Sati Anusuya Ashram Chitrakoot Dham सती अनुसुइया आश्रम चित्रकूट धाम
सती अनसूया चित्रकूट / सती अनुसुइया / सती अनसूया मंदिर / परमहंस आश्रम चित्रकूट
सती अनसूया मंदिर चित्रकूट की एक अद्भुत जगह है। यहां पर आपको प्रकृति का अनोखा दृश्य और एक भव्य मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो माता सती अनुसुइया को समर्पित है। यहां पर परमहंसी आश्रम आपको देखने के लिए मिलता है। परमहंसी आश्रम में माता सती अनुसुइया जी का मंदिर है। मंदिर के अंदर आपको संतों की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर की दीवारों पर आपको रामायण के बहुत सारे दृश्यों को चित्रों के माध्यम से और मूर्तियों के माध्यम से दर्शाया गया है।
सती अनुसुइया का महत्व - Importance of Sati Anusuiya
मान्यताओं के अनुसार त्रिदेव पूज्य महर्षि अत्रि एवं माता अनसूया की तपोस्थली है। इसी स्थान पर माता अनुसुइया ने अपने तप के बल से ब्रह्मा जी विष्णु जी और शंकर जी को बालक के रूप में परिवर्तित कर दिया था और यहीं पर माता अनुसुइया ने माता सीता को पति धर्म के गूढ उपदेश दिए थे। यहीं पर माता अनुसुइया के तपोबल से मंदाकिनी गंगा का उद्गम हुआ था।
सती अनसूया पर परमहंसी आश्रम या मंदिर बहुत बड़ा और बहुत ही भव्य है। इस मंदिर के सबसे ऊपर आपको सप्त ऋषि देखने के लिए मिलते हैं। यह सप्त ऋषि के नाम भी लिखे हुए हैं। यहां पर आपको सात अलग-अलग खंड देखने के लिए मिलते हैं। आप मंदिर के एक तरफ देखते हैं, तो आपको एक विशाल रथ देखने के लिए मिलता है। यह रथ बहुत ही खूबसूरती से यहां पर बनाया गया है। इस रथ में राम जी सवार हैं। इस रथ को इंद्र जी ने राम जी को तब दिया था। जब राम जी रावण से युद्ध करने के लिए गए थे।
मंदिर के बाहर आपको राम भगवान जी की खूबसूरत प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है, जो दीवार पर बनाई गई है। मंदिर के बाहर एक शिवलिंग विराजमान हैं। आप उनके दर्शन कर सकते हैं। शिवलिंग के दर्शन करके आप मंदिर में प्रवेश करते हैं।
सबसे पहले आपको यहां पर संत के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। संत का मुझे नाम याद नहीं है। मगर यहां पर आपको ढेर सारे संतो के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर संतो के दर्शन करने से मन को शांति मिलती है और अच्छा लगता है। इसके अलावा यहां पर आपको सती अनसूया माता का मंदिर देखने के लिए मरता है। यहां पर सती माता की बहुत ही सुंदर प्रतिमा विराजमान है। यहां पर सती अनसूया माता जी सीता माता को सतीत्व का पाठ पढ़ाया था। आपको यहां पर सीता माता की और सती अनसूया माता की प्रतिमा देखने के लिए मिल जाती है। जब सती अनसूया माता सीता माता को सतीत्व का पाठ पढ़ा रही थी। यहां पर मूर्ति के द्वारा उस दृश्य का चित्रण किया गया है। वह प्रतिमा भी बहुत अच्छी लगती है। इसके अलावा यहां पर रामायण के बहुत सारे घटनाओं का उल्लेख करते हुए चित्र को बनाया गया है और मूर्तियों को बनाया गया है। वह भी आप यहां पर देख सकते हैं।
इस मंदिर में आपको वजन नापने की मशीन भी मिलती है, जिसमें आपको पैसे डालने पड़ते हैं और आपका वजन मशीन बता देती है। हम लोगों ने भी अपना यहां पर वजन चेक किया। इसके बाद हम लोग मंदिर के बाहर आ गए और मंदाकिनी नदी के दृश्य को देखने लगे। यहां पर मंदाकिनी नदी बहुत ही खूबसूरत लगती है।
यहां पर श्री माता महा सती अनसूया जी का प्राचीन मंदिर है और यहां पर अत्रि ऋषि और दत्तात्रेय जी का भी मंदिर देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर हनुमान जी का मंदिर भी आपको देखने के लिए मिल जाता है।
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Jai sati Anusuiya
Bahut shandar
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