देव कितने प्रकार के होते है BY आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री जी
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दिलबाग आर्य (M.D) 9354867000
हर्षित शर्मा (Camera & Editor) 8814835357
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Пікірлер: 154
ओउम् नमस्ते जी आचार्य महोदय
सादर नमस्ते आचार्य जी देवताओं के वास्तविक स्वरूप की व्याख्या के लिए🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏👉३३ कोटी यानी ३३ प्रकार के देवी देवता हिन्दू संनातन धर्म में होते हैं इसके बारे सच्चाई से बताने के लिए आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री जी को बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद प्रभु जी | 👉भक्ति भावना और हिन्दू संनातन धर्म में ३३ प्रकार के देवता युक्त 👉अखण्ड भारत माता की जय हो |
पूज्य आचार्य श्री हरिशंकर अग्निहोत्री जी के सरल सुंदर एवं सारगर्भित व्याख्यान के लिए श्री अग्निहोत्री जी को कोटि-कोटि धन्यवाद महर्षि दयानंद काशी शास्त्रार्थ स्मृति न्यास वाराणसी
आपके उपदेश सबको धारण करने योग्य है।
@00DP
2 жыл бұрын
Tum law caste ke lagte ho Bharahmin kabhi arya nahi manta
@user-kn9pt9de9d
2 жыл бұрын
@@00DP मेरे को तू विदेशी लगता है
@user-kn9pt9de9d
2 жыл бұрын
@@00DP इस देश नाम जानता है
@00DP
2 жыл бұрын
@@user-kn9pt9de9d me ye in chu gadho ke pas jata tha ye san kutil hai
ओम प्रणाम आदरणीय आचार्य जी बहुत सुंदर प्रस्तुती
I agree with your direction. Very nice . Heartly namshkar to you.
आचार्य जी आपने बहुत अच्छा प्रवचन दीया क्योंकि लोगों का भ्रम दूर हो जाएगा और अंधविश्वास में डूबा हुआ है ऐसे ही प्रवचन किया करो हमारी आप से विनती है करबद्ध निवेदन है जय आर्य समाज जय दयानंद सरस्वती
Aacharya Shri ko pranam Mantri aarya vir dal Aligarh
अग्निहोत्री जी को मेरा प्रणाम
Aacharya ji aasa ki nai Kiran ho aap
👋👋bahut sunder
हर हर महादेव
प्रणाम आचार्य जी आप देवताओं के विषय में बहुत सही समझा रहे हैं यह हमारे हिंदू समाज में बहुत जरूरी है देवताओं को भी समझना और परमपिता परमेश्वर को भी जानना
बाह् अति सुंदर वाख्या किए हैं कोटि कोटि प्रणाम... धन्यवाद🙏💕
आचार्यजी आपने देवताओ की बहुत सुंदर ब्याखया की है अन्धकार दूर हुआ धन्यवाद
VEDIC DHARAM KI JAI
नमस्ते आचार्य जी 🙏
Bahut hi sahi h
बहुत सुंदर ।बताया ।महराज ।जी
🙏🙏
आचार्य जी देवताओं और परमपिता परमेश्वर में यह जो मौलिक अंतर है इसको हमारे हिंदू समाज में समझना जरूरी है समझाना जरूरी है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
स्वामी जी इसी समाज से हीं सच्चे ज्ञान का मार्ग दर्शन होते हैं धन्यवाद
Namaste ji 🙏
नमस्ते ऽस्तु भूयोऽपि महोदयाः! व्याख्या अतीव सरला सुबोध्या अस्ति। धन्यवादाः अभिनन्दनानि च बहुशः।
ओ३म्
🙏🙏🙏सादर नमस्ते आचार्य जी
Baijayanti ooom sadare namaste panditji
🙏🙏🙏
Sabhi acharya ko koti koti naman
कबीर दास जी की वाणी पढ़ कर देखो सब भेद मिट जाएगा।
@ashokdhiman4316
Жыл бұрын
कबीर भी आ रही है परंपरा के ही संत थे, उन्होंने भी आध्यात्म को सीधे परमात्मा से ही जोड़ा है. परम पूज्य स्वामी दयानंद जी ने अपने प्राचीन वेद ग्रंथों को जन जागरण में जागृति की मशाल जलाई उन्होंने यही प्रयास किया हमको बताने के लिए कि वास्तव में ईश्वर क्या है और हमारा ईश्वर प्राप्ति के लिए क्या करना है।
Acharyeji ko Pranam naman
संसार में तिन देवता है माता पिता ओर गुरु । यही देवता सबसे बड़ा देवता। आपका चरणों में शीर झोका कर नमन करता हूं
@sunilji196
Жыл бұрын
फिर तो तू मूर्ख ह😂😂😂 पाखंडी ह
@taucl6172
Жыл бұрын
7 bi
अद्भुत
@rameswarprasad6566
2 жыл бұрын
Bhai kiss burai mat kare. Mujhe lagta hai approved kuch nahi ata hay. I want you challenged. Me. They're are doghies we agree .but you are burai batewala.
