[12/07, 11:41] aa: जब वक्ते asr बेटी का ख़त बाप ने पढ़ा गुरबत पे अपने रोए शहंशाहे कर्बला कड़यल जवा की लाश पे पहुंचे शहे हुडा ख़त को पिसर के सीने पे रखकर के दी सदा अकबर अकबर मेरे अकबर सीने का दर्द अपने छिपाकर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो सुगरा के खत का ऐ मेरे दिलबर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 1 लीक्खा है बाबा जान तरस कुछ तो खाइए सुगरा से सब्र होता नहीं आ भी जाईये कुछ देर ही सही अली अकबर को लाइए मरने से अपनी सुगरा को आकर बचाईए तकती है रास्ता रोज़ वो दिलबर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 1 पूछा है कब तलक मुझे भैय्या बुलाएंगे या यूं ही अपनी सुगरा से पीछा छुड़ाएंगे कह देती हूं जो देर से थोड़ा भी आएंगे सुगरा को फिर जहान में ज़िंदा ना पाएंगे आंखों को खोलो मेरे गुले तर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 4 मुँह को कलेजा आता है ऐ लाल पढ़ के ख़त लिखती है बार बार तुम्हारी ही खैरियत मै बाप हूं समझता हूं बेटी की कैफियत एक भाई एक बहन के मोहब्बत की अहमियत उठकर के हम शबीहे पयम्बर जवाब दो सीने का दर्द अपने छिपाकर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 3 लिख्खा है बाबा दर्द का तूफान है बहुत सुनसान घर में सुगरा परीशान है बहुत भेजा ना खत जो तुमने तो हैरान है बहुत मिलने का हं मगर उसे अरमान है बहुत क़ासिद को क्या जवाब दूं अकबर जवाब दो सीने का दर्द अपने छिपाकर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 5 लिक्खा है खत में रंजो आलम में कटता है सुगरा का हर पहर दिवारो दर भी रोते ह सुगरा के हाल पर होते ही रात लगती है सुगरा को तेरे डर पूछा है खत्म होगा भला कब तलाक सफर बहना के ख़त का उठके बरादर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 7 कासिद का दिल तड़प गया लिल्लाह क्या हुआ अरमान एक बहन का है इस जां लुटा हुआ गुलदस्ता जो दिया था वहीं है रखा हुआ बहना का ख़त है भाई के खून में सना हुआ कहते हैं लाशे से शहे सफ़दर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 6 अकबर का ब्याह होगा तो घर आएगी दुल्हन अरमान ले के बैठी है परदेस में बहन लिकखा है नेग लूंगी वो आएंगे जब वतन कुछ आप भी तो बेटी को देंगे शहे ज़मन लिखती है सुगरा गैर समझकर जवाब दो सुग़रा के ख़त का ऐ अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 8 क़ासिद से शाह कहते थे ज़ोहैर और shajar सुग़रा से कहना ख़तमा हुआ भाई का सफ़र परदेस से ना आएगा अब कोई लौटकर कुछ देर में कटेगा तेरे बाप का भी सर जो देखा है वो आंखो से जाकर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो
Пікірлер
Bhut peyari aawaz h mola salamat rakhe aap ko😢😢😢
Mashallh bahot hi pyara Nauha h
Lyrics
😭😭😭
mashaallah
Lyrics plzz 😭😭
Mashallah 🤲
Lyrics plzzz
Lyrics please, jazakallah khair kaseera
Mashallah
Mashallah maula salamat rakhe
💔😭
Mashallah
May you long live ..... mashallah 😭😭😭
Mashaallah
jazakallah maula pursa qubool kare
Mashallah
😢😢😢😢
kzread.info/dash/bejne/oYmMu5Ssf7efpdI.htmlsi=ylZ5bepNDtkDp_EO
Mola salamat rakhe Azadaro ko
Mashaallah
Mashaallah aapne bht purdrd naoha pdha maola apko or jitne matam dar h sabko salamt rkhe
Mashallah 😭😭😭
Mashallah
😢😢😢
Nohakhawan ka Contact Number mil skta h ?
