कर्म हम करते हैं या भगवान कराता है | कर्म - 1 | Swami Mukundananda Hindi
कर्म हम करते हैं या भगवान कराता है।
#swamimukundanandahindi #swamimukundananda #karma #karmyog #karm #gyan #bhakti
स्वामी मुकुन्दानन्द जी अपने इस नवीन वीडियो में भगवान की परिभाषा के बारे में बता रहे हैं। साथ ही भगवान एक तुच्छ जीव को कैसे मिलेंगे इस तत्वज्ञान से भी हमें अवगत करवाते हैं। एक बार भगवान राम ने महाऋषि वशिष्ठ से पूछा कि हे गुरुदेव! भगवान की परिभाषा क्या है? महाऋषि वशिष्ठ चुप रह गए। भगवान राम ने दोबारा पूछा महाऋषि वशिष्ठ से तब उन्होंने कहा कि यह चुप्पी ही परिभाषा है क्योंकि शब्द सीमित हैं और ईश्वर असीम है। स्वामीजी कहते हैं कि भगवान विरोधी धर्मों का अधिष्ठान
होता है।
भगवान की इंद्रियां बड़ी विचित्र हैं। वेद कहता है कि भगवान अपने आँख से सूंघ सकते हैं और कान से रस ले सकते हैं। क्यों? क्योंकि वह हमारी तरह सीमित व्यक्तित्व वाले नहीं है। शास्त्र यह भी कहते हैं कि ईश्वर अपनी किसी एक इंद्रियों से भी समस्त इंद्रियों के कार्य कर सकते हैं। यहाँ तक कि भगवान बिना किसी इंद्रियों के सारें इंद्रियों के कार्य करने में सक्षम हैं। स्वामीजी ने कहा कि भगवान को हम प्रवचन या बुध्दि के द्वारा नहीं जान सकते। क्यों? क्योंकि भगवान दिव्य हैं और हमारी इंद्रियां, मन और
बुद्धि लौकिक है। वही, वेद यह भी कहता है कि जिस जीव पर भगवान कृपा कर देंगे, वह उन्हें जान जाएगा और उसकी भगवत्प्राप्ति हो जाएगी।
🌐 Official Websites -
JKYog India - www.jkyog.in
Swamiji - www.swamimukundananda.org
✨ Join free JKYog Online Classes via zoom -
www.jkyog.in/online-sessions/
⚡ Swami Mukundananda Exclusive -
Live Interaction with Swamiji and watch the exclusive videos and lectures of Swamiji at smexclusive.org
Swamiji's Hindi Social Media Channels -
🌟 KZread - kzread.info...
🌟 Facebook - / hindi.swami.mukundananda
🌟 Instagram - / swami.mukundananda.hindi
🌟 Twitter - / swamiji_hindi
🌟 Telegram - t.me/SwamiMukundananda
🌟 Koo - www.kooapp.com/profile/swamim...
🌟 Whatsapp - wa.me/918448941008
🌏 Swami Mukundananda Events - www.jkyog.in/events/
📧 Write to Swamiji at deskofswamiji@swamimukundananda.org
📧 Subscribe to the Desk of Swamiji newsletter - www.swamimukundananda.org
📚 To buy the books/literature of Swamiji visit - www.rgdham.org
🙋 To volunteer for JKYog and Swamiji visit - www.jkyog.in/volunteer/
📧 To invite Swamiji for a talk at your Organisation/University/College, write an email at deskofswamiji@swamimukundananda.org
✨ स्वामी मुकुंदानंद परिचय -
स्वामी मुकुंदानंद एक प्रसिद्ध भक्ति योग संत, मन नियंत्रण के प्रवक्ता, आध्यात्मिक एवं योग शिक्षक और जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज के वरिष्ठ शिष्य हैं। स्वामीजी एक अभूतपूर्व योग प्रणाली 'जगदगुरु कृपालु जी योग ' (JKYog) के संस्थापक है। एक इंजीनियर (आईआईटी) और प्रबंधन (आईआईएम) स्नातक के रूप में स्वामीजी का प्रशिक्षण उन बुद्धिजीवियों को बहुत आकर्षित करता है, जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ आध्यात्मिकता सीखना चाहते हैं। ईश्वर के विषय में सच्चे दर्शन को प्रस्तुत करने की उनकी अनूठी और उच्च पद्धतिगत प्रणाली आज की दुनिया में अत्यंत दुर्लभ है। उनकी उपस्थिति भगवान् और उन सभी आत्माओं के प्रति प्रेम का संचार करती है जो मार्गदर्शन के लिए उनसे संपर्क करते हैं।
