Chandrashekhar on Digital Attendance : सीएम योगी को चंद्रशेखर आज़ाद की चिट्ठी, टीचर्स के लिए बोले..
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के एक नए आदेश पर बवाल मचा हुआ है.. जगह जगह शिक्षकों के यूनियन ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.. मामला है ऑनलाइन अडेंटेंस का.. दरअसल विभाग का आदेश है कि अब बच्चों के साथ साथ टीचर्स को भी डिजिटल अटेंडेंस भरना होगा.. लेकिन कई शिक्षक इस आदेश के खिलाफ हैं वहीं अब आजाद समाज पार्टी के चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी सीएम योगी को चिट्ठी लिख इस आदेश को निरस्त करने की मांग की है..
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Пікірлер: 384
ये बहुत अच्छा काम किया है अटेंडेंस ऑनलाइन ही होनी चाहिए बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए
@ursmarteditor926
21 күн бұрын
अबे तू सरकार से बोल की ट्रैफिक खाली कर दे ,, और रोड भी बनवा दे
@ravindraram9275
21 күн бұрын
@@ursmarteditor926😊
@Som-pg5dy
21 күн бұрын
@@ursmarteditor926क्यों और कोई नौकरी नही करता क्या । प्राइवेट सेक्टर से लेकर govt में भी लोग अपने काम पर जाते है
@ummid2579
21 күн бұрын
@@ursmarteditor926तेरे बाप भी टाइम पर आएंगे अगर सरकार अपनी पर आ गई, और घर से पहले निकल, एक कर्मचारी के कोड और कडक्ट पता कर. पहले भोंकने से पहले, वैसे तू टीचर तो क्या चपरासी लायक भी नहीं हैं,
@ChetanBhaker
21 күн бұрын
क्या बच्चों के सड़क बना हुआ है, रोड खाली है। कुछ नहीं सब ड्रामा है वेतन फ्री का चाहिए सरकारी स्कूलों के टीचरों को। घर बैठ सब फ्री फ्री फ्री खान की आदत है।
योगी जी का पहला फैसला मुझे अच्छा लगा
मै भी एक शिक्षक हूँ लेकिन ऐसे शिक्षकों के खिलाफ हूँ जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैँ और समय से विद्द्यलय नही पहुंचते हैँ । अपने दायित्यों के प्रति उदासीन होते हैँ । उनको तुरंत बाहर किया जाये।देश मे योग्यताओं की कमी नही है।
@vivekgupta1979
21 күн бұрын
Government teacher apna bhi paisa barbad kr rha hai private school me apne baccho ka admission kara ke.
@ramkishorahirwar5518
21 күн бұрын
अब टेक्नोलॉजी का जमाना है ऐसे में सभी सरकारी विभाग सभी कर्मचारियों की उपस्थिति ऑनलाइन ही दर्ज होनी चाहिए और इस सिस्टम को ऐसा मजबूत बनाना चाहिए जिससे कोई भी छेड़छाड़ ना कर सके और जो इसमें जो ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में सक्षम ना हो वह स्वयं अपनी नौकरी छोड़ कर जा सकता है उसे कोई मानने वाला नहीं बैठा है देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है
@vijaysinghwardha
21 күн бұрын
यही होना भी चाहिए ।
@vimleshup6044
20 күн бұрын
@@vivekgupta1979 वो जनता के पैसे से अपने बच्चो का भविष्य बना राहा प्राइवेट में पढ़ा कर और जनता के टैक्स से तनखाह लेकर गरीबो के बच्चो को बर्बाद कर राहा है
@nitinkumarsrivastav465
20 күн бұрын
Ji dhanywad Sir. 🙏🙏
योगी जी का यह कदम बहुत अच्छा है चंद्रशेखर जी आप विरोध ना करिए
