घर बैठे जानिए Satlok Ashram, Dhanana Dham की आध्यात्मिक प्रदर्शनी में क्या कुछ था खास | SA NEWS
घर बैठे जानिए Satlok Ashram, Dhanana Dham की आध्यात्मिक प्रदर्शनी में क्या कुछ था खास | SA NEWS
__________________________________________
For More Update Follow Us On Social Media
Facebook: / satlokashramnewschannel
Twitter : / satlokchannel
KZread : / satlokashram
Instagram : / sanewschannel
Official Site: jagatgururampalji.org
Website : sanews.in
Пікірлер: 294
💰संत रामपाल जी महाराज की दी गई शिक्षा से हो रहा है दहेज का खात्मा। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान करेगा दहेज मुक्त भारत का निर्माण।
ऐसा सच्चा ज्ञान गुरु से ही मिल सकता है ओ गुरु ये है जगत गुरु तत्वदर्शी संत राम पाल जी महाराज जी सत साहेब जी
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए।
पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब सशरीर आये और आने को लीलाएं करके पुनः सशरीर सतलोक चले गए क्योंकि पूर्ण परमात्मा कभी न जन्म लेता है और न उसी की मृत्यु होती है
रक्तदान महादान संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके अनुयायियों ने कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हज़ारों यूनिट रक्तदान किया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
सत्य सनातन सत्यनारायण कबीर भगवान अशंख ब्रम्हांड कीरचयिता मालिक कबीर की कृपा प्राप्त संत राम पाल गुरु भगवान कीचरण कमल में कोटी कोटी दंडवत प्रणाम है सत साहेब जी बंदी छोड़ कीजय हो
पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। - ऋग्वेद ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान। संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए रक्तदान शिविर, बने चर्चा का विषय। Followers Of Sant Rampal Ji
संत रामपाल जी महाराज तत्वज्ञान से दहेज मुक्त स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं। पूर्ण गुरु की पहचान यह भी होती है वह समाज में व्याप्त बुराइयों, कुरीतियों और पाखण्डवाद को अपने सच्चे ज्ञान से समाप्त करता है। आज के समय मे संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु है जो दहेज मुक्त, नशामुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं।
❤❤ संत रामपाल जी महाराज की जय सतलोक आश्रम मैं प्रदर्शनी के माध्यम से प्रमाणिक जानकारी मिली जो आत्मा को छू जाती है संत रामपाल जी महाराज को कोटि कोटि प्रणाम❤❤❤❤❤
Sat sat naman ji Guruji😊😊😊😊🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब सशरीर आये और अनेकों लीलाएं करके पुनः सशरीर सतलोक चले गए। क्योंकि पूर्ण परमात्मा कभी भी न जन्म लेता है और न उसकी मृत्यु होती है।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके शिष्यों ने कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर सतलोक आश्रमों में हज़ारों यूनिट हुआ रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज के सतलोक आश्रमों में हुआ रक्त दान। कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुए ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में परमेश्वर कबीर जी तेजोमय रूप में आकर काशी के लहरतारा तालाब में बालक रूप में कमल के फूल पर प्रकट हुए, इसके प्रत्यक्ष दृष्टा ऋषि अष्टानन्द जी थे। वहाँ से नीरू नीमा ने परमेश्वर कबीर जी को अपने घर ले आये।
Param Pavan Satya Gyan He 🙏 Satgurudev Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏
संत रामपाल जी महाराज जी की जय, सतलोक आश्रम में प्रदर्शनी के माध्य से पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई जो सराहनीय है।