जय श्री राम जय श्री कृष्णा
सत्य जानकारी गुरूजी बिस्तार से समझाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
बहुत सुंदर,शास्त्रीय, तथ्यात्मक, उत्प्रेरक प्रवचन हैतु अभिनंदन,नमन, आभार।। सुरेश चौहान उदयपुर
Sachet agree saadar nmste
@Bhaktmal794
2 жыл бұрын
And
जिज्ञासा वश एक प्रश्न पूछ रहा हूँ।गीता में लिखा है जो पित्रों की पूजा करता है वो पित्र लोक में जाता है,जो प्रेतों को पूजता है वो प्रेत लोक में जाता है।इसका मतलब कृष्ण लोक परलोक,प्रेत,देवी देवता,पित्र को भी मानते थे।आप बताइए क्या गीता में गलत लिखा है?
स्वामी जी नमस्ते, सब लोगों को याद रखने योग्य जानकारी दी आपका बहुत बहुत धन्यवाद जय हिन्द।
sandar jankare dhaniyawad
आचार्य श्री हरि शंकर अग्निहोत्री जी को सादर नमस्ते 🙏 कृष्ण कुमार आर्य चेतगंज वाराणसी 🙏
Acharya ji namaste bahut sundar pervachn hai Arya samaj jindabad 👍🙏
Bahut sunder vyakhya 👏👏🙏
बहुत सुन्दर प्रकार से देवता का वर्णन किया है आचार्य जी धन्यवाद्
सीधे भ्रांति नहीं है शायद आचार्य श्री मै खोज में लगा हुआ हूं।३३कोटी देवता की संख्या पूरी हो पाती है कि नहीं।
गुरु जी को प्रणाम गुरुजी परमात्मा ने सृष्टि की रचना क्योंकि रचना में मनुष्य क्यों बनाया
भगवान की सिर्फ़ चर्चा करते हैं, ये सब तथाकथित ज्ञानी लोग।हजारों सालों से तोता की तरह शास्त्रों का गुणगान करते आये हैं, दुर्भाग्य है इस देश का कि यहां हर आदमी जिसने थोड़ा सा भी शास्त्रों का अध्ययन कर लिया है, वही अपने को ज्ञानी समझने लगता है।मेरी दृष्टि में जबतक ये तथाकथित पंडितों ,पाखंडियों, की बकबास, अर्थात धर्म के नाम पर ये दुकानें चलती रहेंगी, तब तक धर्म का उदय नहीं होसकता।यही कारण है... कि इस देश में हजारों सालों से धर्म या ईश्वर की चर्चा तो करते हैं, लेकिन धर्म को जानने से चूक जाते हैं, धर्म चर्चा का विषय नहीं है, इसे जाना जाता है।और जानने के बाद किसी भी शास्त्र को पढने की आवश्यकता नहीं होती है। जैसे बुद्ध, कबीर, महावीर, नानक, कष्ण, रविदास,.....राम, आदि।ने जाना है ,चर्चा नहीं की है।जब तक हम शास्त्रों में उलझे रहेंगे, तब तक परमात्मा को जानने से यह संसार बंचित ही रहेगा।
सादर अभिवादन/नमस्ते जी बहुत सुन्दर ज्ञानवर्धक वर्णन है जी ।
गुरूजी लास्ट वाली जानकारी बहुत जरुरी है 🙏🙏
Very Nice 👍👍👍 Ramchand Goyal Blb
ओम शाँति मुझे जो सुनने में आया है कि देवता का अर्थ देने वाला होता है ।यहाँ तो चारो ओर लेवता ही दिखाई देते हैं ।देने वाला तो कोई दिखता ही नहीं है ।
Kya aap ne god ko jana hai. Ya bhasana hi dete hai.
