भाजपा ने वरुण गांधी को सुधार गृह में भेज दिया है
भाजपा ने वरुण गांधी को सुधार गृह में भेज दिया है #EP1767 #apkaakhbar #varungandhi
#rahulgandhi
#soniagandhi
#menkagandhi
राजनीतिक वंशवादियों को हमेशा ग़लतफ़हमी रहती है कि वे सबसे अलग हैं और उनके साथ विशिष्ट व्यवहार होना चाहिए । वे भूल जाते हैं कि सात दशक से ज़्यादा बीत गया है देश में संसदीय जनतांत्रिक व्यवस्था लागू हुए। यहाँ राजा और रंक सब बराबर हैं। वंशवाद होने के कारण आपके लिए दरवाज़े तो खुलवाते हैं पर सीढ़ी आपकी क्षमता और योग्यता से मिलती है। पीलीभीत से भाजपा के सांसद वरुण गांधी यह सामान्य सी बात समझ नहीं पाए। अब उसका परिणाम भुगत रहे हैं। भाजपा ने उनका टिकट काटसदिया है। लोकसभा चुनाव के लिए उनके लिए सारे दरवाज़े बंद हो चुके हैं।
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Пікірлер: 1 100
वरूण गांधी को टिकट नहीं देकर, भाजपा ने बहुत सही काम किया है।
@hemantdesai6236
2 ай бұрын
✅
@vijayshankarpathak2589
2 ай бұрын
सहमत।
वरूण गांधी में भी गांधी नेहरू परिवार का वही अहंकार है जो राहुल गांधी में है। इन्हें लगता है कि भारत पर शासन करना उनका जन्म सिद्ध अधिकार है।
@parasnathyadav3869
2 ай бұрын
जय श्री राम 💐🙏
@rajeshsharma4039
2 ай бұрын
Kida shant nahi hota. Khujli hoti rahti he burnol ki jarurat he
@jeetendranagal2455
2 ай бұрын
😊😊
@RPSingh-gp1cp
2 ай бұрын
Bilkul sahi kaha
@rajmuktichannel7069
2 ай бұрын
बीजेपी से भी दुनिया मे अहंकारी पार्टी है क्या?
आखिर वरूण संजय गांधी का बेटा है जैसा बाप वैसा बेटा.
@skumar-jd6lo
2 ай бұрын
बिल्कुल सही कह रहे हो तभी एक पत्नी अपने पति संजय गांधी को गाली देने वाली पार्टी से प्रेम और बेटा वरुण गांधी के बेइज्जती कराने पर तुली है।
@RAVINDRASINGH-kf8vh
2 ай бұрын
Bilkul sahi.
पार्टी को वरुण गांधी को भूल जाना चाहिए। वरुण गांधी के मन मानस में एक चीज घुस गया है कि वे शासन करने के लिए पैदा हुए हैं ?
@shashisamvad
2 ай бұрын
ये गांधी खानदान की समस्या है उन्हे लगता है कि वो केवल राज करने के लिए ही पैदा हुए है। लोकतंत्र में कुछ करना भी होता है #shashisamvad
वरुण फ़िर फोन करेंगे आपको, तिलमिला गये होंगे आईना देख कर। ऐसे आत्ममुग्ध लोग कभी नहीं सुधरते।
@user-go3pv8tg4t
2 ай бұрын
आईना तोड़ने से सकल सुन्दर नहीं हो सकती
@opensesame6816
2 ай бұрын
@@user-go3pv8tg4tअति सुन्दर व सटीक
@kalpakachari
2 ай бұрын
Sdk
@manmohanmahanta8292
2 ай бұрын
💯% agree.
@hemantdesai6236
2 ай бұрын
✅
ये "खानदान"" का घमंड इन्हें ले डुबेगा। उदाहरणार्थ "राहुल गांधी सेना।"😮😮😮
@shashisamvad
2 ай бұрын
वरुण जी को गलतफहमी है की सोनिया जी उन्हे राहुल के बराबर खड़ा होने का अवसर देगी! #shashisamvad
भाजपा में टिकट कटने का एक कारण है फिजुल बयानबाजी।😮
@arunpandey9726
2 ай бұрын
बिल्कुल सही। जब सिर्फ बोलने के लिए बोला जाता है उसे बकवास की संज्ञा दी जाती है। कोई भी पार्टी कब तक किसी का बकवास सहन करेगी।
नेहरू गांधी परिवार कांग्रेस एवं वरुण गांधी सबसे बड़ी पनौती है
उधार का गांधी था ,, संघ की संगत में नही सुधरा , तो भाजपा को ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं हैं, , उधार का गांधी ना घर का, ना मेनका का रहेगा,, हर,,,हर,,,महादेव,,😮😅
आप जैसे सहृदय पत्रकार से वरुण गांधी ने दुर्व्यवहार किया,यह जानकर मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ।यह भारतीय राजनीति में मोहनदास करमचंद द्वारा थोपे गए इस प्रथम परिवार का विशेष गुण है!
