मिट्टी में हुई कार्बन की मात्रा कम। मिट्टी मे कार्बन क्या काम करता है।

मिट्टी में हुई कार्बन की मात्रा कम। मिट्टी मे कार्बन क्या काम करता है। #agriculture #shorts #viral
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मुजफ्फरनगर। जिले में मिट्टी का स्वास्थ्य लगातार खराब होता जा रहा है। जमीन में जीवांश की कमी बढ़ रही है। पीएच मान बढ़ने से जमीन की ताकत कम होती जा रही है। फसल चक्र नहीं अपनाए जाने से यह हालत सामने आई है।
कृषि विज्ञान केंद्र बघरा के मृदा परीक्षण लैब अधिकारी डॉ अनिल कटियार का कहना है कि बीते नौ माह में उनके यहां 870 मिट्टी के नमूनों की जांच की गई है। जिले में जो स्थिति सामने आ रही है, उसमें बीते चार-पांच साल से मिट्टी का पीएच मान लगातार बढ़ रहा है। जमीन में ऊसरता बढ़ रही है। कार्बनिक पदार्थ की लगातार कमी हो रही है। जिले में जीवांश 0.3 से 0.5 तक पहुंच गया है। जो सामान्य रूप से 0.7 से 0.9 तक होना चाहिए। जनपद में जो जांच का रिजल्ट आ रहा है वह किसानों के लिए ठीक नहीं है। जिला गन्ना अधिकारी डॉ आरडी द्विवेदी का कहना है कि हम लोगों ने गन्ने के खेतों की जो जांच कराई है। मिट्टी में पौधों के लिए 16 पौषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इनमें मुख्य रूप से नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश है। किसान इनकी पूर्ति तो करता रहता है जो अन्य पोषक तत्व है उनकी पूर्ति जमीन में नहीं हो पा रही है। खेतों में देशी खाद और ढैंचे आदि का प्रयोग नहीं हो रहा है। फसल चक्र नहीं अपनाने से जमीन को सबसे ज्यादा नुकसान है। फसल अवशेष जलाने से नष्ट हो रहे सूक्ष्म पोषक तत्व।
मुजफ्फरनगर। जिला कृषि रक्षा अधिकारी पवन विश्वकर्मा ने बताया कि फसल के लिए जमीन में 16 पोषक तत्व होने चाहिए, जिनमें नौ बड़े और छह सूक्ष्म होते है। इन्हीं तत्वों से पौधे का विकास होता है। किसान फसल अवशेष जलाते है, जिससे भूमि की सूक्ष्म पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इससे भी भूमि उर्वरक शक्ति कम हो जाती है। इसलिए किसानों को फसल अवशेष नहीं जलाने चाहिए, बल्कि मल्चर कर उसका खाद बनाना चाहिए।
What are the uses of carbon in soil?
Carbon plays a key role in improving soil physical properties, increasing CEC and water-holding capacity, and improving soil structure.
Soil organic carbon (SOC) regulates terrestrial ecosystem functioning, provides diverse energy sources for soil microorganisms, governs soil structure, and regulates the availability of organically bound nutrients.
मृदा कार्बनिक कार्बन (एसओसी) स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र के कामकाज को नियंत्रित करता है, मिट्टी के सूक्ष्मजीवों के लिए विविध ऊर्जा स्रोत प्रदान करता है, मिट्टी की संरचना को नियंत्रित करता है, और जैविक रूप से बंधे पोषक तत्वों की उपलब्धता को नियंत्रित करता है।
Why is organic carbon important for soil?
कार्बनिक कार्बन मिट्टी के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
Soil organic carbon (SOC) plays a critical role in terrestrial ecosystem functioning as the dominant energy source for microorganisms and as a fundamental control on soil structure and ecosystem productivity.It improves soil fertility, promoting healthier plant growth.
मृदा कार्बनिक कार्बन (एसओसी) स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र में सूक्ष्मजीवों के लिए प्रमुख ऊर्जा स्रोत के रूप में और मिट्टी की संरचना और पारिस्थितिकी तंत्र उत्पादकता पर मौलिक नियंत्रण के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मिट्टी की उर्वरता में सुधार करता है, स्वस्थ पौधों के विकास को बढ़ावा देता है।
Increasing soil carbon is accomplished in various ways, including:
(1) reducing soil disturbance by switching to low-till or no-till practices or planting perennial crops.
(2) changing planting schedules or rotations, such as by planting cover crops or double crops instead of leaving fields fallow.
(3) managed grazing of livestock.
(4) applying compost or crop residues to fields. In addition to providing local environmental and economic benefits, these practices can capture carbon dioxide (CO2) from the atmosphere and store it in soils, making them a form of carbon removal.
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