भारतीय पुरुषों की अंधी वासना?(विदेशी महिलाओं की भारतीय कामुकता पर टिप्पणियाँ) ||आचार्य प्रशांत(2024)
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#acharyaprashant #rape
वीडियो जानकारी: 08.03.24, महाशिवरात्रि विशेष सत्र, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ भारतीय पुरुषों में इतनी ज़्यादा कामवासना क्यों दिखती है?
~ भारतीय पुरुष क्यों किसी विदेशी महिला को देखकर क्यों कामनाग्रस्त हो जाते हैं?
~ भारतीय महिलाएँ इतनी असुरक्षित क्यों हैं?
~ क्या कारण है पुरुषों में हवस का?
~ कामवासना का हम पर क्या असर पड़ता है?
~ हमारे अन्दर कामवासना का संचार कैसे होता है?
~ कामवासना हम पर इतनी हावी क्यों रहती है?
~ सेक्स को कैसे समझे?
~ सेक्स इतनी बड़ी बात क्यों?
~ क्या सेक्स और ब्रह्मचर्य साथ चल सकते हैं ?
~ मन कामनाग्रस्त क्यों?
~ कामवासना से मुक्ति कैसे मिले?
संगीत: मिलिंद दाते
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Пікірлер: 774
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@InspirationalPterodactyl-qn3ls
2 ай бұрын
Shubh janm ki bhut bhut badhayi aacharya ji apki umr laambi ho aur aap sb me aadat vikshit kr paye acchi kitabe pdhne ki scchayi ko smjhne ki 🙏🏻
@user-hq7ce2xr5d
2 ай бұрын
Bsr 🌨️🌳⛈️
@nitildas9450
2 ай бұрын
I am 12th paas student I ask what is life under my this age
@vishansingh4447
2 ай бұрын
आप हमारे देश के प्रधानमंत्री होने चाहिए उसके अलावा मेरे दिमाग में बहुत साड़ी बातें घूम रही है पर मुझे कुछ भी नहीं कहना है
@rohitmahato1634
2 ай бұрын
Kye paise lagte ha kye Geeta satr ma please reply🙏🙏🙏
भीतर वासनाएं हिलोरे मार रही। बाहर बहन जी बहन जी 😂😂😂 🙏 एकदम TMT सरिया (छड़) से मार दिए आचार्य जी 🙏🙏🙏
@dharmendrakashyap2783
2 ай бұрын
😅😅😅😅
@Sana43226
2 ай бұрын
True
@TheSereneWanderer87
22 күн бұрын
Hasne wali baat nahi hai yeh, badi sharam ki baat hai yeh.
@Goku-zj4kv
4 күн бұрын
Right 😢
जो सवाल नहीं कर सकता है वो धार्मिक नहीं हो सकता है।
@prithwirajjadhav2990
2 ай бұрын
Statement of this century 👍🏼
@rahultekam5182
2 ай бұрын
Mai samjha nhi bhai is statement ka matlab @@prithwirajjadhav2990
@vinay249
2 ай бұрын
@@rahultekam5182religion ka purpose bondages se liberation pana hota ha. Aur bondage agyaan ka karaan hotaa hai. To liberation chahiye to gyaan chahiye. Aur gyaan pane ke liye sawaal puchanaa padta hai. Isliye dharmic ho to sawal puchanaa padega hi padega.
प्रकृति को हराया नही जाता, समझा जाता है।।
भारत में समझने पर जोर नहीं है यहाँ दबाने में बहुत जोर दिया गया है
वासना में न कुछ अच्छा है, न कुछ बुरा , जैसे आप भोजन करते हैं वैसे जनन इंद्रियां कामुकता में उतरते हैं। लेकिन जीवन का उद्देश्य ही यही नहीं बना लेना है , शारीरिक वृत्तियों में ही नहीं फस जाना है। हमे चेतना को वरीयता देना है। ~आचार्य प्रशांत 🙏🙏🙏🙏🙏
@History_of_sanatan_0397
2 ай бұрын
Absolutely right 👍🏻
साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय। सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय ॥ ☝🏻- संत कबीर
धर्म के केंद्र में ही जिज्ञासा है , जो जिज्ञासा नहीं कर सकता वो धार्मिक नहीं हो सकता 🙏🏻🙏🏻♥️
@VP_FORMULAS
2 ай бұрын
जो जिज्ञासा नही करता वह बेहोसी की इस्थिति मैं है।
भारतीय पुरुष संसार मे सबसे ज्यादा वासनिक है
The fact that only 2.3 lacs people have watched this video, explains all the problems of this society!