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
वरुण के इस तरह के व्यवहार से आश्चर्य भले ही न हुआ हो परंतु इसने हमें आहत तो अवश्य ही किया है।
राहुल गांधी और वरुण गांधी में कोई ख़ास अंतर नही।
यह मोदी शहा की भाजपा है ! यहा नाम के आधार पर नही परफॉर्मन्स की आधार पर ही पद दिया जाता है ! वरुण गांधी गलतफहमी में थे ! उन्हे अच्छे से समझा दिया गया है ! 🙏🚩🚩
@shashisamvad
2 ай бұрын
सही कहा आपने, पर ये सुधरने वाले नही। #shashisamvad
@liberandu8110
2 ай бұрын
Bilkul sahi.
@divineangel6165
2 ай бұрын
माँ का आंचल हमेशा अच्छाही होता है, लेकिन आप खुद की कोई तो पहचान होना जरुरी होता है l और इनकी औकातभी भाजप में रहनेकी नहीं है l
@e-learningwithmahesh6538
2 ай бұрын
वरुण अटल जी दौर में ही जी रहे है
@vishnubora9465
2 ай бұрын
Varun gandhi Or suwer mai kya anter hai.
बरुण गांधी को बड़ा अभिमान था कि हम गांधी परिवार से यानी राज परिवार से हैं हम जो भी करेंगे वही ठीक है कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है लेकिन यह नरेंद्र मोदी है जैसा कर्म करते हो वैसा ही फल मिलेगा।
अब वरुण गांधी को प्रदीप जी का आज का विश्लेषण देखना चाहिए, शायद फोन करके अपनी गलती के लिए प्रदीप जी से माफी मांग लें
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
माफी माँगने जैसे शिष्टाचार की अपेक्षा वह भी फर्जी गांधी परिवार की बर्बाद फसल से?
वरुण गांधी को गुमान है कि उसका सरनेम "गांधी" है और वह भारत की सत्ता पर काबिज होने का जन्मसिद्ध अधिकार है क्योंकि वह संविधान से ऊपर है।
@user-ng2st3kn8g
2 ай бұрын
बिलकुल सही।
@user-jk8cz3if3m
2 ай бұрын
meri samajh main nahi aata ki gandhi surnamewale aisa kyon samsjhte hain ki kewal vahi pariwar is desh ka malik hai..kya unhen nahi pata ki ab bharat ko swstzntra hue 75 saal ho chuke hain
प्रदीपजी, आप जैसे ग्यानी और सन्माननीय वरिष्ठ पत्रकारको केवल 'आईना दिखानेके कारण' फोनवर अपशब्द कहनेकी घिनौनी हरकतके लिये 'लोकसभाका टिकट कटना' इतनी सजा काफी नहीं है! इसके लिये वरुण गांधीका सार्वजनिक धिक्कार हो और ऐसा शख्स राजनीतिसे बरखास्त हो! 🤨🤨🤨🤨🤨
@VikasSingh-nj7nk
2 ай бұрын
Ye ek bharst aur charitr hin, insan sanjay gandhi ka lavanda hai ye sab isake khoon me hi hai
जो लोग आसमान में ज्यादा उड़ते हैं। उनको इसी प्रकार से सबक सिखाना चाहिए
अगर वरुण गांधी गदहा यूपी का मुख्य मंत्री बनता तो बंटाधार हो जाता
@rajeshsaini1289
2 ай бұрын
😂
भाजपा से भी गांधी मुक्त पक्ष करना चाहिये
आपके साथ दुर्व्यवहार हम सभी सनातनी राष्ट्रवादी जनता के साथ दुर्व्यवहार हैं। हम इसका बदला अपनी वोट की शक्ति से लेंगे। 😮
😮😮😮 जैसा बाप वैसा ही बेटा. बदजुबान और बदतमीज.
