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संतप्रवर श्री अभिलाष साहेब
(17/08/1933 - 26/09/2012)
मानव मात्र ही नहीं प्राणी मात्र को अपने प्रेम के आयाम में समेट लेने वाले संत सम्राट सद्गुरु कबीर साहेब की परंपरा में परम पूज्य गुरुदेव संत श्री अभिलाष साहेब जी महान संतों में से एक हैं। सद्गुरु कबीर के पारख सिद्धांत को भारत में प्रचार-प्रसार करने में पूज्य गुरुदेव का अतुलनीय योगदान है। आपका जन्म उ0 प्र0 के जिला सिद्धार्थ नगर के खानतारा ग्राम में दिनांक 17 अगस्त 1933 तदनुसार भाद्र कृष्ण द्वादशी संवत 1990 दिन गुरुवार को हुआ।आपकी माता का नाम श्रीमती जगरानी देवी एवं पिता का नाम पं0 श्री दुर्गाप्रसाद शुक्ल जी जो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। पिता के सामाजिक व्यस्ततता के कारण आपकी विधिवत स्कुली शिक्षा नहीं हो पाई थी। आपने कक्षा एक में छह महीने तथा कक्षा दो में छह महीने की पढ़ाई की, किन्तु आपको किसी भी कक्षा में परीक्षा देने का अवसर नहीं मिला।
17 वर्ष की अवस्था में आप कबीरपंथ से परिचित हुए। आपने 21 वर्ष की अवस्था में गृहत्याग कर कबीर आश्रम बड़हरा, जिला गोंडा (उ0प्र0) के प्रसिद्ध महंत पूज्यपाद सद्गुरु श्री रामसूरत साहेब जी द्वारा साधुवेष की दीक्षा ली | कबीर पारख संस्थान इलाहाबाद के संस्थापक तथा बीजक व्याख्या, पंचग्रंथी टीका, योगदर्शन भाष्य, रामायण रहस्य, गीतासार, उपनिषद सौरभ, कबीर दर्शन, वेद क्या कहते हैं? कहत कबीर, धर्म को डुबाने वाला कौन?, ढ़ाई आखर, मोक्षशास्त्र, बूंद.बूंद अमृत, व्यवहार की कला आदि लगभग 100 प्रकार के सामाजिक, आध्यात्मिक एवं व्यावहारिक ग्रंथों के यशस्वी लेखक हैं। आपकी ओजस्वी वाणी में भारतीय संस्कृति के ऋषि मनीषियों के उद्गार समाहित रहते हैं।
परम पूज्य गुरुदेव श्री अभिलाष साहेब जी की निर्मल वाणियों से सभी वर्ग के लाखों लोग मानवीय गरिमा को समझकर जहां व्यावहारिक जीवन को सुख.शांति पूर्वक जीने में सफल हुए हैं वहीं अनेक साधक साधनामय जीवन जीते हुए कल्याण की दिशा में अग्रसर हुए हैं।
कबीर
विक्रमी संवत 1455-1575
सन-1398-1518
कबीर साहेब सन 1399 ई0 में शिशु रूप में काशी के लहरताला तालाब में जनश्रुति के अनुसार नीरू.नीमा जोलाहा दंपत्ति को मिले और उन्हीं द्वारा पाले-पोषे गये। आप अपने छुटपन से ही प्रखर बुद्धि के एवं चिंतनशील थे। शायद आपने स्वामी श्री रामानंद को अपना गुरु माना हो, परंतु आपका अपना वास्तविक गुरु स्वयं का विवेक था। आप आजीवन ब्रह्मचारी एवं विरक्त संत के रूप में रहे। आपने सामाजिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक तीनों क्षेत्रों में आंदोलन किया। आपने मानव मात्र की एक जाति बताया, मानवता एक धर्म बताया तथा आत्मा को ही परमात्मा कहा। अपने आप पर संयम की कड़ाई तथा दूसरे प्राणियों के प्रति दया तथा प्रेम का बरताव - इन दोनों आचरणों को आपने अपने जीवन में उतारा तथा समाज को इसी की सीख दी। आपके व्यक्तित्व में कवि, सुधारक, क्रांतिकारी आदि अनेक रूप उभरे किन्तु आपका सबसे बड़ा रूप परमार्थ.लीन संत का है। इसीलिए आप भारतवर्ष में संत.शिरोमणि के रूप में मान्य हैं और आपका यह रूप विश्व में विख्यात है।
उनका मुख्य ग्रन्थ बीजक है, जिसकी अनेक टिकाएं उपलब्ध हैं, बीजक कबीर को एक बुद्धजीवी के रूप में प्रस्तुत करता है | उनके अंतिम दिन मगहर में आमी नदी के किनारे बीते | वे हिन्दू और मुस्लमान दोनों द्वारा पूज्य मने गए
KABIR
kabir saheb 1398-1518 A D
No authentic history of Kabir Saheb is available in historical texts. It is presumed he was born in 1398 AD in Lahartara of kashi, the present day Varanasi city of Uttar praesh in Northern India.As per prevalent among public it is said he was brought up by a muslim weaver couple named Niru and Nima in kashi.Kabir Saheb was fiercely intellectual and contemplative since his young age.Probably he opted Swami Ramanand, the orthodox Hindu monk of his time, as his guru but his own discretion was his true guru.He lived a life of a celibate and a devout saint all through out his life.
