खेत खलिहान - उन्नत बकरी पालन | Advanced goatery

उन्नत बकरी पालन | Advanced goatery

Пікірлер: 454

  • @i.k.shuklashukla6876
    @i.k.shuklashukla68764 жыл бұрын

    आप द्वारा दी गई जानकारी अनुसरणीय व अनुकरणीय है. आर्थिक स्थिति में सुधार हेतु बकरी व्यवसाय को अपनाया जाना चाहिए और आप से संपर्क में रहते हुए बकरियों का रखरखाव व दूध तथा अन्य सभी उत्पादों का समुचित उपयोग होना व्यक्ति और देश के हित में है

  • @superbareillyp.k7418
    @superbareillyp.k74182 жыл бұрын

    बहुत बढ़िया सर मोटिवेट करने के लिए

  • @ATJaved
    @ATJaved3 жыл бұрын

    Wonderful,amazing,interesting and very useful video for farmar

  • @gazigoatfarm1764
    @gazigoatfarm17643 жыл бұрын

    बहुत ही बढ़िया जानकारी है डाक्टर साहब आप का बहुत सुकरिया

  • @qwertyqwerty3631
    @qwertyqwerty36315 жыл бұрын

    बहुत ही अच्छी जानकारी प्राप्त हैं

  • @mohanlalbhatnagar
    @mohanlalbhatnagar4 жыл бұрын

    Thanks for nice information about goat forming

  • @qamaruddinkhan434
    @qamaruddinkhan434 Жыл бұрын

    Acchi jankare k liy bahut bahut shukriya

  • @WahidAli-ij4ug
    @WahidAli-ij4ug3 жыл бұрын

    बहुत प्यारी जानकारी देयें हैं सर बहुत प्यारी विडियो है भाई आप की

  • @ksthakur8361
    @ksthakur83615 жыл бұрын

    बहुत ही अच्छी जानकारी दी

  • @balwansingh6679
    @balwansingh66793 жыл бұрын

    Jai shri Ram salut aapko sir bhagwan aapko hamesha sukhi rakhe bahut bdiya jankari di aap ne hme

  • @10-arunkumarkushwaha45
    @10-arunkumarkushwaha453 жыл бұрын

    Good information by sir and anchor, thanks sir

  • @rawatassociates23
    @rawatassociates233 жыл бұрын

    बहुत लाभकारी जानकारी, खासकर मेरे जैसे जिज्ञासु के लिए। कृपया बताएं कि को लोग उत्तराखंड में बकरियां पाल रहे हैं वो कोन सी ब्रीड है? क्या बकरियां जंगल में चुगाने के लिए ले जाना सही अभ्यास है?

  • @user-hr5ur4hu9r
    @user-hr5ur4hu9r3 ай бұрын

    Bahut. Achhi jankAri

  • @telegraphdts8455
    @telegraphdts84553 жыл бұрын

    Thank you Dr. Vijay for your message about goat farm

  • @rmsgoatfarm9067

    @rmsgoatfarm9067

    3 жыл бұрын

    👍

  • @ranveersinghmaan9406

    @ranveersinghmaan9406

    2 жыл бұрын

    @@rmsgoatfarm9067 kkkkkhiìo

  • @mohsinshahshah5536

    @mohsinshahshah5536

    2 жыл бұрын

    @@ranveersinghmaan9406 xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx Xxxxx. Xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx

  • @mohsinshahshah5536

    @mohsinshahshah5536

    2 жыл бұрын

    @@ranveersinghmaan9406 xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxXxxxx

  • @mohansingh-zj3sk
    @mohansingh-zj3sk3 жыл бұрын

    Bahut sundar bat kahi umesh jo

  • @Vikasbharat145
    @Vikasbharat145 Жыл бұрын

    Great news

  • @zakihashmi4568
    @zakihashmi45687 жыл бұрын

    I m zaki,everyday show your programec see watchfully.your progrme fantastic & encrse my knowldge....thanks dd kisan

  • @shakeelbelgium4726
    @shakeelbelgium47267 жыл бұрын

    Thanks dr sir

  • @ankitratan6696
    @ankitratan66967 жыл бұрын

    very good business

  • @bansharaj2263
    @bansharaj22633 жыл бұрын

    Jay

  • @ramparkashramparkash5611
    @ramparkashramparkash56113 жыл бұрын

    Good

  • @mohammadwaseek2095
    @mohammadwaseek20956 жыл бұрын

    बहुत खूब

  • @user-dc6tm2sz9u
    @user-dc6tm2sz9u3 жыл бұрын

    Thank you sir 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹❤️🙏

  • @g.nahmed9467

    @g.nahmed9467

    Жыл бұрын

    Namaskar sir ji Sab se ziyada successful koun si zaath ki bakri success hain jis se ziyada kamai ho

