तैयारियां शुरू हो चुकी हैं सतलोक आश्रम बैतूल में | Satlok Ashram Betul | SA NEWS
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आया है आया बंजारा केशो आया है मेरे गुरु देव भगवान बंदी छोर सत गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🌹🙏
🪷अनंत कोटि ब्रह्मांड में, बन्दीछोड़ कहाय । सो तो एक कबीर हैं, जननी जन्या न माय ।। 🪷 🪷न सतगुरु जननी जने, उनके मां न बाप । पिंड ब्रह्मांड से अगम हैं, जहां न तीनों ताप ।।
पूर्ण परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 श्लोक 1 में कहा है की अग्निः तनुः असी = परमेश्वर से सशरीर है
😊 गुरुग्रंथ में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
संत रामपाल जी महाराज ने ही सभी धर्म ग्रंथों से प्रमाणित करके दिखाया है कि कबीर परमेश्वर ही पूजा के योग्य हैं वही सृष्टि के रचयिता हैं।
संत रामपाल जी महाराज धरती पर आए हैं कलयुग को सतयुग बनाने के लिए वही पूर्ण संत है परमात्मा का स्वरूप परमात्मा कबीर जी के शक्ति से आत्मा को शक्ति आती है जिससे गलत कार्य करने की प्रेरणा कभी नहीं मिलती ना कोई गलत कदम उठाने को मन करता क्योंकि परमात्मा केयानो से वह घोर पाप लगता है बीस खाने के परिणाम से परिचित व्यक्ति बीस को छूने से भी डरता है
मात-पिता मेरे कछु नहीं, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।। अवधू अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया। ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक हो दिखलाया।।
कबीर परमेश्वर के 626वें प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इस विशाल भंडारे का निमंत्रण संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा देश विदेश में सतगुरु शोभायात्रा निकालकर दिया जा रहा है। इसके साथ ही समाज को कबीर साहेब के सत्य ज्ञान से परिचित कराते हुए बुराईयों से दूर रहने को जागरूक किया जा रहा है।
@sanjeevdas7729
Жыл бұрын
सत भक्ति केवल सतगुरु रामपाल जी महाराज के आश्रमों में दी जाती है वन मनुष्य को बताया जाता है उसका धरती पर जन्म लेने का मूल उद्देश्य क्या है
सदगुर रामपाल महाराज की पूर्ण परमात्मा है।
जय हो संत रामपाल जी भगवान की
कबीर परमेश्वर जी ने फिर बताया है कि:- बिन उपदेश अचम्भ है, क्यों जिवत हैं प्राण। भक्ति बिना कहाँ ठौर है, ये नर नाहीं पाषाण। परमात्मा कबीर जी कह रहे हैं कि हे भोले मानव! मुझे आश्चर्य है कि बिना गुरू से दीक्षा लिए किस आशा को लेकर जीवित है। न तो शरीर तेरा है, यह भी त्यागकर जाएगा। फिर सम्पत्ति आपकी कैसे है?
