देखिये भगवान शिव ने कैसे सर्प रूप में माता पार्वती की परीक्षा ली || Jap Tap Vrat
Ойын-сауық
देखिये भगवान शिव ने कैसे सर्प रूप में माता पार्वती की परीक्षा ली || Jap Tap Vrat
Director: Dheeraj Kumar
Producer: Zuby Kochhar
Production: Creative Eye
Dialogue Writer : Vikas Kapoor
Screenplay Writer : Darshan Laad
Music: Shaarang Dev
Digital Partner: vianet media pvt ltd
Mail ID:- info@vianetmedia.com
विष्णुपुराण अट्ठारह पुराणों में अत्यन्त महत्त्वपूर्ण तथा प्राचीन है।
यह श्री पराशर ऋषि द्वारा प्रणीत है।
यह इसके प्रतिपाद्य भगवान विष्णु हैं, जो सृष्टि के आदिकारण, नित्य, अक्षय, अव्यय तथा एकरस हैं।
इस पुराण में आकाश आदि भूतों का परिमाण, समुद्र, सूर्य आदि का परिमाण, पर्वत, देवतादि की उत्पत्ति, मन्वन्तर, कल्प-विभाग, सम्पूर्ण धर्म एवं देवर्षि तथा राजर्षियों के चरित्र का विशद वर्णन है।
भगवान विष्णु प्रधान होने के बाद भी यह पुराण विष्णु और शिव के अभिन्नता का प्रतिपादक है। विष्णु पुराण में मुख्य रूप से श्रीकृष्ण चरित्र का वर्णन है, यद्यपि संक्षेप में राम कथा का उल्लेख भी प्राप्त होता है।
अष्टादश महापुराणों में श्रीविष्णुपुराण का स्थान बहुत ऊँचा है।
इसमें अन्य विषयों के साथ भूगोल, ज्योतिष, कर्मकाण्ड, राजवंश और श्रीकृष्ण-चरित्र आदि कई प्रंसगों का बड़ा ही अनूठा और विशद वर्णन किया गया है।
श्री विष्णु पुराण में भी इस ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति, वर्ण व्यवस्था, आश्रम व्यवस्था, भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की सर्वव्यापकता, ध्रुव प्रह्लाद, वेनु, आदि राजाओं के वर्णन एवं उनकी जीवन गाथा, विकास की परम्परा, कृषि गोरक्षा आदि कार्यों का संचालन, भारत आदि नौ खण्ड मेदिनी, सप्त सागरों के वर्णन, अद्यः एवं अर्द्ध लोकों का वर्णन, चौदह विद्याओं, वैवस्वत मनु, इक्ष्वाकु, कश्यप, पुरुवंश, कुरुवंश, यदुवंश के वर्णन, कल्पान्त के महाप्रलय का वर्णन आदि विषयों का विस्तृत विवेचन किया गया है।
भक्ति और ज्ञान की प्रशान्त धारा तो इसमें सर्वत्र ही प्रच्छन्न रूप से बह रही है।
यद्यपि यह पुराण विष्णुपरक है तो भी भगवान शंकर के लिये इसमे कहीं भी अनुदार भाव प्रकट नहीं किया गया। सम्पूर्ण ग्रन्थ में शिवजी का प्रसंग सम्भवतः श्रीकृ्ष्ण-बाणासुर-संग्राम में ही आता है, सो वहाँ स्वयं भगवान कृष्ण महादेवजी के साथ अपनी अभिन्नता प्रकट करते हुए श्रीमुखसे कहते हैं-
त्वया यदभयं दत्तं तद्दत्तमखिलं मया। मत्तोऽविभिन्नमात्मानं द्रुष्टुमर्हसि शंकर।
योऽहं स त्वं जगच्चेदं सदेवासुरमानुषम्। मत्तो नान्यदशेषं यत्तत्त्वं ज्ञातुमिहार्हसि। अविद्यामोहितात्मानः पुरुषा भिन्नदर्शिनः। वन्दति भेदं पश्यन्ति चावयोरन्तरं हर॥
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SatyamShivamSundaram hai mere Shree GouriShankar
💞💞जो भी प्यारी सी 👀आंखे ये कमेंट पढ़ रही हैं भगवान उनके माता पिता को लम्बी उम्र दे 🙏💞💞🙏
हरि ओम नमः शिवाय संकर🌼🌼 संभु
Om Namah Shivay 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मां मां मां मां मां मां मां मां मां मां मां मां मां बाप खुश हो मां मां मां बाप खुश हो मां मां सरस्वती वंदना करते हैं मां दुर्गा शक्ति है मां बाप खुश हो मां मां मां मां मां मां मां मां
Har har mahadev
Har har mahadev jay shree mahakal devon k dev mahadev om namah shivay ❤️🙏
🙏🙏🌹जय मॉ
Har Har mahadev
ओम नम शिवाय 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Har har mahadev om namah shiway🙏🙅
Jy mere Shivshakti ❤
Om Namah shivay🙏🌺🌿 Om Namah shivay🙏🌺🌿 Om Namah shivay🙏🌺🌿 Om Namah shivay🙏🌺🌿 Om Namah shivay🙏🌺🌿
Har har mhadev
हर हर महादेव जय हो माता पार्वती
Thanks brother namaskaar jai Siya Ram Om namaha shiva ye I
Faraind sat
💛💛🙏🏻🙏🏻🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️
Har har Maha Dev
🌞🙏
Om namah shivay Har har mahadev ji Mata Parvati ji
Har har mahadev 🙏❤️📿🙏🙇♀️
Har har Mahadev
💞🇮🇳🙏💯🌎
Om namah Shivay
har har mahadev 🙏🏻🙏🏻
aa gay Prabhu mata ko thangne ke liye
Har har mahadev🙏 💐💐
Om namo bhagwate rudraya
Ashila nakul Kush hai ❤
Bhole baba namo namo
Nakul bur ka raj hai tere sirf zindagi me sach pe chalti hu nakul padkon ❤
Jai bhole Baba jiii
Om namah shivaya
နောက်..
Dew sat nagan ma sewam Mumbai pas sew ling Akram sabhu sat nag log Jamen
🙏🙏🙏
Omo m
Back music bahut loud ha
Shri shiwaye Nmastubhyam jai baba kashe veshwnath bhagwan ki Har Har mahadev Om namha sihvay 🔱🌿❤❤🙏❤🙏🙏
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music loud a
Birendarkuam
💛💛🙏🏻🙏🏻🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️
p
..
सर्प कहां है? हेडिंग भांग पीकर मत डाला करो 😎
Lodi ek per kadkekasu holi hodi nakul zopdha parvate nanmo nama asali tulki jo ha sawargh tapsio nakul ki bur ki devi papita goun goun Gupta
Stupid music is so loud that dialogues cannot be heard.
Omm Nama Shivaya
Hr hr mahadev🥰
Om namah shivaya