बहुत ही सुन्दर व्यवस्था देखने को मिलती हैं संत रामपाल जी महाराज जी के सभी आश्रम में।
जब कबीर परमेश्वर सतलोक से अवतरित हुए थे। उस समय शिशु रूप कबीर साहेब की परवरिश कुंवारी गाय के दूध से हुई थी। इसी बात का प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 में भी है कि जब पूर्ण परमात्मा शिशु रूप धारण करके पृथ्वी पर आता है तो उसका पालन पोषण कुंवारी गाय से होता है।
संत रामपाल जी महाराज की जय सतलोक आश्रम मैं प्रदर्शनी के माध्यम से प्रमाणिक जानकारी मिली जो आत्मा को छू जाती है संत रामपाल जी महाराज को कोटि कोटि प्रणाम
पूर्ण सतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
सत साहेब बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा सत्य साहिब जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी भगवान की जय हो
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
संत रामपाल जी महाराज वह सच्चे सतगुरु हैं जिन्होंने सदग्रंथों से प्रमाण देकर पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की संपूर्ण जानकारी और सतभक्ति सर्व मानव समाज को देकर पूर्ण मोक्ष का मार्ग बताया जो आज तक किसी ने नहीं बताया।
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयायी आए दिन जरूरतमंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं (जैसे रक्तदान, देहदान)
⛑️ संत रामपाल जी महाराज के सतलोक आश्रमों में हुआ रक्त दान। कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
परमात्मा की लीला
बहुत ही अदभुत ज्ञान प्रदर्शित किया गया है इस प्रदर्शनी से सच में सन्तरामपाल जी महाराज जी का ज्ञान अनमोल उपहार है। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सानिध्य में कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हुये विशेष समागम
संत रामपाल जी महाराज के सतलोक आश्रमों में आयोजित इस आध्यात्मिक प्रदर्शनी का आयोजन स्थल अत्यंत शांतिपूर्ण और प्रेरणादायक होता है। यहां का वातावरण भक्तों को आत्मिक शांति के साथ ही सत्य आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति में मदद करता है।
सत साहेब जी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕🌸🌸🌸🌸🌸📗📗📗📗📗📗📗📗📗📗🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
कबीर परमात्मा जैसे कोई भगवान नहीं और सतलोक जैसे कोई स्थान नहीं।
Anamol Satya Gyan He 🙏
कबीर ज्ञान सो ज्ञान री, और ज्ञान सब ज्ञान। जैसे गोला तोब का करता चले मैदान। बोलो सतगुरु देव जी की जय हो 🙏🙏
Sat sahib ji❤
⛑️कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान। संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत
बहुत ही मनमोहक आध्यात्मिक प्रदर्शनी।
Hajaron unit raktdaan Kiya Sant Rampal Ji Maharaj ji ke shishyon ne anekon satlok aashramon mein isase Siddh Hota Hai ki sacche Satguru hi aisi kalyankari Shiksha de sakte hain
सतलोक आश्रमों में लगाई जाने वाली आध्यात्मिक प्रदर्शनी में विभिन्न चित्र, शास्त्र और संतों के उपदेश शामिल होते हैं। ये सभी सामग्री लोगों को सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने के साथ ही शास्त्रानुकूल भक्ति करने के लिए प्रेरित करती हैं।
Satguru ke lkshan khun mdhure bain vinod Char ved sath sastr khen athara bodh ❤❤❤
Sat saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹 Kabir is god 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 “अभी इमं अध्न्या उत श्रीणन्ति धेनवः शिशुम्। सोममिन्द्राय पातवे।। परमेश्वर जब भी शिशुरूप में पृथ्वी पर आते हैं तो उनका पालन पोषण कुंवारी गायों के दूध से होता है।