कहा कबीर है नाम हमारा । तत्त्वज्ञान देने आए संसारा ।। सत्यलोक से हम चलि आए । जीव छुड़ावन जग में प्रकटाए ||
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रत्ती नहीं भार। सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजनहार।
कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष में रखे गए तीन दिवसीय(2,3,4)विशाल भंडारे में आप सभी देशवासी सादर आमंत्रित हैं। पहुंचे अपने नजदीकी आश्रम में और सुने उस पूर्ण संत के अमृत वचन जिन्हें सुनकर अपराधी भी अपराध छोड़ देते हैं और एक स्वस्थ समाज का निर्माण स्वत ही हो जाता है।
जय हो कबीर परमेश्वर की
आप सभी सादर आमंत्रित हैं। परिवार सहित आइए अपने नजदीकी आश्रम में और साक्षी बनें एक ऐसे अखण्ड पाठ के जो करोड़ों पापों का नाश कर देता है।
पूरे भारतवर्ष में केवल एक ही पूर्ण संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण कराए जी
बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की कृपा से 626 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में विशाल भंडारा एवं स्वैच्छिक रक्तदान शिविर तथा दहेज मुक्त विवाह का आयोजन 2, 3, 4 जून को आयोजित किया जा रहा है। आप सभी इस कार्यक्रम में सादर आमंत्रित हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj is the only true guru in this world.Who has complete spiritual knowledge
Sant rampal ji maharaj puran sant hai 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
रक्त दान की ऐसी होड़ दूसरी जगह नज़र नहीं आयेगी 2, 3, 4 जून कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में रखे विशाल भंडारे में विशाल रक्त दान शिविर भी रखा गया है। रक्त की कमी से कोई मौत न हो इस सोच के साथ संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्यों में रक्त देने की होड़ लग जाती है।
जरूर पधारे पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की प्रकट दिवस 2,3 4 जून को अनेकों आश्रमों में मनाए जा रहे उनमे आप सभी सादर आमंत्रित है. 🙏
पूरे विश्व में अद्भुत विशाल भंडारा
जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुए ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में परमेश्वर कबीर जी तेजोमय रूप में आकर काशी के लहरतारा तालाब में बालक रूप में कमल के फूल पर प्रकट हुए, इसके प्रत्यक्ष दृष्टा ऋषि अष्टानन्द जी थे। वहाँ से नीरू नीमा ने परमेश्वर कबीर जी को अपने घर ले आये।
बंदी छोड़ सतगुरु देव की जय हो सत साहिब जी 🤲🙏🏻🙇
Jay Ho bandi chhod ki 🙏🙏🙏
सत साहेब
कबीर परमेश्वर का कलयुग में प्रकट होना ज्येष्ठ मांस की पूर्णमासी सन् 1398(विक्रम संवत 1455) को पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब काशी में शिशु रूप में प्रकट हुए। साहेब होकर उतरे, बेटा काहू का नाहीं। जो बेटा होकर उतरे, वो साहेब भी नाहीं।। पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब सशरीर आये और अनेकों लीलाएं करके पुनः सशरीर सतलोक चले गए। क्योंकि पूर्ण परमात्मा कभी भी न जन्म लेता है और न उसकी मृत्यु होती है।
कबीर, मानुष जन्म दुर्लभ है, मिले न बारं-बार। तरवर से पत्ता टूट गिरे, बहुर ना लागे डार।। कबीर परमात्मा जी ने समझाया है कि हे मानव शरीरधारी प्राणी! यह मानव जन्म बार-बार नहीं मिलता। इस शरीर के रहते-रहते शुभ कर्म तथा परमात्मा की भक्ति कर, अन्यथा यह शरीर समाप्त हो गया तो आप पुनः मानव शरीर को प्राप्त नहीं कर पाओगे।
कबीर, "ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशीपुरी जल कमल पे डेरा तहां जुलाहे ने पाया।। मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरे हासी।।" 3 Days Left Kabir Prakat Diwas
बहुत सुंदर आश्रम है।
पूर्ण परमात्मा सन्त रामपाल जी महाराज जी हैं
कबीर,अगम निगम को खोज ले, बुद्धि विवेक विचार। उदय अस्त का राज मिले, तो भी बिन नाम बेगार।।
