सोहम साधना की पूर्ण विधि। KEY 🗝️ TO UNLOCK SELF #
सोऽहम् साधना' को 'अजपा जाप' अथवा प्राण गायत्री भी कहा गया है। मान्यता है कि श्वांस के शरीर में प्रवेश करते समय 'स' जैसी, सांस रुकने के तनिक से विराम समय में 'so'' जैसी-और बाहर निकलते समय ''हं'' जैसी अत्यन्त सूक्ष्म ध्वनि होती रहती है।
सोहम साधना की पूर्ण विधि। KEY 🗝️ TO UNLOCK SELF #@Yogatantra2010 #whoami #मैंकौनहूं #soham #dhyan
Пікірлер: 15
Jssnd
🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹
Jai gurudev pl first comment ka reaply dejiye
@Yogatantra2010
2 ай бұрын
फिर पूछिए
सत्य गुरु जी जैसे राम राम 24 घंटे जपते हैं क्या उसी प्रकार सोंहम शब्द को भी रात दिन जपते रहना चाहिए अवगत करो
@Yogatantra2010
2 ай бұрын
Improve awareness in each breath
पुस्तक पढ़ के बता रहे हे
@Yogatantra2010
Ай бұрын
वही ज्ञान है।
ॐ हरि तत् सत् शिवोहम सोहम कृपया कर इसका मतलब बतलाइए ।
@Yogatantra2010
2 ай бұрын
मैं वही हुं ।
@PradeepKumar-jh1ir
2 күн бұрын
ॐ तत् सत् सांकेतिक मंत्र हैं, जिसका भेद कोई अधिकारी संत बता सकता है। ॐ तत् सत् मंत्र नही जपना है यह तो सांकेतिक मंत्र हैं, असली मंत्र संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। उनके सत्संग सुन और समझकर, नाम दीक्षा लेने से लाभ होगा।
@PradeepKumar-jh1ir
2 күн бұрын
@@Yogatantra2010 ॐ तत् सत्, गीता में लिखा है की यह सांकेतिक मंत्र हैं जपना नहीं है इसे और ॐ ब्रह्म, तत्, परब्रह्म, और सत् परम अक्षर ब्रह्म का मंत्र हैं और यह तीन बार में दिया जाता है। और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत ही दे सकता है तभी लाभ होगा वरना, बताने वाले और सुनने वालों नुकसान होगा लाभ नहीं, और पाप के भागी बनेंगे दोनो। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही अधिकारी संत हैं, उनका सत्संग सुनो ज्ञान समझो और उसके बाद नाम उपदेश लेकर अपना और अपने पूरे परिवार का कल्याण करवाओ। किसी को अधूरा ज्ञान मत वरना पाप लगेगा और नरक मिलेगा
भाई यह अधूरा गया है, और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत देगा तभी लाभ होगा। और यह तो एक मंत्र हैं सच्चे संत के पास इसका जोड़ा है यह मंत्र जोड़े के साथ जपना होता था। इस मंत्र का जोड़ा मंत्र सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी के ही पास ही ज्ञान समझकर नाम दीक्षा लेकर भक्ति करनी चाहिए उनसे, वरना यह तो अधूरा ज्ञान, जानलेवा है
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@Yogatantra2010
2 ай бұрын
क्या comment था