मकनपुर विश्व प्रसिद्ध सूफी संत मदार साहब का उर्स के शुभारंभ पर सैयद शजर अली की किताब मलंग का विमोचन
जिंदा शाह मदार का 606वें उर्स शुरू सैयद शजर अली की किताब मलंग का विमोचन
606वें उर्स ए जिंदा शाह मदार की शुरुआत के साथ सैय्यद शजर अली मदारी की किताब मलंग का रस्म ए इजरा (शुभारम्भ) सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का आगाज बाद नमाज़ ए ज़ोहर यानी करीब दिन के 2.00 बजे मदरसा महजरूल उलूम वकारिया मदारिया मकनपुर में हुआ। इसमें जर्मन की सिस्टर मरियम समेत हिंदुस्तान के कई इलाकों से मलंग और सूफी खानकाहों के महमान सम्मिलित मौजूद
रहे।
इस दौरान खानकाह के सज्जादा सैय्यद महजर अली वकारी मदारी की जेरे सरपरस्ती और कई सादात ए किराम (दरगाह के खास) लोगों का कुशल नेतृत्व प्रदान हुआ। इस दौरान आए हुए सभी मेहमानों ने उर्स में शामिल होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए सैय्यद महज़र अली मदारी को धन्यवाद कहा। कार्यक्रम में सैय्यद साहब ने कहा कि मलंग का मुख्य उद्देश्य इंसानियत को आम करना है,
वह आम जीवन से अलग रहकर आम लोगों की हर सम्भव मदद को तैयार रहते हैं। उन्होंने फकीर सन्यासी विद्रोह के नायक शहीद मजनू शाह मलंग मदारी का हवाला बयान करते हुए देश के लिए उनकी खिदमात (सेवा भाव) पर विशेष बयान किया और सादात ए किराम की कुर्बानियों को याद किया गया।
Пікірлер: 17
Mashallah alhamdulillah alhamdulillah alhamdulillah alhamdulillah alhamdulillah alhamdulillah alhamdulillah alhamdulillah alhamdulillah ❤❤❤❤❤
Masha Allah
Mashallah
Masha allah🙏🙏
Mashaallah
@subhanali3155
Жыл бұрын
Subhan Ali
Har madari Desh bhakt h
Mashallah bhut khub ❤️❤️
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲
Sayyad shajar Ali kitabe Malang kaha milegi
sab ke sab jahil log hai
@mohammediqbal7216
Жыл бұрын
Tum tu ose bada jahil insaan lagte ho
@IrfanKhan-zg5zl
8 ай бұрын
Tujhse se bada jahil koun h janbar suar
Mashallah