@ushavyas5599
2 ай бұрын
बिल्कुल सही बात कही है गांधीपरिवार इस देश केलिए पनौती है। बीजेपी ने बहुत बहुत अच्छा किया यह लोग गांधी परिवार के नाम से है थाट बाट चाहते हैं करना कुछ नहीं चाहते। बहुत बहुत अच्छा किया बीजेपी ने
@parasnathyadav3869
2 ай бұрын
@@ushavyas5599 जय श्री राम 🌹💐🌹🙏🙏🙏🙏
संघमित्रा जी और वरुण गांधी को समझना चाहिए कि पार्टी ही सर्वोच्च है
@natvarlalmadhu7702
2 ай бұрын
आखीरमेंहेतोगांधी
प्रिय प्रदीप जी देश की जनता ही उधार के गांधी टाइटल वाले गांधी परिवार को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है ।धन्यवाद ।
राहू गांधी और वरुण गांधी दोनों पप्पू हैं राहू बड़ा पप्पू है वरुण छोटा जय श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या बन्दे मातरम जय नंदीश्वर ❤❤😂😂🎉😅
बहुत ही सुन्दर विश्लेषण, झन्नाटेदार तमाचा बड़ी विनम्रता के साथ। सादर प्रणाम सिंह साहब।
वरुण गांधी जिस डाल पर बैठे थे उसी को काट रहे थे अब धड़ाम हो गए 😊
@user-ng2st3kn8g
2 ай бұрын
सौ प्रतिशत सही कहा है।
बड़ बोले नेता का यही हश्र होता है धन्यवाद प्रदीप बाबू।
आपातकाल की सोच वाले खानदान से पिछा छुडाने मे बीजेपी ने बहुत देर कर दी 😮😮
सिंह साहब को नमन. आपके द्वारा इस घटना का आजतक जिक्र न करना और आज उस घटना का उल्लेख करना आपकी सहनशीलता को दर्शाता है. बीजेपी ने वरुण गाँधी को टिकट न देकर उचित किया.
जैसे मेनका गांधी अपने पुत्र वरुण गांधी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना चाहती थी ठीक उसी तरह जैसे सोनिया गांधी अपने पुत्र राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के लिए सक्षम मानती है।
बीजेपी ने वरुण गांधी को सांसद बनाया लेकिन है तो गांधी परिवार से, घमंड दिखा रहे थे टिकट ना देकर सही किया.
अरुण शौरी, शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा के बाद वरुण गांधी। बीजेपी में एक बात है कि वो विरोध में बोलते जाने वाले पार्टी के नेताओं को इग्नोर करती जाती है, कभी कोई रिएक्शन नहीं देती है। बस समय आने पर उनका टिकट काट दिया जाता है खुद उनकी ही वजह से।
वरूण गांधी को बिना लाग-लपेट के पूर्ण रूप से आइना दिखाने के लिए अब उन्हें आपको धन्यवाद देने के लिए फोन करना चाहिए
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
अहंकार से ग्रस्त लोगों के जीवन में धन्यवाद जैसे शिष्टाचार का कोई स्थान नहीं होता है कथाकार जी,
लगता है एक और फ़ोन करेगा पप्पू - २ आप को पुरी बातचीत ज़ाहिर करनी चाहिए । ऐसे सस्ते आदमी को एक्सपोज़ करना चाहिए
@ushavyas5599
2 ай бұрын
बिल्कुल सही बात कही है
पीलीभीत की जो हालत रही है इनके संसदीय कार्य काल में, वो बहुत दयनीय है,, किसी भी प्रकार का कोई काम इन महोदय ने किया है,, सत्यानाश के अलावा
@ushavyas5599
2 ай бұрын
💯✔️ सही है
यदि उसने आप जैसे वरिष्ठ पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया है तो यह किसी काबिल नहीं है भारतीय जनता पार्टी को इन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर देना चाहिए
भाजपा ने सही समझाया है ...... बरूण गांधी को अपने पर कुछ ज्यादा घमण्ड हो गाया था ओ अपने आप को पार्टी से अपर समझ रहा था ......