जब प्राईवेट कम्पनी में काम करने वाले लोग समय से पूर्व पहुंच जाते हैं और समय के बाद घर जाते हैं उनसे कई गुना पैसा भी कम पाते हैं, तो टीचर क्यों नहीं जा सकते मैं भी एक प्राईवेट टीचर हूं, समय के पहले जाना व समय के बाद आना लगा रहता है स्कूल मालिक खुद सरकारी टीचर है वो खुद समय से पहले समय से कई घंटा बाद जाता हैं और समय से पहले चला भी आता है आकर रौब दिखाता है हम लोग पर।
@ChetanBhaker
21 күн бұрын
भाई साहब इनको वेतन फ्री का चाहिए काम कुछ कर के नही देना है।
सरकार ने बिल्कुल सही किया है कुछ निकम्मे शिक्षक ना तो ढंग से पढ़ रहे हैं और ना ही समय पर आ रहे हैं मगर मोबाइल पर अटेंडेंस नहीं उसे स्कूल में ही डिवाइस लगी होनी चाहिए
@skgeducation2871
22 күн бұрын
Tum kitna niyam kanoon ko palan karte ho pahle apna dekho tab dusro ko kaho
@Sahil-lover-gy6dj
21 күн бұрын
@@skgeducation2871tera baap ki waja se humara baccha nhi padh padta guss khor 😡
@TrickMaster-ie8vg
21 күн бұрын
टेट फैल वाले को तो सही लगेगा ये सब , माना एक आध शिक्षक ऐसा हो सकता है लेकिन प्रदेश के पांच लाख शिक्षकों के खिलाफ बोलकर आप अपनी मूर्ख मति का परिचय दे दिए है , आपको जमीनी हकीकत पता नही बस उत्तेजित हो कर कॉमेंट करने आ गए
@prateekchaudhary2311
21 күн бұрын
Agar nahi hata to sarkaar bhi chala jayega samjha bhai
@pankajrk9658
21 күн бұрын
Tum khud nikamme ho😅
योगी सरकार ने बिलकुल टीक किया शिक्षक समय से स्कूल नही आते नही सही से पढ़ते है शिक्षा की हालातो को टीक करना बहुत जरूरी शिक्षा से देश आगे बढ़ता है
चंद्र शेखर जी मै आपका बहुत बड़ा समर्थक हूँ मेरा आपसे से निवेदन है की आप हमेशा सच्चाई का साथ दे ।बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले शिक्षकों की गरिमा का ध्यान कब तक रखा जाये उ.प्र. मे सरकारी विद्द्यालयों की स्थितियां बहुत ही खराब हैँ।
@Saurabhdwivedy
21 күн бұрын
चंद्रशेखर जी राजनीति कर रहे हैं इनको समाज के निम्न स्तर के बच्चों से कोई मतलब नहीं
@PankajKumar-ej5dt
21 күн бұрын
@@Saurabhdwivedy chandrashekhar ji nai botal mein wahi puraani sharaab hain. Koi nai baat nhin inmein. Aisey to kitney hi dalit neta pichhle 75 saal mein aaye aur gye par koi badlaav nhin aaya.
@InnovativePankaj
18 күн бұрын
@@PankajKumar-ej5dtkoi bhi aa jaye bahut mushkil hai badlav hona. Bahut chhote fark dikhayi de sakte hai bas is desh me
बिल्कुल सही आवाज उठाई चंद्रशेखर आजाद जी ने देश शिक्षक आपके आभारी रहेंगे
@atozmathsclassestiwarisir1077
22 күн бұрын
@@user-iq9tc5kn6o Desh Ke student Hamesha Gali Denge Azad Ji ko Agar student ki family bhi koi bhi school mein time se teacher Agar Nahin Aata to uski Naukari chhin leni chahie Agar deri Hoti Hai To with reason bataen Nahin to turant salary cut Karni chahie 50000 lene ke bad excuse dena bevkufi hai Sarkar ko titr action Lena chahie
@mohsinraja5380
21 күн бұрын
Galat awaz uthai h Azad bhai ne ye hona chahiye 5000 rupy pr teaching krne wale private teacher achhi education de rhy hain bachho ko ye 50k se 1 lakh lene wale kuch nhi krty?
