ध्यान में डर क्यों लगता है? || आचार्य प्रशांत (2018)
संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें:
acharyaprashant.org/enquiry?fo...
या कॉल करें: +91- 9650585100/9643750710
आप अपने प्रश्न इस नम्बर पर व्हाट्सएप्प कर सकते हैं: +91-7428348555
~~~~~~~~~~~~~
आचार्य प्रशांत संग ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में भाग लेने के लिए: solutions.acharyaprashant.org
~~~~~~~~~~~~~
आचार्य प्रशांत से मुलाकात हेतु, और उनकी जीवनी, कृतित्व, पुस्तकों, व मीडिया के लिए:
acharyaprashant.org
~~~~~~~~~~~~~
इस अभियान को, और लोगों तक पहुँचाने में आर्थिक सहयोग दें: acharyaprashant.org/donate
~~~~~~~~~~~~~
वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 2.6.18, पुणे, महाराष्ट्र, भारत
प्रसंग:
~ ध्यान का क्या अर्थ होता है?
~ ध्यान में गहराई आने पर डर क्यों लगता है?
~ क्या ध्यान से सुख की प्राप्ति होती है?
~ क्या ध्यानी व्यक्ति हमेशा खुश रहता है?
~ ध्यान और सुख का क्या सम्बन्ध है?
~ क्या ध्यान हमारे चित्त को साफ कर देता है?
~ ध्यान किस प्रकार करें?
~ जीवन में ध्यान की क्या उपयोगिता है?
~ ध्यान के अनुभवों से डर क्यों लगता है?
~ मैडिटेशन का अर्थ क्या है?
~ क्या ध्यान करना आवश्यक है?
~ क्या ध्यान में कुछ ख़ास होता है?
~ हर पल ध्यान में कैसे रहें?
~ ध्यान में रहने की सर्वोत्तम विधि क्या है?
संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~~~~~~~~~
Пікірлер: 69
संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209 जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
अद्भुत, बेजोड़। धन्यवाद आचार्यजी आपका कोई जवाब नहीं।
1घंटे 40 मिनट का विडिओ हे पूरा सुन लिया बिल्कुल भी बोर नहीं हुआ मजा आ गया कोनसा मजा आया पता नहीं 2018 का विडिओ हे 1 वर्ष पहले प्रकाशित हो चूका हे ओर आज सुना हे वाकई पूरा एक उपनिषद लगता हे सत्संग में गोता लगा रहे पता नहीं क्या क्या निकल के आ रहा हे
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🌹
वर्तमान के सर्वश्रेष्ठ गुरु -आचार्य प्रशांत ,अनंत नमन
कुछ नहीं बचा कहनें सुनने को. सब ठीक है' यानि दुख है या सुख, सब ठीक है. तेरा भाणा मीठा लागै, हरि नाम पदारथ नानक मांगै.
पहला दुख होता है संसारी का दुख दूसरा दुख होता है ध्यानी का दुख संसारी को दुख इसलिए मिलता है क्युकी वो सुख चाहता है ध्यानी को दुख इसलिए मिलता है क्युकी वो सत्य की ओर जाता है
ध्यानी जानते बुझते फ़ना हो जाता है। वह व सुरमा है जो रण क्षत्र में जाने से पहले अपने हाथों अपना गला काटता है। वो इंतेज़ार नहीं करता कि दुश्मन आकर उसका गला काटे। *फिर उसकी लड़ाई अनंत, अथक होता है।* 🙏😇
tamso ma jyotir gamaya. mrityur ma amritam gamaya. bahut dhanyawad acharyaji. aapke charano me koti koti pranam.
Words from AP are coming from Guru maharaj ❤
Guruji aap ki awaaz krantikari guru osho ki Tarah hay
नमन
🙏♥️🌹प्रणाम आचार्य जी जबर दस्त हैं आप
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🌼🙏
Be the one who shines Bright 🌞🌹 journey world 🌍
ग्रेट 💐💐💐
ध्यान का अनुभव बहुत डरावना होता है पर आनंद दायक होता है
bar bar janm lu hajaro dukh sahu. swami Vivekananda.