Пікірлер: 116
Sat Nam saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi
Saheb bandagi traybar.
Saheb bandagi guru ji 🙏
अनिल साहेब बंदगी आपका प्रवचन बहुत अच्छा लगा है 🙏🙏🙏
साहेब बंदगी साहेब जी
Satya hi Sabse bada dharam hai
Bahut nic saheb bangi
सभी आदरणीय संत समाज कबीर साहेब के विचारों को आगे ले जाने वाले जब आप हिंदू वेद शास्त्र में भगवानों की कमी निकाल के कबीर सब के विचारों को ताकत देते हैं यहीं से पता लग जाता है कन्ना कबीर साहब ने पाया ना अपने पाया आरजू कबीर साहब ने पाया आप जान भी नहीं सकते और जानोगे तो परेशान होंगे जैसे आज हो रहे हो जैसे गंगा गुड़ खाने के बाद बता नहीं सकता ऐसे ही आप जान नहीं सकते कबीर साहब में क्या खाया क्या पाया इतिहास उठा के देखो गुरु में जगह जगह भगवान ने बोल निकली है दंड दिया है जो भी उसकी बनाई हुई प्रकृति में हाथ डालता है छोटी छोटी माता बहनों से बड़े बड़े संत फकीरों को हराया है भगवान ने जैसे जो कुछ नहीं कर सकता वह नेता बन जाता है ऐसे ही संसार से भागे हुए लोग दुखी लोग साधु बन जाते हैं हजारों साधु बने हुए किसने कल किसी ने पिला किसने नीला किसी ने हर किसी ने गुलाबी झंडा बना लिया सारे संत एक जगह बैठ के अपने विचार नहीं मिल सकते एकता नहीं हो सकती उनमें जैसे एक ब्राह्मण एक ब्राह्मण को देखकर जलता है ऐसे ही शब्दों में एक दूसरे को देखकर तिरस्कार है एक साधु दूसरे साधु की बुराई कर रहा है कबीर सब जगह जगह जाकर ब्रह्म ज्ञान बताया करते थे मगर संसार उनके पास उनके पास हजारों समस्याएं लेकर आता था मेरी औलाद नहीं आदमी दारू पीता है घर में बरकत नहीं मैं दुनिया से पीछे रह गया इत्यादि और कबीर साहब परेशान हो जाते थे और कबीर साहब मैं परेशान होके कहा कहे कबीर मोहे अगम सूझे बिना चमत्कार कोई ना बुझे जब संसार पहले संसार में रहकर तरक्की करना चाहता है मैं चाहता है मेरा बच्चा तरक्की करें मेरा आदमी तरक्की करें और आप लोग उस आत्मा का झुंझुनू उस सुन ब्रह्म ज्ञान का झुंझुनू पकड़ के जो ज्ञान बांट रहे हो ना उससे कुछ नहीं होने वाला लोगों को भवसागर से पर करना अभी आपसे कोसो दूर है और आप लोग कबीर साहब को भी लज्जित कर रहे हैं कबीर सब ने एक जगह कहा है कि मेरी गाई गाओगे और दुनिया के धक्के खाओगे गुरु कैसे अपराध करता है गुरु चेले को निहता केसे कर देता उस के बरमे केसे घुसता है मां बाप बहन बेटी चाचा ताऊ का मेहतव क्यो नहीं बताता जैसे ही गुरु आदमी को चेला बनता है मां बाप ,भगवान अपनी उंगली छोड़ देते है यह आप को पता नही गुरु और और भगवान ने दया कृपा करके मुझे बताया