सरकार की सबसे बड़ी साजिश मैं फस गया किसान अब एक ही बचा उपाय.!
कुलदीप के साथ खेती किसान की बात।
सरकार की बड़ी सा जिसमें फस गया किसान अब रह गया केवल एक ही उपाय।
नमस्कार किसान भाइयों इस वीडियो में किस की स्थिति आजकल कितनी बेकार हो रही है यह दर्शाया गया है कि सरकार चुनाव के समय जो वादे करती है जो सपने किस को दिखाए जाते हैं वह कभी पूरे नहीं किए जाते चाहे वह समस्त कर्ज माफी का हो या फ्री नलकूप की बिजली देना हो या गन्ना मूल्य बढ़ाना हो या दवाइयां पर सब्सिडी अच्छी प्रकार से देनी हो यह सब नहीं किया जाता उधर सब कुछ महंगा होता जा रहा है जैसे डीजल पेट्रोल खेत की दवाइयां खेत की लेबर जुटा आदि सब कुछ महंगा होने के कारण किसान एक भुखमरी के कगार पर आ गया है जिसमें उसकी मजदूरी भी नहीं निकल रही है अतः सरकार से निवेदन है कि गाने का समर्थन मूल्य ₹50 बढ़ाकर किसानों की हक में कुछ ना कुछ वृद्धि करें उधर मिल मालिक पिछले गत वर्ष की तरह ही पिछले भुगतान पर ही किसानों का पेमेंट कर रहे हैं जिससे वह किसानों में नाराज की देखने को मिल रही है जिससे उनकी लागत भी कुछ नहीं आ रही है।Farmer's talk with Kuldeep.
The farmer is trapped in the huge trap of the government, now only one solution is left.
Hello farmer brothers, in this video it has been shown that the promises made by the government at the time of elections and the dreams shown to others are never fulfilled, whether it is all loan waiver or free loan. Whether it is providing tube well electricity or increasing the price of sugarcane or giving subsidy on medicines, all this is not done properly. On the other hand, everything is becoming expensive like diesel, petrol, farm medicines, farm labor, etc. Due to everything becoming expensive, the farmers One is on the verge of starvation in which he is not even getting his wages, hence the government is requested to increase the rights of the farmers by increasing the support price of the song by ₹ 50. On the other hand, the mill owner is not paying the same as last year on the previous payment. They are paying the same amount to the farmers due to which they are getting angry among the farmers due to which their cost is also not coming to fruition.
#किसानों का गन्ना मूल्य ₹450
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Пікірлер: 28
Nice video ❤❤
You are right
❤❤ right
100√√correct jai jaban jai kisan
❤❤❤❤❤
Aap jaise kishan Bhai ko naman hai
Right brother Jay Javan Jay kishan
Shi baat hai ❤
Right Brother👍
Bilkul sahi baat
Sahi baat bhaiyaji cylinder rate 901rs ha
Bhai aap ne to saro ki sari pool Kolkata ke rak di Jai kisan Jai kisan
Bhai bilkulsahi bat Dil chooliya aap ki bat ne to thanku
Kitano ke liye mahant karte raho bhai
Kon si nyi baat kri tanne 2 bar to subscribe krne ko bol diya ja apna kam kr faltu ka time waste
@kuldeepsoam9837
5 ай бұрын
