भक्त तो हो मगर किसके? || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2023)
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#acharyaprashant
वीडियो जानकारी: 29.12.23, गीता समागम, ग्रेटर नॉइडा
प्रसंग:
स एवायं मया तेऽद्य योगः प्रोक्तः पुरातनः ।
भक्तोऽसि मे सखा चेति रहस्यं होतदुत्तमम् ॥
लेकिन तुम मेरे भक्त हो और सखा हो और इसलिए वो जो पुरातन योग है, आज मैं तुम्हें बता रहा हूँ क्योंकि यही मेरी बात उत्तम गुप्त रहस्य, माने मूल तत्व है
~ भगवद् गीता - 4.3
~ भक्त तो हो मगर किसके?
~ कैसे पता करें कि आत्मा होती है या नहीं?
~ हमारी तृष्णा मिटती क्यों नहीं है?
~ भक्त कौन होता है?
~ किसका भक्त होना ज़रूरी है?
संगीत: मिलिंद दाते
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Пікірлер: 44
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जो आप के आदर्शों, छवियों, किस्से कहानियों, मूल्यों, संस्कारो के परिधि के भीतर रहते हों उन्हें कृष्ण नहीं बोलते हैं, कृष्ण वो है जो आप के रहने को जरा भी स्वीकार न करें,
अध्यात्म उनके लिए है जो सर्वप्रथम स्वीकारें की वो दुःख में हैं।
भक्त माने जो टूटा हुआ है जो दूर है यानी अहंकार। जहा अहंकार है वो भक्त ही है । नमन आचार्य जी 🙏🏻
आचार्य प्रशांत जी के समस्त योद्धाओं से निवेदन है कि आचार्य जी की संस्था के अन्य youtube channels को भी Like, Share & Subscribe कर लीजिए जिससे संस्था को और अधिक आर्थिक सहयोग मिल सके एवं अधिक से अधिक लोगो तक सत्य पहुँच सके। धन्यवाद❤🙏😇
ज्ञानी से ज्ञानी मिले करे ज्ञान की बात, गदहा से गदहा मिले,होए लातम लात । कबीरा रेख सिंदूर की,काजर किया न जाय, तन मन में प्रीतम बसा,दूजा कहा समाय।
जब तक प्यासा हैं प्यास बुझेगी नहीं प्यास बुझाने की एक मात्र विधि है प्यासे का विगलन 🙏☀️❤️🌍
प्यास मिटी,चाह मिटी मनवा बेपरवाह।।
अपने होने के प्रति विरक्ति को कहते हैं भक्ति , मैं रहूं ही न इसको कहते हैं भक्ति,
प्यास का सम्बन्ध अनुभव से है, और पानी का सम्बन्ध ज्ञान से है,
जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि है मैं नाहि प्रेम गली अति साकड़ी , जामें दो न समाहीं ।
अध्यात्म उनके लिए है जो सर्वप्रथम स्वीकार की दुःख हमें है,
स्वयं के मिटाने की आस है भक्ति।,सादर🙏🙏🏻
हम प्यास मिटाना चाहते है प्यासे को बचना चाहते है ये गलती है
अहम् ही भक्त हैं,
Pranam acharya ji ❤
Acharya ji 🙏 dhanyavad
Dhanyawad ji 🌹🌹💓
Gyan ki pyas❤🙏🙏👌
आज समझ आया , मिटाने वाला नही मिटने की चाह होनी चाहिए , मिटने की सम्पूर्ण तैयारी मींस बस खत्म ।
Hum pyas ko mitana chahte hai aur pyase ko bne rahne dena chahte h
अनुभव प्यास है औऱ पानी ज्ञान (कामना है ये अनुभव है लेकिन किस चीज़ की कामना है इसको जानना ज्ञान कहलाता है)
नमन आचार्य जी🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️
❤❤❤❤
🕉️🙏
@Prasad_advait
3 ай бұрын
🌟
अहम को प्यास है, अहम के मिट जाने की।
🙏🌼✌️
Deep knowledge ❤❤❤❤❤❤
प्यास है पर किसकी ? ❤🙏🏻🙏🏻
❤❤❤❤❤❤
❤❤❤
🙏
प्रणाम 🙏☀️❤️🌍l
❤🙏🙏
Parnam acharya ji
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏💕💕💕🇳🇵
Kabir Aacharya bankar aaye hai.
in 🎉🎉🎉🎉f
अहम बचा रहे और कृष्ण को पा जाए,ये ग़लती करता है अहम इसीलिए प्यास नहीं मिटती है क्योंकि प्यासा बचा रह जाता है
Sat sat naman aacharya ji 🙏🙏🙏🙏❤❤
Aacharya ji parnam