मैं वरुण गांधी की निंदा करता हूँ प्रदीप जी जैसे पत्रकार को उन्होंने गाली दी
वरुण गांधी ये बात भूल गए कि कांग्रेस पार्टी और सोनिया ने उसकी मां को अपमानित करके घर से बाहर निकाल दिया
राम राम प्रदीप जी। भाजपा ने वरूण गांधी को घर से बाहर करके दरवाजा खुला रखा है। की 2027 का विधान सभा चुनाव तक सुधार कर लो नहीं तो कई उदाहरण हैं। भाजपा को छोड़ कर गए लोगों की क्या हालत हुई है। राजनीतिक जीवन में। शुभप्रभात जी 🙏🚩
वरुण गांधी में कितना घमंड था, एही दर्शाया था भाजपा विरोध में बोलकर।
पट्ठा सोच रहा था मुझे टिकट मिलना ही मिलना है और मेरी मां को तेलंगाना की गवर्नर बनाया जायेगा। पार्टी ने उलट कर दिया और बच्चू बाहर हो गए। एक बात तो माननी होगी जनाब आप का अखबार तो सुनता है। धन्यवाद
वरुण गांधी को निर्दलीय चुनाव लडना चाहिए। अगर नहीं लड़ते है तो मुमकिन है कि उसे आटे दाल का भाव पता चल गया है।😅
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
निर्दलीय लड़ेगा तब तो आटे-दाल का भाव और ज्यादा अच्छे तरीके से समझ में आएगा।
खुन में ही गद्दारी है.....
पप्पू और पिंकी को भी सुधारगृह की जरुरत है
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
सुधारगृह बाल अपराधियों को भेजा जाता है भैया, मानसिक रूप से रुग्ण राहुल, प्रियंका,वरुण ये तो सबके सब अब बुढापे की ओर अग्रसर हो चुके हैं।
@ManoharRam-eg5nb
2 ай бұрын
Nahi, jail ki.😂
@90RiderLow
2 ай бұрын
nahi KaraGar ki 😅
@jitendriyanayak7571
2 ай бұрын
apa sahi pakade
प्रदीप सिंह जी आप बहुत ही पुराने और वरिष्ठ पत्रकार और संवाददाता है l हम सब आपका दिल से सम्मान करते हैं l 🙏🏻🙏🏻
उसे तो पहले हीं भेजना था,🎉 अब भी ठीक हुआ हैं 👌
बहुत अच्छा किया बीजेपी ने इस अंहकारी वरूण गांधी का टिकट काटकर
नटवरलाल केजरीवाल का अन्ना हजारे का आंदोलन से लेकर आप का मुख्य मंत्री बनना और जेल जाने की यात्रा काफी रोचक है जो नटवरलाल की तरह एक हिंदी फिल्म बनाए तो हिट फिल्म होगी और ऑस्कर विजेता होगी
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
आस्कर पुरुस्कार तो कुछ ज्यादा नहीं हो जाएगा भैया?
मेनकामे गांधी खून नही है जो वरुणमे है! ये खूनमेही खराबी है! अहंकार, राजघराणा जैसा बर्ताव,अपनेको सबसे अलग, महान समझना और इससे आनेवाले सब अवगुण गांधी खूनमे भरे पडे है! ये खून सुधर नही सकता! इसको और ऐसे सभीखूनोंको जनताको मिट्टीमे मिलानाहोगा अपने और देशहितके लिये!