Samzane wale samaz gaye na samze wo anadi hai. Waeyse kahne ko kuchh nahi aur kahne ko bahut hai. Gujarat me Ganga Sati namak bahut ucch koti ki aatma avtarit huvi thi unka bhajan hai "koyi pura re mile to ravu(gyan) rediye(bataye), adhuriya(incomplete) se na kahiye deel ki baat".
Aapko sath sath nmam
@nirmalgupta137
Жыл бұрын
Bahut badhiya viyakhaya pranam acharya ji
कृपया विभा संस्कार मंत्रों को लेकर शब्दार्थ सहित आरंभ से अंत तक समझाएं आभारी हूंगा
अटल सत्य। ॐ
@comedyvideowithgames4705
2 жыл бұрын
Atal Satya Om
Jay Shri Ram aapke Charanon ko Sparsh Galti kshma karna
🙏🙏🙏💯💯👌
@rajveerrathi5515
2 жыл бұрын
वव
Panditjiapachhasedebtakebaremepadeaurbataye
Charcha kya krni ha Likha hua nhi kya
आचार्य जी मंदिरो मे नित्य सुबह शाम संध्या की परम्परा, एक साथ, एक समय पर शुरू करवाइए, बाकी समय शास्त्र यानी वेद, उपनिषदों का ज्ञान तथा धर्म रक्षा के लिये शस्त्र ज्ञान देने की व्यवस्था करवाइए।ताकि मानव सही ज्ञान का प्रकाश प्राप्त कर जीव मात्र तथा प्रकृति के कल्याण के लिए तत्पर हो,तथा मानव अपनी अपनी जिज्ञासाओं को सही उत्तर से शांत कर सके।
श्री राम श्री कृष्ण श्री गणेश श्री शिव जी माता दुर्गा जी माता लक्ष्मी जी यह किस देवता में आते हैं समझा कर बताने की कृपा करें
@user-dn8tj3ud5g
2 жыл бұрын
प्रकृति
🌹🌹🙏🌹🌹गणेश तीनों है जैसे शरीर के बिना आत्मा नहीं आ सकती ओर जड़ के बिना शरीर नहीं आ सकता वैसे ही गणेश जी को इन्हीं तीन सिदांटो के अनुसार बुलाया जाता है जैसे जड़ से शरीर को समझा नहीं जा सकता बिना आत्मा के शरीर को नहीं समझा जा सकता कि वो शरीर क्या करता है और अगर शरीर ही नहीं है तो आत्मा को कैसे जाने गए ईस लिए पंडित भी जो कर रहा है वो सही है पर आगर आप सिर्फ़ इंसानों के लिए सोचे गए क्या लाभ ओर क्या हानी तो आप भी ओर पंडित भी दोनों गलत तो आज तो हमे विज्ञान पड़ना चाहिए आप तर्क तो दे सकते हैं पर कुछ साबित नहीं कर सकते पर तुलसीदास ओर पंडित जो भी करते हैं उससे साबित किय जा सकता है 🌹🙏🌹
@khodabaaarya970
2 жыл бұрын
वेद और विज्ञान अलग नही है वेद थियेरीकल है ओर विज्ञान प्रेक्टिकल है
@bharatindia2471
2 жыл бұрын
@@khodabaaarya970 👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
@khodabaaarya970
2 жыл бұрын
क्ष
@ashokdhiman4316
Жыл бұрын
Pahale to hame pandit shabd ki paribhaashaz jaanani hogi. पंडित जाती से नहीं ज्ञान से होता है, आज हम जिन्हें पंडित कहते हैँ वे व्यवसायी हैँ,उलटे सिधे दो चार मन्त्र याद करके लोगों को भर्मित करते हैँ।
आप भी देव बन सकते है ।
Chahe 33 cror chahe 33 Devi devta ho ye to man ka bharam hi h pakhand andhvishwas hi hai jinho ne kabhi bahujan hit me koi Kam nahi Kiya bas andhvishwas failane ka tarika sabka alag2 hai
🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍
Apsenibanhaiap,apnaprogrampardaydeterahanaapkodhanbad
V nice 🙏
Baten banana Gyan Nahin Hota Hai Jo baten manate Hain unhen chaplains Kahate Hain unko Gyani Nahin Kahate
Dewata ya bhagwan koi nahi hai
V good....