, अनंत कोटि ब्रह्मांड में, बन्दीछोड़ कहाय। सो तौ एक कबीर हैं, जननी जन्या न माय ।। न सतगुरु जननी जने, उनके मां न बाप। पिंड ब्रह्मांड से अगम हैं, जहां न तीनों ताप ।।
संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान बहुत ही अद्भुत है पहली बार सुनने से तो ऐसा लगता है की बिल्कुल असत्य है जब प्रमाण मिलते हैं तो आंखें खुली की खुली रह जाती हैं क्योंकि हमने शास्त्रों का नाम सुना था शास्त्र नहीं देखे थे संत रामपाल जी महाराज जी ने शास्त्रों के रहस्य बताए हैं।
⚡️संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में लगाई गई आध्यात्मिक प्रदर्शनी का महत्व इस बात में निहित है कि यह लोगों को उनकी आध्यात्मिक यात्रा में मार्गदर्शन करती है। यहां प्रदर्शित चित्र और धर्मग्रंथ जीवन के गहरे रहस्यों को उजागर करते हैं और लोगों को परमात्म ज्ञान की ओर प्रेरित करते हैं।
*Kabir is Supreme God * तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
अनमोल वचन परमात्मा के बोलो बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय
माता पिता मिल जाएंगे ,लख चौरासी माही। सतगुरु सेवा और बंदगी, फिर मिलन की नाही।।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम से आज लाखों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है। संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आज समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है। अब बेटी बोझ नहीं।
सत्य ज्ञान
20 से 22 जून 2024 को कबीर साहिब जी का तीन दिवसीय प्रकट दिवस संत रामपाल जी के सानिध्य में नेपाल सहित भारत के 11 सतलोक आश्रमों में मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में लोगों को सतभक्ति का संदेश देने के लिए आध्यात्मिक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। वहीं इस अद्भुत भंडारे में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा पूरे विश्व को सपरिवार आमंत्रित किया जा रहा है।
लाखों की संख्या में श्रद्धालु, लेकिन जात पात का नामो निशान नहीं मिलेगा संत रामपाल जी महाराज ने ऐसा समाज तैयार किया है जो आपसी भाईचारे की एक मिसाल कायम करता है।
कबीर परमात्मा ही जीवन रक्षक हैं। किसी भी प्रकार की जानलेवा बीमारी क्यों न हो। सतभक्ति से सभी रोग दूर होते हैं। संत रामपाल जी महाराज कबीर भगवान की सतभक्ति देते हैं। उनकी शरण लीजिए।
20 से 22 जून 2024 को परमेश्वर कबीर प्रकट दिवस के पावन अवसर पर सतलोक आश्रम में आयोजित विशेष परमार्थ कार्यों में कुल 1,872 यूनिट रक्तदान, 8,333 देहदान संकल्प और 297 रमैणी (दहेज मुक्त विवाह) हुईं। Followers Of Sant Rampal Ji
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 अभी इमं अध्या उत श्रीणन्ति धेनवः शिशुम् । सोममिन्द्राय पातवे ।। परमेश्वर जब भी शिशुरूप में पृथ्वी पर आते हैं तो उनका पालन पोषण कुंवारी गायों के दूध से होता है।
Sant Rampal ji mahraj ki jay ho. Es gyan se pata chal jayga ki puran parmatma Kabir dew hi hay
रक्तदान से दूर हो अंधकार, चलो करें मिलकर यह उपकार। संत रामपाल जी महाराज सतलोक आश्रम इंदौर: इसी परोपकार को देखते हुए कबीर प्रकट दिवस के अवसर पर संत रामपाल जी के अनुयायियों ने किया 150 यूनिट रक्तदान ।
रक्तदान महादान संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके अनुयायियों ने कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हज़ारों यूनिट रक्तदान किया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।❤❤