@sahil4157
21 күн бұрын
Kyo digital attendance se gava karab hote hai wo jo lala bankar ate ho school mai wo ana band ho jaega up ke shikshak ke sampatti bhe janch ho na to pata chelaga ki sab se jyda sampatti isi department ke pass hai
@pawanchaudhary7411
19 күн бұрын
Ye galat aavaj uthayi Chandar Shekhar ajad bhaiya ji ne
सपा के लिए खतरे की घंटी ऐसा क्यों नहीं किया जाय की आसपास के होनहार शिक्षको को ही रख दिया जाए । 25000 प्रतिमाह रोजगार भी शिक्षा भी ।
चंद्रशेखर अब केवल वोट की राजनीति करेगा असली चेहरा सामने आ गया
@prashantsingh8724
21 күн бұрын
Sahi baat h ye nhi chahte gao dehat ke bachhe pade
Sarkar bhut achha kaam kar rahi hai
चंद्रशेखर जी निवेदन है की आप केंद्र पर ध्यान दीजिए उत्तर प्रदेश की राजनीति पर नही।
Har samaj ka muda uthate hai Chandrashekhar azad
@sohitrajput3315
21 күн бұрын
Ye neela kabutar sala n pda huya hai aur n padne denga bachchho ko
@prashantsingh8724
21 күн бұрын
Teachers time se school jaye isme Chandra sekhar ji ko kya pareshaani ho rhi
@shivamdwivedi9823
20 күн бұрын
Doglapan h ye
Sacchi awaaz buland awaaz Chandrashekhar Azad bhaiya jindabad love u ful support 🥰
Digital Attendance honi Chahiye,
I support digital attendance system
Veri good yogi Ji
Ye ravn 😂 isko kewal photos Lena hai .. online sahi faisla hai
Jai ho Yogi ji ki ek dum sahi kaam kiya
Yoge ji ne bhut she kiya he 🙏
योगी जी का ये काम super है,सराहनीय है । बहुत अच्छा नियम है
अब इनको स्कूल आने में समस्या है इसी लिए सरकार सरकारी नौकरी नहीं दे रही है
Online attendance is mandatory ..I support this initiative
ऑनलाइन अटेंडेस से क्या नुकसान है।योगी जी का फैसला सही है।
@priyanshukumar-gg8nl
22 күн бұрын
गांवों की हालत देखो एकबार बारिश के मौसम में
@ratneshmaurya4450
22 күн бұрын
योगी जी सही किया, जिन टीचरों की ड्यूटी गांव में है वह वही रहे
@Abhirao10200
21 күн бұрын
@@ratneshmaurya4450mahila gao me rahengi teri buddhi thik he ki nahi ...gao me safety kya he
@TrickMaster-ie8vg
21 күн бұрын
आपकी बात सही हो सकती है लेकिन आपने कुछ शिक्षकों के आधार पर पूरे प्रदेश के पांच लाख शिक्षकों को ऐसा क्यों सोच लिया , शिक्षक डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में नही है अपितु इसमें कुछ अव्यावहारिक पक्ष है जो सरासर गलत है कृपया अपनी जानकारी अपडेट कीजिए , फिर अपने राय रखिए
@obsaurver
21 күн бұрын
@@Abhirao10200Bhai jab tum yeh field me aaye ho toh soch kr aaye hoge na ki government kahi bhi post de skti hai aur jab post mil gai hai toh time pr aao time pr jaao time pass krke aao aur time pass krke jaao sarkari Naukri esliye lete ho kya bachho ke bhavishya ka nuksan ho rha hai na yeh bhi toh dekh . Mahila Suraksha mtlb kl ko koi ips bnegi aur raat me tere gaon me aake koi kaand krde toh tu kya bolega are sone do aurat hai dimag thik hai na Tera kya likh rha hai tujhe kuchh smjh hai
जो देश की परिस्थिति से वाकिफ हैं वो हमेशा न्यायोचित बात करेंगे।
हर समाज का मुद्दा उठाते हैं चंद्रशेखर आजाद चंद्रशेखर आजाद की राजनीति बहुत ही अच्छी है अच्छा है
@BharaT108-i6i
21 күн бұрын
तभी तो teachro का साथ दे रहा है
मैडम जी समय से पहुंचने के लिए समय से सुबह उठना पड़ता है 12 बजे तक रात तक जागती है समय से स्कूल पहुंचेगी नहीं स्कूल में भी लवेरिया का चर्चा चलेगी एक्सीडेंट हो ही जा जायेगा
Jai yogi baba jai ho
वैसे आदेश सही है ये लोग सही में पूरे सप्ताह स्कूल नही जाते
सरकारी टीचर होने का क्या फायदा जब समय से स्कूल जाना पड़े कुछ लोगो को
@EasyIAS1
22 күн бұрын
😂😂😂😂😂Haan, bhaii vha sone, mobile chalane, gappe marne jate he,, pdane thodi,, to fir time se kyo Jana,, esiliye to sarkari teacher Bane he😂😂😂😂
@Saurabhdwivedy
22 күн бұрын
इतना कंपटीशन निकाल कर आने का क्या फायदा इन लोगों को ड्यूटी भी करनी पड़ेगी ऐसा दिन आ गया
@TrickMaster-ie8vg
21 күн бұрын
आपकी बात सही हो सकती है लेकिन आपने कुछ शिक्षकों के आधार पर पूरे प्रदेश के पांच लाख शिक्षकों को ऐसा क्यों सोच लिया , शिक्षक डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में नही है अपितु इसमें कुछ अव्यावहारिक पक्ष है जो सरासर गलत है कृपया अपनी जानकारी अपडेट कीजिए , फिर अपने राय रखिए
@TrickMaster-ie8vg
21 күн бұрын
@@Saurabhdwivedy शिक्षक डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में नही है अपितु इसमें कुछ अव्यावहारिक पक्ष है जो सरासर गलत है कृपया अपनी जानकारी अपडेट कीजिए , फिर अपने राय रखिए
@obsaurver
21 күн бұрын
@@TrickMaster-ie8vgkya hai jra batao online attendance denge toh unke bank se paise nikl jaayenge tum reason bta do jra Q nhi hona chahiye online
अभी भी कौन सी शिक्षा सही है, हर नेता राजनीति करने लगती है
पढ़ाते-वढ़ाते हैं नहीं, सुविधाएं अपार चाहिए, इनसे अधिक मेहनत तो प्राइवेट स्कूल के टीचर करते हैं। मैं ये दावे के साथ कह सकता हूँ, यूपी के किसी भी सरकारी विद्यालय का मास्टर इस कम्पटीशन के युग में बच्चों को को कम्पटीशन से नहीं जोड़ पाता।
क्या हर पार्टी को सपोर्ट करना चाहिए सरकार का क्योंकि बच्चों का भविष्य चंद्रशेखर आजाद
इनको राजनीति करनी है, सब का वोट चाइए सिर्फ, मास्टर की चिंता हो रही है , गांव मैं पड़ने वाले गरीब ब च्चो के भविष्य नहीं देखना
I support the government ❤
तो इसमें प्रॉब्लम क्या है... बायोमैट्रिक होना चाए...