#swamimukundananda
#swamimukundanandahindi
Пікірлер: 224
मनुष्य को कर्म का फल क्यों भोगना पड़ता है - kzread.info/dash/bejne/fHuFu9aqka66dMo.html
@shashibathla4369
Жыл бұрын
😊😊😊😊😊😊😊1Q
@shyamkunwaryadav1590
Жыл бұрын
jai shree shyam baba
*"कर्म प्रधान विश्व रचि राखा"* और *"होइहि सोइ जो राम रचि राखा"* दोनो सिधांतों में कोई अंतर नहीं है ! पूर्व जन्मों में किए हुए कर्मों के अनुसार भगवान ने जो हमारे इस जन्म में (सुख दुख भोगाने हेतु) घटनाऐं रच दी हैं उन्हें कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि प्रारब्ध का भोग अटल और अवश्यम्भावी है। इस लिए जो तय है वह *"होइहि सोइ जो राम रचि राखा"* है ! केवल भगवान और उनके अनन्य भक्त ही मन की मोज आए तो उसे बदल दें । क्योंकि भगवान के लिए कुछ भी असंभव नहीं है ! श्री व्यासजी शोक ग्रस्त अर्जुन से कहते हैं- *"कुन्तीकुमार ! वे समस्त यदुवंशी देवताओं के अंश थे । वे देवाधिदेव श्रीकृष्ण के साथ ही यहाँ आये थे और साथ ही चले गये । उनके रहने से धर्म की मर्यादा के भंग होने का डर था; अत: भगवान श्रीकृष्ण ने धर्म-व्यवस्था की रक्षा के लिये उन मरते हुए यादवों की उपेक्षा कर दी ।कुरूश्रेष्ठ ! वृष्णि और अन्धकवंश के महारथी ब्राह्मणों के शाप से दग्ध होकर नष्ट हुए हैं; अत: तुम उनके लिये शोक न करों । उन महामनस्वी वीरों की भवितव्यता ही ऐसी थी । उनका प्रारब्ध ही वैसा बन गया था । यद्यपि भगवान श्रीकृष्ण उनके संकट को टाल सकते थे तथापि उन्होंने इसकी उपेक्षा कर दी । श्रीकृष्ण तो सम्पूर्ण चराचर प्राणियोंसहित तीनों लोकों की गति को पलट सकते हैं, फिर उन महामनस्वी वीरों को प्राप्त हुए शाप को पलट देना उनके लिये कौन बड़ी बात थी ।"* (मौसल पर्व: अष्टम अध्याय: श्लोक 20-27) हमारे कर्मों के अनुसार जो कुछ राम ने रच रखा है, वह होगा ही । जो करके आये हो वह तो भुगतना ही पडेगा क्योंकि *"जो जस करइ सो तस फल चाखा"।* इसका यह अर्थ नहीं की प्रारब्ध पर ही निर्भर रहकर कुछ किया ही ना जाए। बलकि आगे आने वाली समस्या से लडने के लिए बल को इकट्ठा किया जाय, पुरूषार्थ किया जाए क्योंकि *"कर्म प्रधान विश्व रचि राखा"।* भीषम पितामाह महाभारत के शांति पर्व में युधिष्टर से कहते हैं *"बेटा युधिष्ठिर! तुम सदा पुरूषार्थ के लिये प्रयत्नशील रहना। पुरूषार्थ के बिना केवल प्रारब्ध तुम्हारा प्रयोजन नहीं सिद्ध कर सकता। यद्यपि कार्य की सिद्धी में प्रारब्ध और पुरूषार्थ - ये दोनों साधारण कारण माने गये है, तथापि मैं पुरूषार्थ को ही प्रधान मानता हूँ। प्रारब्ध तो पहले से ही निश्चित बताया गया है। अतः यदि आरम्भ किया हुआ कार्य पूरा न हो सके अथवा उसमें बाधा पड जाय तो इसके लिये तुम्हें अपने मन में दुःख नहीं मानना चाहिये। तुम सदा अपने आपको पुरूषार्थ में ही लगाये रखो।"* (शान्ति पर्व, अध्याय 56) *"देवराज इन्द्र ने उद्योग (प्रयास) से ही अमृत प्राप्त किया, उद्योग से ही असुरों का संहार किया तथा उद्योग से ही देवलोक और इहलोक में श्रेष्ठता प्राप्त की। जो उद्योग में वीर है, वह पुरूष केवल वाग्वीर (खाली बातें बनानेवाला) पुरूषों पर अपना आधिपत्य जमा लेता है।"