हम वासना का सही अर्थ नहीं जानते, इसीलिए आज हम कुछ मूर्खतापूर्ण काम कर रहे हैं
कुछ भी इतना खतरनाक नहीं है कि उसको जाना ना जा सके , याद रखिए कि "मैं एक सजग चेतना हूं" मेरे लिए ये बाहरी और भीतरी पूरी दुनिया सिर्फ जानने का एक विषय है , किसी भी चीज के प्रति मेरी कोई धारणा नहीं, कोई रिश्ता नहीं है , बस मेरे पास केवल एक जिज्ञासा है। मैं एक रोशनी की तरह हूं , मैं जिस भी वस्तु को देखता हूं उस पर रोशनी डालता हूं उसे जानने लगता हूं । " बोधो अहम " - आचार्य जी ।❤
भगवान करें आचार्य जी 100 साल और जीयें ताकि भारत का मार्गदर्शन हो सके।
खेती से दूर हो गया है आज का समाज, शारीरिक वर्जिश, कसरत नही करता है जिससे काम वासना की वृद्धि हो रही है। थकता ही नही है सिवाय gym जाने वालों के और ग्राउंड जाकर पसीना बहाने वालों के!
@ytviratfan7266
2 ай бұрын
❤❤❤😢 sahi kaha,aapne
@Satya_310
2 ай бұрын
सबको official job चाहिये कंप्यूटर में बैठे की-बोर्ड चलाना आज सबको पसंद है, खेत धूप में कोई कम नहीं करना चाहत. मेरे गाव के सारे युवा तो ऐसा पढाई करने के लिए बागे की दुबारा गाव हे नहीं आये, खेती से कोई मतलब नहीं, तो आज का युवा सिर्फ मोबाइल और टीवी में khet देखता है, बहुत कम होगे जिनको सब पता है जो पुराने लोग हैं नए वाले कुछ नहीं जांते,
@theamazing6560
2 ай бұрын
चेतना को वरीयता देना है, खेती तो सब साधन है और शरीर तो एक उपकरण है l
@divyanshawasthi4836
2 ай бұрын
Bilkul sahi kaha bhai aapne
@user-ke7qu8om3v
2 ай бұрын
Right
बिना जाने समझे ना तारीफ करो ना निंदा करो। देखो और समझो। The path of understanding
मुझे अपनी सांसारिक मोह माया के जंजाल से मुक्त कर दीजिए क्योंकि ये मुझे भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। मैं पापों के समुद्र में खो गया हूँ जिसका कोई किनारा नहीं है, ऐसे में मुझे इस सागर को पार करवा दीजिये। ❤❤हे गुरु❤❤
भारत का धार्मिक आदमी जानने में नही सर झुकाने में जोर देता है
वासना सभी का दिमाग खराब करके रखा है सर करियर में ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है कृपया मार्गदर्शन करते रहे यह वासना मनुष्यों की पूरी जिंदगी बर्बाद कर देगा खासकर हमारा देश भारत 🙏
मैं एक सजग चेतना हूं, और मेरे लिए यह पूरी दुनिया अंदर की, और बाहर की दुनिया भी जानने का एक विषय है, और जब आप किसी भी वस्तु को जानने लगते हैं, तो आप शास्त्री कहलातीं है,
प्रकृति को समझा जाता है दबाया नही जा सकता है।
धर्म का मतलब जिज्ञासा (जानना) है, झुकना नहीं! ~आचार्य श्री
प्रकृति को समझा जा सकता है दबाया नही जा सकता है। धार्मिकता का मतलब होता है समझो प्रकृति को।
Sach m Bharat k purusho ka str girta ja rha hai
पूरी दुर्गा शप्शती ये बताने के लिए है कि प्रकृति को हराया नहीं जा सकता बल्कि जाना या समझा जा सकता है। जो प्रकृति को दबाने निकले हैं वो राक्षस हैं। -आचार्य प्रशांत
@AshishJoshi-tj3qs
2 ай бұрын
ji behen ji
कामी, क्रोधी, लालची इनसे भक्ति न होय, भक्ति करें कोई सूरमा,जाति,वर्ण,कुल खोय।
@Verma_Pawan123
2 ай бұрын
संत कबीर🙏🙏
स्वयं माने आत्मा नहीं,अहंकार! आत्मज्ञान है..स्वयं (अहम् )को जानना।
स्वयं(अहंकार) को जानना ही अध्यात्म है और धर्म के मूल में अध्यात्म है ; जिज्ञासा(जानना)है, झुकना नहीं!