प्रदीप जी सादर प्रणाम। वरुण गांधी का आपसे गलत भाषा में बात करना उनका अहंकार ही दिखाता है।
यह व्यक्ति भी हैं। तो उसी खानदान का हिस्सा जो भारतवर्ष को अपने बाप की बपौती समझता हैं। और इस व्यक्ति में सुधार की कोई संभावना नई लग रही हैं।
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
सुधार की अपेक्षा करना ही बेकार है महोदय।
किसी भी व्यक्ति को बिना परिश्रम के डिप्लोमा मिलता है वो उसका महत्व नहीं समझते बरूण के साथ सही इलाज व्यक्ति अपने भाग्य का स्वयं निर्माता है अनवरत समर्थन मोदी सरकार को
बहुत अच्छा सटीक निशपक्ष समीक्षा । प्रदीप सिंह जी की राजनीतिक समीक्षा हमेशा तथ्यों पर आधारित, बेहतरीन बेजोड़ और काबिले तारीफ होता है, यही कारण है कि हम सभी लोगों को आप की समीक्षा का इंतजार रहता है , ईश्वर आपको दीर्घायु करें ,
शानदार विश्लेषण प्रदीप जी🙏🏻। पिछले काफी लम्बे समय से वरुण गांधी अनाप शनाप बोले जा रहे थे। उनका टिकट काटकर पार्टी ने बिल्कुल सही किया।
जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है।
मैं मानता हूँ कि आप अपने अनुभव के अनुसार बहुत ही सही और तर्कसंगत विश्लेषण करते हैं। रही इस धूर्त आधा मुस्लिम और आधा हिंदू क्योंकि कहते हैं संजय भी किसी अन्य मुस्लिम से थे। तो इनको कुछ समझ आ जाए ये संभावना ही नहीं है। वरूण को लोग अभी भी मेनका की वजह से ही जानते हैं इससे अधिक कुछ नहीं। जय श्रीराम।
मेनका गांधी को टिकट देने का कारण समझ नहीं आता।
@mukeshpaswan111
2 ай бұрын
Unhone Kuchh boli Nahin Hai To to usko uske bete ki Saja kyon
@sanjeevsood531
2 ай бұрын
@@mukeshpaswan111 Performance bhi kuch nahin hai. Maneka Gandhi, bina kisi karan se ISCON ke khilaf hai. Yeh bhi ek anti Hindu vichar hai.
@mukeshpaswan111
2 ай бұрын
@@sanjeevsood531 Nahin Agar Hindu ke khilaf Mein Kuchh Bhi kar rahi hai to turant Bahar ka rasta dikhana chahie
@surajnarayanpandey6724
2 ай бұрын
सुब्रमण्यम स्वामी नाराज हो जाते
सुधारकर बीजेपी में रहना उचित होगा l लेकिन काँग्रेस में जाना इनके खूनमे है फिर भी आत्महत्या होगी l जिंदगी भर झुलसकर रहेंगे l गांधी परिवार अब भारत के लिये ठीक नहीं है l
Surname में ही गड़बड़ है, ये अपने आप को "शाही खानदान" समझते हैं।
वरुण गांधी ने जो बोया था वहीं काटा है एक अवसर और है अनुशासन में रहकर पीलीभीत से भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करें, भाजपा में ही उनका भविष्य है अनुशासित कार्यकर्ता और नेता को भाजपा में बड़ा सम्मान मिलने के बहुत उदाहरण है।
@rameshwarsharma4874
2 ай бұрын
अब आपको वरुण गांधी फोन नहीं करेंगे आपकी बात सही हो गई।
जिसको भाजपा ने अर्श से उठाकर फर्श पर पहुंचाया है, उसमें कुछ ऐसे महत्वाकांक्षी लोग होते हैं, जो अपनी महत्वाकांक्षा को पूरी करने के लिए अपने जड़ में ही मट्ठा डालने लगते हैं । उन्हें लगता है कि विरोधी कृत्य से डरकर शीर्ष नेतृत्व को झुका देंगे । इसके सफल उदाहरण हैं सतपाल मल्लिक और वरुण गांधी ।
टाटा बाय बाय गुड बाय खतम खल्लास 😂😂😂
आपका विश्लेषण ने वरुण गांधी की वास्तविकता बड़े सटीक ढंग सेंकिये। बहुत बहुत आभार
सुप्रभात सर जय श्री राम 🌹🙏💓 बहुत गलत किया सर जी, बच्चे को अकेला भेज दिया। मां को भी साथ में भेजना चाहिए था। 😍😍👍
सादर प्रणाम जी । सुनकर हैरानी हुई कि आपको फोन पर अपशब्द बोला था इस शख्स ने । आपकी बातों से सबक लेने की बजाय अपनी मूर्खता दिखाई ।
राम राम आदरणीय प्रदीप जी 🙏🙏 गांधी सिंड्रोम से पीड़ित वरुण गांधी के दिमाग में सेंस ऑफ एंटाइटलमेंट का जो कीड़ा घुसा हुआ है उसका उपचार बहुत आवश्यक था।।
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
उपचार अवश्य ही किया गया है पर वो अप्रभावी ही रहेगा क्योंकि सेंस ऑफ एन्टाइटलमेंट गांधी परिवार का असाध्य ही नहीं संक्रामक रोग भी है संजय भाई, पूरी कांग्रेस पार्टी को ही ये कीड़ा लगा हुआ है।