* (शान्ति पर्व, अध्याय 58) जो भक्त प्रारब्ध पर निर्भर रहते हैं वे भी भजन-ध्यानादि, परमार्थ- साधन तो करते ही हैं। अत: प्रारब्ध पर निर्भर रहने वालों को भी अपना कर्तव्य कर्म करते रहना चाहिए। हम जैसे मनुष्य बहुत ही सीमित सामर्थ्य और ज्ञान वाले हैं। आज के समय में प्रत्येक मनुष्य इस बात को एक दिन में अनेको बार दोहराता है *"होइहि सोइ जो राम रचि राखा"* । उसकी मान्यता अनुसार तो इस संसार में कोई भी घटना अथवा दुर्घटना भगवान ने पहले से ही तय कर दी है जबकी एसा नहीं है । सब कुछ प्रारब्ध नहीं होता । हाँ हमारे जीवन का कुछ हिस्सा प्रारब्ध से जुड़ा अवशय होता है । मगर हम यह पता नहीं लगा सकते कि कोन सी घटना प्रारब्ध से जुड़ी हुई है और कोनसी नहीं (एक होनी होती है, और एक अनहोनी)। इस लिए हमें सदा पुरूषार्थी ही होना चाहिए ! और प्रारब्ध भी तो हमारे पूर्व जन्मों में किए हुए कर्मों से ही बना है । क्योंकि *"कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करइ सो तस फल चाखा"* । पुरषार्थ करने के बाद कार्य पूर्ण न होने पर इसे राम जी की इच्छा अथवा "होनी" का नाम दे देना परमातमा की शरण लेना ही है।
@umashankarjangid8848
Жыл бұрын
इंसान बुरे कर्म करता है तो उसकी सजा वो 84 लाख योनि मे काट लेता हैं फिर मनुष्य जीवन तो सुख शान्ति भरा मिलना चाहिए
*ये दुनिया धोखे मे है अथवा दुनिया मे मनुष्य धोखे मे है* *धन्यवाद*
@harikishansharmaji7737
Жыл бұрын
Dhokha kaise dur ho
परम पुज्य महात्मा के श्री चरणो मे कोटी कोटी प्रणाम🙏🙏
भगवान् कहो ईश्वर कहो दयानिधि कहो या परमात्मा कहो तो वास्तव मे जो भी हो अपनी शक्ति से सभी कर्म करना नियत करता है जल, थल,अग्नि, आकाश, पवन पर केवल उसकी सत्ता प्रभु इच्छा के हिल न सके एक पत्ता🎉🎉🎉🎉🎉
ॐ गुरुभ्यो नमः।।
Hare Krishna Hare Rama 🙏🚩🌹
RADHE RADHE
गुरु जी को प्रणाम राधे राधे 🙏 आत्मा ही परमात्मा है
Wow! इसे सुनकर आनन्द परमानन्द। श्री राधे गोविंद 🙏
@share-Yur-experiences_Feelings
Жыл бұрын
कृपा कैसे मिलेगी
Following Swamiji From Nepal,🇳🇵💗🙌
👌🏿👍जयश्रीकृष्ण राधे राधे
Radhe Radhe❤❤❤❤
ॐ नमो नारायण स्वामी जी प्रणाम
Aap mahan hai guru ji ❤ Jai sai Ram Jai sai Shyam ❤️❤️🥰🥰 love you guru ji
Jai shree krishna
Radhe Radhe ❤️🙏
सुन्दर ज्ञान वर्धक और अति अलौकिक भगवान और संतों के लीलामृत । जय श्री राधे कृष्ण 🌹🙏🌹
जय श्री कृष्ण
Radhey Radhey 🙏
jai Gurdev.jai siyaRam guruji
Jai ho parvhu ✨🤗🥥🥥🥭🥭🙏🙏🙇🙇🤗🤗♥️♥️🥀🥀🚩🚩🚩🚩🚩
Radhe Radhe my dearest and respected Swamiji.🙏🙏❤️❤️
@share-Yur-experiences_Feelings
Жыл бұрын
How to get blessings
Jaisree Radhey Krsna Harekrsna... Maharaj ji Pronam
जय श्री कृष्ण 🙏🙏
जय जय श्री राधे
Radhe radhe
स्वामी जी बहुत सुंदर प्रवचन🙏🙏
राधे राधे
Radhay Radhay
जय जय सियाराम मेरे प्यारे प्यारे गुरुवर मेरे परम सहज कृपालु जी महाराज
Radhe Radhe Swami ji
राधे राधे ,स्वामी जी ।गुरु कृपा बनी रहे ।शत शत नमन ।🙏🙏🙏
जय श्रीकृष्ण ❤
Sadar vandan swamiji
Pranam Swamiji 🙏 Radhe Radhe 🙏
राधे राधे गुरु जी 🙏🏻🙏🏻
Jai ho
We can attain God only by his grace. So beautiful lecture. Thank you Swamiji.