है मैं सिद्ध कर सकता हूं ईसाई लोग इसलिए नहीं बन रहे कि उनको अंग्रेज आत्मा का ज्ञान कर रहे हैं जिस ग्रहे ने उन को घेरा हुआ है वह असुर सकती है जिसकी वजह से वह उन्नति नहीं कर रहा गिरजाघर में जाते ही भाग जाती है नहीं मानो तो किसी को भेज कर देख लो दूसरे धर्म में बुराई निकाल के आप भी टोली ही बना रहे हो और जो ज्ञान आप सुन रहे हो उसका बच्चा भी जानता है जो आदमी नहीं जान सकता वह बताओ कबीर साहब ने क्या किया यह भूल जाओ जहां गले में भगवान की फोटो होनी चाहिए मां आप की फोटो होनी चाहिए वाहेगुरु अपनी तस्वीर लटका देता है और वही से उसका नुकसान होना चालू हो जाता है इसीलिए भगवान के लिए कबीर साहब को मैं जान सकते हो ना जानोगे जुआ मत खेलो दारू मत पियो पैसा भी बचेगा इज्जत भी बचेगी यह तो कोई भी बता सकता है ढूंढो इतिहास में भगवान ने गुरु को जगा जगा भुल निकाली है केला बनाने का कितना बड़ा अपराध लगता है जानते हो आप लड़की पैदा करके उसको संसार में छोड़ दो क्या संसार उसको पालपोस के औरत बनने देगा कोठे पर बिठा देगा यह चिल्ली बना बना कि जो उल्टा सीधा ज्ञान दे रहे हो ना भगवान से टक्कर लेने का मां बाप से टक्कर लेने का इसे छोड़ दो भला चाहते हो तो नहीं तो देख लो इतिहास उठाकर जब जब भी भगवान की बनाई प्रकृति में किसी गुरु ने हाथ डाला उसको भगवान ने बक्शा नहीं आज भी जेल में है कितने गुरु और पहले वीडियो शुक्राचार्य की आंख फोड़ दी भगवान ने 52 अवतार धर के धन्यवाद,मनोज खरे, 9354 87 78 79
Bahut achchha saheb ji
Gurur Brahma gurur Vishnu guru Dev maheshwarah Guru sakshat Param Brahma tasmai Shri gurave namah.,....... Jai satyanaam
हामारा गूरू ही माहान धर्म,शक्ति का दिया हुआ ज्ञान का कर्म माहान
जयगुरुदेव साहेब जि🙏🙏
Jai Ho
बहुत बहुत ऐसा प्रवचन देने से मुझे बहुत आनंद आया है
धन्यबाद।स्वामी।अनिल।साहिब।बँदगी
जयगुरूदेव जी महाराजजी अनीलजी आपकी वाणी को उप मा देने के लिए हमारे पास कोई भी शब्द नही है लेकिन श्री माननीय सतंजी साहिब हमजैसे जीव । को भी इस भौतिक अज्ञानता से शीघ्र ही ऊबार ने की कृपा किजिये गुरुदेव आपके चर र्णारविंदो मे मेरा . कोटि कोटि सादर प्रणाम स्वीकार हो साहिब की वाणी सत्य और अमर अखंड है तो मेरा स्थिर अवगुण जो मुझमे है वो इसी छ न इसी पल मिट जाये और हमारे हद्रय मे आपकी असीम कृपा बनी रहे नमोः साहिब बदंगी
@ashokchhabra2119
2 жыл бұрын
1111111
Saheb bandagi sat Nam
सभी जीवों से प्रेम भाव,दया भाव रखना ही धर्म है,क्योंकि हर प्राणी में जीवात्मा है। भगवान तो एक ही है पर उनको भजने वाले अनेक हैं।।