संत रामपाल जी महाराज अपने तत्वज्ञान से समाज में फैली सामाजिक बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, भात परम्परा, शास्त्र विपरीत त्यौहार, व्यर्थ की परम्पराएं, व्यर्थ की रीति रिवाज समाप्त कर रहे हैं। जिससे धरती बनेगी स्वर्ग समान। 🌱 Sant Rampal Ji Maharaj
संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु है।
जय हो बंदी छोड़ की🙏🌹🙏
संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में कबीर प्रकट दिवस में लाखों लोगों ने किया रक्तदान एवं देह दान
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार। मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
Sat Sahib Ji 😇♥️🙏
⚡️आध्यात्मिक प्रदर्शनी का आयोजन बड़े ही सुव्यवस्थित और सुनियोजित तरीके से किया जाता है, ताकि लोग आसानी से सभी सामग्री को समझ सकें और उससे लाभान्वित होकर सत्य आध्यात्मिक मार्ग में आगे बढ़ सकें।
कबीर,* ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा बालक बन दिखलाया काशी नगर जल कमल पर डेरा यहां जुलाहे ने पाया*🙏🙏🌹🙏🙏🌹🙏🙏🌹🙏🙏
ना मैं जन्मु ना मरुं,ज्यों मैं आऊं त्यों जाऊं। गरीबदास सतगुरु भेद से लखो हमारा ढांव। । सुन रामानंद राम मैं,मुझसे ही बावन नरसिंह। दास गरीब युग-युग हम से ही हुए कृष्ण अभंग। ।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर समाज के हित में किया रक्तदान। ⛑️संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके शिष्यों ने कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर सतलोक आश्रमों में हज़ारों यूनिट हुआ रक्तदान।
⛑️जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर समाज के हित में किया रक्तदान।
हम इक्कीसवीं सदी में हैं लेकिन कुछ सामाजिक बुराईयां हैं जो समाज का पीछा साये की तरह करती चल रही हैं या यूं कहें कि हमारा समाज बदलने की सोच ही नहीं रहा है। लेकिन इस समाज में संत रामपाल जी महाराज एक आशा की किरण जला रहे हैं जिससे समाज से इस बुराई का जड़ से खात्मा हो रहा है और उनके अनुयाई बिना दहेज के विवाह कर रहे हैं। कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर सतलोक आश्रमों में सैंकड़ों दहेज मुक्त विवाह हुए।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब जी भगवान है
गरीब, दुनी कहै योह देव है, देव कहत हैं ईश। ईश कहै परब्रह्म है, पूरण बीसवे बीस।। संत गरीबदास जी कहते हैं कि शिशु रूप में कबीर परमेश्वर जी को देखकर काशी के लोग कह रहे थे कि यह तो कोई देवता का अवतार है। देवता कह रहे थे कि यह स्वयं ईश्वर है और ईश्वर कहते हैं कि स्वयं पूर्ण ब्रह्म पृथ्वी पर आए हैं।
कबीर साहेब का कलयुग में प्राकट्य विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा सुबह-सुबह ब्रह्ममुहुर्त में वह पूर्ण परमेश्वर कबीर (कविर्देव) जी स्वयं अपने मूल स्थान सतलोक से आए और काशी में लहरतारा तालाब के अंदर कमल के फूल पर एक बालक के रूप में प्रकट हुए।
संत रामपाल जी महाराजकी जय परमात्मा की प्रकट दिवस की प्रदर्शनी जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा सारे कबीर साहेब के बच्चे हैं सारे मानव
आध्यात्मिक प्रदर्शनी के द्वारा यह समझ में आ रहा है पूर्ण परमात्मा जो पूजा के योग्य है वह कबीर परमात्मा ही है।
24/6, 6:00 amकबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए रक्तदान शिविर, बने चर्चा का विषय।
साचा शब्द कबीर का,सुन सुन लागे आग । अज्ञानी सौ जल जल मरै ,ज्ञानी जाय जाग ।।,
आध्यात्मिक प्रदर्शनी में बहुत ही अच्छी तरह से कबीर परमेश्वर की लीला के बारे में बताया गया है। बहुत ही सुन्दर नजारा।