Devi kitni h ye to bataya hi nahi aapne
Devta chahe kitne parkar hai Fir bhi somnath mandir ko loot liya Kya brahman ki kamjori hai?
आप ने 11 रुद्र 12 आदित्य 8 बसु 1 इंद्र 1 प्रजापति मिलकर 43 होते तो आपने 33 देवता बताये थे ❤
@techeverystep1373
26 күн бұрын
किस स्कुल में पढे़ हो भाई
Haa...haa..pandit ji saadi m lutty h kaafi...mujkho bhi luta m bola bhagwan kaha bolty h 2021 rs chadao...fees unki jo fix thee wo tho diy ...but karm kaand yeah chadao wo chadao...lut..
🕉️🙏🙏🙏
mujey to lagta hey aap hi sarbey sarba ho
🌹🙏🌹तुलसीदास जी ने जो लिखा है वो भी सही लिखा है बस इतना फर्क है वो जिस राम जी बात कर रहे हैं वो इंसान के शरीर वाले नहीं है ओर आप जिसकी बात कर रहे है वो इंसान के शरीर जैसा है बस इतना सा फर्क हैं दोनों ने अपना तर्क दिया है आपने समझ है पर जाना नहीं है पर तुलसी दास जी ने जाना भी है ओर समझ भी है ईस लिए उन्होंने सही लिखा है कुकी कुछ चीजें समझ से परे होती है पर जानने देखने से उनके अर्थ कुछ ओर ओर सही होते है
@drgautamsharma1014
2 жыл бұрын
Good kaha
🙏🙏🙏🙏🙏ᴏᴍ🙏🙏🙏🙏🙏
Aacharya ji Jay Shri Ram aap Na Jane Kis school mein padhe hain aapane Satsang nahin kiya hai
@ramkripalramkripal3713
2 жыл бұрын
Parmatma ka ghan he saty hai jo vadic hai
Stri pooja ke samai poorus ke daya kyua bathati hai
@rajendrachauhan1563
2 жыл бұрын
Ati sundra
Bhai dyanand sarsvti ko aap rishiyo se tulna nhi ker sakte kyoki unhone koi research nhi ki unhone vedo ko jarur pda hai but likha nhi pertek reeshi ka apne jiven me enek khoje ki
यजुर्वेद जोकि समस्त कर्मकांड से भरा हुआ है क्या वह गलत है आप एक और तो कहते हो वेदों की ओर लौटो एक तरफा वेदों की निंदा करते हो
गूरूजि ऐक भगतने श्राप दिया भाई को और सब बिमार हो गये तो क्या करे गुरूजी. भाई ने प्रश्न पूच्छा तो भगत लगत जबाब दिया तो मेरा भाई चला गया घर मै वापस ऊस भगत के पास गया और मेरे भाई को गलत जवाब दिया तो ऊनका परिक्षा लिया तो उसने मेरे भाई को श्रा प दिया.
@vishwanathtarkar6614
2 жыл бұрын
मै भगत कोबोला आप गलत बोले तो ओ बोला भाई को भोगेगा करके.
Dharm m fale in galat bharanti ko safkarna aati sadhak h.