सरकारी शिक्षक खुद को सरकार का दामाद समझ रहे है।
Yogi ji n bahut sahi kiya h. Ye teacher only salry lete h kaam ni krte .. Bacho ka future must h. Teachers ki ayasi ni
Ye to apne aap ko mantri samjh ne lga hai har mamle me bolne lgta hai 😂😂😂😂
आजाद समाज पार्टी जिन्दाबाद ❤❤
चंद्रशेखर रावण से अपील है की 3 दिन से राजनीति में आए हो और आंदोलन कारियो का वोट बनाने के लिए गरीब बच्चों दलित पिछड़ा बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न करे वर्ना दलित पिछड़ा आवकात बता देगा अगले चुनाव में
दूसरा काम इनकी सैलरी भी कम किया जाय
योगी जी जो टीचर धरना दे रहे है उनका monthe का वेतन काट ले सरकारी टीचर समय पर ड्यूटी नही जाते है दो घंटे जाते है उसके बात मोज मस्ती करते है
बिल्कुल नहीं हटना चाहिए, जब आप रोज़ समय से विद्यालय जाते हैं तो क्या दिक्कत है इसमें?
Yak dam sahi hai online attendence
Chandra shekhar bhaiya jindabad ❤
दलित समाज मुस्लिम गली मोहल्ला और लैट्रिगं साफ करके खुश है
सरकारी नोकरी दे दो, फिर सब अपनी मर्जी से नोकरी करेगे,
Chandrashekhar Azad ji sansad ji
किसी को पार्टी में जाना है तो 2 घंटा पहले पहुंचे गा पढ़ने जाना है तो रोड़ खराब है साधन नहीं है अब वहांना नहीं चलेगा
Are bc abhi bhi register wala system hai yaha.. Maharashtra me to kabka digital ho gya hai. 😅😅
@Saurabhdwivedy
21 күн бұрын
@@manishbagholi यह उत्तर प्रदेश है भाई साहब यहां सब चोर पड़े। सरकारी सुधारने चली है तो छटपटाहट हो रही है बिना पानी के मछली की तरह छटपटा रहे हैं
जो शिक्षक स्कूल समय से ना आ पाने का तरह-तरह का तर्क दे रहे हैं उनकी क्या गरिमा सब के सब हरामखोर हैं। ऐसे शिक्षकों की कोई विद्यार्थी इज्जत नहीं करता।
Chandra Shekhar janta ke mp hain Shandar karya 😊
इन टीचरों को बर्खास्त करो और नई भर्ती करो ये निकम्मे आउट डेटेड हो गए हैं ।
मैं स्नेहा आदेश में सरकार का आभार व्यक्त करता हूं सरकार द्वारा बहुत ही सही कदम उठाया गया आज की डेट में शिक्षक अपना कार्यभूल चुके हैं
चन्द्रशेखर आजाद नही चाहते की शिक्षक समय पर स्कूल आये और प्रतिदिन आये। गुमराह की राजनीति नही करनी चाहिए
बहुत सुन्दर
Thats why i love yogi ji ..my entrie family and employee will vote
शिक्षक का ऑनलाइन एटेंडेंस सरकार ने सही निर्णय लिया है। BJP सरकार सही निर्णय लिया है। बड़े भाई चंद्रशेखर आजाद जी का हस्तक्षेप करना नहीं चहिए।
Bahut sahi nirnay hai 😊
Ya bhut good work keia Yogi ji na
Bilkul sahi likha h bhai ji ne.jay bhim
शिक्षा व्यवस्था सुधार करना चाहते है तो परिषदिय विधालय मे अनिवार्य कर दे कि जो शिक्षक जहा पढ़ाते है वही अपने बच्चो को पढाये ।
@TrickMaster-ie8vg
20 күн бұрын
@@ananddev5940 सरकारी शिक्षक अपने बच्चे सरकारी स्कूल में क्यों नहीं पढ़ाते 1. सरकारी स्कूल में शिक्षकों की संख्या में कमी , सिर्फ दो शिक्षक पूरे स्कूल को संभाल रहे साथ ही रसोई,चोंकीदारी, दूसरे विभाग की ड्यूटी आदि में तैनाती ( क्या कक्षा 1 से 5 के लिए पांच शिक्षक होने चाहिए या नहीं ) 2. सरकारी स्कूल में बच्चा शिक्षित नहीं साक्षर होने के लिए आते है पाठ्य पुस्तकों का उद्देश्य साक्षर करना है कॉन्वेंट से टक्कर देना नही 3. इतने में भी अगर बच्चो को