Bedu Pako Boy मोहन उप्रेती और नईमा ख़ान की प्रेम कहानी | विरासत 14
विरासत के इस एपिसोड में देखिए पहाड़ के प्रतिनिधि गीत ‘बेड़ू पाको बारामासा’ के संगीतकार मोहन उप्रेती और रंगकर्मी नईमा ख़ान की प्रेम कहानी.
क्यों इतना मशहूर हुआ 'बेड़ू पाको बारामासा': • क्यों इतना मशहूर हुआ '...
Mohan Upreti
Naima Khan
Bedu pako Baramasa
#uttarakhand #folk #garhwali #kumauni #culture
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"बारामासा"की दो लोक कलाकारों की उत्तराखंड के साँस्कृतिक धरोहर को जनसामान्य तक और विश्व प्रसिद्धि बनने की कहानी भरी इस प्रस्तुति को हमेशा की तरह दिलों तक पहुँचाने के लिए बहुत बहुत बधाई। उदिता देवरानी जी जी ने ही बारामासा में "बेडू पाको बारामासा"के प्रसिद्ध होने की प्रस्तुति भी दी थी,आज फिर आपको स्वर्गीय मोहन उप्रेती जी एवं स्वर्गीय नईमा खान जी अविस्मरणीय रचनाओं के संस्मरण के इस अंक को प्रस्तुत करने का सौभाग्य मिला, इस हेतू बधाई। धन्यवाद❤
वो बारामासा नहीं, बाडामासा (बड़ा महीना) होता है, बाडामास (ज्येष्ठ का महीना) होता है, क्योंकि बेडु ज्येष्ठ के महीने में पकते हैं, बारामासा (12 महीने) नहीं पकते।
बेहतरीन प्रस्तुति । अफसोस है कि कुमाऊं विश्व विद्यालय का साहित्य का विद्यार्थी ( 1979 स्नातक ) होते हुए भी समय रहते यह सब जानकारी नहीं जान पाया ।
Sab kuch bahut achha hai lekin kripaya apani kumauni boli ko bolane ka bhi thoda abhyash karenge to bahut achha rahta
उदिता जी द्वारा मोहन उप्रेती जी और नईमा खान के बारे में बहुत ही सुन्दर जानकारी विस्तार से दी गयी। बहुत अच्छा लगा. कार्यक्रम बारामासा में विरासत के टहत बहुत हाय अच्छी और महत्त्वापूर्ण जानकारी दी जाति जो बहुत ही उपयोग और ज्ञानवर्धक होती है। जिसके लिए आपका बहुत आभार और आपको बहुत बहुत हार्दिक बधाई देता हूँ। मोहन उप्रेती जी उत्तराखंड लोककला के मूर्धन्य कलाकार, निर्देशक और बेहद ही बेमिशाल इंसान थे. उत्तराखंड के लोक साहित्य, लोक संगीत इतिहास में उनका व नईमा जी का योगदान आविस्मरणीय रहेगा. इन दोनो महान कलाकारों को शत शत नमन और श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ।
आगे भी इसी तरह की प्रस्तुति लाते रहे ताकि आज के युवा को भी अपनी संस्कृति की जानकारी हो.. ये सही मायने मे कला और संगीत होता है जो समाज को बदल सके.. काश आज का युवा भी सोशल मीडिया से कुछ वक्त निकाल कर ऐसे कार्यक्रम देखे और सीखे
Love you Baramaasa ❤EK AAWAZ PAHAD KI ❤❤ VIDESH MAIN REH KR BHI PAHAD KI YAAD TAJA KR DETA HAI AUR AAPNI SANSKRITI KI KNOWLEDGE BHI DETA HAI LOVE YOU ❤❤
बहुत अच्छा लगा आज विडियो सुनकर। ऐसा लगा मानो वो पल आखों के सामने हो, कितना संघर्ष मय जीवन रहा फिर भी दोनों ने हार नही मानी❤❤
नीची जाति की जगह जाति विशेष का इस्तेमाल किया जा सकता था
श श बारमसा आपका श का उच्चारण बताता हैं कि आप कुमाऊं से हैं ❤❤❤
कुमाऊनी गीत बेडु पको को प्रसिद्धि दिलाने में मोहन उप्रेती जी का ही योगदान सर्वोपरि है। ब्रजेन्द्र शाह जी द्वारा लिखित इस गीत को मोहन जी द्वारा दी गयी इस कर्णप्रिया धुन ने ही इतना माधुर्य और प्रसिद्ध किया है। आज कुमाऊँ में ऐसे कलाकार विरले ही सुलभ हैं.
बहुत बहुत धन्यवाद बारामासा 🙏
बहुत ही ज्ञानवर्धक प्रस्तुति
Bahut badhiya, do mahaan kalakaon ko sachhi shradhanjali,🙏❤️
बारामाशा के इतने कम सब्सक्राइबर प्रतीत करवाते है की वर्तमान में क्वालिटी कंटेंट की इतनी दुर्दशा क्यों हो रही है !!
Meru pyaru uttrakhand ❤bhooot sundr ❤
बारामासा बहुत सुंदर जानकारी प्रस्तुत करता है बहुत बहुत बधाई।
सुपर episode थैंक्स baramasa टीम
best episode ever❤😭❤
waah kya daur rha hoga . kya log rhe honge. mera payara almora . yai daur or inki khta sunke hi khyalo me kho sa gya me ❤❤❤❤ emotional pyar in mhan hasty ko mera naman thankyou barmasa 😊😊😊