जन्म से पहले और मृत्यु के बाद, क्या इसे जान सकते हैं? Before Birth & After Death?
परमात्मा को पाया जा सकता है, देखो आपके सामने घट रहा है। प्रत्यक्ष है, आंख खोलो और जान लो।
Join WorldLinkers to get All Meditation Musics and Meditation Classes
/ @worldlinkers
#dhyankaisekaren #meditation #yoga #parmatma #dhyankaisekare #atamgyan #meditationmusic #divya #moksha
WhatsApp Nos. for Meditation Music and MP3 audios: 9878250217, 8950602116
Please support me
Google Pay & PhonePe: 7015357660
Paytm: 8950602116 (Only Rs. 100/- for Meditation Music).
For online Meditation and Yoga Courses: 9718503716
मेरी सभी वीडियोस के लिए यहां क्लिक करें : / @worldlinkers
छोटी छोटी आम होने वाली गलतिओं के कारण ध्यान में प्रवेश असंभव हो जाता है
आपका प्रेम और सनेह इतना बरस रहा है, ऐसा लगता है जैसे परमात्मा ही बरस रहा है। आपके प्रेम के आगे मैं झुक गया हूँ। बहुत अनुग्रहित हूँ। और आप सभी का बहुत आभारी हूँ।
मेरे निजी जीवन में होने वाली घटनाओं पर आधारित, जो मैंने अनुभव किया।
ध्यान में परमात्मा का अनुभव। Powerful Zero State Meditation : • ध्यान में परमात्मा का ...
परमात्मा की यात्रा। हुकुम रजाई चलणा। The Journey of God. : • परमात्मा की यात्रा। हु...
मोक्ष और मुक्ति का परम रहस्य।: • मोक्ष और मुक्ति का परम...
आपकी दिव्य-शक्ति। अज्ञान से ज्ञान तक। The Truth of your Divine Power.: • आपकी दिव्य-शक्ति। अज्ञ...
आत्मज्ञान और साक्षी भाव: Discover Yourself with Witnessing: • आत्मज्ञान और साक्षी भा...
ब्रह्मचर्य, ध्यान, प्रेम और कामवासना। Meditation Power and Celibacy Myths: • ब्रह्मचर्य, ध्यान, प्र...
स्वयं की खोज से सत्य में प्रवेश - Discover Yourself: • स्वयं की खोज से सत्य म...
आपकी कल्पना में छुपी है ब्रह्मांड की शक्ति. : • आपकी कल्पना में छुपी ह...
वो साधना जो परमात्मा से जोड़ देगी। : • वो साधना जो परमात्मा स...
मन की शक्ति को जगाने का अद्भुत ध्यान। Ultimate Meditation: • मन की शक्ति को जगाने क...
दिव्य-शक्ति का अनुभव। तीसरी शक्ति 3rd Power Mystery.: • दिव्य-शक्ति का अनुभव। ...
आपने जो भी किताबों में पढ़ा है, या फिर संत, महात्माओं से सुना है वो उनका अनुभव हो सकता है, आपका नहीं। आप अगर दुसरे के अनुभव को मान लेते हैं तो आप एक गहरे झूठ में उतर जाते हैं, लेकिन अगर आप अपने जीवन में खुद कुछ प्रयोग करते हैं तो फिर आप स्वम् ही जान लेते हैं, जो ज्ञान आपके अनुभव से आता है केवल वही सार्थक है।
email : worldlinkersz@gmail.com
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976,
allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting,
teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that
might otherwise be infringing.
educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Пікірлер: 352
आप से एक प्रशन है , मुझे अनहद नाद केवल 6 महीना ही सुनाई देता है मैं इस बात को notice की हू। अपने- आप वो अक्टूबर के अंत में सुनाई देना शुरू हो जाता है और अपने - आप अप्रैल के अंत आते - आते सुनाई देना बंद हो जाता है । उसके बाद में लाख कोशिश करू मुझे अनहद नाद की आवाज सुनाई नही देती ऐसा कियू होता है? 🤔
आपको शुद्ध हिंदी सीखने की आवश्कता है। आप संबंध प्रवेश और भी कुछ शब्द है जो मुझे कुछ गड़बड़ लगे कृप्या इन्हें सुधारें।कृप्या बुरा मत मानना।
आपकी बातों को सुनकर जीवन का सच में रूपांतरण हो गया है अब हर तरफ हर एक चीज में प्रकृति रुपी परमात्मा दिखाई पड़ता है अब जीवन एक वीडियो गेम की तरह लगने लगा है इतना आनंद पहले कभी महसूस नहीं किया आपकी हर एक वीडियो को मैं बार बार देखता हूं और क्या कहा जा रहा है उसे बहुत अच्छी तरह समझता हूं आपकी हर नई वीडियो का बेसब्री से इंतजार रहता है, जीवन की सही राह दिखाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
आपको सादर प्रणाम। में मेरा एक अनुभव कहना चाहता हुं, दरअसल ये आम अनुभव है और हर किसीको हुआ ही होगा। मै बिस्तर पर लेटा था, आपका वीडियो आंख बंद करके ध्यान से सुन रहा था। ना जाने कब आपकी आवाज सुनाई देनी बंद हुई या फिर ऐसा कहिए की मै खुद अदृश्य हो गया। आपका वीडियो चल रहा था और करीबन ३० मिनट बाद फिर से आपकी आवाज धीरे धीरे सुनाई देने लगी या फिर ऐसा कहिए की मै धीरे धीरे खुद में आने लगा।फिर मैंने आपकी वीडियो रोक दी और ये जो मुझे अनुभव हुआ उसके बारे मे सोचने लगा। आपकी वीडियो चल रही थी, आवाज भी सुनाई दे रही थी, मेरे कान मेरा पूरा शरीर वही था। मगर थोड़ी देर बाद सब कुछ शून्य हो गया, ना ही मै था और ना ही आपकी आवाज थी। तो फिर अदृश्य कोन और क्या हुआ? अक्सर हम कहते है की आंख बंद होती है तो हम सो जाते है, पर चूंकि मेरी आंखे बंद थी पर मै सोया नही था , पूरे ध्यान से आपकी आवाज सुन रहा था। मेरा सवाल अभी भी वही था की अदृश्य कोन हुआ? सरल भाषा मे कह सकते है की मेरा मन अदृश्य हो गया था। मेरी सांसे चल रही थी, मेरा शरीर भी वहा था, केवल कोई एक अदृश्य हो गया था। सरल भाषा मे इन तीन चीजों को हम आत्मा ( जो की मेरी सांसे चला रही थी), शरीर ( जो की वह बिस्तर पे पड़ा था) और तीसरा मन ( जो की उस जगह से अदृश्य हो कर जाने कहा चला गया था)। ये कोई अद्भुत अनुभव नहीं था, बल्कि ज्यादातर सबको होता है। मगर इस अनुभव से मेरे मन मे एक प्रश्न उठता है। हम सब मानते है की आत्मा तो परमात्मा का अंश है, शरीर पंचभूतो से बना हुआ है मगर ये मन क्या है? केवल आत्मा या शरीर से संसार नही बनता, संसार बनाने मे मन की बहुत बड़ी भूमिका है। मगर मन की उत्पति कहा से होती है? इसको बहुत गहराई से समझने की जरूरत है।प्रणाम।
आपके वीडियो पर बड़ी श्रद्धा थी पहले लेकिन आज सुनकर यह मालूम हो गया की आप को अनुभव कुछ नही है। क्योंकि राम केवल शब्द नहीं हैं उसके बारे में कहना तो वाणी में सiमर्थ नहीं हैकिसी के यह मेरा वक्तव्य नहीं बल्कि अनुभव है ll
आपका यह जो वीडियो है एक घंटा 23 मिनट 22 सेकंड का वीडियो में केवल वही अनुभव कर सकता है जो मन और बुद्धि से ऊपर की अवस्था को जिसने प्राप्त कर लिया है होस को,,,,, आपको पता है आदमी हॉर्सपर,कब रहता है जब आदमी वाहन चाललअ ता है ,, ठीक उसी प्रकार आदमी को,, हमेशा हो स पूर्वक जीवन जीनाचा ही ये कहे कि यहां एक सेकंड में दुर्घटना घट सकता है,,,,, आपका इस वीडियो से हमको नहीं लगता है की लाख में 10 व आदमी समझ पाया होगा,,,, इसमें से केवल वही समझ पाई गा जिसका मन में एक भी विचारआया,,, और विचार को हॉर्स पूर्वक जान पाया कि हां मेरा मन में यह विचार उठा मैंने हॉट पूर्वक साक्षी भाव से केवल देखा उसको तर्क वितर्क मैंने कुछ नहीं किया, केवल वही समझ पाएगा,,,, और ऐसा व्यक्ति को मौत मारा नहीं पाएगा और जीवन और दोबारा बांध नहीं पाएगा नहीं अब वह परमात्मा का ऊर्जा से विराट का ऊर्जा से कांटेक्ट हो गया
फिर किसी व्यक्ति का पुनर्जन्म होने की बातें कितनी सच है। क्या पुनर्जन्म की मान्यता गलत है,।
जब आत्माएँ पुनः जन्म लेते हैं तो population कैसे बड़ती जा रही है?