साक्षर बनाने और साथ ही शिक्षित करने का प्रयास किया जाता है तो कोई योजना ऐसी आ जाती है जिसका मुख्य उद्देश्य कमजोर बालको को क,खग ,A,B,C , 1234 पर ही टारगेट रहता है इससे कक्षा में जो चार पांच बालक होशियार होते है उनकी पढ़ाई बांधित होती है क्युकी शिक्षक कखग सिखाने और उससे संबंधित कागज , योजना, तालिका भरने में ही लगा रह जाता है और होशियार बालको के लिए जो योजना आती है वह कॉन्वेंट कक्षा 2 के बच्चो वाला सिलेबस सरकारी स्कूल के कक्षा 5 के बालको के लिए होता है बिल्ली मौसी की कहानी , बंदर मामा , मेंढक कूद आदि के अटका रह जाता है जबकि कॉवेंट का पांचवी का बच्चा मैथ्स , साइंस, इंग्लिश, ग्रामर आदि के कठिन प्रश्नों को हल कर रहा होता है 4. शिक्षक को पढ़ाने से ज्यादा गैर शैक्षणिक कार्यों mid day मिल, केले,दूध, रसोई, सिलेंडर, whatsup आदेश, रजिस्टर, डाटा, दूसरे विभाग में ड्यूटी, चुनाव, प्रशिक्षण, ऑनलाइन मीटिंग्स और प्रशिक्षण, बोर्ड परीक्षा, सफाई, अभियान, दवाई वितरण, आदि कामों करना होता है वह पूरे एकाग्र होकर पढ़ा भी नही पाता क्युकी यही चीज़े उसके दिमाग में घूमती रहती है 5. अब यदि कोई शिक्षक अपने बच्चो को सिर्फ साक्षर होने के लिए किसी सरकारी विद्यालय में डाल भी देता है तो क्या गारंटी है कि वहा तैनात शिक्षक से सिर्फ शिक्षा का ही काम लिया जा रहा होगा किसी गैर शैक्षणिक कार्य करने के लिए तहसील, कॉलेज या ग्राम पंचायत बीएलओ ड्यूटी में तैनात नही होगा इसकी गारंटी कोन देगा , 6. मेहनती शिक्षकों का मनोबल तोड़ने के लिए एक तरफ उन्हें पहले किसी ड्यूटी में लगा जैसे बीएलओ बना दो , (स्कूल में वैसे शिक्षक कम है तो बच्चो की पढ़ाई बंधित होती है ) फिर जब एक माह बाद शिक्षक स्कूल आता है तो पीछे से निरीक्षण टीम भेज कर बच्चो के शैक्षणिक स्तर परखा जाता है और गिरावट के लिए बीएलओ साहब को दोषी ठहराया जाता है और सैलरी रोकने की चेतावनी दी जाती है जिससे उसका पढ़ने से मनोबल टूट जाए 7. सरकारी स्कूल की साक्षरता की पुस्तके आसान हिंदी में होती है इंग्लिश भाषा की कोई विशेष व्यवस्था और माहोल नही , अब ऐसे में जब हर चीज में इंग्लिश की डिमांड है तो सरकारी शिक्षक अपने बच्चे को कहा पढ़ाएगा 8. ऐसा क्यों किया जाता है शायद pvt school की ग्रोथ के लिए क्युकी अगर सरकारी स्कूल खस्ताहाल होंगे तभी तो आम जनता pvt की और भागेगी , इस कार्य के लिए मीडिया भी जिम्मेदार है जो आम जनता तक सच्चाई सामने नही आने देती (क्या पता क्या वजह है इनकी भी) 9. सरकारी शिक्षक अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में पढ़ाने को तैयार है लेकिन पहले व्यवस्था तो सही करो अगर सरकारी शिक्षक ये प्रश्न सिस्टम से करेंगे तो कार्यवाही की जायेगी सैलरी रोक दी जाएगी या फिर सस्पेंड
@TrickMaster-ie8vg
20 күн бұрын
@@ananddev5940 सरकारी शिक्षक अपने बच्चे सरकारी स्कूल में क्यों नहीं पढ़ाते 1. सरकारी स्कूल में शिक्षकों की संख्या में कमी , सिर्फ दो शिक्षक पूरे स्कूल को संभाल रहे साथ ही रसोई,चोंकीदारी, दूसरे विभाग की ड्यूटी आदि में तैनाती ( क्या कक्षा 1 से 5 के लिए पांच शिक्षक होने चाहिए या नहीं ) 2. सरकारी स्कूल में बच्चा शिक्षित नहीं साक्षर होने के लिए आते है पाठ्य पुस्तकों का उद्देश्य साक्षर करना है कॉन्वेंट से टक्कर देना नही 3. इतने में