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स्त्री की आसक्ति कैसे छूटे? || How to leave a woman's attachment? || संत श्री रमाशंकर साहेब

#yatindrasaheb
#khushhalzindagitv
स्त्री की आसक्ति कैसे छूटे?
How to leave a woman's attachment?
स्त्री आपकी आसक्ति है की शक्ति है!
क्या स्त्री वासना की देवी है?
कुदरती तौर पर देखा जाए तो मनुष्य प्रजाति में स्त्री को सुंदर होने का खिताब मिला हुआ है बनिस्बत पुरुष के। आवाज से लेकर शरीर का रंग-रूप, सांचा-ढांचा, चाल-चलन, हाव-भाव कुछ इस कदर के होते हैं कि विपरीत लिंगी पुरुष सहज ही आकर्षित हो जाता है और यह एकदम कुदरती है। और ऐसा नहीं है कि केवल पुरुष ही स्त्री में आसक्त होते हैं बल्कि इसका उल्टा भी जबरदस्त होता है। अब 100 टके का सवाल खड़ा होता है क्या स्त्री और पुरुष परस्पर शरीर में आकर्षित होकर क्या सताही तल पर ही नहीं जी रहे हैं, जिन्हें गहरे में उतरकर परम शांति और परम आनंद का अनुभव करना चाहिए, वह केवल शरीर के तल पर ही खेल-खिलवाड़ करते रह जाते हैं। शरीर चाहे स्त्री का हो या पुरुष का सबसे पहले समझना है कि शरीर और शरीर से जुड़े संसार की आसक्ति से विरक्ति होकर स्वयं की आत्म शक्ति को कैसे जगाएं ताकि अपना मनुष्य जन्म सार्थक कर सकें। इन्हीं सब बातों के मद्देनजर तमाम बातें पूरी वीडियो में आई हुई हैं। आपको बहुत बारीकी से, समझदारी पूर्वक शुरू से लेकर आखिरी तक इस वीडियो को देखना है और उसके बाद अपने अपनों को ज्यादा से ज्यादा शेयर करना है ताकि दुनिया भर की खुराफात बंद हो सके और आदमी अपने आप से मुलाकात कर सके। वीडियो देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें और फिर ज्यादा से ज्यादा शेयर करना हरगिज ना भूलें।👇
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Пікірлер: 30

  • @pawankumar-en4be
    @pawankumar-en4be7 ай бұрын

    Saheb bandgi

  • @PrabhuramNisad-kr6ef
    @PrabhuramNisad-kr6ef9 ай бұрын

    साहेब बादगी साहेब गुरुदेव के पवन चरणो मे

  • @user-yv2xi3ou1j
    @user-yv2xi3ou1j8 ай бұрын

    गुरु जी सादर प्रणाम आपको बहुत बहुत धन्यवाद मैं आपके सभी सत्संग सुनते हैं लेकिन ऐ बताये आप कहां से सत्संग प्रवचन भेजते हैं

  • @sureshkukade9108
    @sureshkukade91088 ай бұрын

    महाराज सब बराबर है लेकिन सुंदर ता कि आसक्ती बनाने वाले कि कमाल है संत कबिर सभी नहि हो सकता :

  • @harekrishnaprasad6327
    @harekrishnaprasad63279 ай бұрын

    साहब बंदगी ❤❤❤🙏🙏🙏⚘⚘⚘ इस मानव तन की यही विशेषता है की स्वाध्याय आत्म चिंतन करता हुआ गुरु के ज्ञान के द्वारा भवसागर से मुक्त होने का प्रयास करें यही हमारे जीवन की सार्थकता है l मानव तन में आए हुए समस्त प्राणियों से मेरी विनती है, आप सभी स्व चिंतन मनन करें गुरु से युक्ति (तरीका) जान ले l तभी आपके जीवन की विशेषता है l अन्यथा आया कबीरा फिर गया, झूठा है हंकार l जीवन को यूं ही व्यर्थ में बर्बाद ना करें यह मानव शरीर बहुत ही कीमती है इसका कोई कीमत चुकाना किसी के संभव या बस की बात नहीं है यह प्रकृति हम सभी मानव तन में आए प्राणियों को यह सौभाग्य प्रदान की है l🙏🙏🙏❤❤❤

  • @satyendrabairagi3079

    @satyendrabairagi3079

    8 ай бұрын

    .