  • @vishaldhote5566
    @vishaldhote55664 жыл бұрын

    Thanks sir

  • @ravichamoli6797
    @ravichamoli67974 жыл бұрын

    Bhaut Bhaut dhanybadh ji

  • @civilservicespreparationwi7394
    @civilservicespreparationwi73947 жыл бұрын

    Good initiative

  • @jackskhan912
    @jackskhan9125 жыл бұрын

    BARBARI COMMUNITY is no. 1

  • @balwantsahu3458

    @balwantsahu3458

    3 жыл бұрын

    🙏विकल्प की आवश्यकता 😊 अस्तित्व सहअस्तित्व स्वरूपी है. सहअस्तित्व सत्ता में संपृक्त प्रकृति है. ऐसे प्रकृति चार अवस्था व चार पदों में है. इसमें विकास-क्रम, विकास, जाग्रति-क्रम, जाग्रति - ये शाश्वत प्रक्रियाएं हैं. सत्ता अपरिणामी है. जीवन विकास पूर्वक अपरिणामी हुआ है. मनुष्य आदिकाल से अमरत्व को खोजता रहा है. शास्त्र में लिखा है - "अमरा निर्जरा देवास्त्रिदशा विबुधा सुरा:" (अमरकोष, प्रथम काण्ड, १.१.१३) जो जरा (वृद्ध) नहीं होता है, उसको उन्होंने देवता कहा. मध्यस्थ दर्शन से अमरत्व का वास्तविक स्वरूप स्पष्ट हो गया। जीवन अमर वस्तु है। जीवन में जरा-दोष नहीं है. परिणाम दोष नहीं है, इसलिए जरा-दोष नहीं है. जीवन मात्रात्मक परिवर्तन से मुक्त है. जब तक मात्रात्मक परिवर्तन है तब तक जरा-दोष है. रासायनिक-भौतिक वस्तुओं में मात्रात्मक परिवर्तन है, जरा दोष है, इसलिए रचना-विरचना उनमे होता ही रहता है. जीवन में कोई रचना-विरचना होता ही नहीं है. जीवन में होता है - चेतना. चेतना में गुणात्मक विकास होता है. चेतना का स्वरूप बताया - जीव चेतना, मानव चेतना, देव चेतना, और दिव्य चेतना. मानव जीवचेतना पूर्वक अव्यवस्था में फंसता है, क्लेश को मोलता है, गलती-अपराध को करता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी राजतंत्र यह स्वीकारे हैं कि मानव गलती-अपराध कर सकता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी (ईश्वरवादी) धर्मगद्दी मानव को पापी, अज्ञानी और स्वार्थी कहा है. इसी ईश्वरवाद में कहा है - "मुंडे मुंडे मतिभिन्ना: कुंडे कुंडे नवं पयः" (वायु पुराण). (मतलब हर आदमी का अलग अलग मत होगा ही) इसी क्रम में कहा - "सुनो सबकी, करो मन की". इसी क्रम में कहा - "खाली हाथ आये, खाली हाथ जायेंगे". यह सब झूठ का पुलिंदा है, भ्रम है. भ्रम को आप झूठ मानोगे या नहीं? "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे" - ये शरीर की बात कर रहे हैं. जीवन ज्ञान नहीं है, इसका प्रमाण दे दिया या नहीं? जीवन ज्ञान ईश्वरवादी परम्परा में नहीं था - इस बात का यह प्रमाण है. शिष्ट परिवारों में, वेद मूर्ति परिवारों में यह नारा चला है - "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे". इससे पता चलता है कि उनको जीवन ज्ञान नहीं था. ईश्वरवाद रहस्यमय होने के कारण प्रमाण तक पहुँच नहीं पाया. अस्तित्व के कुछ भाग को विज्ञानियों ने सच माना, कुछ भाग को ईश्वरवादियों ने सच माना. दोनों अधूरे होने के कारण प्रमाणित नहीं हो पाए, संकटग्रस्त हुए. इसीलिये "विकल्प" की ज़रुरत आ गयी. - श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००५, अमरकंटक) 💐🌿🌷🌱🌻🍃🌺🌴🌹

