Jharkhand: हेमंत सोरेन के विश्वासमत प्रस्ताव पर क्या बोलेंगी कल्पना?

झारखंड में इंडिया गठबंधन की साझा सरकार तीसरी बार विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने पहुंचेगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन में दूसरी बार विश्वासमत हासिल करेंगे. पांच महीने वाली चंपाई सरकार ने भी विश्वासमत सदन से लिया था. वही सोमवार को हेमंत सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है. हेमंत सोरेन के पास पर्याप्त आंकड़े हैं, लेकिन वर्तमान विधानसभा में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हेमंत सोरेन के लिए कल का दिन अहम है, तो इस वीडियो में राज्य की वर्तमान हालात पर चर्चा और पक्ष विपक्ष की आंकड़ों में ताकत को लेकर प्रभात खबर के ब्यूरो चीफ आनंद मोहन जी से बातचीत करेंगे.
#jharkhand #hemantsoren #vidhansabhaelection2024
Official Website: www.prabhatkhabar.com/
Install Prabhat Khabar Android App: play.google.com/store/apps/de...
Subscribe to our Channel: / prabhatkhabartv
Like us on Facebook: / prabhat.khabar
Follow us on Twitter: / prabhatkhabar
Follow us on Instagram: / prabhat.khabar
For Grievance related queries visit www.prabhatkhabar.com/grievance
About The Company:
वर्ष 1984 में स्थापित न्यूट्रल पब्लिशिंग हाउस लिमिटेड भारत के शीर्ष मीडिया एवं संचार समूहों में एक है. यह झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में सक्रिय है. इसके फ्लैगशिप ब्रांड का नाम है प्रभात खबर. कंपनी मोबाइल और गांवों के लिए निकलने वाले साप्ताहिक समाचार पत्र के जरिये इवेंट एवं आउटडोर, इंटरनेट, वैल्यू ऐडेड सर्विसेज भी देती है.
प्रभात खबर महज एक समाचार पत्र नहीं है. यह लोगों की आवाज और आत्मा बन चुकी है. पत्रकारिता को समर्पित इस समाचार पत्र ने पत्रकारीय धर्म और उसके पारंपरिक मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया. इस संस्थान ने सदैव पत्रकारिता के मूल्यों का पालन किया. आज के दिन में प्रभात खबर भारत के सबसे ज्यादा प्रसारित हिंदी समाचार पत्रों की लिस्ट में सातवें नंबर (IRS Q4 2012) पर है. पाठक संख्या की वृद्धि के मामले में देश के 10 सबसे तेजी से बढ़ते हिंदी समाचार पत्रों में यह अखबार शीर्ष पर था. इस समाचार पत्र की संपादकीय टीम ने सुशासन और पाठक केंद्रित ऐसे विषयों को उठाया, जो आगे चलकर मुद्दा बन गया. प्रभात खबर रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर, पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर
और कोलकाता में प्रकाशित और प्रसारित होता है.

Пікірлер: 2

  • @anilchandrakhare3261
    @anilchandrakhare32619 күн бұрын

    जो चार विधायक एमपी बन गये हैं वे छः महीनों तक दोनों सदनों के सदस्य बने रह सकते हैं, संभवतः वह विधानसभा में वोट भी कर सकते हैं, जैसा कि अटलजी के समय में हुआ था जबकि उस एक वोट से उनकी सरकार गिर भी गई थी !

  • @routeofsuccess7312
    @routeofsuccess73129 күн бұрын

    बहुत अच्छी

Келесі