प्रकृति को समझा जा सकता है दबाया, मारा नहीं जा सकता। और जो दबाये और मारे वो धार्मिक नहीं कहलाता वो शुम्भ, निशुंभ, चंड- मुंड कहलाता । 🙏🏻♥️10:27
बच्चों में हार्मोनल चेंज के शुरुवाती दिनों से ही सेक्स विषय की जानकारी देनी बहुत जरूरी है। आज जनसंख्या इस कदर बढ़ रही है के इंसानों के आगे और जीव जंतु या जंगल का रहना असंभव हैं, आचार्य जी की वीडियो सभी स्कूल कॉलेजों में अनिवार्य करना अती आवश्यक हो गया है।❤
बीना जाने समझे ना प्रशंसा करो ना निंदा करो बस समझो। हमने भौतिकता को समझने में बहुत कम ध्यान दिया है। ~आचार्य जी 🙏
@apurvasoni4065
2 ай бұрын
💯%✅
@PREMKUMAR-rd8ze
2 ай бұрын
true
@dushyantkumarshakya4901
2 ай бұрын
Satya ❤
माया मरी न मन मरा, मर मर गया शरीर। आशा तृष्णा न मरी कह गए दास कबीर रे साधु।।
जों कुछ भी शारीरिक है, लौकिक है,भौतिक है हमने उसको समझने पर बहुत कम जोर दिया है, उसे दबावों मत देखो और समझों ,
*धर्म का अर्थ है, “जानना”, झुकना नहीं।*
मै एक सजग चेतना हूँ और मेरे लिए ये अंदर और बाहर की दुनिया मात्र जानने का एक विषय है 😊😊
सही कहा आपने बचपन से ही छी छी करके ज्ञान से दूर रखा गया हमे
माया तो ठगनी बड़ी ठगत फिरत सब देश जा ठग ने ठगनी ठगी ता ठग को आदेश।
सत्य तो अवश्य अज्ञेय हो सकता है मगर अहंकार को तो जाना जा सकता है। धर्म का अर्थ है अहम को मुक्ति की ओर ले जाना।
प्रकृति को समझा जा सकता है, दबाया ,मारा नहीं जा सकता और जो उसे दबाने, मारने की बात करें वह धार्मिक नहीं हो सकता, वह चंड,मुंड जैसे ही हैं🙏🙏
@takshsahotra3738
Ай бұрын
Kya smjhana hai ..pls btaiye...harmones ko kaise smjhaye aur kya...🙏🙏🙏
माया मन की मोहिनी, सुर नर रहे लुभाय इन माया सब खाइया,माया कोई न खाए।
सिर्फ नैतिक आधार पर अच्छा या बुरा नहीं कह देना उसे जानो, सीखो, परखों तभी हम अच्छा, बुरा क्या है समझ पाते है 🙏🙏🙏🙏
धर्म का अर्थ है बोध, धर्म के केंद्र में ही जिज्ञासा है।
आत्मज्ञान है स्वयं को जानना। स्वयं माने अहंकार, आत्मा नहीं।
किसी बात का अनुभव होना और किसी बात को जानना ( ज्ञान) ये दो अलग अलग बात है
कामनाओं को, समझने पर जोर दो, दबाने पर नहीं। कहां से कामनाएं उठ रहीं है उनको समझो और क्यों उठ रही है यह कामनाएं जानो। तह तक जाओ।
@apurvasoni4065
2 ай бұрын
💯%✅
@maithilreacts
2 ай бұрын
man lo ki kamnaye sex k liye uth rhi hai har ek jawan ladki ya aurat ko dekh kar to kya kare, kitna bhi samajhne ki kosi kro koi asar nhi kya kare kripya bataye
@Gauravkumar-kj4qx
2 ай бұрын
@@maithilreacts “सबसे पहले ये याद रखो कि पूर्णता हमारा स्वभाव है और पूर्णता का अनुभव पूरा नहीं होता है।” इस उक्ति को याद रखो और आगे पढ़ो।