  • @hemramsyourhemaram2903
    @hemramsyourhemaram29033 жыл бұрын

    Jai jawan jai kisan

  • @haidarruksar2707
    @haidarruksar2707 Жыл бұрын

    Mashaallaah

  • @ferozshaikhhanif9388
    @ferozshaikhhanif93884 жыл бұрын

    Tanks Dr manoj for you informesan God Blees you 💐✌️😎

  • @rmsgoatfarm9067

    @rmsgoatfarm9067

    3 жыл бұрын

    👍

  • @manojgourkar4584
    @manojgourkar45847 жыл бұрын

    बकरी पालन करने के तरीके और दवा देने के तरीके

  • @DeepakBagri-js7mx
    @DeepakBagri-js7mx7 жыл бұрын

    Nice

  • @satyavanbhute1221
    @satyavanbhute12213 жыл бұрын

    👌👌👌

  • @balwantsahu3458

    @balwantsahu3458

    3 жыл бұрын

    🙏विकल्प की आवश्यकता 😊 अस्तित्व सहअस्तित्व स्वरूपी है. सहअस्तित्व सत्ता में संपृक्त प्रकृति है. ऐसे प्रकृति चार अवस्था व चार पदों में है. इसमें विकास-क्रम, विकास, जाग्रति-क्रम, जाग्रति - ये शाश्वत प्रक्रियाएं हैं. सत्ता अपरिणामी है. जीवन विकास पूर्वक अपरिणामी हुआ है. मनुष्य आदिकाल से अमरत्व को खोजता रहा है. शास्त्र में लिखा है - "अमरा निर्जरा देवास्त्रिदशा विबुधा सुरा:" (अमरकोष, प्रथम काण्ड, १.१.१३) जो जरा (वृद्ध) नहीं होता है, उसको उन्होंने देवता कहा. मध्यस्थ दर्शन से अमरत्व का वास्तविक स्वरूप स्पष्ट हो गया। जीवन अमर वस्तु है। जीवन में जरा-दोष नहीं है. परिणाम दोष नहीं है, इसलिए जरा-दोष नहीं है. जीवन मात्रात्मक परिवर्तन से मुक्त है. जब तक मात्रात्मक परिवर्तन है तब तक जरा-दोष है. रासायनिक-भौतिक वस्तुओं में मात्रात्मक परिवर्तन है, जरा दोष है, इसलिए रचना-विरचना उनमे होता ही रहता है. जीवन में कोई रचना-विरचना होता ही नहीं है. जीवन में होता है - चेतना. चेतना में गुणात्मक विकास होता है. चेतना का स्वरूप बताया - जीव चेतना, मानव चेतना, देव चेतना, और दिव्य चेतना. मानव जीवचेतना पूर्वक अव्यवस्था में फंसता है, क्लेश को मोलता है, गलती-अपराध को करता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी राजतंत्र यह स्वीकारे हैं कि मानव गलती-अपराध कर सकता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी (ईश्वरवादी) धर्मगद्दी मानव को पापी, अज्ञानी और स्वार्थी कहा है. इसी ईश्वरवाद में कहा है - "मुंडे मुंडे मतिभिन्ना: कुंडे कुंडे नवं पयः" (वायु पुराण). (मतलब हर आदमी का अलग अलग मत होगा ही) इसी क्रम में कहा - "सुनो सबकी, करो मन की". इसी क्रम में कहा - "खाली हाथ आये, खाली हाथ जायेंगे". यह सब झूठ का पुलिंदा है, भ्रम है. भ्रम को आप झूठ मानोगे या नहीं? "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे" - ये शरीर की बात कर रहे हैं. जीवन ज्ञान नहीं है, इसका प्रमाण दे दिया या नहीं? जीवन ज्ञान ईश्वरवादी परम्परा में नहीं था - इस बात का यह प्रमाण है. शिष्ट परिवारों में, वेद मूर्ति परिवारों में यह नारा चला है - "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे". इससे पता चलता है कि उनको जीवन ज्ञान नहीं था. ईश्वरवाद रहस्यमय होने के कारण प्रमाण तक पहुँच नहीं पाया. अस्तित्व के कुछ भाग को विज्ञानियों ने सच माना, कुछ भाग को ईश्वरवादियों ने सच माना. दोनों अधूरे होने के कारण प्रमाणित नहीं हो पाए, संकटग्रस्त हुए. इसीलिये "विकल्प" की ज़रुरत आ गयी. - श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००५, अमरकंटक) 💐🌿🌷🌱🌻🍃🌺🌴🌹

  • @AbdulRasheed-yz9yt
    @AbdulRasheed-yz9yt4 жыл бұрын

    🌹👍🌹👍🌹👍🌹👍

  • @yadavgoatfarmmurlipurkanpu7464
    @yadavgoatfarmmurlipurkanpu74644 жыл бұрын

    Good knowledge

  • @shahnawajalam2904
    @shahnawajalam29047 жыл бұрын

    बहुत लाभकारी है ।

  • @Naeemkhan-jg7tw

    @Naeemkhan-jg7tw

    7 жыл бұрын

    shahnawaj alam

  • @raghunaththakur9403
    @raghunaththakur94033 жыл бұрын

    ZaQ

  • @yogeshwarsingh6740
    @yogeshwarsingh67403 жыл бұрын

    Very good

  • @mansooritourstravels7017
    @mansooritourstravels70174 жыл бұрын

    hello sir i am Abdul Haque Mansoori 2020 me Mathura CIRG me training kab start hogi bataein.

