स्ट्राइक - भुवनेश्वर // Dr. Niyati Kalp
भुवनेश्वर का एकांकी ' स्ट्राइक ' आधुनिक समाज के खोखलेपन को प्रस्तुत करता है।आज पति- पत्नी मानो जीवन रूपी फैक्ट्री के मशीन के पुरजों के समान हो गये हैं।उनमें आपसी प्रेम का अभाव दिखता है क्योंकि वे यंत्रवत हो गये हैं।वस्तुतः यह एकांकी भौतिकवादी समाज पर करारा व्यंग्य करता है।
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Пікірлер: 36
Thanku mam 🎉❤
2× me dekha kintu adbhut h😊
सम्पूर्णता में सहज एवं सार्थक प्रस्तुति 🙏🙏🙏🙏
Tq love you mem😊
Thank you mem 😊
Thank you ma'am
Thanku so much mam sach aa good explanation
बहुत ही अच्छी व्याख्या💞💞
Thanku mam 🙏🙏🙏
Thank you mem
🙏❤️
@Devil_ABHI..2729
Жыл бұрын
Sup
Tq so much mam
Tq🎉🎉🎉🎉mam
Thank you bahut accha se samjha me aaya
थैंक्यू सो मच एक बार में समझ आ गया
Thanks 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 mam 👌👌👌👌👌👌
Thanks mam
🙏🙏🙏😇
Srs मेम🎉
Super 👍 ma'am 🙏
Thank you mam kal Mera exam hai aapki video helpful rahe ge
बहुत ही अच्छा और सरल व्याख्या मैम
@R2hboy0343
Жыл бұрын
Hyy
सुंदर व्याख्या 😊
Nice Di 🙏🙏
आपके द्वारा व्याख्या की गई, हर विषय वस्तु बहुत सरल होती है। सहृदय धन्यवाद मैम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very very lovable explanation speech. I think it is very difficult to explain one dramma about few minutes as like. Go ahead. B Goswami. Guwahati
Iska uddeshy बताईये na
@dr.niyatikalp5747
2 жыл бұрын
'स्ट्राइक' एकांकी में भुवनेश्वर का उद्देश्य मध्यवर्गीय आधुनिक समाज के,उसके कृत्रिम जीवन के खोखलेपन का चित्रण है,जो उच्च वर्ग की जीवन शैली में स्वयं को ढालने की कोशिश में गर्व महसूस करता है और यह कोशिश उसे अपने जीवन की सहजता से दूर ले जाती है।आज पति और पत्नी मानो मशीन के दो पुरजों के समान हो गए हैं जिन्हें घर रुपी फैक्टरी चलाना है।दांपत्य जीवन में अगर स्नेह ,प्रेम और आपसी समझ की कमी हो तो घर,घर न होकर फैक्टरी ही बन जाता है जहां आये दिन हड़ताल अर्थात स्ट्राइक होते ही रहती है।
Mam kya aap iska pdf share krr sakti h
Pura ekaki ke sath smjao use not dikha kar
Shrichand
Thankyou mam 😊
Nice Di 🙏🙏
Thank you mam