संत रामपाल जी महाराज जी शास्त्र अनुकूल ज्ञान देकर करोड़ों लोगों में नैतिकता, चरित्र व संस्कार का निर्माण कर रहे हैं और उनको जीने की नयी राह दे रहे हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी 2 से 4 जून 2023 को संत रामपात जी महाराज के सानिध्य में कबीर साहेब प्रकट दिवस मनाया जा रहा है जिसमें विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संपूर्ण विश्व को आमंत्रित किया गया है।🙏
Sant Rampal Ji Maharaj hi purn parmatma hai
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार। मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
⚡️वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है। 3 Days Left Kabir Prakat Diwas
सन् 1398 में ज्येष्ठ मास की पूर्णमासी को कबीर जी सशरीर प्रकट हुए थे उसी उपलक्ष्य में कबीर परमेश्वर का प्रकट दिवस मनाया जाएगा।
जय हो बंदी छोड़ की
स्वामी रामानंद जी को कबीर साहेब जी बताते है कि मेरा शरीर ना तो पांच तत्व का बना है और ना ही मेरा जन्म हुआ है, मैं तो जीवों के उद्धार के लिए सशरीर प्रकट हुआ हूँ। पाँच तत्व की देह ना मेरी, ना कोई माता जाया। जीव उदारन तुम को तारन, सीधा जग में आया।। - कबीर सागर - अध्याय "अगम निगम बोध" पृष्ठ 34 सन् 1398 में ज्येष्ठ मास की पूर्णमासी को कबीर जी सशरीर प्रकट हुए थे उसी उपलक्ष्य में कबीर परमेश्वर का प्रकट दिवस मनाया जाएगा।
शिशु कबीर परमेश्वर द्वारा कुंवारी गाय का दूध पीने का वर्णन परमेश्वर जब पृथ्वी पर शिशु रूप में प्रकट होते हैं तो उनकी परवरिश कुंवारी गाय के दूध द्वारा होती है। गरीब शिव उतरे शिवपुरी से, अविगत बदन विनोद। महके कमल खुशी भये, लिया ईश कूं गोद।
सत साहेब जी 🙏
Kabir saheb ji prakat diwas 2023 me jarur aaye ..🙏😍🤩
Kabir is Supreme God
सी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के लिए गए हुए थे। वहां नीरू - नीमा को कमल कंद फूल पर शिशु रूप में कबीर परमात्मा मिले थे। उसी दिन को कबीर प्रकट दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। 3 Days Left Kabir Prakat Diwas
Satguru Rampal Ji Maharaj ki Jai Ho 🙏 Koti koti dandvat pranam Malik 🙏 True & Real authentic spiritual knowledge given by Sant Rampal Ji Maharaj, Sant Rampal Ji Maharaj is incarnation of God Kabir Saheb. "Jeev hamari jaati hai, Manav Dharm hamara Hindu Muslim Sikh isai, Dharm nahin koi nyara" If you want to get the welfare of your life & salvation, you want to move towards true devotion, which will remove the disease of your birth and death, it will also benefit in worldly happiness Must watch Sadhana TV - 07:30 PM Shraddha TV - 02:00 PM
Kabir is real god 🙏
कबीर, "ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशीपुरी जल कमल पे डेरा तहां जुलाहे ने पाया।। मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरे हासी।।"
Sat saheb ji
अनोखा समागम
prmatma ki daya se maha samagam
Nice
कबीर परमात्मा माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेते, ना ही उनकी कोई पत्नी थी। क्योंकि वे तो सबके उत्पत्तिकर्ता हैं। ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में प्रमाण है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है।
Very nice truest knowledge
शिशु कबीर परमेश्वर द्वारा कुंवारी गाय का दूध पीने का वर्णन परमेश्वर जब पृथ्वी पर शिशु रूप में प्रकट होते हैं तो उनकी परवरिश कुंवारी गाय के दूध द्वारा होती है। गरीब शिव उतरे शिवपुरी से, अविगत बदन विनोद। महके कमल खुशी भये, लिया ईश कूं गोद। सात बार चर्चा करी, बोले बालक बैन। शिव कूं कर मस्तक धरया, ला मोमन एक धैन। गरीब अन ब्यावर कूं दूहत है, दूध दिया तत्काल। पीवै बालक ब्रह्मगति, तहाँ शिव भये दयाल।।