  • @bhupendrasinghpanwar6536

    @bhupendrasinghpanwar6536

    Жыл бұрын

    Bhai muje Leni h training

  • @shravankumaryadav1446
    @shravankumaryadav14463 жыл бұрын

    जय किसान

  • @RakeshPal-mh1dk
    @RakeshPal-mh1dk Жыл бұрын

    Very good farm nice

  • @renubajpai5399
    @renubajpai53993 жыл бұрын

    Thanks for info

  • @balwantsahu3458

    @balwantsahu3458

    3 жыл бұрын

    🙏विकल्प की आवश्यकता 😊 अस्तित्व सहअस्तित्व स्वरूपी है. सहअस्तित्व सत्ता में संपृक्त प्रकृति है. ऐसे प्रकृति चार अवस्था व चार पदों में है. इसमें विकास-क्रम, विकास, जाग्रति-क्रम, जाग्रति - ये शाश्वत प्रक्रियाएं हैं. सत्ता अपरिणामी है. जीवन विकास पूर्वक अपरिणामी हुआ है. मनुष्य आदिकाल से अमरत्व को खोजता रहा है. शास्त्र में लिखा है - "अमरा निर्जरा देवास्त्रिदशा विबुधा सुरा:" (अमरकोष, प्रथम काण्ड, १.१.१३) जो जरा (वृद्ध) नहीं होता है, उसको उन्होंने देवता कहा. मध्यस्थ दर्शन से अमरत्व का वास्तविक स्वरूप स्पष्ट हो गया। जीवन अमर वस्तु है। जीवन में जरा-दोष नहीं है. परिणाम दोष नहीं है, इसलिए जरा-दोष नहीं है. जीवन मात्रात्मक परिवर्तन से मुक्त है. जब तक मात्रात्मक परिवर्तन है तब तक जरा-दोष है. रासायनिक-भौतिक वस्तुओं में मात्रात्मक परिवर्तन है, जरा दोष है, इसलिए रचना-विरचना उनमे होता ही रहता है. जीवन में कोई रचना-विरचना होता ही नहीं है. जीवन में होता है - चेतना. चेतना में गुणात्मक विकास होता है. चेतना का स्वरूप बताया - जीव चेतना, मानव चेतना, देव चेतना, और दिव्य चेतना. मानव जीवचेतना पूर्वक अव्यवस्था में फंसता है, क्लेश को मोलता है, गलती-अपराध को करता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी राजतंत्र यह स्वीकारे हैं कि मानव गलती-अपराध कर सकता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी (ईश्वरवादी) धर्मगद्दी मानव को पापी, अज्ञानी और स्वार्थी कहा है. इसी ईश्वरवाद में कहा है - "मुंडे मुंडे मतिभिन्ना: कुंडे कुंडे नवं पयः" (वायु पुराण). (मतलब हर आदमी का अलग अलग मत होगा ही) इसी क्रम में कहा - "सुनो सबकी, करो मन की". इसी क्रम में कहा - "खाली हाथ आये, खाली हाथ जायेंगे". यह सब झूठ का पुलिंदा है, भ्रम है. भ्रम को आप झूठ मानोगे या नहीं? "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे" - ये शरीर की बात कर रहे हैं. जीवन ज्ञान नहीं है, इसका प्रमाण दे दिया या नहीं? जीवन ज्ञान ईश्वरवादी परम्परा में नहीं था - इस बात का यह प्रमाण है. शिष्ट परिवारों में, वेद मूर्ति परिवारों में यह नारा चला है - "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे". इससे पता चलता है कि उनको जीवन ज्ञान नहीं था. ईश्वरवाद रहस्यमय होने के कारण प्रमाण तक पहुँच नहीं पाया. अस्तित्व के कुछ भाग को विज्ञानियों ने सच माना, कुछ भाग को ईश्वरवादियों ने सच माना. दोनों अधूरे होने के कारण प्रमाणित नहीं हो पाए, संकटग्रस्त हुए. इसीलिये "विकल्प" की ज़रुरत आ गयी. - श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००५, अमरकंटक) 💐🌿🌷🌱🌻🍃🌺🌴🌹