@sunitakanfate7019
Жыл бұрын
Sl
धर्म की ऐसी व्याख्या अभी तक नहीं सुना। आपका धन्यवाद।
गंगा नहाए जमुना नहाये धुली न मन की मैल नहाये धोये कछू न मिला रह गए बैल के बैल
Saheb bandagi
V
मानव का सबसे बड़ा धर्म दया धर्म हमेशा दिल में दया रखनी चाहिए
@sunitanegi1896
2 жыл бұрын
jai satguru dyv
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺
Thank dada ❤️❤️❤️❤️❤️😘😘😘😘😂😂😂😂😂😂😂😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😭🔥👍😀👍😀👍😘👍😘👍👍😘🔥🔥🔥😘🔥👍😂👍😀🔥❤️🔥🔥😭🔥❤️👍😂👍❤️👍👍❤️👍❤️👍❤️👍👍😘
सदगुरु महराज की जय साहेब बंदगी साहेब बंदगी
Jai gurudev
Saheb bandgi saheb ji
साहेब बंदगी
Saheb bandagi saheb 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Sat Saheb Kabir Das ji ki Jay
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब जी ईन्दोर से
Sadar saheb bandagi saheb ji
Maharaj ji aap ke dwara kiya hua satsang bahut achha laga,yeh sat hai.
Sahab satnam👏👏🌹🌹
Sahib bandagi Sahib
💐🌹श्री सद्गुरु देव साहेब की जय 🌹💐 🙏🌹🙏संत समाज की जय 🙏🌹🙏 🙏🌹🙏 भक्त समाज की जय 🙏🌹🙏 💐🌹💐 साहब बंदगी 💐🌹💐
साहेब बंदगी साहेब
Dhan Dhan satguru Tera hi aasra sat kabir
Sab sant ke Naman Sahab bandagi 🙏 🙏🙏 Nepal se
Mahan ho
Sahib Ji bandgi
Bahut hi sundar jai hind🙏🙏
Sabase bara dharm insaniyat hai, Inshaniyat ko jai ho
जगुरूदेवजी
बहुत-बहुत धन्यवाद
Bandgi sahb ji
गुरूवर कोटी कोटी प्रणाम धन्यवाद जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम राम राम राम राम जय श्रीराम,.ॐॐॐॐॐॐॐ,,,,
@otaramchoudhary1438
Жыл бұрын
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Sabhi sant mahatmao ko saheb bandgi saheb.
Sahab satnam
बहुत ही मार्मिक एवम् स्पष्ट प्रवचन 🙏
धरमु न दूसर सत्य समाना। आगम निगम पुरान बखाना॥ मैं सोइ धरमु सुलभ करि पावा। तजें तिहूँ पुर अपजसु छावा॥3॥ भावार्थ वेद, शास्त्र और पुराणों में कहा गया है कि सत्य के समान दूसरा धर्म नहीं है। मैंने उस धर्म को सहज ही पा लिया है। इस (सत्य रूपी धर्म) का त्याग करने से तीनों लोकों में अपयश छा जाएगा॥3॥ और सत्य क्या है?......... ईश्वर....✅✅✅✅✅✅
Jay ho. 🙏🌷🙏
Saprem saheb bandagi Saheb🙏🙏🙏
साहेब सतनाम
Jaiy kbier shaheb jaiy
Shaheb.G.Aap.Bichar.Bahut.Acha.Hia.k.p.yadav.G
🙏🙏🙏
धर्म की व्याख्या जिस तरीके से बताने का कार्य इस चर्चा मे की गई है, यह सराहनीय है। लेकिन हम मानव धर्म का परिभाषा अपने स्तर से परिभाषित करते हैं।
True defined dharma I follow.