भी अगर बच्चो को साक्षर बनाने और साथ ही शिक्षित करने का प्रयास किया जाता है तो कोई योजना ऐसी आ जाती है जिसका मुख्य उद्देश्य कमजोर बालको को क,खग ,A,B,C , 1234 पर ही टारगेट रहता है इससे कक्षा में जो चार पांच बालक होशियार होते है उनकी पढ़ाई बांधित होती है क्युकी शिक्षक कखग सिखाने और उससे संबंधित कागज , योजना, तालिका भरने में ही लगा रह जाता है और होशियार बालको के लिए जो योजना आती है वह कॉन्वेंट कक्षा 2 के बच्चो वाला सिलेबस सरकारी स्कूल के कक्षा 5 के बालको के लिए होता है बिल्ली मौसी की कहानी , बंदर मामा , मेंढक कूद आदि के अटका रह जाता है जबकि कॉवेंट का पांचवी का बच्चा मैथ्स , साइंस, इंग्लिश, ग्रामर आदि के कठिन प्रश्नों को हल कर रहा होता है 4. शिक्षक को पढ़ाने से ज्यादा गैर शैक्षणिक कार्यों mid day मिल, केले,दूध, रसोई, सिलेंडर, whatsup आदेश, रजिस्टर, डाटा, दूसरे विभाग में ड्यूटी, चुनाव, प्रशिक्षण, ऑनलाइन मीटिंग्स और प्रशिक्षण, बोर्ड परीक्षा, सफाई, अभियान, दवाई वितरण, आदि कामों करना होता है वह पूरे एकाग्र होकर पढ़ा भी नही पाता क्युकी यही चीज़े उसके दिमाग में घूमती रहती है 5. अब यदि कोई शिक्षक अपने बच्चो को सिर्फ साक्षर होने के लिए किसी सरकारी विद्यालय में डाल भी देता है तो क्या गारंटी है कि वहा तैनात शिक्षक से सिर्फ शिक्षा का ही काम लिया जा रहा होगा किसी गैर शैक्षणिक कार्य करने के लिए तहसील, कॉलेज या ग्राम पंचायत बीएलओ ड्यूटी में तैनात नही होगा इसकी गारंटी कोन देगा , 6. मेहनती शिक्षकों का मनोबल तोड़ने के लिए एक तरफ उन्हें पहले किसी ड्यूटी में लगा जैसे बीएलओ बना दो , (स्कूल में वैसे शिक्षक कम है तो बच्चो की पढ़ाई बंधित होती है ) फिर जब एक माह बाद शिक्षक स्कूल आता है तो पीछे से निरीक्षण टीम भेज कर बच्चो के शैक्षणिक स्तर परखा जाता है और गिरावट के लिए बीएलओ साहब को दोषी ठहराया जाता है और सैलरी रोकने की चेतावनी दी जाती है जिससे उसका पढ़ने से मनोबल टूट जाए 7. सरकारी स्कूल की साक्षरता की पुस्तके आसान हिंदी में होती है इंग्लिश भाषा की कोई विशेष व्यवस्था और माहोल नही , अब ऐसे में जब हर चीज में इंग्लिश की डिमांड है तो सरकारी शिक्षक अपने बच्चे को कहा पढ़ाएगा 8. ऐसा क्यों किया जाता है शायद pvt school की ग्रोथ के लिए क्युकी अगर सरकारी स्कूल खस्ताहाल होंगे तभी तो आम जनता pvt की और भागेगी , इस कार्य के लिए मीडिया भी जिम्मेदार है जो आम जनता तक सच्चाई सामने नही आने देती (क्या पता क्या वजह है इनकी भी) 9. सरकारी शिक्षक अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में पढ़ाने को तैयार है लेकिन पहले व्यवस्था तो सही करो अगर सरकारी शिक्षक ये प्रश्न सिस्टम से करेंगे तो कार्यवाही की जायेगी सैलरी रोक दी जाएगी या फिर सस्पेंड
Ye sahi hai chandar Shekhar ajad bhaiya ji bahut se teacher. Sahi se padhate nahi hai ham ne dekha hai sarkari school me garib ke bacche padhte hai unke bhavishya ke sath khilvad kiya jata hai please saportkaro sarkari school me sc st obc ke bacche hi jada padte hai ham bhi teacher ki tyari kr rahe hai btc ctet clear hai ham saport me hai eske nekin aap teacher ki bharti ke liye aavaj uthayo
Sahi toh hai
Digital attendance bilkul jaruri thi.