👇 जैसा कि आपने लिखा है की आप चाहते हैं sex। अब मैं आपको जो बोलूंगा शायद आपकी समझ से बाहर का हो सकता है क्योंकि अगर आपका ये प्रश्न है तो आप गीता को नहीं पढ़े है अभी तक। आपकी जो कामना है दरअसल ये आपकी कामना है ही नहीं। अचंभित हो गए न। अब प्रश्न आएगा कि फिर किसकी है? तो ये जानो पहले की कौन चाह रहा है की ये कामना पूरी हो जाए और अगर ये कामना पूरी हो भी गयी तो क्या उससे तुम पूरे हो जाओगे? तुम पूरे नहीं होगे तो कौन पूरा होगा? देखो कामनाएं तो तुमने पहले भी की होंगी दूसरे तरीके की। अगर वो कामनाएं पूरी होने पर तुम पूरे नहीं हुए तो क्या गारंटी है कि सेक्स की कामना पूरी हो जाने से तुम पूरे हो जाओगे। कामनाएं तो पहले भी थीं और अब भी बनी हुई है बस रूप दूसरे हैं। 🌸“कामनाओं के पूरे हो जाने से क्या तुम पूरे हो जाते हो, पूछो अपने आप से।”🌸 अगर नहीं! तो कौन है जो ये साजिश रच रहा है अंदर जो किसी को भी देखने से भड़क जाता है, रसायनिक क्रियाएं करने लगता है। जो तुम्हारे ही बस से बाहर हो जाता है, जानो उस जानवर को कि क्या चाहता है बह। इन सब प्रश्नों के उत्तर जब ईमानदारी से दोगे स्वयं को तो कभी आंखे बाहर किसी और में कुछ अलग नहीं दिखेंगी। सब तुम्हारे ही तरह हैं। अगर ऊपर के प्रश्नों के उत्तर नहीं पता हैं तो गीता सेशन से जुड़िए, आचार्य प्रशांत सर से समझिए और स्पष्टता आएगी जीवन में।
@gaurav8267
2 ай бұрын
@@maithilreacts shadi tak control rakho mind ko.
@siyasiya8425
2 ай бұрын
Log smjh kr bhi nh smjhte.. ese ese log hai yahan.. i think natural hai is pr control krne se abnormal consequences bhi ho skte h...
शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏🙏
सुप्रभातम शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏🙏 एवं समस्त श्रोतागण
काम बिगाड़े भक्ति को, क्रोध बिगाड़े ज्ञान। लोभ बिगाड़े त्याग को, मोह बिगाड़े ध्यान
झूठे सुख को सुख कहै, मानत है मन मोद। जगत चबैना काल का, कुछ मुख में कुछ गोद।- श्री संत कबीर।।
पहले समझो फिर सर झुकाओ, बिना जाने सर मत झुकाया करो...और सबसे सुंदर बात यह है अगर आप एक बार समझ गए फिर आपको सर झुकना ही नहीं पड़ेगा...❤️🙏
प्रकृति को हराया नही जा सकता है । Ap भारत ने ज्ञान को धर्म मानना ही बंद कर दिया ।
आप सही समझाते हो जानना जरूरी है .लोग गलत सोच रखते हैं प्रेम करा ो पर बिना वासना के
गुरुदेव जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं और हमारे जीवन को लगातार मार्गदर्शक करते रहे |
Happy birthday acharya ji 🙏💐💐 i wish you live longer ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ love you Guru ji. You are unique.
जो समझने का रास्ता होता है वो कहता है- दबाओ मत! बिना जाने समझे न तारीफ़ करो न निंदा करो। देखो और समझो। ये कहलाता है जानने का रास्ता, The Path of Understanding. भारत ने जो कुछ भी लौकिक है, भौतिक है उसको समझने को बहुत कम इज़्ज़त दी है। हमने बस कुछ बातों को अच्छा और कुछ बातों को बुरा घोषित कर दिया है। -आचार्य प्रशांत
@Shrutiyadav_108
2 ай бұрын
True
जिसके अन्दर जितनी काम वासना होती है वो ऊपर ऊपर से ज्यादा नैतिकता दिखाता ।😎
@TheNeo349
18 күн бұрын
Carl Jung and the power of subconscious - brilliantly explained by AP!