6387781665
@@azadaribhaura110 Shukriya
Bhai contact number bhi dala karo
Mashallah maula salamat rakhe matamdaron ko
Mashaallah maula salamat rakhe
Bhai contact number chahiye
75188 10409
Mashallah
Mashallah
😭😭😭
😭😭😭😭
Mashallah
Mashaallah mashaallah mashaallah mashaallah mashaallah mashaallah mashaallah mashaallah mashaallah
Mashallah
Masallah maula salamat rakhe
Mashaallah jazakallah
Mashallah
Mashallah maula salamat rakhe
😭😭
Purdard noha maula salamat rakhe
mashaallah
Hay bibi sakina 😢
Mashaallah allah aapki awaz me bulandi de
[12/07, 11:41] aa: जब वक्ते asr बेटी का ख़त बाप ने पढ़ा गुरबत पे अपने रोए शहंशाहे कर्बला कड़यल जवा की लाश पे पहुंचे शहे हुडा ख़त को पिसर के सीने पे रखकर के दी सदा अकबर अकबर मेरे अकबर सीने का दर्द अपने छिपाकर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो सुगरा के खत का ऐ मेरे दिलबर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 1 लीक्खा है बाबा जान तरस कुछ तो खाइए सुगरा से सब्र होता नहीं आ भी जाईये कुछ देर ही सही अली अकबर को लाइए मरने से अपनी सुगरा को आकर बचाईए तकती है रास्ता रोज़ वो दिलबर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 1 पूछा है कब तलक मुझे भैय्या बुलाएंगे या यूं ही अपनी सुगरा से पीछा छुड़ाएंगे कह देती हूं जो देर से थोड़ा भी आएंगे सुगरा को फिर जहान में ज़िंदा ना पाएंगे आंखों को खोलो मेरे गुले तर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 4 मुँह को कलेजा आता है ऐ लाल पढ़ के ख़त लिखती है बार बार तुम्हारी ही खैरियत मै बाप हूं समझता हूं बेटी की कैफियत एक भाई एक बहन के मोहब्बत की अहमियत उठकर के हम शबीहे पयम्बर जवाब दो सीने का दर्द अपने छिपाकर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 3 लिख्खा है बाबा दर्द का तूफान है बहुत सुनसान घर में सुगरा परीशान है बहुत भेजा ना खत जो तुमने तो हैरान है बहुत मिलने का हं मगर उसे अरमान है बहुत क़ासिद को क्या जवाब दूं अकबर जवाब दो सीने का दर्द अपने छिपाकर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 5 लिक्खा है खत में रंजो आलम में कटता है सुगरा का हर पहर दिवारो दर भी रोते ह सुगरा के हाल पर होते ही रात लगती है सुगरा को तेरे डर पूछा है खत्म होगा भला कब तलाक सफर बहना के ख़त का उठके बरादर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 7 कासिद का दिल तड़प गया लिल्लाह क्या हुआ अरमान एक बहन का है इस जां लुटा हुआ गुलदस्ता जो दिया था वहीं है रखा हुआ बहना का ख़त है भाई के खून में सना हुआ कहते हैं लाशे से शहे सफ़दर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 6 अकबर का ब्याह होगा तो घर आएगी दुल्हन अरमान ले के बैठी है परदेस में बहन लिकखा है नेग लूंगी वो आएंगे जब वतन कुछ आप भी तो बेटी को देंगे शहे ज़मन लिखती है सुगरा गैर समझकर जवाब दो सुग़रा के ख़त का ऐ अली अकबर जवाब दो [12/07, 11:41] aa: 8 क़ासिद से शाह कहते थे ज़ोहैर और shajar सुग़रा से कहना ख़तमा हुआ भाई का सफ़र परदेस से ना आएगा अब कोई लौटकर कुछ देर में कटेगा तेरे बाप का भी सर जो देखा है वो आंखो से जाकर जवाब दो कुछ सूझता नहीं अली अकबर जवाब दो
Mashallah Bhai maula aapko salamat rakhe 🤲
Khanjar tale Hussain ko Zainab Na Dekh Le 😢😢
😭😭😭😭😭😭Haye mera maula Hussain a.s😢😢