये देख पाएगा क्या कि बच्चों के पैसे उनके बाप द्वारा दारू में खर्च कर लेने के बाद धूप में नंगे पैर देखकर बच्चों के लिए अगले दिन चप्पल का जुगाड़ कर देता है ये कंजूस मास्टर। बच्चों के अभिभावकों को स्कूल बुलाने के बाद उनसे उनके ही बच्चों के भविष्य उज्ज्वल करने के लिए हाथ जोड़ा खड़ा होता है ये घमंडी मास्टर। ये देख कर समाज की नफरत और बढ़ जाएगी। आपमें से कितने लोग अपने बच्चे की लंबाई और वजन का रिकॉर्ड रखते हैं...शायद नही रखते हो ना। लेकिन प्राइमरी का मास्टर आपके बच्चे के लिए पेट के कीड़ों की गोली और आयरन टैबलेट तक का हिसाब रखता है।। कैमरा लगेगा तो दिख जायेगा कि कई बार अपने पास से कॉपियां बांटा करता है ये ६० हजारी। कैमरा लगेगा तो दिख जायेगा कि कैसे आधे साल बिना किताबों के पढ़ाई कराता है ये बेवकूफ इंसान। ये भी दिख जायेगा कि अधिकतर स्कूल में सहायक और सफाईकर्मचारी की तैनाती के बिना स्कूल चकाचक कैसे रख पाता है ये निष्प्रयोज्य इंसान। इन सारी बातों के बाद निष्कर्ष के लिए एक कैमरा इन बच्चों के घर पर लगा दीजिए जिससे समाज को पता चल जाए कि ये कामचोर और नाकाबिल प्राइमरी के मास्टरों के पढ़ाए हुए बच्चे कहीं ट्यूशन नही पढ़ते। आप के बच्चे तो कॉन्वेंट के काबिल टीचर्स से पढ़ते हैं तो उन्हें कोचिंग की जरूरत क्यों होती है।। क्यों पूरा घर जुटता है होमवर्क कराने में। हमारे काम का निर्णय करने का अधिकार आपको दिया किसने, हमारे काम का निर्णय करने का अधिकार उनको है जो बच्चे हमसे पढ़ते हैं, जिनके बच्चे हम से पढ़ते हैं। और वह अच्छे से जानते हैं कि मास्टर ने पांच बार बुलाया एक भी बार ये आए नही। क्योंकि उनको पता है कि कैसे स्कूल की कॉपी के लिए बार बार नोटिस भेजे जाने के बाद इन्होंने कॉपी नहीं दिलाई। उनको तो ये पता है कि कैसे गुरु जी आधार के लिए 4 बार घर आए। उनको ये भी पता है कि गुरु जी के सामने ही स्कूल से बुला कर धान की रोपाई के लिए ये बुला ले गए थे। तो वह शिकायत कैसे करें क्योंकि उन्हें पता है कि गुरुजी ही सही काम कर रहे हैं। लेकिन जब आप के बच्चे पढ़ते नही यहां तो आप कौन होते हैं फैसला करने वाले। और इतनी ही चुल्ल है विक्रमादित्य बनने की तो आइए आपका स्वागत है विद्यालय में आइए और देखिए , और अगर नही देख सकते हैं तो अनर्गल प्रलाप न करते हुए अपने GST के कागज दुरुस्त कर लें जिससे अगली बार छापा पड़े तो दुकान बंद कर के भागना न पड़े।। 👍👍👍👍👍👍👍
@biologyneetfacultyRolex5571
26 күн бұрын
Bahi Tu mst hi... 🤣😂🤣😂
Is se kya hoga schools me suvidha do ye sb kam krne se kuch nhi hone wala
Private school main bhi lagu kr na bharat main he baney hain wo school?