जो आपने यहा तक पाया आहे वही सूनाया है साधक किसी भी रास्ते से निकला हो ऊस परमात्मा को दृढ निश्चय से पाने के लिए तो स्वयंम अस्तित्व कोणी सहाय्यभूत होता है और साधक ध्यान से भी उपर चिन्मय सत्ता मे हो जाता है वहा कोई नही होता फिर भी सब होता है ऊस अवस्था से अकर्म का जन्म होता है जब तक साधक का प्रारब्ध है तब तक अकर्म उनके साथ होता है वही शांती है वही मुक्ती है जैसे जीवनमुक्त कहा जाता है
गुरुजी तुम्हें पता हीनहींमैंने अपने तीन जन्म देखे है अन्का अनुभाव तुम्हे मिलो त तो बताऊ❤ मे कई जातियो से गुजरा मरते वक्त मेने जो मागा था भगवान से वे इस जन्म मे मुझे मिला हैअब मैं वृंदावन की गलियों में ही रहता हूं❤ क्या बताऊं यहबांके बिहारी जी कीलीला है❤जो समझना बहुत कठिन है❤ ।
यह ज्ञान मुझे हजारों ज्ञान से ज्यादा अच्छा लगा। जीस ज्ञान के लिए मैं सालों भर से अंधेरे में था, वह ज्ञान आज मुझे मिला।। आपका आशीर्वाद मेरे साथ रहे।। यूगल प्रसाद। बिहार।।
आप कहते हैँ कि उस विराट सत्य को जान पाना कैसे भी सम्भव नहीं पर आज जिस प्रकार आपने जन्म-जीवन और मृत्यु के दर्शन कराए तो जान भले न पाए लेकिन स्वयं को जरा प्रकृति के और करीब पाया। आपके इस बेमिसाल प्रयास के समझ बस झुक जाने का दिल 🙏
आपकी नई सी सोच-नई खोज कि प्यास अपने से गहरा उठती है। इस इंतजार में कहीं खुशी समाई क्यूँकि जीवन प्रतिपल बदल रहा। 🙏
एक ही परम सत्य है दुकान
मैने आपके हर विडियो देखे है । मुझे आपकी हर विडियो से बहुत ज्ञान मिला है। मुझे आपकी हर बात पर सच्चाई नजर आती है। आपने विकार और दुख को कैसे दूर करणा यह बहुत अच्छी तरीके से समझाया है। आप हर बात को बहुत ही प्रेमपुर्वक समझाते है। आपने जो भी ज्ञान हमे बताया है शायद ही कोई इसे ना बताए जो आपने बताया है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद .
गुरु जी आपने ने तो जीवन ही बदल दिया | बेकार की उदासी और चिंता से मेरा पीछा छूट गया है | कोई भी मुसीबत अब इतनी बड़ी नहीं लगती | सब खेल की तरह लगता है | आनंद अब अपने ही भीतर से आने लगा है | आपका बहुत बहुत धन्यवाद ❤❤❤❤❤❤ दिल से नमन है आपके ज्ञान को 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
गुरु जी अब तो आप से मिलने का मन कर रहा है आप से बहुत कुछ सीखा है
आप द्वारा हर बार की प्रस्तुति लाजबाव होती हैं, दिल से धन्यवाद शुक्रिया थैंक यू❤❤❤
Iksha bhi kya aapki hai?
मै भी वर्तमान में जीने का प्रयत्न करता रहता हु। अगर वर्तमान को ही हम परम सत्य मान ले तो ना ही भूतकाल बचेगा और ना ही भविष्य बचेगा, बिना भूतकाल और भविष्य के मेरी उम्र और समय उस छोटे से वर्तमान में समा जायेगा। इस छोटे और सूक्ष्म वर्तमान को नाप ने कोई तरीका भी नही है।इसको समझना बहुत ही गहरी बात है।