5 वर्ष की आयु में 104 वर्ष के रामानंद जी को कबीर परमेश्वर ने अपनी शरण में लिया। वास्तविकता से परिचित कराया। रामानंद जी के शब्द:- बोलत रामानन्द जी सुन कबिर करतार। गरीबदास सब रूप में तुमही बोलनहार।। दोहु ठोर है एक तू, भया एक से दोय। गरीबदास हम कारणें उतरे हो मग जोय।। तुम साहेब तुम सन्त हो तुम सतगुरु तुम हंस। गरीबदास तुम रूप बिन और न दूजा अंस।। तुम स्वामी मैं बाल बुद्धि भर्म कर्म किये नाश। गरीबदास निज ब्रह्म तुम, हमरै दृढ विश्वास।।
अलौकिक शक्ति ज्ञान भरा दृश्यजो माने सो जाने
Sat. Saheb. Guru. Ji
Anmol satya gyan he🙏🙏🙏
⛑️कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
कबीर परमात्मा की लीला बहुत अद्भ भूत है और आज दिन तक हम लोगों को भ्रमित किया गया कि कबीर जी का जन्म हुआ था
Bahot Sundar gyan Kabir is supreme god
गरीब, जाके अर्ध रूम पर सकल पसारा, ऐसा पूर्ण ब्रह्म हमारा।। गरीब, अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड का, एक रति नहीं भार। सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सृजनहार।। आदरणीय गरीबदास साहेब जी कहते हैं कि सर्व सृष्टि रचनहार कबीर परमात्मा हैं। - संत रामपाल जी महाराज
अनमोल ज्ञान ❤️
रक्तदान महादान जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सानिध्य में कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हुये विशेष समागम में हज़ारों यूनिट रक्त दान हुआ।
रक्तदान महादान संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके अनुयायियों ने कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हज़ारों यूनिट रक्तदान किया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।Followers Of Sant Rampal Ji
"रक्तदान महादान" 627वें कबीर प्रकट दिवस के अवसर पर सतलोक आश्रम भिवानी (हरियाणा) में 20-22 जून को महासमागम आयोजित किया गया। जिसमें संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा समाज हित में 154 यूनिट रक्तदान किया गया।
कबीर,न मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक वन दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहां जुलाहे ने पाया।।
बहुत अच्छा समागम
अध्याय 7 श्लोक 15: मायाके द्वारा अर्थात् रजगुण ब्रह्मा, सतगुण विष्णु, तमगुण शिव जी रूपी त्रिगुणमई माया की साधना से होने वाला क्षणिक लाभ पर ही आश्रित हैं जिनका ज्ञान हरा जा चुका है जो मेरी अर्थात् ब्रह्म साधना भी नहीं करते, इन्हीं तीनों देवताओं तक सीमित रहते हैं ऐसे आसुर स्वभावको धारण किये हुए मनुष्यों में नीच दूषित कर्म करनेवाले मूर्ख मुझको नहीं भजते अर्थात् वे तीनों गुणों (रजगुण-ब्रह्मा, सतगुण-विष्णु, तमगुण-शिव) की साधना ही करते रहते हैं।
Very Beautiful Exibition in Dhanana Dham
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए रक्तदान शिविर, बने चर्चा का विषय
साचा शब्द कबीर का,सुन सुन लागे आग । अज्ञानी सौ जल जल मरै ,ज्ञानी जाय जाग ।।,🙏
जब कबीर परमेश्वर को नीरू नीमा घर लेकर आये तो उन्हें देखकर कोई कह रहा था कि यह बालक तो कोई देवता का अवतार है। कोई कह रहा था यह तो साक्षात विष्णु जी ही आए लगते हैं। कोई कह रहा था यह भगवान शिव ही अपनी काशी को कृतार्थ करने को उत्पन्न हुए हैं।😊
सतलोक आश्रमों के अंदर किसी भी प्रकार का भेद भाव नहीं है सब समान व्यवस्था में रहते हैं।
There is a very beautiful view in Dhanana Dham
⚡️जब कबीर परमेश्वर को नीरू नीमा घर लेकर आये तो उन्हें देखकर कोई कह रहा था कि यह बालक तो कोई देवता का अवतार है। कोई कह रहा था यह तो साक्षात विष्णु जी ही आए लगते हैं। कोई कह रहा था यह भगवान शिव ही अपनी काशी को कृतार्थ करने को उत्पन्न हुए हैं।