  • @radiouttarakhand
    @radiouttarakhand11 ай бұрын

    very nice

  • @MonirulIslam-ci6ih
    @MonirulIslam-ci6ih5 ай бұрын

    Good 🌷

  • @100xStock
    @100xStock6 жыл бұрын

    *Good information about Kheti badi*

  • @rmsgoatfarm9067

    @rmsgoatfarm9067

    3 жыл бұрын

    Right

  • @monirulshekh6678
    @monirulshekh66783 жыл бұрын

    Monirul shekh

  • @murlimanohar9805
    @murlimanohar98053 жыл бұрын

    Nice video Sir

  • @ushajoria8630
    @ushajoria86303 жыл бұрын

    Jaise humne barbari Leni ho Kitna rate hai ,,,

  • @jaspreetsingh-wb4ts
    @jaspreetsingh-wb4ts4 жыл бұрын

    Hi very good ji

  • @asdasd-dr4vf
    @asdasd-dr4vf5 жыл бұрын

    Nice video 😀😀😀😀😀😀

  • @balwantsahu3458

    @balwantsahu3458

    3 жыл бұрын

    🙏विकल्प की आवश्यकता 😊 अस्तित्व सहअस्तित्व स्वरूपी है. सहअस्तित्व सत्ता में संपृक्त प्रकृति है. ऐसे प्रकृति चार अवस्था व चार पदों में है. इसमें विकास-क्रम, विकास, जाग्रति-क्रम, जाग्रति - ये शाश्वत प्रक्रियाएं हैं. सत्ता अपरिणामी है. जीवन विकास पूर्वक अपरिणामी हुआ है. मनुष्य आदिकाल से अमरत्व को खोजता रहा है. शास्त्र में लिखा है - "अमरा निर्जरा देवास्त्रिदशा विबुधा सुरा:" (अमरकोष, प्रथम काण्ड, १.१.१३) जो जरा (वृद्ध) नहीं होता है, उसको उन्होंने देवता कहा. मध्यस्थ दर्शन से अमरत्व का वास्तविक स्वरूप स्पष्ट हो गया। जीवन अमर वस्तु है। जीवन में जरा-दोष नहीं है. परिणाम दोष नहीं है, इसलिए जरा-दोष नहीं है. जीवन मात्रात्मक परिवर्तन से मुक्त है. जब तक मात्रात्मक परिवर्तन है तब तक जरा-दोष है. रासायनिक-भौतिक वस्तुओं में मात्रात्मक परिवर्तन है, जरा दोष है, इसलिए रचना-विरचना उनमे होता ही रहता है. जीवन में कोई रचना-विरचना होता ही नहीं है. जीवन में होता है - चेतना. चेतना में गुणात्मक विकास होता है. चेतना का स्वरूप बताया - जीव चेतना, मानव चेतना, देव चेतना, और दिव्य चेतना. मानव जीवचेतना पूर्वक अव्यवस्था में फंसता है, क्लेश को मोलता है, गलती-अपराध को करता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी राजतंत्र यह स्वीकारे हैं कि मानव गलती-अपराध कर सकता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी (ईश्वरवादी) धर्मगद्दी मानव को पापी, अज्ञानी और स्वार्थी कहा है. इसी ईश्वरवाद में कहा है - "मुंडे मुंडे मतिभिन्ना: कुंडे कुंडे नवं पयः" (वायु पुराण). (मतलब हर आदमी का अलग अलग मत होगा ही) इसी क्रम में कहा - "सुनो सबकी, करो मन की". इसी क्रम में कहा - "खाली हाथ आये, खाली हाथ जायेंगे". यह सब झूठ का पुलिंदा है, भ्रम है. भ्रम को आप झूठ मानोगे या नहीं? "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे" - ये शरीर की बात कर रहे हैं. जीवन ज्ञान नहीं है, इसका प्रमाण दे दिया या नहीं? जीवन ज्ञान ईश्वरवादी परम्परा में नहीं था - इस बात का यह प्रमाण है. शिष्ट परिवारों में, वेद मूर्ति परिवारों में यह नारा चला है - "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे". इससे पता चलता है कि उनको जीवन ज्ञान नहीं था. ईश्वरवाद रहस्यमय होने के कारण प्रमाण तक पहुँच नहीं पाया. अस्तित्व के कुछ भाग को विज्ञानियों ने सच माना, कुछ भाग को ईश्वरवादियों ने सच माना. दोनों अधूरे होने के कारण प्रमाणित नहीं हो पाए, संकटग्रस्त हुए. इसीलिये "विकल्प" की ज़रुरत आ गयी. - श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००५, अमरकंटक) 💐🌿🌷🌱🌻🍃🌺🌴🌹

  • @sbhagabanreddy7094
    @sbhagabanreddy7094 Жыл бұрын

    Very nice farm

  • @sanjaysolanki97721
    @sanjaysolanki977213 жыл бұрын

    God

  • @VinaySingh-iu8fv
    @VinaySingh-iu8fv3 жыл бұрын

    Trening kaise prapt Kare kya Karena panaga

  • @shakeelbelgium4726
    @shakeelbelgium47267 жыл бұрын

    Thanks dr

  • @asharamahirwar492
    @asharamahirwar4923 жыл бұрын

    सर मैं ललितपुर उत्तर प्रदेश से बिलोंग करता हूं सर जिला ललितपुर के आसपास कोई बकरी पालन प्रशिक्षण केंद्र है क्या

  • @JagdishPrasad-me2nw
    @JagdishPrasad-me2nw3 жыл бұрын

    Thanks

  • @badripaul5877
    @badripaul58774 жыл бұрын

    5 बकरी पालन के लिये कितनी जगह चाहिए?

  • @simranraza2269
    @simranraza22696 жыл бұрын

    I love ti

  • @rmsgoatfarm9067

    @rmsgoatfarm9067

    3 жыл бұрын

    👍

  • @krushnachandranayak9272
    @krushnachandranayak92724 жыл бұрын

    Nice video

  • @AshokGupta-nj5xb
    @AshokGupta-nj5xb3 жыл бұрын

    sir mai chhattisgarh se hun jashpur jila se kis nasal ki bakri palna chahiye or yaha koi prashikshan kendra hai kya

  • @dharmbirkumar4134
    @dharmbirkumar41343 жыл бұрын

    Good night

  • @AnilkumarYadav-zy1kd
    @AnilkumarYadav-zy1kd5 жыл бұрын

    सबसे पहले सर मनोज कुमार को मेरा नमस्कार अनिल उत्तर प्रदेश में इटावा जिला से क्योंकि मैं बहुत ही जल्द आपके पास आना चाहता हूं क्योंकि मैं बकरी फार्म खोलने की पूरी तैयारी है फार्म मैंने बना लिया आपकी वीडियो देख जाके

  • @shaileshrawool2406

    @shaileshrawool2406

    5 жыл бұрын

    Hii

  • @shaileshrawool2406

    @shaileshrawool2406

    5 жыл бұрын

    Femel barbari 1 saal ki ky kimat hai itava me

  • @mohammadwaseek2095
    @mohammadwaseek20956 жыл бұрын

    nice VIDEO

  • @monikakumari-yc2gy

    @monikakumari-yc2gy

    3 жыл бұрын

    Pppppp

  • @mistarinijamudinweldar8054
    @mistarinijamudinweldar80546 жыл бұрын

    Anusandhan save female Bakrid for Bakrid Samay kahan se prapt Honge

  • @kamaludeen3555
    @kamaludeen35554 жыл бұрын

    2020 me tarenig kab suru ho raha hy

  • @yarasingh4040
    @yarasingh40402 жыл бұрын

    ਭਾਈ ਸਾਹਿਬ, ਮੈਂ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕੀਤੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦੀ ਕਦਰ ਕਰਦਾ ਹਾਂ, ਇਹ ਬੱਕਰੀ ਪਾਲਣ ਦੇ ਸਮੁੱਚੇ ਤਰੀਕਿਆਂ ਨੂੰ ਕਵਰ ਕਰਦਾ ਹੈ।

  • @kingofking6414
    @kingofking64145 жыл бұрын

    Sir mine bakri plan karna chahtha hu tu kon sa berid Lena chaye plz help

  • @haiderabbas3349
    @haiderabbas33494 жыл бұрын

    Khan par hai yai sanstha

  • @SamsungGalaxy-xk5df
    @SamsungGalaxy-xk5df7 жыл бұрын

    sir mene bhi goat farm shuru kiya hai mene desi nasl se shuru kiya hai kripya bataye ki kaise unka vajan badhaye aur unko khane me kya de aur nasl sudhar k liye kaun sa breed ka bakra chayan kre abhi me bakriyo ko khane k taur pr 6 ghante charata hu jungle me.

