Shri Kali Mata Mandir Moradabad | श्री काली माता मंदिर मुरादाबाद |श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा 13मढ़ी
मुरादाबाद शहर के रामगंगा तट के समीप लालबाग नामक स्थान पर श्री काली देवी जी का प्राचीन सिद्धपीठ श्री काली माता मन्दिर स्थित है । लगभग 400 वर्ष पूर्व ब्रिटिश शासन से भी पहले इस स्थान पर नागा साधू मिश्री गिरी जी ने जो की बंगाल से आये थे, पूजा - पाठ के लिए रामगंगा के तट पर एक मठ का निर्माण करवाया । कालान्तर में नागा साधू मिश्री गिरी जी के ब्रह्मलीन होने (गौलोकवास) के उपरान्त यह स्थान श्री श्री १००८ मिश्री गिरि जी का टीला प्राचीन सिद्धपीठ श्री काली माता के मन्दिर के रुप में विकसित हुआ । तभी से इस स्थान पर श्री काली माता के दो मन्दिर प्रमुख रूप से स्थित हैं जिन्हें क्रमश: छोटी काली माँ तथा बड़ी काली माँ के नाम से जाना जाता है । इन मन्दिरों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ काली माँ के अन्य मन्दिरों की भाँति पशु - बलि इत्यादि कर्मकाण्डों का प्रचलन नहीं है। बल्कि यहाँ बलि के स्थान पर नारियल चड़ाये जाते है ।
यहाँ की पूजा सात्विक है ।इन दोनों मन्दिरों के निकट प्राचीन समय से वर्तमान में हुए 29 नागा साधुओं की समाधियाँ हैं एवं कुछ अन्य साधूओं को जल समाधि दी गयी थी जिस कारणवश उनकी समाधियों का मन्दिर मे अभाव है।
तथा प्राचीनकाल से आज तक सर्वप्रथम आरती माँ नौ देवी (छोटी काली माँ, जो रामगंगा से निकली थी ) की होती है यह मन्दिर नीचे बना हुआ है अतः इस मन्दिर के बराबर में वर्तमान मे गुरुद्वारा स्थापित है। तत्पश्चात टीले पर विराजमान बड़ी काली माँ की आरती होती है, प्राचीनकाल मे नीचे मन्दिर से आरती होने के बाद यह आरती जमीन में बनीं सुरंग (गुफा) से गुजरकर ऊपर टीले वाली माँ काली की आरती के लिये जाया करती थी, परन्तु अब मन्दिर के बराबर में बनें गुरुद्वारे के Basement के कारण इस सुरंग को बंद कर दिया गया है।
नौ देवी माँ की प्रतिमा के बराबर में माँ कामाख्या देवी का श्री विग्रह एवं शिवलिंग रूप मे नागा साधू की समाधि है एवं शनि देव शिला, नवग्रह देव, श्री वृहस्पतिदेव, हनुमान जी, श्री राम दरवार, शिव परिवार, कुआँ और गौशाला इत्यादि स्थापित है।
बड़ी काली माँ सिंह (शेर) के साथ है एवं पीछे भैरवनाथ एवं दुर्गा जी का श्री विग्रह है एवं साथ ही साथ श्री बटुक भैरवनाथ जी, कालका माई का धूना, हनुमान जी अपने पुत्र मकरध्वज के साथ, श्री गुरुदत्तात्रेय जी, कुआँ और गौशाला इत्यादी स्थापित है।
श्री काली माता मन्दिर रामगंगा के तट पर स्थित है एवं मन्दिर के बराबर मे शमशान घाट है जिसमे महादेव जी का श्री विग्रह है। शमशान घाट के बराबर मे श्री शमशानेश्वर महाकाल भैरवनाथ मन्दिर है जिसमे भैरोनाथ जी के बराबर मे माँ तारारानी, माँ सरस्वती, संजीवनी बूटी लिये हनुमान जी एवं गुरु गौरखनाथ जी मुख्य रूप से विराजित है, श्री काली माता मन्दिर के सामने सिद्धपीठ श्री बाला जी हठीले हनुमान मन्दिर है जिसमे श्री बाला जी महाराज जी के साथ-साथ माता अंजनी, माँ शेरावाली, श्री सीताराम जी, हनुमान जी, हाथी पर सवार गुरु वृहस्पतिदेव जी, श्री शिव परिवार और श्री भैरवनाथ जी मुख्य रूप से सुशोभित है एवं इन मन्दिरो के साथ ही साथ यहाँ श्री संतोषी माता मन्दिर, गंगा मन्दिर, महर्षि दयानंद सरस्वती आश्रम जो की डंडी साधुओं के द्वारा बनबाया गया था और यहाँ कामधेनु गौ माता का मन्दिर , गुरुद्वारा व शनिदेव मन्दिर इत्यादि है । लालबाग स्थित काली माता मन्दिर के बारे में मान्यता है कि भक्तगण यदि पवित्र हृदय से माँ की उपासना करें , तो उन्हें मनवांछित फल की प्राप्ति होती है । इसी मान्यतावश यहाँ विभिन्न पर्वों पर हजारों की संख्या में लोग श्री काली माँ की उपासना के लिए आते हैं । एवं यहाँ दूर दूर से श्रद्धालु आकर बच्चो के मुन्डन भी करवाते है।यह मन्दिर पंच दशनाम् जुना अखाड़ा 13 मढ़ी श्री श्री १००८ मिश्री गिरि जी का टीला प्राचीन सिद्धपीठ श्री काली माता मन्दिर लालबाग मुरादाबाद के नाम से प्रसिद्ध है।
#श्रीकालीमातामन्दिरमुरादाबाद
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Jai mata di nice video
Jai mata di
Om namo narayan
Jai mata di🙏🙏🥰♥️
बहुत सुंदर व्याख्या करी भैया जी। माता की कृपा बनी रहे आप पर 🧡
Jai mata di🙇🙇
Jay Mata di
जय माता दी 🙏❤️
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 बहुत सुंदर प्रस्तुति❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Jai mata ki....jai jai ambe 🌸🌸🌺🌺🌺🙏🔱
Kya baat hai sourabh bhaiya🙏❤❤❤❤❤❤❤
Jai mata di🙏🙏
Jai mata di 🙏🙏❤❤🙏❤🙏💐💐💐💐
AMAZING SOURABH BHAIYA 🙏🙂❤️
Jai Maa Durga ❤
Ya mere ghar ka pass bahut
दिल्ली के कालकाजी मंदिर की पूरी जानकारी | Kalkaji Temple in Delhi | Shri Kalkaji Mandir Delhi kzread.info/dash/bejne/c66I15ieXbadYKg.html
यह रामापुर से माधव राज विश्वकर्मा के महाराज