Support #teacher online attendance
Digital हाजरी होना जरूरी है
चंद्र शेखर आजाद भाई साहब
डिजिटल करण सही नहीं है क्यूंकि कुछ जगह ऐसे ग्रामीण विद्यालय है जहाँ सही रास्ता नहीं है और भी कुछ है l
@Saurabhdwivedy
21 күн бұрын
पर मोबाइल नेटवर्क है वही आप लोग चलाते हैं दिन भर पढ़ाते तो है नहीं
@mohsinraja5380
21 күн бұрын
@@deepaksonkar3747 digital sahi sb ka ho gya ab inka bhi hona chahiye?rasta sahi nhi h tb wahi kiraye pr makan le kr rahey?
@axyz310
21 күн бұрын
Kyo sahi nhi hai time pr nikle ya phle nikle asli prblm kuch or hi hai...private school chl rhe hai ya nhi ...wha sb time pr kaise ho rha hai
Bahut bahut dhabybad सांसद जी
*महंगाई,अग्निवीर,किसान,OPS,युवा वर्ग को नोकरी,मोदी जी को अभी भी ये सब नही दिख रहा है। 2 सीट पे वापसी की ओर,शुरुवात हो चुकी है।सीता राम*
समय की बाध्यता नहीं होनी चाहिए शिक्षक उपस्थित है यह समझना सिर्फ अटेंडेंस आनलाइन विद्यालय समय के दौरान हो समय बाध्यता शाही फरमान है शिक्षक हित नहीं
टीचरों को फ्री कर दिया जाय प्राइमरी स्कूल में जो है प्राईवेट स्कूलो मे भी फीस माफ किया जाय उनको मनमानी फीस से रोक लगाई जाय या उन्हें बंद कर दिया जाय सब के बच्चे सरकारी स्कूल में पढे़ दूसरा स्कूल बंद तब क्या होगा
Jai Shree Ram ji 🙏 Jai Yogi baba Maharaja 🙏 🚩
I support digital attendance🎉
@ALOKKUMAR-ls1mi
21 күн бұрын
क्योंकि तु बेरोजगार हैं 😂😂
yogi aditynath ne ekdm sahi kia ye faisla vapas naa ho. makkar kamchor master mre ja rhe isse. ye primary wale master school tk to jaate nhi isliye ye ro rhe
@TrickMaster-ie8vg
21 күн бұрын
आपकी बात सही हो सकती है लेकिन आपने कुछ शिक्षकों के आधार पर पूरे प्रदेश के पांच लाख शिक्षकों को ऐसा क्यों सोच लिया , शिक्षक डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में नही है अपितु इसमें कुछ अव्यावहारिक पक्ष है जो सरासर गलत है कृपया अपनी जानकारी अपडेट कीजिए , फिर अपने राय रखिए
@Saurabhdwivedy
21 күн бұрын
@@TrickMaster-ie8vg परेशान बहुत हैं आप, लग रहा है सरकारी मास्टर है और जीवन में कभी ड्यूटी किया नहीं है, प्रोक्सी टीचर ही आपकी ड्यूटी किया होगा
Sher E Hind Ravan bhai jindabaad jindabaad ❤❤❤
Itna Competition face krke naukri mili hai. Phir bhi samye se school me ja kar padhna pade to government teacher hone ka kya fayade...apni marzi se school me jayege aapni marzi se aayega bus salary samaye se chahiye..
