मैं तेरे_इश्क में_मर ना_जाऊं कहीं_संतोष राही जी ने गाया_लाजवाब गीत_सवाल/जवाब_
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@PriyankMishra-un5tt9 ай бұрын
बहुत सुंदर गायन व गीत 🙏🏻👌🏻
@bhanvarsingh308629 күн бұрын
कल्पना जी! आपने फिल्मी धुन को बहुत बेहतरीन गाया है और शेर में शहर और गांव का विवेचन कर हम गाँव वालों की छाती चौड़ी कर दी | बाकी कथानक भी ज्ञानवर्धक रहे |
@guptarajendra84319 ай бұрын
हृदय स्पर्शी संगीत, नवीन कथानक ,सुंदर गायन ,मनमोहक प्रस्तुति । ईश्वर आप को आसमान की उचाईयों तक पहुचाये।
@kashinareshdwivedi94019 ай бұрын
Very nice
@bhanvarsingh308629 күн бұрын
राही जी! भगवान अपने भक्तों की रक्षार्थ हमेशा पहरा बिठाए रखते हैं |रावण जानकी जी को धमाका रहा है, लेकिन हनुमान जी अशोक वृक्ष पर बैठे सुन रहे हैं और सोच रहे हैं कि अगर रावण ने सीता माता पर वार किया तो मैं आज ही रावण का काम तमाम कर दूंगा | दूसरे त्रिजटा के रूप में कोई और नहीं माता पार्वती ही थीं, जो सोच रही हैं कि अगर इस दुष्ट ने सीता पर वार किया तो मैं त्रिजटा रूप छोड़ दुर्गा रूप धारण कर इस दुष्ट रावण का संहार आज ही कर दूंगी |
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बहुत सुंदर गायन व गीत 🙏🏻👌🏻
कल्पना जी! आपने फिल्मी धुन को बहुत बेहतरीन गाया है और शेर में शहर और गांव का विवेचन कर हम गाँव वालों की छाती चौड़ी कर दी | बाकी कथानक भी ज्ञानवर्धक रहे |
हृदय स्पर्शी संगीत, नवीन कथानक ,सुंदर गायन ,मनमोहक प्रस्तुति । ईश्वर आप को आसमान की उचाईयों तक पहुचाये।
Very nice
राही जी! भगवान अपने भक्तों की रक्षार्थ हमेशा पहरा बिठाए रखते हैं |रावण जानकी जी को धमाका रहा है, लेकिन हनुमान जी अशोक वृक्ष पर बैठे सुन रहे हैं और सोच रहे हैं कि अगर रावण ने सीता माता पर वार किया तो मैं आज ही रावण का काम तमाम कर दूंगा | दूसरे त्रिजटा के रूप में कोई और नहीं माता पार्वती ही थीं, जो सोच रही हैं कि अगर इस दुष्ट ने सीता पर वार किया तो मैं त्रिजटा रूप छोड़ दुर्गा रूप धारण कर इस दुष्ट रावण का संहार आज ही कर दूंगी |
Very nice