नमन, आचार्य जी 🙏😇🙏
💛💛💛💛
कोटि कोटि प्रणाम आचार्य श्री ❄🍁🍁🍂🙏
I can relate my state of mind with what guru is saying
Sat sat naman aacharya ji 🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤
Thanks Aacharya jii
🙏🙏
👌.
🙏🙏🙏❤️
💐💐💐💐naman aapko
It's all (you) Acharyaji saying about Dhyana it is Burning truth 1st time i am listing kind of explain reality ............Pranamji
आचार्य जी सत सत नमन
Pranam acharya ji
sundar
Acharya. Ji 🙏🙏🙏 and thanks meri life ko Etna chnj kerne k liy 🌠🌠🌠
Guru Ji 🙏❤️🙏
Thank you acharya ji
Mujhey AK bat nahi samaj aati ki Acharya ji jo bhi samjhatay hai itna sunder stick hota hai koi dilike kasay karta hai Dhyan say suno to jiwan usi samaya Badal Sakta hai
@shivarawat5823
5 жыл бұрын
डर जाते होंगे। 😛😛 कुछ लोग शायद डर जाते हैं और बाकी गलत सीखे हुए होते हैं। और उनमें इतनी हिम्मत भी नहीं होती है कि ईमानदारी पूर्वक अपनी धारणाओं का अवलोकन कर सकें इसलिए उनके लिए dislike ही option बचता है। 😐 वैसे चिंता करने की कोई बात नहीं है। क्योंकि हम सब सत्य से डरते ही तो हैं इसीलिए तो इस स्थिति में हैं। हाँ कुछ संसार की व्यर्थता को जान गए हैं और उसकी ओर बढ़ चले हैं और कुछ अभी तैयार हो रहे हैं लेकिन जाने अनजाने सब बढ़ उसी की ओर रहे हैं। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। *तुमने हमें याद तो किया, नफरत से ही सही।* धीरे धीरे यह नफरत प्रेम में अपने आप बदल जाती है। क्योंकि मूलतः चाहते तो सभी प्रेम ही हैं। मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था। 😇🙏
Pranam Guruvar you bring light of knowledge
Completely true and practical sir, wish to meet you one day
Bahut dar lagta h Sas ruk si jati h Ye lagne lagta h ki jo mai hmm vo mai nhi hmm Kahi jate huye mahsus krte h
@manhar89
3 жыл бұрын
Same mere saath bhi aisa hota hai.
Journey 👍🙏 one life doing nothing Silence journey has Tests journey is happening Everyday new day
maja aagaya
❤
Gurudev Maine padhai kiaa nehi kintu Maine aap ke pas jana chahatahu
🙏🙏🙏
🙏🌹
❤️🙏🙏
🙏🙏👍
Great
Tq
Gazab
This video is beyond priceless
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏😒
गुरुदेव मैं जब ध्यान में लीन हो गया तो धीरे धीरे ऐसा लगा की मैं खो गया हूं और थोड़ा डर टाइप का लगा और ऐसा लगा की प्राण कंठ तक आ गई है और दिल भी जोर जोर से धड़कने लगा इसका क्या मतलब है 🙏
@sonusharma4045
4 ай бұрын
मुझे भी यही होता है कोई समाधान नहीं समझ आता
Mujhe aj laga darr raat ko bahut jada dhyan karne ke baad soi thi subah darr laga to jaag gai chhinjhinahat si awaaj sapne kuch aur uth gai darr se subha late uthti thi to subah aise aise darr laga uth gai aisa laga khud ko boli tum bas so rahi ho soti hi rahti ho life me age badogi aisa kuch to aur dari ye kya hua 🙄
Muje dhyan krte hue 2 sal ho gye or mere sarir m phle to kbhi kbhi hota tha ab hr roj hota h esa lgta h Mano pure sarir m thndai ka koi injection Diya ho shitlta dod jati h pure sarir m ye Kya h krpya margdarshn kre
Hi
Bin guru kaise karu dhyaan
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹
🙏🙏
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏
नमन
🙏🙏🙏
🙏
🙏
🙏
🙏