  • @SamsungGalaxy-xk5df

    @SamsungGalaxy-xk5df

    7 жыл бұрын

    me ye batana bhul gaya me jabalpur m.p. se hu

  • @bhupendrasinghpanwar6536

    @bhupendrasinghpanwar6536

    Жыл бұрын

    Bhai apna number sand kare

  • @WaseemAhmad-hy1fg
    @WaseemAhmad-hy1fg3 жыл бұрын

    Sir mujhe bakree paln ki tirenig lena he ye mathura me kis jageh pr he

  • @abdheshkumar1864
    @abdheshkumar18646 жыл бұрын

    Kindly tell me shed area for 20 goat and cost of shed

  • @amitchandradas8844
    @amitchandradas88446 жыл бұрын

    nice

  • @balwantsahu3458

    @balwantsahu3458

    3 жыл бұрын

    1

  • @rosehomestaysunargaonbages4474
    @rosehomestaysunargaonbages44747 жыл бұрын

    Useful information , we are Goat Farming in State- Uttarakhand, District-Bageshwar, Village- Sunargaon(Kanda)willing Lab to land program for Advanced Goatery .

  • @prakashsinghprakash1640

    @prakashsinghprakash1640

    4 жыл бұрын

    Sir mei bhi Uttarakhand pouri grahwal se hu bakri farm karna chahta hu please help me give me your contact number

  • @lahsankumar2463
    @lahsankumar24632 жыл бұрын

    Aap svi KO pranam Got Farms chlane me halp jrur kre This si massage to Dr Manoj kumar

  • @gazigoatfarm1764
    @gazigoatfarm17643 жыл бұрын

    डाक्टर साहब मैं यूपी अम्बेडकर नगर अकबर पुर से हूं यहां बकरी का परसिछड कहां मिलेगा बकरी कहा मिलेगा बरबरी बकरी

  • @sachinkhobragade8448
    @sachinkhobragade84483 жыл бұрын

    Thank you

  • @sudhanshusingh558
    @sudhanshusingh5584 жыл бұрын

    Thanks, Bahut hi achchhi janakari dene ke liye. Mujhe hindi medium me bakari palan se sambandhit kitabe chahiye thi. Isako main kaise prapt kar sakata hoon.

  • @AnilKumar-iz5yi
    @AnilKumar-iz5yi5 жыл бұрын

    Main up se hu kushinagar se hame desi nasal ko palna hai jaankaari de

  • @atalshreefpo.
    @atalshreefpo.2 жыл бұрын

    FPO के विषय में भी कुछ नया जानकारी दी जाए

  • @Ashupratapsinghvlogs.satna.
    @Ashupratapsinghvlogs.satna.6 жыл бұрын

    Dist satna m.p me kon kon se nasal ke bakere leya jaya

  • @RamKumar-rs3up
    @RamKumar-rs3up3 жыл бұрын

    Sar bakri Gavin hai ya nahi kaise pata karen

  • @SingaporeChapter
    @SingaporeChapter6 жыл бұрын

    Please share detail address and coming training program date

  • @fahad1604
    @fahad16047 жыл бұрын

    Need to start goat farming. Please advise source of Sirohi /barbari breed

  • @hanmantpawar3880

    @hanmantpawar3880

    7 жыл бұрын

    mohammad fahad

  • @RamRam-fu9ed
    @RamRam-fu9ed3 жыл бұрын

    👌👌👌👌👌👌🤝🤝🤝💕💕💕

  • @khansharukh818
    @khansharukh8185 жыл бұрын

    Ye centre kaha kaise jana ho ga yaha...

  • @wasidali5933
    @wasidali59336 жыл бұрын

    Sar hum bhi bakri paln suru karna chahte hai magar tajurba hone ke karan nahi kar pa rahe hai to kya aap mujhe trenig de sakte h pliz btaye jarur

