Tarahi Salaam | Anjuman Merajul Islam Lucknow | Shabbedari | Anjuman Nayyar Ul Islam Lucknow |
Музыка
Tarahi Salaam | Anjuman Merajul Islam Lucknow | Shabbedari | Anjuman Nayyar Ul Islam Lucknow |
🌹🌹🌹🌹 TARAHI SALAAM 🌹🌹🌹🌹
अब्बास का जब से मेरे हाथों में अलम है
अफलाक हैँ बांहों में सितारों प क़दम है
दामाने तलब आज जो दरियाओं का नम है
अब्बास के फेकें हुए पानी का करम है
दरिया प लब ए शेर झुके हैँ न झुकें गे
येः आँख का धोका है फलक दूर प ख़म है
येः कैसा सफर है कि तारो ताज़ा हैँ क़ैदी
और लोहे की ज़अंजीर के पैरों प वरम है
पानी से दिले हुर का हरम पाक करेंगे
सरवर उसे तोड़ेंगे जो काबे में सनम है
ज़अंजीर तो सज्जाद के पैरों में है लेकिन
झंकार में जकड़ा हुआ दरबारे सितम है
कौसर ही नहीं जज़्ब मेरे अश्क़ ए अज़ा में
ज़म ज़म भी इसी क़तरा ए ईमान में ज़म है
असगर से सब आदाब ए सुखन सीखे हुए हैँ
इन फूलों में कोई भी अरब है न अजम है
सरवर को कहाँ छोड़ के जायेंगे ये नासिर
सूरज की इताअत ही उजालों का धरम है
अब कोई भी आये उसे पलटाना न प्यासा
दरिया तुझे अब्बास के चूल्लू की क़सम है
हमज़ा हों कि जाफर हों कि रुस्तम हो कि मूसा
इन सबकी जबीं इक ख़ते शमशीर प ख़म है
अकबर की दिल ए हुर में अजाँ गूंज रही है
कल तक जो सनम ख़ाना था वो आज हरम है
येः करबोबला ऐसी इबारत है कि जिसमें
आंसू का हरेक हर्फ़ समंदर से रक़म है
तू हुर है मैं उर्फी हूं मगर दोनों हैँ नासिर
तलवार तेरे पास मेरे पास क़लम है
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Masha Allah bht umda
Mashallah maula salamat rakhe aap ya dua hai zabadast kalam wah wah
Waah waah mashallah ♥️
Lajawaaab umda zabardast kalaam Mashallah Ustaad maula salamat rakhein Aap ko!!