स्वयं (अहम्) को जानना ही अध्यात्म है; वही धर्म का मूल है, उसे आत्मज्ञान बोलते है ।~आचार्य श्री
Like बटन के साथ Thanks बटन का भी उपयोग करें, ताकि आप आचार्य जी के कार्य को व संस्था को योगदान दे सकें।🙏
Jay Shree Krishna 🙏❤️ Dear Sir 🙏❤️
Aapke janmdin per aap ko dher sari shubhkamnaen Guruji...
अपने मन को मजबूत बनाने के लिए अपने ही अंदर के उस शक्ति को पहचानना होगा जिससे वो अपने मन को, अपने इंद्रिय को control कर सके इसके लिए बुद्ध, विवेकानंद के चरित्र को ,उनके त्याग को अवश्य पढ़ना चाहिए 🙏🙏
बोध तथा जिज्ञासा धर्म केंद्र हैं।🕉️🙏💚
धर्म (अहम् को आत्मामुखी रखना) जीवन की एक पारिधिक घटना है, इसके केन्द्र में अध्यात्म (अहम् /अहंकार को जानना) होता है। धन्यवाद,आचार्य श्री!
जब मैने आचार्य जी को सुनना शुरु किया था तब 2.50Milliin Subscriber थे और आज 42M से ज्यादा हो चुका है। धन्यवाद गुरु जी सही प्रेरणा देने के लिए। 🙏🙏🙏🙏🙏
@RanveerSingh-hp5el
2 ай бұрын
Main bhi
धर्म के केन्द्र में ही जिज्ञासा है जो सवाल नहीं करता और हर कहीं सिर झुका देता है वह धार्मिक नहीं हो सकता। धर्म का मतलब ही है जिज्ञासा। धन्यवाद आचार्य जी ❤
भक्ति का अर्थ होता है कि अहम को आत्मा से प्रेम हो गया। ❤❤❤😇😇😇
प्रकृति को समझा जा सकता है, दबाया, मारा नही जा सकता। आचार्य जी 🙏🙏🙏❤
Apka bhut bhut abhar sir 🙏 M soch rhi thi ki m apne bete se kaise bat kru apne mujhe shi trika btaya h bhut bhut abhar apne mere samsya door kr di.. 🙏🙏🙏🙏🙏
जन्म दिवस की बहुत बहुत शुभ कामनाएं आचार्य जी ऐसे ही हमारी सामाजिक कुरीतियों और सेक्स पर हमको ज्ञान देते रहे ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को बचा सके
नमस्कार सर जी आपका जन्मदिन को बहुत बहुत शुभकामनाएं देश को ऐसे ही आगे बढ़ते रहे सबकी मदद करते रहें ज्ञान देते रहे आपका बहुत बहुत आभार बहुत बहुतधन्यवाद❤❤❤❤❤
हमने सवाल करने को ही धर्म से काट दिया है जबकि धर्म के केंद्र में ही जिज्ञासा है जो सवाल नहीं कर सकता वो धार्मिक नहीं हो सकता
Aj Hume is video me maximum likes ka ek milestone banana hai taki ye video zyada se zyada logo tak pohoch paye 👍
प्रकृति को हराया या दबाया नही जाता, प्रकृति को जाना और समझा जाता है....Ap sir 🙏😇
Happiest birthday sir 🥳🎊🤗😍😊, aapki help se me every work me , daily winner 🏆✌️ ho rhe hai guruji 🤗😍
आत्मज्ञान(self knowledge) ही अध्यात्म है।
Acharya ji ko jabse dekhna suru Kiya hai me bhot badal gya hu
प्रणाम आचार्य जी🙏 आपसे जुड़ने के बाद मेरे जीवन में आनंद का अनुभव होने लगा है...
