उत्तराखंड की राजनीति में कहां-कहां असर डालेंगे बॉबी?| चुनाव हारकर भी हीरो बने बॉबी का अगला कदम क्या?
Join this channel to get access to perks:
/ @manupanwar
उत्तराखण्ड की टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट पर 26 साल के लड़के बॉबी पंवार ने इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों का पसीना छुड़ाया, उससे बॉबी पंवार फिर से सुर्खियों में हैं। पहले ही चुनाव में निर्दलीय उतरे बॉबी पंवार ने 1.68 लाख से भी ज्यादा वोट बटोरे। टिहरी संसदीय सीट के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में तो बॉबी पंवार बीजेपी और कांग्रेस से भी आगे रहे। लेकिन अब सवाल ये है कि आखिर बॉबी पंवार का अगला कदम क्या होगा? क्या वो निर्दलीय ही रहेंगे या बीजेपी अथवा कांग्रेस में ठिकाना तलाशेंगे? बॉबी पंवार क्या इस चुनाव के बहाने 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा फैक्टर बन गए हैं? इन सारे सवालों और संभावनाओं पर उत्तरकाशी से पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक पंकज कुशवाह से मैंने विस्तार से बात की।
#bobbypanwar #tehriloksabhaseat #loksabhaelectionresult2024 #malarajyalakshmishah #jotsinghgunsola #uttarakhandelection2024 #manupanwar #manupanwaryoutubechannel
Пікірлер: 55
बौबी हिम्मत रखो उत्तराखण्ड को आप जैसे नेताओं की जरुरत है दुख इस बात का है पहाडी समाज ज्यादा ही अंधभक्त है
बॉबी पवार को दोनो पार्टियों में से किसी भी पार्टी में नहीं जाना चाहिए
great analysis. I am from tehri garhwal and i feel bad that still the rani is getting election without working for people. She is also very arrogant. May be next time people will vote against her
Fully support Bobby panwar ji Sacha insan hi jo janta ke muddey uthata hi helping personality 😊 bobby bhai never ever giveup
शानदार विश्लेषण
बाबी भाई आपके संघर्ष को सलाम और भविष्य के लिए आपको अग्रिम बधाई , मुझे ये समझ में नहीं आया कि उत्तराखंड के युवाओं ने भी आपका साथ नहीं दिया इस बात का मुझे हमेशा अफसोस रहेगा लेकिन आप हिम्मत न हारें हम सब आपके साथ है ।
टिहरी की धनौल्टी सीट में बॉबी सिर्फ 400 वोट पीछे रहे इसके अलावा टिहरी की 4 सीट में no.2 pe rahe
शानदार कवरेज
बॉबी पवार को अगर लंबा संघर्ष करना है उत्तराखंड स्तर पर एक नई पार्टी बनाएं आने वाले विधानसभा इलेक्शन में अपने प्रत्याशी उतारे संघर्ष में ज्यादा नहीं करना है कांग्रेस में शामिल हो जाएं अमित शाह और मोदी की चांडाल चौकड़ी में भूलकर भी शामिल मत होना यहां जाकर राजनीतिक भविष्य चौपट हो जाएगा
मनु पवार जी बहुत अच्छा कर रहे हो आप
क्योंकि बौबी पवार सच्चाई के साथ वडा
यदि यूकेडी में जाए तो बहुत बेहतर होगा राज्य के लिए क्यूंकि अंततः राजस्त्रीय दल ही राज्य को बेहतर समझ सकता है
आशा करते है यूकेडी में जा कर उत्तराखंड को दल दल से बचाए
कांग्रेस की तरफ उनका रुझान देखा गया है
मेरे हिसाब से दिल्ली से संचालित राजनीतिक दलों में तो नहीं जाना चाहिए क्योंकि दिल्ली दरबार के द्वारा चयनित प्रत्यासियों की वजह से उत्तराखंड की ये दशा व दिशा है
मनु पवार कांग्रेस का टूल किट है।
हरे को हार है जीते को जीत ok ok ok
बॉबी भाजपा का वोट तो लेना चाहता है लेकिन कांग्रेस का वोट नहीं ले पाया। ये बड़ा दुख है।
उत्तराखंड क्रांतिदल के बारे में सोच सकते है
आप एक क्षेत्रीय पाल्टी बनाये