नमस्कार भाई। भाई हमने तो सच्चाई बताई है जो किसानों के सामने आजकल आ रही है किसान बहुत ज्यादा परेशान है गन्ना मूल्य न बढ़ाने की वजह से पिछले साल की तर्ज पर ही गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा रहा है रही बात चैनल सब्सक्राइब करने की तो बड़े भाई वह आपकी इच्छा है अगर आपको बात सही लगती है तो आप सब्सक्राइब करें और नहीं लगती है तो कोई बात नहीं है हम तो केवल आपसे निवेदन कर सकते हैं कोई जबरदस्ती नहीं।। धन्यवाद।।
@DEEPAKKUMAR-ie7jb
5 ай бұрын
Bhai smsya tum log khud ho sarkar ko dosh mt do wo to apni krni mae pure dale bagel rhi h, pr tmne bhi to ganda bone mae kasar ni kr rakhi jib nu pta k ek fasal ki market mar kute jaise value h to fer kyu lga rhe ho use hi bar bar taki krna Na pade,, 50 fasal mai ginwa dunga m jo ganne ko bahut acha viklap h maine apne gaon se 400 beeghe gnna ukhadwa diya hai aur aaj sare kisan bahut khus hai balki ek ne to truck kharid liye
@kuldeepsoam9837
5 ай бұрын
@@DEEPAKKUMAR-ie7jb भाई हर जगह हर फसल नहीं हो सकती पश्चिमी उत्तर प्रदेश खासकर मेरठ और मुजफ्फरनगर के बीच का क्षेत्र में गन्ना ही उगाया जाता है क्योंकि यह गाना बेल्ट है कोई भी व्यक्ति इस गाने से अलग फसल नहीं होता इसलिए हम भी अलग फसल नहीं बोल सकते हैं कुछ जगह पर मूंगफली बोई जाती है वहां पर गन्ना नहीं बोया जाता है कहीं पर धान बोई जाती है कहीं पर आलू बाय जाते हैं यह सब क्षेत्र पर निर्धारित करता है इसलिए हमारे यहां गन्ना बेल्ट है हम और कोई फसल नहीं बोल सकते नहीं तो गन्ने के बीच में काफी जंगली जानवर होते हैं और वह सारी फसल को नष्ट कर
भाई। आप। को। किसी। ने। केमड। किया। ह।कि। आप। खेति। करते। हो। या। राजनिति। में। इस। भाइ।से। पुछता। हू। अगर। आप। भाजपा। सरकार। हो। तो। आप। किसानों। गन्ना। का। भाव। खोलवाये। ओर। आप। को। सभी। किसान। धन्यवाद, देगे।।
@yaariyan1088
5 ай бұрын
5:20
खेती कर रहे हैं या राजनीति?
@kuldeepsoam9837
5 ай бұрын
राम राम भाई।
@kuldeepsoam9837
5 ай бұрын
राम राम भाई भाई हम लोग किसान और खेती ही करते हैं पर खेती किसने की राजनीतिक लोगों के हाथ में है जिसका समर्थन मूल्य केवल सत्ताधारी पार्टी ही बढ़ती है आप ही बताएं गाने का मूल्य मात्र 8 साल में ₹35 बढ़ा जबकि मजदूरी डीजल दवाइयां खाद उर्वरक 2 से 3 गुना महंगे हो गए हैं किसान सड़कों पर है कि हमारे गाने का मूल्य बढ़ा दिया जाए पंजाब हरियाणा में सबसे ऊपर गन्ने का मूल्य है लेकिन यूपी में सबसे निचले स्तर पर है आप ही बताइए क्या हमारी बात गलत है। सरकार कर्ज माफ करती है छूट जो लेकर नहीं देते हैं उनका करती है हम जैसे ईमानदार जो बच्चों का पेट काटकर समय पर ब्याज भरते हैं उनको कोई भी लाभ नहीं दिया जाता ऐसी सरकार पर गुस्सा नहीं आएगा तो फिर क्या आएगा।
@AmarSingh-uj2nx
5 ай бұрын
@@kuldeepsoam9837 खेती सबसे उत्तम धंधा हैं खेती किसी सरकार या रिस्तेदारो के भरोसे नहीं की जाती अपने बलबूते पर की जाती है ऐसी खेती न करो जो सरकार के भरोसे की जाये।सत्य कुछ कड़वा होता है
@sunilsihag244
5 ай бұрын
@@AmarSingh-uj2nxभौंडी के खेती का ख भी नहीं जानता है तू,सरकारी दल्ला है क्या तू खेती सरकारों पर ही डिपेंड ह, एमएसपी सरकार निर्धारित करती है किसान नहीं कर सकता