  • @sompalsingh2575
    @sompalsingh25759 ай бұрын

    साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी

  • @shailendrasinghchetanya208
    @shailendrasinghchetanya2089 ай бұрын

    Saty hai ji

  • @Jagannath-pp8zc
    @Jagannath-pp8zc9 ай бұрын

    Jagannath

  • @ghanshyamthakur5690
    @ghanshyamthakur56909 ай бұрын

    साहेब बंदगी‌ ।कबीर साहेब को बारम्बार प्रणाम ।

  • @kanti897
    @kanti8979 ай бұрын

    જયહો

  • @TulsiDasmahant-wt6xg
    @TulsiDasmahant-wt6xg2 ай бұрын

    Sukriya saheb bndgi

  • @user-df6bg9ih1o
    @user-df6bg9ih1o9 ай бұрын

    Aapke charanon mein Sahib bandagi

  • @ghanshyamthakur5690
    @ghanshyamthakur56909 ай бұрын

    पंचान्वे साल वाले साधु संत मछली खाए कि नहीं उसका जिक्र नहीं किये बाबा । यों तो जो अपनी इच्छा को मन को दबाकर रखता है वह मरन काल में भोग कर मरता है। जिसका मन लालसा किसी खाश वस्तु पर नहीं रहता मरन काल में ‌वह नहीं भोगता है । अस्तु मन को दबाकर नहीं रखना चाहिए!!! सत्य मेव जयते ऊँ गुरु वे नमः वन्दे मातरम् सत्यम शिवम सुंदरम् ।

  • @harekrishnaprasad6327

    @harekrishnaprasad6327

    9 ай бұрын

    सतगुरु की वाणी है की मांस मछरिया खात हैं सुरापान समेंत वह नर नरक ही जाएंगे माता-पिता समेत l किसी भी प्राणियों का मांस खाना माहापाप है l वैसे लोग कभी भी मुक्त नहीं हो सकते मांसाहार का त्याग करके गुरु से युक्ति ग्रहण करें तो यथासंभव समस्त मानव प्राणी मुक्त हो सकते हैं l यहां मन को मारना अनिवार्य है क्योंकि मन बुरे कर्मों की ओर आसक्त होता है l हमेशा मन की बात को मानने से मन बुराई की ओर लेकर जाता है और मनुष्य बहुत सारे पाप कर्म की गठरी अपने ऊपर लाद लेता है l अतः नशीले पदार्थ और मांसाहार पदार्थ का सेवन बंद करें, तभी मानव जीवन की सार्थकता है l 14:08

  • @kanti897
    @kanti8979 ай бұрын

    રમા..શંકર...મહારાજ..જયહો..

  • @manojkumar-jf5pb
    @manojkumar-jf5pb8 ай бұрын

    Manoj Kumar kakrauli pagare Basti

  • @user-eq8pz3mi5d
    @user-eq8pz3mi5d9 ай бұрын

    Kya yeh pravachan sun lene se aatmtal men aa jayenge?

  • @khushhalzindagitv

    @khushhalzindagitv

    9 ай бұрын

    हां बेसरते हृदय से सुन लेते हैं.... केवल दिमाग से सुनेंगे तो बहुत कम संभावना है!

  • @haribandhumahapatro6436
    @haribandhumahapatro64369 ай бұрын

    नमस्ते,अगर हम ही परमात्मा है मां के पेट में हमें कौन बनाया है?

  • @awdheshvishwakarma7990
    @awdheshvishwakarma79909 ай бұрын

    साहिब बादिग्गी

  • @rishisahu9174
    @rishisahu91749 ай бұрын

    💐 Saheb Bandagi 💐

  • @ramdeeng3490
    @ramdeeng34909 ай бұрын

    Sahab Bandagi

  • @akshatbharti5187
    @akshatbharti51879 ай бұрын

    Saheb bandagi Saheb

  • @mrashokkumaryadav

    @mrashokkumaryadav

    9 ай бұрын

    SAcha,gyan

  • @gonaurram8480
    @gonaurram84809 ай бұрын

    u t Achha. hai,parantu Kabir Saheb ka updesh bahut Achha hai,parantu Charbak aur Gautam Budha ke updesh bhi samjhaiye.

  • @user-ln2oc3uz4y
    @user-ln2oc3uz4y9 ай бұрын

    साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी देवराज गुर्जर टोंक राजस्थान

  • @satyajeetsahu6571
    @satyajeetsahu65719 ай бұрын

    सकल संत को साहेब बंदगी साहेब 🙏🙏🙏

  • @user-be2zr7zi1c
    @user-be2zr7zi1c21 күн бұрын

    आप ज्ञान की बात करते हो परंतु राम और हनुमान के प्रति आप का मत गलत है आप ज्ञानी होकर मूर्ख की तरह भेड़ भाव की दृष्टि है

  • @harishadiwal9079
    @harishadiwal90799 ай бұрын

    Sahebji.try.bar.bandgi

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