घटनाओ का समय जानने के लिए 3 दमदार सूत्र, कुंडली विश्लेषण से बुध का विशेष प्रभाव जानना,
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घटनाओ का समय जानने के लिए 3 दमदार सूत्र, कुंडली विश्लेषण से बुध का विशेष प्रभाव जानना
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राशी क्रमांक व नाम स्वामी उच्च नीच
1(मेष) मंगल सूर्य शनि
2(वृष) शुक्र चंद्र कोई नहीं
3(मिथुन) बुध कोई नहीं कोई नहीं
4(कर्क) चन्द्र गुरू मंगल
5(सिंह) सूर्य कोई नहीं कोई नहीं
6(कन्या) बुध बुध शुक्र
7(तुला) शुक्र शनि सूर्य
8(वृश्चिक) मंगल कोई नहीं चन्द्र
9(धनु) गुरु कोई नहीं कोई नहीं
10(मकर) शनि मंगल गुरू
11(कुम्भ) शनि कोई नहीं कोई नहीं
12(मीन) गुरू शुक्र बुध
#प्रथम_भाव के कारक - इस भाव का कारक सूर्य है। जातक की जन्मकुण्डली अथवा प्रश्नकुण्डली के किसी सवाल के जवाब में उसके स्वास्थ्य, जीवंतता, सामूहिकता, व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, आत्मसम्मान, आत्मप्रकाश, आत्मा आदि को देखा जाता है। हर सवाल के जवाब में पहले लग्न देखना ही होगा।
#दूसरे_भाव के कारक - इस भाव का कारक गुरु है। वैदिक ज्योतिष में इसे धन भाव कहा जाता है। इससे बैंक एकाउण्ट, पारिवारिक पृष्ठभूमि, कई मामलों में आंखें देखी जाती है।
#तीसरे_भाव के कारक - इस भाव का कारक मंगल है। बौद्धिक विकास, साहसी विचार, दमदार आवाज, प्रभावी भाषण एवं संप्रेषण के अन्य तरीके इस भाव से देखे जाएंगे। छोटे भाई के लिए भी इसी भाव को देखा जाएगा।
#चौथे_भाव के कारक - इसका कारक चंद्रमा है। यह सुख का घर है। किसी के घर में कितनी शांति है इस भाव से पता चलेगा। इसके अलावा माता के स्वास्थ्य और घर कब बनेगा जैसे सवालों में यह भाव प्रबल संकेत देता है। शांति देने वाला घर, सुरक्षा की भावना, भावनात्मक शांति, पारिवारिक प्रेम जैसे बिंदुओं के लिए हमें चौथा भाव देखना होगा।
#पांचवे_भाव के कारक - इसका कारक गुरु है। इसे प्रॉडक्शन हाउस भी कह सकते हैं। इसमें शिष्य, पुत्र और पेटेंट वाली खोजें तक शामिल हो सकती हैं। ईमानदारी से की गई रिसर्च भी इसी से देखी जाएगी। इसके अलावा आनन्दपूर्ण सृजन, सुखी बच्चे, सफलता, निवेश, जीवन का आनन्द, सत्कर्म जैसे बिंदुओं को जानने के लिए इस भाव को देखना जरूरी है।
#छठे_भाव के कारक - इस भाव का कारक मंगल है। इसे रोग का घर भी कहते हैं। शत्रु और शत्रुता भी इसी भाव से देखे जाते हैं। कठोर परिश्रम, सश्रम आजीविका, स्वास्थ्य, घाव, रक्तस्राव, दाह, सर्जरी, डिप्रेशन, उम्र चढ़ना, कसरत, नियमित कार्यक्रम के सम्बन्ध में यह भाव संकेत देता है।
#सातवें_भाव के कारक - इसका कारक शुक्र है। लग्न को देखने वाला यह भाव किसी भी तरह के साथी के बारे में बताता है। राह में साथ जा रहे दो लोगों के लिए, प्रेक्टिकल के लिए टेबल शेयर कर रहे जीवनसाथी, करीबी दोस्त, सुंदरता, लावण्य जैसे विषय इसी भाव से जुड़े हुए हैं।
#आठवें_भाव के कारक - इसका कारक शनि है। स्वाभाविक रूप से गुप्त क्रियाओं, अनसुलझे मामलों, आयु, धीमी गति के काम इससे देखे जाएंगे।