देवता जड नहीं होते ।
एकं ब्रह्मा द्वीतिय नास्ति नेह ना नास्ति किंचन अर्थात एक ही ईश्वर है दुसरा कोई नहीं अशंभर भी नहीं जो ईश्वर को छोड़कर दूसरे की प्रार्थना या पुजा करता है वह नास्तिक है , ईश्वर के तीन गुण हैं मगर वह परमात्मा है , मनुष्य में भी तीन गुण पाए जाते हैं मगर वह आत्मा है , ईश्वर अजन्मा ओर अनादि है मनुष्य जन्म लेता है और शरीर छोड़ जाता है , ईश्वर , मनुष्य के उद्धार के लिए युग युग में अवतार पैगंबर को भेज कर ईश्वर अल्लाह के शरण में जाने के लिए सत् ज्ञान दिया ताकि मनुष्य आध्यात्मिक ज्ञान के अनुसार सनातन परमधाम प्राप्त करने में कामयाब हो जाए ,
@parmarthinfo
Жыл бұрын
ishwar kabhi kisi ko nhi bhejta veh swaym sarvshaktishali hai sarvvyapak hai kan kan me hai na use dekha jaa sakta hai nyankari bhi hai veh kabhi galti nhi karta ved hi ishwar ka gyan hai uski vani hai shrihti ke arambh se
@azimazim9370
Жыл бұрын
@@parmarthinfo ईश्वर कण कण का रचयिता है, वह प्राण दाता है, कण कण में वह नहीं बस्ता, वह सर्वशक्तिमान सर्वव्यापी अंतर्यामी है, धर्म युग के अनुसार है, सृष्टि के आरंभ के बाद मनुष्य का आगमन हुआ, उस समय मनुष्य भाषा नहीं जानता था न वह किसी भाषा में बात करता था , जब मनुष्य भाषा का प्रयोग किया फिर सुरू हुआ धर्म और धर्म शास्त्र, उस समय सृष्टि रचयिता को ॐ के नाम से याद किया गया, फिर बाद में भाषा के अनुसार ईश्वर परमात्मा गड अल्लाह के नाम से नामित हुआ, श्रीकृष्ण द्वापरयुग में श्रीमद्भागवत गीता में कहते हैं , सर्वधर्मानपरितयजय मामैकं शरणं व्रज अर्थात सब धर्मो को परित्याग करके एक मात्र मेरे शरण में आओ , इसलिए मैं धर्मसंसथापनर्थाय समभवामि युग युग के अनुसार आया हूं, अब कलियुग है, पैगंबर मोहम्मद स: अ: सलाम 1400 साल पहले अवतार पैगंबर के रूप में आए, आज के युग के अवतार पैगंबर मोहम्मद स अ सलाम है और आज के समय में अल्लाह की वाणी पवित्र कुरान है , धर्म युग के अनुसार है,
@parmarthinfo
Жыл бұрын
@@azimazim9370 ishwar,aatama,prakriti anadi hai jo anantkaal se hai jinko kisi ne nhi banaya hai ishwar bhi anadi hai toh veh kisi ko nhi bhejta ved ishwar ka samvidhaan hai jiska ka palaan karna hi dharm hai ved ki agya ka ullaghhan karna adharm hai ishwar ka ek gun yeh bhi hai ki veh sarvshaktimaan hai use kisi ki help ki jarurat nhi azim ji aapke purvaj sanatani hi the kisi karan varsh aap convert ho gye ghar vaapshi kare
@azimazim9370
Жыл бұрын
@@parmarthinfo कलियुग में जन्म लेने वाले कलियुग के हैं , सत युग के जन्म लेने वाले सत युग के थे, हमारे पुर्वज के पुर्वज ॐ ईश्वर परमात्मा गड अल्लाह है जो प्राण दाता है जो अजन्मा अनादि सर्वव्यापी अंतर्यामी है , सब उसके अधीन है तुम जिसे पुर्वज कहते हो वह तुम्हारे लिए पुर्वज नहीं हैं , वह युग के अनुसार थे और चले भी गए , युग के अनुसार चलना युग के मानव का कर्तव्य है जो युग के अनुसार युग धर्म के अनुसार कार्य नहीं करता वह अपनी मनमानी करता है, पुर्वज ऐसे भी थे जो अपने समय के अवतार के कथा का पालन न करते हुए अपने मनमानी करते थे आप आज के युग में उन पुर्वज के तरह है , ज्ञान की बात है , धर्मसंसथापनर्थाय समभवामि युग युग, सर्वधर्मानपरितयजय मामैकं शरणं व्रज, सब युग धर्म को छोड़कर युग के अवतार के शरण में आकर ईश्वर अल्लाह की प्राप्ति सम्भव है, इस लिए पैगंबर मोहम्मद स अ सलाम आखरि पैंगम्बर हैं , मानव जाति के कल्याण के लिए , क्या तुम्हें इसका ज्ञान नहीं ?