आप जैसे इतने वरिष्ठ पत्रकार सज्जन व्यक्ति से अपशब्द कहना ही वरुण गांधी के अहंकार अभिमान और उनके नकारा होने का सबसे बड़ा और प्रत्यक्ष प्रमाण है यह एक बहुत घमंडी व्यक्ति है
श्रीमान जी वरुण गांधी ने भाजपा की चुप्पी को कमजोरी समझने की बहुत बड़ी गलती की , जिसकी सजा अब पार्टी से बाहर होने के रूप में भुगतनी होगी ।
है तो वही खुन और मानसिकता और सुधर ही गए तो फिर कौन कहेगा गांधी और हम तो ना इन गांधीयों को न ही गांधी और न ही नेहरू या पंडित मानते हैं जैसा इनका नाना दावा किया करते थे
नमस्कार प्रदीप जी🙏 बरुण गांधी जैसे लोगों की आवश्यकता ही क्या है पार्टी में। उनका योगदान पार्टी को बदनाम करने से ज्यादा कुछ नहीं है। उनको कोई ज्यादा तबज्जो नहीं होनी चाहिए।
वरुण। गांधी। अपने। को। संजय। गांधी। समझ। रहे। थे ,। बीजेपी। का। संजय। गांधी। अपने। को। समझकर। भूल। कर। बैठे। है,। अब। उनको। प्रायश्चित। करना। पड़ेगा
वरुण गाँधी को बहुत दिनों से बीजेपी झेल रही थी बाहर किया अच्छा किया ll
टिकट तो मेनका गांधी का भी अपना चाहिए।उनकी उपलब्धियां शून्य है। बीजेपी की मजबूरी है कि कोई अन्य उम्मीदवार नहीं होता है तो बोझा उठाना ही पड़ेगा। यही बात बिहार, महाराष्ट्र व पंजाब में ज्यादा लागू है,एक दो स्थानों पर लगभग सभी राज्यों में। कांग्रेस से आयें नेताओं को तुरंत उम्मीदवार बनाना यही मजबूरी बताता है। बंगाल व दक्षिण भारत के राज्यों में जड़े कमजोर है तो मजबूरी जरूरत बन जाती है।
@anilkumargupta2475
2 ай бұрын
इसका स्पष्ट तौर पर अर्थ यह हुआ कि राजनीति में गुणवत्तापूर्ण चरित्र के लोगों की अत्यंत ही कमी महसूस की जा रही है जिनकी की आपूर्ति हमारे समाज के माध्यम से ही संभव हो सकती है परंतु अक्सर होता यह है कि आम आदमी गलत इरादों को लेकर ही राजनीति में प्रवेश करने का इच्छुक होता है, स्वच्छ राजनीति के इरादे बहुत ही कम लोगों के होते हैं, अब इस अभाव से बीजेपी जैसी पार्टी को तो जूझना ही पड़ेगा।
सबसे पहले तो इसे आपसे fon करके माफी मांगनी चाहिए।दूसरा मोदी विरोध में कोई भी दल इस जोकर को ले सकता है।
सटीक उदाहरण रस्सी जल गई बल नहीं गया
बहुत बड़ी गलत फहमी में थे मां, बेटा l बेटा क्योंकि गलत फहमी परिवार में पैदा हुआ था, गलत फहमी खून में रमी थी, तो निकल नहीं पाई, पर मां ने गलत फहमी निकाल दी l
नाशकेतु है, अपनी छवि तो खराब की अपनी माता जी को सैद् गया। मोदी जी को ललकारना कितना ठीक पता चल गया होगा। भगवान् सदबुधि दे। सब को राम राम जी। अच्छी प्रस्तुति। 🙏🙏🙏🙏
लगता है 2024 में मां भगवती और महादेव के वरदानी पुत्र नरेंद्र दामोदर दास मोदी की तृतीय ऐतिहासिक जीत के बाद बार डांसर इटली बाई एंड फैमिली के साथ साथ इसका बोरिया बिस्तर भी बंधने वाला है। भारत से भागकर किसी दुश्मन देश मे पर्मानेंटली छिपने वालों में इस जोकर को भी तैयार रहना चाहिए। जय जय श्री राम,,,,,! 🕉️🪯🚩🔱🪴🪷🌿🌻🌵❤️🇮🇳🙏
आपका अक्लन और जानकारी बिल्कुल सही और सटीक ही होती है धन्यवाद
भाजपा को यह विचार करना चाहिए कि DNA भी कोई चीज होती है। और वह आदमी के गुण निर्धारित करती है। प्रहलाद बनना बहुत कठिन होता है। क्योंकि मेनका भी कयाधू नहीं है।
😂😂 अब पांच साल आलाकमान के बर्तन मांझने का काम के अलावा कोई चारा नहीं है😂😂😂
जो नेता केवल पद, सत्ता, अधिकार के लिए समर्पित है, उन्हे दरकिनार करना आवश्यक है__
आपके अपशब्द कहे बरुण गांधी😡😡 कितनी शर्म की बात हैं 😡😡😡
वरुण गाँधी जी अपने राजनीति कजीवन ममेभूलकियय।
वरूण गांधी को याद ही नहीं है कि "निंदक नियरे राखिए" कितना आवश्यक है।
Beautiful Analysis Only Modi ji
आदरणीय प्रदीपजी ,वा क्या बात हे ,आपने जोरदार टाईटल दी है.गांधी परिवार,मुलायम परिवार,लालु परिवार ने कभीभी अपनी हेकडी नही छोडेंगे.