@gsrcreations108
Жыл бұрын
Absolutely true and katho upnishad 1.2.23 tells about it.
@share-Yur-experiences_Feelings
Жыл бұрын
av kirpa kaise milegi
@ghanvedsingh8946
Жыл бұрын
God ki to nehi bata sakta lekin har jiv Ram hai ye satay hai
@anshman512
11 ай бұрын
@@ghanvedsingh8946har jiva ram setu bana sakte hain? 😂😂😂
jai shiv hari ❤ bum B um bhole❤😅
Guru ji maharaj ki jai ho
अति सुन्दर । जय श्री कृष्णा ।
🌹 राधे राधे 🌹♥️🙏
Jay shree ram Guru Dev Ji
💜 नमन् ❣️ तीर्थ ❣️ नमन् 💜
@anandpath760
Жыл бұрын
ॐ नमः शिवाय
Radhey Radhey Swami ji 🙏 🙌
Mai sirf aur sirf Iswar kripa par hi bharosa karta hoon kyonki mujhe apne aap se beinthaan muhabbat hai.
Reyal guru
स्वामी जी प्रणाम। आपने सुन्दर प्रवचन दिया। यह यथार्थ ज्ञान है। आपको साधुवाद।
🙏🙏🙏
JAI ho Aapki.....
राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण
Radhe,radhe,swamiji,keejay
Jai ho Gyan Ganga maya ki jai ho🎉
Pranam Guru ji🙏
Yogmaya ko samajana inshan ke liye mumkin nahi hai yogmaya ke dwara hi ishwar ki taraf jaaya jasakta hai yogmaya hi excellent sadhan hai aap ka sadhuvad karte hai sir ji ❤
Bahut hi sundar parmanandaji🙏🙏💐💐💕💕
Radhey Radhey Radhey Radhey 🌹🌹🚩🔥
Jai Shri krishna
Koti koti dhanyabad
राधे राधे स्वामी जी 💐🙏🏼🙏🏼
Omji
Saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चरण स्पर्श 🙏
Jai sachidanand ji
Swamijee, Radhe, Radhe. Pranam.
Amrit Vachan,Om Namo Bhagwate Vasudevaya...
Jay Sri Krushn... Swamiji premaadar sah pranaam...🌺🌺💞🙏🏻
Jai Guru Dev Ji
With the grace of God and guru we can uplift our lives . Shat Shat Naman Swami ji.
We can attain God by the Grace of God and Guru only. Nice Explanation by Swamiji. Thank you Swamiji for this Divine Wisdom.
What a fantastic explanation!!! Namaskar Guruji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@share-Yur-experiences_Feelings
Жыл бұрын
How we Get Blessings
जय श्री राधे गोबिन्द
radheee radheeee
Bahut hi sunder parvachan
Hare ram hare krishna
Radhe krishna radhe
Radhe Radhe
Pranam Swami ji ATI Sundar pravachan
Radhey Radhey
Dhanyawaad
God has Yog maya Shakti. With this energy He can do all contradictory things. They are His Leelas. Instead of reasoning God’s action we should enjoy His leelas with faith and enjoy the bliss.
shri krishnagovind hare murari
Gurudevji Ki Vani Me Sada Shivji Ka Nasha Jo Bhi Fansa Dil Me Basa Fir Dur Jane Ka Irada Nahi Sara Sukh Hai Ek Yanhi
🙏🙏🙏🙏🙏hare krishna
Jai shree krishna ji Jai Radhe Radhe Ji Jai Ho ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌲🏞️ 🌅🌅🍀🍋🇮🇳
❤radhe radhe
Sri krishna namaste 🙏 🙏🙏💐💐
Jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe jay shree radhe
Radhe radhe.
SUNDAR AUR GYANVARDHAK......... GURUWAR............22//06//2023........
Om Namo Namah Shivaye Om Jai Jai Sri Ram ji Om Jai Hind Jai Bharat Jai Maa Om
Jay shri ram
Jai Shri Radhe Krishna ji namah 🙏🙏🙏🙏
Wow💐💐💕💕🙏🙏
महाराजको नमस्ते❤
Thanks Swami ji
दुनिंया के लोग कर्म करने लिए स्वतंत्र हैं भोगने के ले परतंत्र \ परमात्मा ने अछे बुरे में फर्क करने के लिए हर इन्सान को बुद्दी विवेक पहले ही दे दिया है
Radha Radha
जय श्री राम