Waah is Tarah world level se competition krega India 😂😂😂
Kooch teacher blue film bhi dekhne lagte hai unko kon dekhefa😂
Sarahneey kadam 🎉🎉🙏🙏❤️
shikshika ko bi guruji kehne do itna confusion kyu
Madam basic me kuch school English medium hai
Kaise lagta ha pahle kuch thaa hi nahi h
Guru ko to chor bna diya aapne ab smman kya bachoo ke bulbane se hi aa jaiga
English medium school mein order de dm madam
वाह re jahilo
सरकारी स्कूल😂😂😂
English medium wale kya kahenge
@atularora5254
26 күн бұрын
sister dekhti ho gyi to sister agar aunty dikhti ho gyi to aunt
Drame vali sarkaar
Very nice
Primary school में कैमरा ही नही लगना चाहिए बल्कि उसकी लाइव वेबकास्टिंग होनी चाहिए .... जिससे कुछ अनदेखे पहलू भी नजर आ जाएं शायद आपको..... कैमरा लगेगा तो ये पता चलेगा कि स्कूल की टोटियां कौन चुरा ले जाता है। ये भी पता चलेगा कि स्कूल के एक दिन की छुट्टी होने पर अपनी अश्लीलता का परिचय विद्यालय की दीवारों सजे अश्लील शब्द देते है ये भी पता चलेगा कि बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए कैसे ये हरामखोर मास्टर पूरे गांव को पैदल नापता फिरता है। ये भी पता चलेगा कि बच्चे के आधार बना है कि नही। इस बात से बच्चे के पिता से ज्यादा प्राइमरी का मास्टर कैसे चिंतित होता है। कैमरा लगेगा तो क्या ये देख कर आंखें तो नही बंद करेगा ये समाज, कि कैसे 60हजारी शिक्षक बिना मां के बच्चों के लिए संवेदना से उमड़ पड़ता है। ये देख कर जरूर आंखें बंद कर लेंगे ये खुदगर्ज लोग कि कैसे खुरपी लेकर किचन गार्डन बनाने में पसीने से लथपथ होता है काम चोर मास्टर। ये समाज ये देख पाएगा क्या कि बच्चों के पैसे उनके बाप द्वारा दारू में खर्च कर लेने के बाद धूप में नंगे पैर देखकर बच्चों के लिए अगले दिन चप्पल का जुगाड़ कर देता है ये कंजूस मास्टर। बच्चों के अभिभावकों को स्कूल बुलाने के बाद उनसे उनके ही बच्चों के भविष्य उज्ज्वल करने के लिए हाथ जोड़ा खड़ा होता है ये घमंडी मास्टर। ये देख कर समाज की नफरत और बढ़ जाएगी। आपमें से कितने लोग अपने बच्चे की लंबाई और वजन का रिकॉर्ड रखते हैं...शायद नही रखते हो ना। लेकिन प्राइमरी का मास्टर आपके बच्चे के लिए पेट के कीड़ों की गोली और आयरन टैबलेट तक का हिसाब रखता है।। कैमरा लगेगा तो दिख जायेगा कि कई बार अपने पास से कॉपियां बांटा करता है ये ६० हजारी। कैमरा लगेगा तो दिख जायेगा कि कैसे आधे साल बिना किताबों के पढ़ाई कराता है ये बेवकूफ इंसान। ये भी दिख जायेगा कि अधिकतर स्कूल में सहायक और सफाईकर्मचारी की तैनाती के बिना स्कूल चकाचक कैसे रख पाता है ये निष्प्रयोज्य इंसान। इन सारी बातों के बाद निष्कर्ष के लिए एक कैमरा इन बच्चों के घर पर लगा दीजिए जिससे समाज को पता चल जाए कि ये कामचोर और नाकाबिल प्राइमरी के मास्टरों के पढ़ाए हुए बच्चे कहीं ट्यूशन नही पढ़ते। आप के बच्चे तो कॉन्वेंट के काबिल टीचर्स से पढ़ते हैं तो उन्हें कोचिंग की जरूरत क्यों होती है।। क्यों पूरा घर जुटता है होमवर्क कराने में। हमारे काम का निर्णय करने का अधिकार आपको दिया किसने, हमारे काम का निर्णय करने का अधिकार उनको है जो बच्चे हमसे पढ़ते हैं, जिनके बच्चे हम से पढ़ते हैं। और वह अच्छे से जानते हैं कि मास्टर ने पांच बार बुलाया एक भी बार ये आए नही। क्योंकि उनको पता है कि कैसे स्कूल की कॉपी के लिए बार बार नोटिस भेजे जाने के बाद इन्होंने कॉपी नहीं दिलाई। उनको तो ये पता है कि कैसे गुरु जी आधार के लिए 4 बार घर आए। उनको ये भी पता है कि गुरु जी के सामने ही स्कूल से बुला कर धान की रोपाई के लिए ये बुला ले गए थे। तो वह शिकायत कैसे करें क्योंकि उन्हें पता है कि गुरुजी ही सही काम कर रहे हैं। लेकिन जब आप के बच्चे पढ़ते नही यहां तो आप कौन होते हैं फैसला करने वाले। और इतनी ही चुल्ल है विक्रमादित्य बनने की तो आइए आपका स्वागत है विद्यालय में आइए और देखिए , और अगर नही देख सकते हैं तो अनर्गल प्रलाप न करते हुए अपने GST के कागज दुरुस्त कर लें जिससे अगली बार छापा पड़े तो दुकान बंद कर के भागना न पड़े।। 👍👍👍👍👍👍👍
@tanasahkkhilafh
26 күн бұрын
गलतबोल रहे हो, सही मायने में मास्टर कुछ नहीं करना चाहता, यह व्यंग्य करने से मास्टर अच्छा नहीं हो जाएगा। सब चीज जो भी मास्टर करता है अपनी नौकरी बचाने के लिए कर रहा है , मैं सबको तो नहीं कहूंगा लेकिन कुछ कुशल टीचर है जो अपनी स्किल से बच्चों को काफी कुछ सीखा पाते हैं। और उन्हें स्थिति में टीचरों की वजह से बेसिक की लाज बची है ।
@ashishsharma_nb9725
26 күн бұрын
@@tanasahkkhilafh जरा बताना तो मास्टर क्या काम करता है