गंगा मैया पर नया गीत| | माँ कहती हैं गंगा मैया सबकी मैया होती हैं

Ойын-сауық

गंगा मैया पर नया गीत| | माँ कहती हैं गंगा मैया सबकी मैया होती हैं
यूं दुनिया से मिलने में तो लाख बहाने लगते हैं
लेकिन कुछ रिश्ते फिर अपनी राह बनाने लगते हैं
दूर किनारे पर बैठे ही डूबे जाने लगते हैं
गंगा को एक टकदेखो तो आंसू आने लगते हैं
एक ऐसी नदिया जिसकी हर धारा नैया होती हैं
- मां कहती है गंगा मैया सबकी मैया होती है
मुरलीधर कान्हा के जैसे इक वंशीवट साथ रहे
रघुनंदन के पथ में सबसे पहले केवट साथ रहे
मरते-मरते भी जैसे इस जीवन की रट साथ रहे
अमृत के घट छूटे लेकिन गंगा के तट साथ रहे
तन की गगरी फूटी मन की गगरी फूट नहीं पाई
सब रूठे बच्चों से लेकिन मैया रूठ नहीं पाई
संसारी बंधन टूटे ये डोरी टूट नहीं पाई
बैरागी से सब छूटा पर गंगा छूट नहीं पाई
दुनिया मृत्यु शैया गंगा जीवन शैया होती है
- मां कहती है गंगा मैया सबकी मैया होती है

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