#नौंवें_भाव के कारक - इसका कारक भी गुरु है। इसे भाग्य भाव भी कहते हैं। धर्म, अध्यात्म, समर्पण, आशीर्वाद, बौद्धिक विकास, सच्चाई से प्रेम, मार्गदर्शक जैसे गुणों को भी इसमें देखा जाता है।
#दसवें_भाव के कारक - गुरु, सूर्य, बुध और शनि के पास दसवें घर का कारकत्व है। यह भाव हमारी सोच को कर्म में बदलने वाला भाव है। हर तरह का कर्म दसवें भाव से प्रेरित होगा।
#ग्यारहवें_भाव के कारक - इसका कारक भी गुरु है। यह ज्यादातर उपलब्धि से जुड़ा भाव है। आय, प्रसिद्ध, मान सम्मान और शुभकामनाएं तक यह भाव एकत्रित करता है। हम कुछ करेंगे तो उस कर्म का कितना फल मिलेगा या नहीं मिलेगा, यह भाव अधिक स्पष्ट करता है।
#बारहवें_भाव के कारक - इसका कारक शनि है। यह खर्च का घर है। बाहरी सम्बन्धों, विदेश यात्रा, धैर्य, ध्यान और मोक्ष इस भाव से देखे जाएंगे।
Пікірлер: 60
गुरु जी को शत शत नमन जीवन की घटनाओं को जानने का बहुत ही सार्थक और संतुलित विश्लेषण बार बार देखें और सुने जाने वाला ज्ञानवर्धक आपका आशीर्वाद है ऐसी जानकारी से हम सनातनीयो को समृद्ध करते रहिए कोटि कोटि धन्यवाद
i have practiced your all technics over 100 plus charts and dasha matches for every event of life. you made me astrologer without any fees. may be I will take the course someday 🙂.
Thank you very much guru ji bhagvan ki krupa aap par bani rahe
Bahut dhanyvad
Guruji,you explain everything so clearly. You are a great teacher and make astrology easy to understand.
इस जानकारी के लिए बहुत बहुतआभार
Lovely tips for timing events 🙏💐 thank you
Pandit ji app ki writing bhut sunder hai.
Very nice jankari di guru dev bahut bahut abhar
कुंडली का बहुत अच्छा विश्लेषण। आपकी शिक्षा हमेशा मददगार होती है, और बहुत कुछ सीखने को मिलता है। बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙏🛕📿🪐☄️🇳🇵🚩🌸🌺🏵️💮🌼🍂🍁🌹🌷🌻
जय श्री राधे कृष्ण गुरु जी।। 🙏🏻
Bhut hi badiya ye video mere liye bhut helpful rhi sir ese hi nakshtr on ko bi leke aur video banana apse request hai apka bhut bhut dhanywad🙏🙏ap sukhi rhen
Bahut hi vadia ji 🙏
❤❤inspiring for astrologer!!!!!
गुरु जी प्रणाम ।
Parnam GuruJi It’s wonderful explanation. Thanks 🙏🏼
Cap bahut hi asan tarike se samjhe Guru dev
राधे 🌹 राधे 🌹 गुरु जी🙏🙏
राधे राधे जी 🙏
आपका आभार 🙏💐🚩
Prashna kundali par video banaiye,❤❤❤❤❤❤❤❤
गुरु जी प्रणाम 🙏🙏🙏। गुरु जी कृपया कुण्डली का जन्म समय, तारीख एवं स्थान भी बता दें तो बड़ी कृपा होगी।
Bahut sundar informative video prashna kundali par video banaiy
Radhe Radhe guruji aabhar aapka.
Parnam guru ji
Jay Shri Ram
❤❤
Pitra dosh me video banaye sir🙏
🙏🙏
🙏💐sir,aap ne bataya ki guru ke nakshtra me....',to yaha is patrika me guru konse nakshtra me hai ye dekhna , ki guru ke khud ke nakhtra hote hai (jaise ki punarvasu etc)vo nakshtra dekhna hai?.