सरकार का ये फैसला स्वागत योग्य है मान्य चंद्रशेखर जी आप इसका विरोध बहुत गलत कर रहे हो क्योंकि सरकारी स्कूलों में एससी एसटी ओबीसी के ही गरीब बच्चे पढ़ते है अगर विद्यालय समय से जायेंगे तो शिक्षा की गुंडवक्तआ अच्छी होगी
Aadesh bilkul sahi hai
जय भीम चंद्रशेखर आजाद जी जिंदाबाद भीम आर्मीजिंदाबाद
स्कूल की बिल्डिंग और स्कूल तक जाने वाली सड़को की हालत कैसी है बाबा को इससे मतलब नहीं है।बस कागजो में सब डीजिटल दिखना चाहिए, बस इसी से विकास हो जाएगा। 😢😢😢😢
@Saurabhdwivedy
21 күн бұрын
@@viralnewsupdate5940 उसी रास्ते से होकर अनेकों विभाग अपना काम कर रहे हैं बिजली विभाग जल विभाग निजी कर्मचारी कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट सभी तो अपना काम कर रहे हैं खाली आप को दिक्कत ज्यादा है प्रधान नहीं है उसे गांव में उसे गांव में लेखपाल नहीं है
, yah Sahi faisla hai, isase hamare samaj Ko achcha asar padega
Doctor Engineer bhi digital attendance lagate hain . Koi maang nahi poori hogi. Naukri karna hai toh karo nahi to jaao
Jay bhim bhai
माननीय मुख्यमंत्री जी आरटीओ कार्यालय में पहले भ्रष्टाचार को कम करिए । जहां फिटनेस परमिट लाइसेंस का रेट 3 गुना बढ़ गया है।
चंद्रशेखर बिल्कुल सही निर्णय लिया । आरक्षण वाला लोग क्योंकि तंख्वाह वाले दिन ही आता , बाकी घर बेठकर दारु पीता । चंद्रशेखर को आरक्षण वालो का समर्थन करना चाहिए । यह आगे आरक्षण 60% से बढाकर 90% करने को बोल सकता
@DayaShankarVerma1980
21 күн бұрын
@@sbunty6733 EWS आरक्षण वाले हैँ
@keshavsingh3721
21 күн бұрын
Pakhandiyon sadiyon se arakshan kha rahe the vo dikhai nahi diya...jis din OBC shudder samaj jaag gaya us din pata chalega tum logon ko arakshan ka kyunki abhi sher soya hua hai hua h aur pakhand me lipat hai..52 parsent abadi h.. OBC ki Tum andhbhagto ka door door tak bhi nahi pata chalega...
चंद्र शेखर अखिलेश जी पढ़े लिखे हैं काश योगी भी स्कूल शिक्षा के बारे में कोई जानकारी रखते । 😂😂😂😂
@MANISHSHARMA-yo2yn
22 күн бұрын
Tumse jyada padhe hai Pahle jankari karo tb bolo 😂😂
@Garvacademy
22 күн бұрын
@@MANISHSHARMA-yo2yn आ गए अंड भक्त
@ALOKKUMAR-ls1mi
21 күн бұрын
पढ़ाई तो होता नहीं नौटंकी भरपूर करता ढोंगी बाबा 😂
मनरेगा में मजदूरों को तो 200रुपए मिलते हे फिरभी ऑनलाइन हाजरी भरनी पड़ती हे इन को इतनी दिक्कत कर रही है
चंद्रशेखर आजाद जी आप क्या निर्णय हमें अच्छा नहीं लगा बल्कि 8:00 की बजाय सुबह 10:00 से शाम 4:00 तक कियाजाए
school city me nhi h to gaav me rho jakar. yogi baba ne ye bhut sahi kam kia. inki salary bhi half kro
यदि ऐसा कानून सही है तो यह सिर्फ शिक्षा विभाग में ही क्यों? राज्य के सारे विभागों में लागू कर देना चाहिए। 👉 मैं दावे से कहता हूं ऐसे बेकार के कानून से शिक्षक परेशान हो जायेगा और जब शिक्षक ही तबाह रहेगा तो वह बच्चों को ठीक से नहीं पढ़ा पाएगा। इससे शिक्षा व्यवस्था और जल्दी चौपट होगा। 👉 लोगों को लग रहा होगा की बीजेपी शिक्षा व्यवस्था सुधार रही है लेकिन रिजल्ट बिलकुल उल्टा होगा। क्योंकि बीजेपी नहीं चाहती है की गरीबों के बच्चें पढ़े। बीजेपी वालों की नीति ऐसी ही रहती है। दिखाओ सीधा, करो उल्टा। i support chandrashekhar azad
मोदी,योगी का भी उपस्थिति लोकसभा , विधान सभा में डिजिटल होना चाहिए,और 4 साल के लिए अग्निविर बने और पद छोड़ें।
Ye bahut accha kam hai. Espe koi rajniti nahi honi chahiye.
Chandshekar azad sirf apne liye chunav ladta smaaj liye asp party bsp kuch nahi kar paygi hum to bsp ke saath bsp saath rhege jai bhim
Government Shi kr rahi hai
Attendance online hone chahiye
Good decision