  • @sureshprasad8727
    @sureshprasad87273 жыл бұрын

    Pasupalan ma vaccine ka important bataya

  • @sadabkhan1702
    @sadabkhan17027 жыл бұрын

    ham bhi bakri palan Karna chahte he

  • @assadullahalam5782
    @assadullahalam57824 жыл бұрын

    Bihar mai kon sa brid ka goat ka sedan hai aap batayae...plz

  • @balwantsahu3458

    @balwantsahu3458

    3 жыл бұрын

    🙏विकल्प की आवश्यकता 😊 अस्तित्व सहअस्तित्व स्वरूपी है. सहअस्तित्व सत्ता में संपृक्त प्रकृति है. ऐसे प्रकृति चार अवस्था व चार पदों में है. इसमें विकास-क्रम, विकास, जाग्रति-क्रम, जाग्रति - ये शाश्वत प्रक्रियाएं हैं. सत्ता अपरिणामी है. जीवन विकास पूर्वक अपरिणामी हुआ है. मनुष्य आदिकाल से अमरत्व को खोजता रहा है. शास्त्र में लिखा है - "अमरा निर्जरा देवास्त्रिदशा विबुधा सुरा:" (अमरकोष, प्रथम काण्ड, १.१.१३) जो जरा (वृद्ध) नहीं होता है, उसको उन्होंने देवता कहा. मध्यस्थ दर्शन से अमरत्व का वास्तविक स्वरूप स्पष्ट हो गया। जीवन अमर वस्तु है। जीवन में जरा-दोष नहीं है. परिणाम दोष नहीं है, इसलिए जरा-दोष नहीं है. जीवन मात्रात्मक परिवर्तन से मुक्त है. जब तक मात्रात्मक परिवर्तन है तब तक जरा-दोष है. रासायनिक-भौतिक वस्तुओं में मात्रात्मक परिवर्तन है, जरा दोष है, इसलिए रचना-विरचना उनमे होता ही रहता है. जीवन में कोई रचना-विरचना होता ही नहीं है. जीवन में होता है - चेतना. चेतना में गुणात्मक विकास होता है. चेतना का स्वरूप बताया - जीव चेतना, मानव चेतना, देव चेतना, और दिव्य चेतना. मानव जीवचेतना पूर्वक अव्यवस्था में फंसता है, क्लेश को मोलता है, गलती-अपराध को करता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी राजतंत्र यह स्वीकारे हैं कि मानव गलती-अपराध कर सकता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी (ईश्वरवादी) धर्मगद्दी मानव को पापी, अज्ञानी और स्वार्थी कहा है. इसी ईश्वरवाद में कहा है - "मुंडे मुंडे मतिभिन्ना: कुंडे कुंडे नवं पयः" (वायु पुराण). (मतलब हर आदमी का अलग अलग मत होगा ही) इसी क्रम में कहा - "सुनो सबकी, करो मन की". इसी क्रम में कहा - "खाली हाथ आये, खाली हाथ जायेंगे". यह सब झूठ का पुलिंदा है, भ्रम है. भ्रम को आप झूठ मानोगे या नहीं? "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे" - ये शरीर की बात कर रहे हैं. जीवन ज्ञान नहीं है, इसका प्रमाण दे दिया या नहीं? जीवन ज्ञान ईश्वरवादी परम्परा में नहीं था - इस बात का यह प्रमाण है. शिष्ट परिवारों में, वेद मूर्ति परिवारों में यह नारा चला है - "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे". इससे पता चलता है कि उनको जीवन ज्ञान नहीं था. ईश्वरवाद रहस्यमय होने के कारण प्रमाण तक पहुँच नहीं पाया. अस्तित्व के कुछ भाग को विज्ञानियों ने सच माना, कुछ भाग को ईश्वरवादियों ने सच माना. दोनों अधूरे होने के कारण प्रमाणित नहीं हो पाए, संकटग्रस्त हुए. इसीलिये "विकल्प" की ज़रुरत आ गयी. - श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००५, अमरकंटक) 💐🌿🌷🌱🌻🍃🌺🌴🌹

  • @arifshaikh7958
    @arifshaikh79585 жыл бұрын

    Ap ten Bach chey Wali babari bakri ketny ki deytey hain sar

  • @SufiTraveler
    @SufiTraveler8 жыл бұрын

    Great knowledge and good work. l have goat farm I have pure breeds of jamnapari and sirohi breeds. It is good for goat farming business. We also provide goat farming consultancy.

  • @moidkhan3424

    @moidkhan3424

    7 жыл бұрын

    Please Provide Your Email ID or Mobile No. moidkhanoger@gmail.com

  • @SufiTraveler

    @SufiTraveler

    7 жыл бұрын

    +Moid Khan 9826637080

  • @mahipalmukhia8741

    @mahipalmukhia8741

    6 жыл бұрын

    7kc

  • @ajaykumarsharma4447

    @ajaykumarsharma4447

    5 жыл бұрын

    sir ajay kumar my name i live khalillabad santkabir naga up where i can get please any contact late me know thanks

  • @sunitagadhok5844

    @sunitagadhok5844

    Жыл бұрын

    @@mahipalmukhia8741 9

  • @hddjgdhxzbhs
    @hddjgdhxzbhs3 жыл бұрын

    सर बकरी को मच्छड़ काटे तो कैसे बचाये

  • @mistarinijamudinweldar8054
    @mistarinijamudinweldar80546 жыл бұрын

    Sir ji bakri palan kaise kare aur uske loan bank Se Kaise prapt Kare Rajasthan

  • @domesticpoultry1472
    @domesticpoultry14724 жыл бұрын

    Sir goat farming ka Liya koi book ya notes Mel jaygey Kay ke kasa management kare or kis time par koni vaccine kare hay or farm kasa banay