21वीं सदी का विश्वगुरु भारत तथा डिजिटल इंडिया के लोग हैं अपने को नहीं देखेंगे केवल दूसरे को देखेंगे जय भीम जय भारत
विश्व वंदनीय सतगुरु साहेब कबीर बंदगी। साहेब के सत्संग में बिचमे रामाण राम अयोध्या में सब काल्पनिक देवी-देवताकी बातें बीचमें लगाके बादशाह बाबर की आलोचना ठीक नहीं। बाबर ने बाबरी मस्जिद बुद्ध विहार स्तंभों पर बनाई हैं वहां कोई अयोध्या नहीं थीं सिर्फ बुद्ध भगवानकी साकेत नगरी हैं जो पुष्यमित्रशुंगराम नामके मनुवादी राक्षस आतंकवादी वादीने बौद्धोंकि कत्लेआम करके खुदको राम बनाके अयोध्या बनाईं है.
Saheb bandagi saheb ji
🤔🤗
कबीर साहब के दुनिया को सुधार सकता है साहिब बंदगी 🙏
धर्म के मूल में अस्तित्व की रक्षा करना है
🌛 🌴परब्रह्म सत्य🚩कबीर परासत्ता🌴 🌴जयगुरूदेवनिर्गुणॐरूपजयगोविन्द🌴 🌴निराकारपरम🌾ब्रह्मसगुणसाकार🌴 🌴卐संत🌾सद्🌄गुरू🌾देव卐🌴 🌴यतो धर्म🌾स्ततो जय:🌴 kzread.info/dash/bejne/nXZ7ysZ8cqrKnaw.html 🌴सर्वेभवंतु🌾सुखिन:🌴 🌴सनातन धर्म🌾🌍🌾की जय🌴 🌴🎋।।।आर्त सा🌾क्षी जीव।।।👏🌴 🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴
Santon ka mat wa dharm ko hi santmat kahte hai Jay guru Maharaj
KUNJRAMSAHU
SwamijjiApako,sat,sat,pranam,aapnejokha,vahsathai
Very good speech
बहुत-बहुत बढ़िया सत्संग है सब यही करते हैं मुख में राम राम बगल में छुरी सच्चा धर्म अपने लिए जिए तो क्या जिए ए दिल तुझे जमाने के लिए बातें अच्छी करते हैं और काम बुरा करते हैं
Sahebbandagi
सादर साहृदय साहेब बन्दगी साहेब बंन्दगी
जय गुरुदेव बिल्कुल सत्य कह रहे हैं। लोक सत्संग में और धार्मिक बनने का दिखावा करते हैं अपने आप को बदलते नहीं।
@ramnankissunin7181
2 жыл бұрын
*
@manjubaranwal7343
2 жыл бұрын
Vv V Vvv
@Vickykumar-gw9qu
2 жыл бұрын
ll
@VinodKumar-zs2mo
Жыл бұрын
@@ramnankissunin7181qq to b to AAP
गुरूजी आदि अनादि काल यानि सत्ययुग में बाघ बकरी शामिल चरते थे । उस समय कोई जिव किसी जिव को नहीं मारता था नहीं मांस खाता था ।
Dharan karne yogya karm ko dharm kahte hai Jay guru Maharaj
ये है असली हिन्दू धर्म प्रबचन से पता चला
@avadheshyadav6370
2 жыл бұрын
Aap bhramit ho Gaye bhaai hindoo dharm Jaan Gaye par sanaatan dharm Nahi Jaan paaye
Shahed Bangi.,
ढाई अक्षर शब्द का है प्रेम यह भी खत्म हो रहा है या हो गया क्यों इसका उत्तर हम बता रहे हैं जब इन्सान मांस खायेगा तो वह बात करेगा धर्म की और प्रेम का लेकिन करेगा नहीं जय भीम जय भारत
@bhagirathshaw4490
Жыл бұрын
⁰
गुरु जी आप से गुरु दीक्षा लेने की इच्छा है, जिला श्रावस्ती up
Dharma ka murma soch vichar our karma me dharmikta dikhe byohar me bhi
Jotrammegwhal. Fathapura. Sumerpur
@jotaram1684
2 жыл бұрын
Sardar. Saheb.. a alarm. Fathapura. Sumerpur. Pali
ਸਤਸੰਗ ਦਾ ਮਤਲਬ ਮਾਇਆ ਇਕੱਠੀ ਕਰ ਮੌਜ ਮਸਤੀਕਰਨਾ ਸਤਿਸੰਗ ਹੈਸਾਰੇ ਧਰਮਾਂ ਦੇ ਪੁਜਾਰੀ ਸਤਿਸੰਗ ਤੇ ਏਸੇ ਕਾਰਨ ਜ਼ੋਰ ਦੇਂਦੇ ਹਨ
शुध्ध पवित्र स्वच्छ कर्म माहान
