शोहरए आफाक़ “आसिफी इमाम बाड़ा” जिसका शुमार दुनिया के अज़ायेबात में होता है।Asfi Bara Imambara| Lucknow|
Channel- Sunil Batta Films
Documentary- Asfi Imambara , Lucknow
Produced & Directed by Sunil Batta, Voice- S H Mendi, Camera-Chandreshwar Singh Shanti, Production- Dhruv Prakesh, Camera Asst.- Runak Pal, Kuldeep Shukla,
Synopsis of the film-
“आसिफी इमाम बाड़ा”
जगमगाता है शुआओं में यह एैवाने बुलंद
जिस की सनअत का है दुनिया में निराला अंदाज़
पारए चूब के एहसान की ज़रूरत न रही
ख़ाक और ख़शत ने मिलकर यह दिखाया एजाज़
उस की तामीर को आए नहीं मेमारे फरंग
है यह तहज़ीब अवध के लिए सरमाया नाज़
लखनऊ जो अपनी निराली शानो शौकत निफायत और शीरीं अंदाजे़ गुफ्तगे के अलावा सियासत सिक़ाफत सैय्याहत तालीम तहज़ीबो तमद्दुन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं यहां के तालीमी इदारे आलिमी पैमाने पर अपना परचम बुलंद किए हुए हैं।
यू तो लखनऊ में इमामबाड़ों की एक कसीर तादाद मौजूद है। उन्हीं इमामबाड़ों में एक इमामबाड़ा है जो “आसिफी इमाम बाड़ा” या बड़ा इमाम बाड़ा कहलाता है जो आज भी पूरी दुनिया में फरमां रवायाने अवध और लखनऊ की शानो शौकत का ज़ामिन है। इस शोहरए आफाक़ इमाम बाड़ा को नवाब शुजाउद्दौला के बेटे मिर्ज़ा यहया ख़ान उर्फ मिर्जा़ अमानी यानी आसफ़ुद्दौला ने बनवाया , नवाब आसफ़ुद्दौला 1748 ईस्वी में पैदा हुए और 1775 ईस्वी में अपने वालिद नवाब शुजाउद्दौला के इंतिक़ाल पर मसनद नशीन हुए। मसनद नशीनी के सात साल तक अपनी वालिदा बहुबेगम और दादी नवाब बेगम के जे़रे साया फैजा़बाद में ही में रहे।
1784 इस्वी में जब लखनऊ में क़हेत का गहरा साया पड़ा तो शहर के शोराफा फाक़ा कशी पर मजबूर हो गए ऐसे नाजुक मौका पर नवाब आसिफद्दौला ने लोगों को रोज़गार फराहम करने ओर पैग़मबरे इस्लाम के मज़लूम नवासे हज़रत इमाम हुसैन की अदीमुलमिसाल यादगार कायम करने की नीयत से बड़े इमाम बाड़े की तामीर का सिलसिला शुरू किया। इस आली शान इमाम बाड़े की तामीर में तकरीबन 2200 मेम्मारों और मज़दूरों की शमूलियत रही जो सात साला शबो रोज़ मेहनतों मुशक़्क़त का अजीम शाहेकार बना। और उस के तामीर में तकरीबन ढ़ेड़ से दो करोड़ रूपया खर्च हुए थे।
नवाब आसिफुद्दौला ने इस इमारत को जिस अक़ीदत और ख़ुलूस से बनवाया था वैसे ही मुहब्बत और लगन से लोगों ने तामीर भी किया जिसके नतीजे में ऐसी नफीस शानदार और शोहरए आफाक़ इमारत बन कर तैय्यार हुई जिसका शुमार दुनिया के अज़ायेबात में भी होता है।
इस शोहरए आफाक़ और हैरत अंगे्रज इमारत का नकशा एक ईरानी माहिरे फन्नेतामीर केफायतुल्लाह शाहजहां बादी ने तैय्यार किया था। जिनकी मसाएबगंज लखनऊ में बलदार मस्जिद के क़रीब आखि़री आरामगाह मौजूद है।
#Lucknow
#AsfiImambaraLucknow
#LucknowBaraImambara
#BhoolBhulaiyaLucknow
#LucknowKeImambare
#HussainabadImambaraLucknow
Пікірлер: 4
Mashallah,,salam ya hussain a,s
Masha Allah bhot khub aise hi khidmat karte rahe
awesomeeeeeeeeeeeeeeeeee imam bargah salaam yaa hussain
@SunilBattaFilms
5 жыл бұрын
Shukriya Dil Se🙏🙏🙏🙏