  • @balwantsahu3458

    @balwantsahu3458

    3 жыл бұрын

    🙏विकल्प की आवश्यकता 😊 अस्तित्व सहअस्तित्व स्वरूपी है. सहअस्तित्व सत्ता में संपृक्त प्रकृति है. ऐसे प्रकृति चार अवस्था व चार पदों में है. इसमें विकास-क्रम, विकास, जाग्रति-क्रम, जाग्रति - ये शाश्वत प्रक्रियाएं हैं. सत्ता अपरिणामी है. जीवन विकास पूर्वक अपरिणामी हुआ है. मनुष्य आदिकाल से अमरत्व को खोजता रहा है. शास्त्र में लिखा है - "अमरा निर्जरा देवास्त्रिदशा विबुधा सुरा:" (अमरकोष, प्रथम काण्ड, १.१.१३) जो जरा (वृद्ध) नहीं होता है, उसको उन्होंने देवता कहा. मध्यस्थ दर्शन से अमरत्व का वास्तविक स्वरूप स्पष्ट हो गया। जीवन अमर वस्तु है। जीवन में जरा-दोष नहीं है. परिणाम दोष नहीं है, इसलिए जरा-दोष नहीं है. जीवन मात्रात्मक परिवर्तन से मुक्त है. जब तक मात्रात्मक परिवर्तन है तब तक जरा-दोष है. रासायनिक-भौतिक वस्तुओं में मात्रात्मक परिवर्तन है, जरा दोष है, इसलिए रचना-विरचना उनमे होता ही रहता है. जीवन में कोई रचना-विरचना होता ही नहीं है. जीवन में होता है - चेतना. चेतना में गुणात्मक विकास होता है. चेतना का स्वरूप बताया - जीव चेतना, मानव चेतना, देव चेतना, और दिव्य चेतना. मानव जीवचेतना पूर्वक अव्यवस्था में फंसता है, क्लेश को मोलता है, गलती-अपराध को करता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी राजतंत्र यह स्वीकारे हैं कि मानव गलती-अपराध कर सकता है. मानव की स्थिति जीव चेतना की है - इसकी गवाही में सभी (ईश्वरवादी) धर्मगद्दी मानव को पापी, अज्ञानी और स्वार्थी कहा है. इसी ईश्वरवाद में कहा है - "मुंडे मुंडे मतिभिन्ना: कुंडे कुंडे नवं पयः" (वायु पुराण). (मतलब हर आदमी का अलग अलग मत होगा ही) इसी क्रम में कहा - "सुनो सबकी, करो मन की". इसी क्रम में कहा - "खाली हाथ आये, खाली हाथ जायेंगे". यह सब झूठ का पुलिंदा है, भ्रम है. भ्रम को आप झूठ मानोगे या नहीं? "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे" - ये शरीर की बात कर रहे हैं. जीवन ज्ञान नहीं है, इसका प्रमाण दे दिया या नहीं? जीवन ज्ञान ईश्वरवादी परम्परा में नहीं था - इस बात का यह प्रमाण है. शिष्ट परिवारों में, वेद मूर्ति परिवारों में यह नारा चला है - "खाली हाथ आये और खाली हाथ जायेंगे". इससे पता चलता है कि उनको जीवन ज्ञान नहीं था. ईश्वरवाद रहस्यमय होने के कारण प्रमाण तक पहुँच नहीं पाया. अस्तित्व के कुछ भाग को विज्ञानियों ने सच माना, कुछ भाग को ईश्वरवादियों ने सच माना. दोनों अधूरे होने के कारण प्रमाणित नहीं हो पाए, संकटग्रस्त हुए. इसीलिये "विकल्प" की ज़रुरत आ गयी. - श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००५, अमरकंटक) 💐🌿🌷🌱🌻🍃🌺🌴🌹

  • @rishisuwalka3195
    @rishisuwalka31955 жыл бұрын

    Aap kaha se ho

  • @rajeshtyagi629
    @rajeshtyagi6296 жыл бұрын

    Urgently

  • @avisahu2000
    @avisahu20007 жыл бұрын

    bakri palan ke liye kya kya labh de rhi h sarkar kisan ko iske bare me jankari dene ki kripa kre

  • @tanharinku306
    @tanharinku3066 жыл бұрын

    Sir me Purulia West Bengal se hun. Mere kuch questions h. Plz guide karen. 1.Mujhe kaun sa NASAL select karna chahiye ? 2. Goat k liya tree leaves ya fir grass kaun sa sabse jyada acha hota hai kyunki, grazing par hi palna chahta hun. 3.100 Goats k liya kitna land jarurat hogi taki mujhe unka liya khana kharidna na pade ? 4.Hum logon k yahan sirf rice dhan ka fasal hota h, agar dhan nikalna k baad dhan k paudha ka green abostha me silage banakar sara saal khilaya ja sakta h kya ? Isme aur kya supplementary food add karen ki sab puri tarah swasth rahe ? Apka Mobile number mil sakta h kya jissa apse appointment kar k milna chahunga aur Taki future me koi problems aana par apse help le sakun ? 5.Goat k business sur hona se pehla apse milna ho sakta h kya ?

  • @rambisiwas7824

    @rambisiwas7824

    6 жыл бұрын

    please give connect n.

  • @dollykumari1007
    @dollykumari10075 жыл бұрын

    Hallo sir Mai Bihar se hu or goat farming training Lena hai to sir aap please bataye ki Mai training Kaha lu

  • @subhashmeena8310

    @subhashmeena8310

    4 жыл бұрын

    Govt employees ko training mil sakti hi

  • @vinodkaparwan6689
    @vinodkaparwan66894 жыл бұрын

    Uttrakhand ke pahard Mai kon si bkari palni chaiy

  • @rmsgoatfarm9067

    @rmsgoatfarm9067

    3 жыл бұрын

    Barbari

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