7:10 Very Nice Bhandara
হম হৈঁ সত্যলোক কে বাসী, দাস কহায়ে প্রগট ভয়ে কাশী। নহীঁ বাপ না মাতা জায়ে, জব গতিহী সে হম চল আয়ে।। কবীর পরমাত্মা সতলোক থেকে স্বয়ং আসেন এবং নিজের নিজধাম সম্পর্কে স্বয়ংই পরিচয় করান।
अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड में बंदीछोड़ कहाए सो तो एक कबीर हैं जननी जने न माए
Supreme god is Kabir 🙏❤️❤️🙏 9
Suprem God is Kabir 🙏
Kabir is God
Anmol knowledge
❤
कबीर परमात्मा माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेते, ना ही उनकी कोई पत्नी थी। क्योंकि वे तो सबके उत्पत्तिकर्ता हैं। ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में प्रमाण है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है। कबीर, "ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशीपुरी जल कमल पे डेरा तहां जुलाहे ने पाया।। मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरे हासी।।"
Anmol gan
⚡️स्वामी रामानन्द जी ने पाँच वर्षीय बालक कबीर जी से प्रश्न किया। हे बालक! आपका क्या नाम है,कौन जाति है,भक्ति पंथ (मार्ग) कौन है? बालक कबीर जी ने भी आधीनता से उत्तर दिया :- जाति मेरी जगत्गुरु, परमेश्वर है पंथ। गरीबदास लिखित पढे, मेरा नाम निरंजन कंत।। हे स्वामी सृष्टा मैं सृष्टि मेरे तीर। दास गरीब अधर बसूँ अविगत सत् कबीर।। गोता मारूं स्वर्ग में जा पैठूं पाताल। गरीब दास ढूंढत फिरू हीरे माणिक लाल।।
गरीब, फाई, सुरत मलुक की वेष, ये ठग्गी ठगवाडा देश। खड़ा स्याना बहुता बार, धानक रूप रहा करतार।।
Supreme God is Kabir
Nice news
4 জুন 2023, 626- তম কবীর প্রকট দিবস। গরীব,না সতগুরু জননী জনে, উনকে মা না বাপ। পিণ্ড ব্রহ্মাণ্ড সে অগম হৈ,জহাঁ ন তীনোঁ তাপ।। 4 जून, 626वां कबीर साहेब प्रकट दिवस गरीब, ना सतगुरु जननी जने, उनके माँ न बाप। पिंड ब्रह्मण्ड से अगम है, जहाँ न तीनों ताप।
Very nice
🙏🙏🙏
There is an evidence in Rigved- Mandal 9,Sukt 1,Mantra 9,that Supreme God Himself appears in the form of an infant and does a divine play. At that time,He is nurtured through the milk of maiden cows, which becomes possible because of His divine grace
Sab gyan so gyandi Kabir gyan so gyan jaise Gola tof ka karta chale maidan
🙏🙏
Kabir Prakat diwas 2 3 4 June
Man's janma durlab hai Mile n barm bar tarber se patta tut gire bhorn lagata dhar
सतगुरू के दरबार मे कमी काहेकी ना
Pure tarike se farji rampal 😂😂
जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
Sat saheb ji
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुए ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में परमेश्वर कबीर जी तेजोमय रूप में आकर काशी के लहरतारा तालाब में बालक रूप में कमल के फूल पर प्रकट हुए, इसके प्रत्यक्ष दृष्टा ऋषि अष्टानन्द जी थे। वहाँ से नीरू नीमा ने परमेश्वर कबीर जी को अपने घर ले आये।
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार। मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
❤
There is an evidence in Rigved- Mandal 9,Sukt 1,Mantra 9,that Supreme God Himself appears in the form of an infant and does a divine play. At that time,He is nurtured through the milk of maiden cows, which becomes possible because of His divine grace
Kabir is God
जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुए ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में परमेश्वर कबीर जी तेजोमय रूप में आकर काशी के लहरतारा तालाब में बालक रूप में कमल के फूल पर प्रकट हुए, इसके प्रत्यक्ष दृष्टा ऋषि अष्टानन्द जी थे। वहाँ से नीरू नीमा ने परमेश्वर कबीर जी को अपने घर ले आये।