💐🙏
नक्षत्र के बारे में बताइये
🌹🙏 radhe radhe guru ji 🌹🌹🙏🙏🙏
Mangal kaya pidit kar sakata hai surya ya guru ko PAC se
Shani budh mitra hai. Kaya shani budh ya shukra ki PAC se pidit kar sakata Hai
Guruji pranaam 🙏, 2nd aur 7th bhav to maarak bhav hai. Fir gurudev aur chandra dev 2nd bhav mai baithey hai. Maarak bhav mai grah shubh fal kaise dega. Margdarshan dijiye 🙏
Guru ketu yuti pr bhi video h kya ji aapka koi
❤Full knowledge video 💯 Right 👍⭐⭐⭐⭐⭐❤
महराज जी प्रशन्न कुण्डली भी बनाने की कृपा करै
🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿
जय श्री राम ❤❤❤❤
Please guru ji prasan kundali k vedeo sirij bhi bataye to bade karpa hogi
Sir1987likh hai
कृपा करके मेरे बारे में भी बताए नाम :- हिमांशु जन्म तिथि:- 24/02/2002 जन्म समय :-10:55 जन्म स्थान:- गोयला कला, बादली (बहादुरगढ) झज्जर, हरियाणा, भारत मेरी जीवन की आवश्यक घटनाएं बताने का कष्ट करे। विशेषकर जाॅब(सरकारी/प्राईवेट) कब मिलेगी, विवाह कब होगा।
@himanshumgoyla6120
14 күн бұрын
Please hamble requvest h please tell me
@himanshumgoyla6120
14 күн бұрын
Please answer jarur deve
@pavansharma4005
14 күн бұрын
Bahut Sundar Gyan h guruji aapka thank you
सप्तम भाव का स्वामी अपने से आठवीं बैठा है तो क्या प्रभाव मिलेगा जैसा इस कुंडली में दिख रहा है
मीन लग्न की कुंडली है कुंडली के फर्स्ट हाउस में सूर्यशुक्र की युति है शुक्र बकरी होकर अस्त हो रही है 7th हाउस में बकरी अवस्था में गुरु बैठा है बृहस्पति पर मंगल केतु और सूर्य की दृष्टि पड़ रही है क्या यह भी चरित्रहीन ता का योग है कुंडलीलड़की की है
@bhatipradeeprajraj
14 күн бұрын
Nahi
गुरूजी,इष्ट देव पर आपका पहले से ही video बना हुआ है, जिसमे आपने लग्न से इष्ट बताया है, परन्तु हमने विश्लेषण कराया था।उन्होंने पंचम भाव से इष्ट बताया। कृपया इसपर वीडिओ या डाउट क्लियर करे।
@nakshtratak
12 күн бұрын
लग्न से देखे या पंचम से, दोनों से ही सही है, क्योंकि लग्न पंचम हमेशा मित्र होंगे
गुरुवर,,सबसे पहले चरित्र बिगड़ गया तो ,भोगदण्ड तो मिलना ही है,, जस बोये ,वस काटे💯 इस कुंडली मे चन्द्र और गुरु महाराज मारक भी होते है,, लग्न कमजोर है ,,इसलिए क्रूर दृष्टि वह झेल नही पाई,,अपने तर्कनुसार कह रहे😅 चन्द्र मारक होने के नाते ,मन बहक गया,,, बाकी तो शनि मंगल की दृष्टि अहम है प्रणाम आचार्य जी🙏
@poonam-975lbw
Күн бұрын
Aap bhi jyotish ka achha Gyan rakhte ho
@santoshvishwakarma7326
Күн бұрын
@@poonam-975lbw🙏जब हम किसी के विषय को लगातार देखते है तो ऐसे बहुत से ज्ञान अर्जित करने को मिलता है, जो सुने है बस उस जगह लागू करे,समझाते बहुत अच्छा है ,बाते बैठ जाती है बाकी कोई ज्ञान नही मुझे😅
3 भाव में मंगल है तो भाई होगा गुरुजी
मेरा यह मानना है , गर्भाशय में समस्या शनि के कारण हुई है, शनि की दृष्टि मंगल पर होने से चरित्र खराब होता है एवम शनि की दृष्टि पंचम भाव पर सूर्य पर पड़ने से गर्भाशय में समस्या उत्पन्न हुई है। ,। ❤ क्या मैं गलत हु, कृपया मार्गदर्शन करें। धन्यवाद ❤
@ravindraparmar5730
14 күн бұрын
शनि की दृष्टि लग्नेश पर है,। यही पेट के नीचे की समस्या का कारक है।
@bktripathi9644
14 күн бұрын
महोदय जी शनि की दृष्टि मंगल पर तो है यह सही है लेकिन शनि की 10 वीं दृष्टि रोग भाव (वृश्चिक राशि) पर बैठे बुध पर है जिस कारण से गर्भाशय में गांठ पड़ी और गुरु की पंचम दृष्टि होने से क्योर भी हो गया, यही सत्य है। 🙏🏻
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