चंदन सा बदन चंचल चितवन#सोने का बदन सोने का हिरन#भाग,7, श्रीमती राखी आजाद vs लाल मन चंचल

Ойын-сауық

#जवाबी_कीर्तन
#श्रीमती _राखी _आजाद
#लाल _मन_चंचल
#चंदन सा बदन चंचल चितवन#सोने का बदन सोने का हिरन#भाग,7, श्रीमती राखी आजाद vs लाल मन चंचल
#jawabi _kirtan
#श्रद्धांजलि, स्व. राम सेवक यादव,, शानदार जवाबी कीर्तन, दिनांक 8,6, 2024 दिन शनिवार , पार्टियां, श्री लाल मन चंचल कानपुर एव श्रीमती राखी आजाद उरई जालौन, ग्राम मस्ते मऊ गजरिया फार्म लखनऊ, अयोजक, श्री माया राम यादव, अमर सिंह यादव, अजय कुमार यादव, अयोध्या प्रसाद, शिव बरन, कैलाश, श्री मोनू शुक्ला जी, निवेदक, ऑल इंडिया कीर्तन विचार मंच, यू ट्यूब चैनल,vijay studio Lucknow 7668306633, प्लीज लाइक शेयर एंड सब्सक्राइब करें,, ध्वनि विस्तारक, काजल साउंड लखनऊ 9838557796,
##क्रान्ति माला जवाबी कीर्तन पार्टी
#राखी आज़ाद जवाबी कीर्तन पार्टी
#कल्पना दुबे जवाबी कीर्तन पार्टी
#पुनम आजाद जवाबी कीर्तन पार्टी
#दुर्गेश नंदनी जवाबी कीर्तन पार्टी
#ज्योति कमल जवाबी कीर्तन पार्टी
#शशि राज कमल जवाबी कीर्तन पार्टी रायबरेली
#बाबू लाल राजपूत जवाबी कीर्तन पार्टी
#सचदेवा शरारती जवाबी कीर्तन पार्टी कानपुर
#लाल मन चंचल जवाबी कीर्तन पार्टी कानपुर
#रणजीत राज प्रयागराज जवाबी कीर्तन पार्टी
#चेतना आजाद एंड पार्टी गोण्डा
#दादा श्री रति राम ज्ञानी जवाबी कीर्तन पार्टी संडीला
#राजू रंगीला रायबरेली जवाबी कीर्तन पार्टी रायबरेली
#गुड़िया भारतीय जवाबी कीर्तन पार्टी कानपुर
#रोशनी अंजान लखनऊ जवाबी कीर्तन पार्टी
#सर्वेश साहसी लखनऊ जवाबी कीर्तन पार्टी
#कोमल क्रोधी लखनऊ जवाबी कीर्तन पार्टी लखनऊ
#अवधेश अचल उन्नाव जवाबी कीर्तन पार्टी
#शंभू हलचल कानपुर जवाबी कीर्तन पार्टी
#सुशील दिनकर प्रयागराज जवाबी कीर्तन पार्टी
#दीपमाला जवाबी कीर्तन पार्टी कानपुर
#पंकज बवाली लखनऊ जवाबी कीर्तन पार्टी लखनऊ
#पवन निवास जवाबी कीर्तन पार्टी बलरामपुर
#नीलम विश्वकर्मा जवाबी कीर्तन पार्टी

Пікірлер: 3

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086Күн бұрын

    "माटी के तन का क्या है घमंड, माटी में एक दिन मिल जाना " राखी जी की इस लाइन ने मन को हिला डाला |राखी जी वास्तव में बहुत अच्छी कलाकारा हैं |

  • @shankardas8834
    @shankardas88347 күн бұрын

    Kya,baat,hai,smt,rakhiji,nice,

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086Күн бұрын

    मारीच स्वर्ण मृग बनकर जाते हुए सोच रहा है कि- 🎉मम पाछे धर धावत, धरे सरासन बान | फिरि फिरि प्रभुहिं बिलोकिहउं, धन्य न मो सम आन ||