@parmarthinfo
Жыл бұрын
@@azimazim9370 ishwar nyaykari hai veh kisi ke sath annay nhi karta hai yedi veh abhi maan bhi le ki ishwar ne kisi ko bheja toh veh baki jo manushya jinka janm hua tha uske sath toh annay hoga or aap jo yug ki baat kar rhe ho jo nirantar chalte rehte hai treta yug ka chaar guna satyug kehlaata hai aap kripya galat jaankari na felaye devta kinhe kehte jara batao
Ye trigunatmak h yah trigunateet k bare me kya bta V samajh sakta h.isme.sade.teen karor badal(rom)hn aaj tak unke bare me nahi jaan ska unke kya naam hn.unki ginti nahi kee fir brahmand ki kya samajh sakta h.ram aam me ramta h.vha itna kamjor nahi jo apni ichchha se deh dharan nahi kar sakta aapka ram.kmjor ho skta h.tulsi ji ne bhaye prakt kripala bhi kha h.or chidanand mayah deh tumhari bhi kaha.h kya ye aapne nahi padha..?..
00
Aapane Satsang nahin kiya hai aap Sanatan Dharm ki Burai kar rahe hain aap Jaise hi Sanatan Dharm ko Badnaam Karte Hain
आप पिण्ड के देवता बता रहे हो। ब्रह्मा ण्ड के नहीं ।
33 karod Devta aom ka naam ham bataenge aap khud Kahane lagoge ki han sahi hai baat jawab Man Jao tab batana
33करोड ब्रह्मा ण्ड हैं उतने ही देवता हैं। शास्त्रों का अध्ययन किया करो।
@sbsaraswati9871
2 жыл бұрын
जिस वेद की बात कर रहा है उसी वेद में लिखा हुआ है अनंत वै देवा ः, देवता अनंत है ं उस व्याख्या को छोड़ देता है। मजे की बात यह है । ब्रह्म ज्ञान की बात करते हैं। लेकिन देवताओं के पीछे क्यों पड़ते हैं। वस्तुतः इनको फंडिंग मिलता है हिंदू धर्म को तोड़ने के लिए और कुछ नहीं है।
बेमतलब की बकवास ही आजकल के प्रवाचकों का प्रवचन हैं. जानकारी कुछ है नहीं. इससे बढिया तो जूनियर हाईस्कूल के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता. आर्यसमाज का परमात्मा, आर्यसमाज ने पेटेंट करा रखा है क्या.? परम्परागत पद्धतियों में ही तो सारे कर्म हो रहे हैं, सभी रूपों में, फिर किसी रूप विशेष की नुक्ता चीनी करना , कहाँ की सर्वज्ञता है.
@nidhiagnihotri3567
2 жыл бұрын
तुम कर्म से तो जानवर हो वेदों को क्या समझोगे जौहरी ही जानता हीरे की कीमत तुम जैसे गवार क्या समझोगे।
आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री जी सिर्फ किताबी ज्ञान मत बांटो कर्मयोग भक्तियोग ज्ञानयोग गृहस्थ कर्म काण्ड करके अनुभव प्राप्त करो तभी आपको समझ में आयेगा राम कृष्ण सिर्फ नाम ही नहीं एक ब्रह्म विद्या है परमात्मा का एक गुण है नहीं तो आइए जगत आनन्द आश्रम में।।
@nidhiagnihotri3567
2 жыл бұрын
आप वेदों को ही नही समझे तो आचार्यजी को क्या समझायेंगे ? राम कृष्ण की संस्कृति को नही समझे तो राम कृष्ण को समझना बङी बात । दाढ़ी कपङे रंगीन करने से महात्मा नही बनते महान आत्मा से महात्मा बनते
33 karod devtaon ke bare mein aap Kuchh Nahin Jante Hain bare Mein Kuchh Nahin Jante Hain
दो, नरेंद्र और अमित देव जी
@surendrapandit5249
2 жыл бұрын
Tumko Maloom hi Nahin Hai Devta kya Hote Hain
@surendrapandit5249
2 жыл бұрын
Tumhare Jaise hi Sanatan Dharm ka apman Karte Hain
@surendrapandit5249
2 жыл бұрын
Humse Milo Ham Tumhen bataenge kitne Devta Hote Hain
@surendrapandit5249
2 жыл бұрын
Tumhen pata nahin hai kaise Aacharya Ban Gaye padhe likhe Ho ki nahin Ho
@nidhiagnihotri3567
2 жыл бұрын
@@surendrapandit5249 पशुओं को परमात्मा ने सीमित ज्ञान दिया तो मननशील बनने की कोशिश ना करो
आर्य समाज 😂😂😂😂
@user-dh3is2cj7t
2 жыл бұрын
Radha gadha samaj 🤣🤣🤣🤣
Devta land hote h