You are a great teacher in the whole world sir ji 🙏 specially womens you are real hero sir aapke sare videos sunti hu mai 1 sal se sunte h ek bhi videos nhi chhodti aapki ek book bhi padh li sanghars aapne virudh uske bad Geeta kharidi hu wo padhti hu
आचार्य प्रशांत जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻
Waheguru ji ka Khalsa, waheguru ji ki Fateh. Nice explanation to be true human being. First Sikh Guru, Guru Nanak Ji enlightened the Indians ( Renaissance in India in 15th century, perfectly praised as "Hind ko ek Mard Kamal ne jagaya khwab se ...." by Sir Md. Iqbal in his poetry) preaching three pillars of Sikhism - Naam japna, Kirat karni and Vand chhakna. When Babur invaded Punjab around 1510, Guruji addressed him as 'Jabur' and became an example how to defend against invaders and injustice by anyone. All Sikh gurus and Bhagats whose baani is incorporated in Sri Guru Granth Sahib ji enlightens us - ....."Panch doot tudh vash keete, Kaal kantak maarya..." (Five vices (Kaam, krodh, lobh, moh aur Ahankar) to be converted to five virtues on reading and applying the philosophy of Gurbani). The seed of Sikhism (sikh means sishya) bloomed into flower on Vaisakhi day (Khalsa day) during Guru Gobind Singh ji period....he taught how to become 'Sehaj Margi' and Jeevan Mukt in this materialistic world.... perfectly called as "Mard Agamrah" by sikh followers. Regards.
जो जिज्ञासु नहीं है, जानता, समझता कुछ नहीं वह धार्मिक हो ही नहीं सकता🙏🙏
लुट सके तो लुट ले, हरी नाम की लुट। अंत समय पछतायेगा, जब प्राण जायेगे छुट।
Last moment lines to tribute sant kabir was speechless ❤
कोटि कोटि नमन आचार्य जी 🙏🏻🙏🏻♥️💐
गुरु जी आप की चरणों मे कोटि कोटि नमन 🙏🚩🕉️❤️
This channel should have 100M subscribers ❤
जो जिज्ञासा नहीं कर सकता, सवाल नहीं कर सकता, वो धार्मिक नहीं हो सकता है।🙏🏻🙏🏻❤️
प्रणाम आचार्य जी 🙏🏻🙏🏻💖💖🌼🌼
Aapke vichaar sir ....humai khul ke jeena sikhate hai.. thank you
Ye Satra maine greater Noida me live attend kiya tha ... Sanstha ka bahut bahut aabhaar mujhe itana acha avsar dene ke liye....
@nitesharya2750
2 ай бұрын
Maja aaya waha sir ko live sun ke kuch special laga
हमने सवाल करने को ही धर्म से काट दिया, जब कि धर्म के केंद्र में ही जिज्ञासा है। जो सवाल नहीं कर सकता वो धार्मिक नहीं हो सकता। ❤❤❤ प्रणाम आचार्य जी 🙏🏾🙏🏾🙏🏾❤️❤️❤️
Aacharya ji ko janm diwas ki anek shubhkamanyen..
Wow sir superb ❤❤❤ Bahut achha laga jaankar thanks a lot sir 🥰🥰
आचार्य जी की स्पष्टता दुनिया के पाखंडियों की गले की हड्डी बन गए है जबकि देश समाज दुनिया को आचार्य जी जैसे महापुरुषों की बहुत ज्यादा जरूरत है नमन 🙏
आचार्य जी ने क्रांति ला दी है है🙏
main janta hu yahi shsashtra hai...Dhanyawad Aaachyara
Jharkhand me bahut curruption hai or illigal relationship me v bahut aage hai. Bahut se logon ko ye baat buri lagegi par jo thik se nhi jaante wahi bura manenge
अनुभव होना और जानना दोनो अलग चीज है
Bahut hi achcha lag rha hai ki acharya ji ki krantikari mehnat rang la rhi hai... continuously followers increase ho rhe hai..unke work ko appreciate kar rhe hai...I have been following to acharya ji for 6,7 years when he had followers just arround 1 lakh or below ....still I am a learner till my whole life... thanks to The great acharya Prashant 🙏🙏
Happy birthday acharya ji Bhagwan apko lambi Umar de ❤❤❤🎉🎉🎉❤❤❤
No one in the world at present time like you acharya ji 🌹🙅🏻♂️@Raje0397🧎🏻♂️🧎🏻♂️🧎🏻♂️