Sat
कोई सुरती शब्द पे जोर लगा रहे है, मगर सुरती याने अपना मन वृत्ती साक्षात उस चैतन्य आत्मापर ना लगाके पत्थर पर लगाते है, क्या भगवान आपसे कुछ दक्षिणा या दान माँग रहा है। तो फिर अकाल में भगवान को अर्जी क्यों लगाते है। भगवान को बाहर मत ढु़ढो, अपना खुदका अस्तित्व भगवानमय बनना है। सब धर्मके ठेकेदार स्वर्ग सतलोक देने चले है, खुदका पता नही है और चले भगवान को गगनमंडल या लोक परलोक में दिखाने, मत भरमाओ इनके चालमें जो सिख अपने को सुधार करनेमें समर्थ नही वह धर्म भी क्या धर्म है।
धर्म का मतलब सत्य, न्याय, इमान, मुल्य, इंसानियत, आदर्श, नैतिकता, मानवता, प्रेम, सहोदरता, अद्वेतता, केवलता समुच्ची नाम को धर्म कहते हैं। हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी यहुदी शिन्तो ताओ कन्फ्यूसियश बहाई, वर्ण,जाति, मजहब, सम्प्रदाय को धर्म नहीं कहते हैं।
Insan.bhale.barbad.ho.jaye.ram.mandir.banega.par.karona.me.mandir.band.insan.chalu.kaisi.he.des.ki.halat
मंदिर मजार सब लूट के धंधे पढ़ें लिखे सब बन गये हैं अंधे
Ye hai asali Gyan thoda kadwa par satty hai
Sabse bada Dharm Insaniyat hai Insaniyat Agar kisi Dharm mein nahin Hai vah Dharm bakwas hai aise Devi Devta Bhagwan hote nahin Hai Dharm ke naam per insanon ko bantana sabse bada Paap hai Jis Insan mein Insaniyat nahin Hai vah haiwan Hai Shaitan Hai Puri Duniya ke liye bojh hai logon ne apna apna bajar khol Rakha Hai अलग-अलग Dharm ke naam per Paisa Kama rahe hain ped bharane ke liye Na Khuda ko jante hain na parampita Parmeshwar ko koi jaanta hai na saccha god ko koi jaanta hai yah Duniya ke bajar mein chhut parosa ja raha hai becha ja raha hai usi mein Duniya ke Log bhatak rahe hain bachpan. se javani javani se budhapa pakar marte chale Ja rahe Hain
Dharm kiya dusre ki jamin par jabran mandir banane ki use dharam kahte hai kiya dusre ki niche dikha ne ko dharm kahte hai
@Anilsaheb
2 жыл бұрын
Aesa karane wale jame
इनमे से एक भी धार्मिक नही है, अपना अपना सिद्धांत पेल रहे हैं, तरक वितरक कर करे है, जिसकी सूरति मे ब्रहम नही, वह धार्मिक नही,,
@Anilsaheb
2 жыл бұрын
Aap dharmik ho jao andar se eatana hi kafi hai
@domannavrange2705
2 жыл бұрын
इन सभी संतों के विचार पाखंड रहित और मानवतावाद के पोषक हैं।ये सिर्फ़ उपदेश देते नहीं बल्कि उसपर अमल भी करते हैं।
Kabir saheb ka birth kaise huwa koi kahta hai kabir saheb gaganmandal se utare koi kahta hai mata pita se huve such kya hai????
@Anilsaheb
4 ай бұрын
kzread.info/dash/bejne/oohp1dWPoMrMnaw.htmlsi=PUHtStt9YJsj6RIp
Apprishiat.li.like.the.word.v.good
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺
Dhan Dhan satguru Tera hi aasra sat kabir
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