सुन्दर और तर्क युक्त विश्लेषण. यह कोंटेंट एक मार्ग दर्शन है उन कार्य कर्ताओ के लिए जो राह भटक गए है. जय हिंद.
वरुण गाँधी से भी प्रतिभाशाली युवा पीढ़ी के काफी सारे नेता से भरी हुई है भाजपा , मेरे ख्याल से मेनका गाँधी जी का यह अंतिम चुनाव हैं. और वरुण गाँधी को फिर से चुनावी राजनीति में आना अब बहुत बड़ी चुनौती है .
वरुण को टिकट न देना, भाजपा का अच्छा निर्णय। मेनकाजी को टिकट देना और भी अच्छा निर्णय।
@VikasSingh-nj7nk
2 ай бұрын
Kukarmi ki bibi ko bhi bahar ka rasta dikhana chahiye tha
प्रदीप जी आपका विश्लेषण कटु सत्य है, परिवार के नाम पर राजनीति मे आने वाले लोग संगठन का अनुशासन नहीं जानते , सादर प्रणाम l
आदरणीय प्रदीप जी निवेदन है कि वरुण गांधी को लगता है कि भारतीय जनता पार्टी के बारे में गलतफहमी हो गई थी। लगता है कि अब गलतफहमी दूर हो जाएगी। जय श्री राम जय राम जी की।
चाचाजी बेहतरीन प्रस्तुति, बहुत दिनों बाद, सटीक शब्दों के साथ
वरूण गांधी को निर्दलीय लोकसभा के चुनाव लड़ना चाहिए।
बहुत अच्छी जानकारी मिली है।वरुण गांधी को ऐसा ही सत्कार मिलना चाहिए था। वे अपने को बहुत ऊंचा आंक रहे थे इसीलिए तो टिकट कटा।धन्यवाद
ग्रह नक्षत्र का दोष है सब।कहते है न जन्म मनुष्य का बुरा वक्त आता है तब उनकी जुबान से मां सरस्वती चली जाती है।इनको लगता था की वे गांधी परिवार से आते है।सब इनकी सुनो।इनको लगता था की कांग्रेस के रवैया की तरह बीजेपी में भी चल जायेगा।उनकी जुबान से अपनी ही पार्टी आलोचना करने lge थे।फिर बीजेपी तो अनुसासित पार्टी है।उसने वरुण गांधी को साइड लाइन कर दिया।नेहरू परिवार का सब से बड़ा दोष यही है की वे समझते है की भारत उनकी बपौती है और वे उनके राजकुमार।
प्रदीप सिंह जी को साधुवाद 🙏
संजय गांधी की आपातकाल में जो भूमिका रही थी ,व यूथ कांग्रेस का काम विशेषकर नागपुर कांग्रेस के बाद तमाम रेलवे प्लैटफॉर्म पर अराजकता लूटपाट हुई थी, ऐसे नेता का दंभी बेटा न जनता न पार्टी के प्रति ही कोई राजनीतिक जिम्मेदार हो सकता ।
सर प्रणाम।मुझे जानकर दुख हुआ आपको अपशब्द कहे गए,सुनकर भारी दुःख हुआ।बाबा तुलसी बाबा तुलसी ने साफ कहा था "जा को प्रभु दारून दुख दीना, ताकी मति पहले हर लीना"।