बौद्ध धर्म के पवित्र ग्रन्थ त्रिपिटक की रचना कब हुई | सुत्तपिटक विनयपिटक और अभिधम्मपिटक |
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Emperor Kanishka was a follower of Buddhism. Like Emperor Ashoka, he spread Buddhism throughout his empire and also built many stupas and viharas, in which the most beautiful vihara was built in Peshawar, which has been mentioned by the Chinese traveler Fahien and Wensang in their writings.
* Vasumitra, Ashvaghosha, Charaka lived in the court of Emperor Kanishka. Charaka was the royal physician of Emperor Kanishka who wrote the book Charaka-Samhita.
During the reign of Emperor Kanishka, Buddha Charitra, Prajna Parimitrasutra, Suhallekha, Charaka Samhita, Saundrananda, Sariputra episode, Vajralisthi, many commentaries etc. were composed.
* In the time of Emperor Kanishka, the famous centers of learning were Taxila, Peshawar and Khotan, in which the most prominent place was of Taxila and students from the country/abroad used to come there to study.
Emperor Kanishka was a follower of the Mahayana branch of Buddhism, whose main center was Gandhara province and the second center was Mathura. Probably the first statue of Lord Buddha was made during the reign of Kanishka.
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Пікірлер: 313
इतने विद्वान इकट्ठे होते थे न तो वेदों की चर्चा की न पुराणों की न रामायण की न महाभारत की न राम की न कृष्ण की न शिव की न ब्रह्मा की न विष्णु की और नहीं तो उन्हें जूठा ही कह देते ऐसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि ये सब कल्पनाएं काफी बाद की हैं इसीलिए बौद्ध ग्रंथों में इनके बारे में कुछ नहीं लिखा गया।
निष्पक्ष रूप से इतिहास का वर्णन करना सराहनीय है। धन्यवाद।🙏🙏🙏
मणिकांत सिंह जी, आपके द्वारा दी गई शोधपूर्ण जानकारी बहुत अच्छी है। मैंने पाली एवं बौद्ध दर्शन में एम् ए, औरंगाबाद मराठवाड़ा विश्व विद्यालय से 1992 में किया है। पाली भाषा साहित्य का छात्र होने के कारण वर्तमान साहित्य का संस्कृतिकरण होने से प्राचीन नामों को आप जब बताते है मैं बहुत गौर से सुनता हूं। अन्य लेखकों ने ऐसा नहीं किया है। मुल भासा साहित्य का विकृतिकरण किया गया था। प्रथम बौद्ध संगिती में पांचसौ अर्हत होने की चर्चा सभी ने की है। भिक्खु आनंद पांच सौ वे थे और संघ ने उनको संगिति में आमंत्रित किया था। इस विषय में विपश्यना आचार्य श्री सत्यनारायण गोयनका जी ने म्यांमार के साहित्य का संदर्भ दिया हुआ है। आचार्य रजनीश ने भी पांच सौ, पाली साहित्य का इतिहास: भरतसिंह उपाध्याय और महापंडित राहुल सांकृत्यायन, भदंत जगदीश काश्यप जिन्होंने नव नालंदा महाविहार, नालंदा का निर्माण किया और पाली तिपीटक को देवनागरी लिपि में तैयार किया है। प्रथम बौद्ध संगिति में आपने 499 का उल्लेख किया है, जानकर थोड़ा अटपटा लगा है। छात्रों के समक्ष बहुत अच्छे ढंग से प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत साधुवाद। भदंत प्रज्ञाशील महाथेरो पिछले तीन साल से थाईलैंड में
@bhadantprajnasheelthero2725
Жыл бұрын
@@HamaraAteet मगध साम्राज्य के महाराज अजातशत्रु ने प्रथम बौद्ध संगिती का आयोजन किया था, उस समय तक 499 अर्हत थे। तथागत बुद्ध के सहायक भदंत आनंद को व्यवस्थापन कार्य में व्यस्त होने के कारण साधना के लिए समय नहीं मिलता था। वरिष्ठ भिक्खुओं ने आग्रह किया कि "संगिती में आपका होना आवश्यक है क्योंकि आप भगवान के साथ लंबे समय तक रहें है।" भंते आनंद ने मुझे अर्हत होना है कि भावना से अभ्यास किया, आखरी में थक गये और अब मैं अर्हत नहीं बन पाया सोच, विश्राम के लिए लेटते समय सीर टिकाने से पहले ही उनको निब्बान को प्राप्त हुए। सप्तपर्णी गुफा में सभी 499 अर्हतों के बीच भदंत आनंद द्वारा सुत्तों का संगायन किया। भदंत उपालि ने विनय का संगायन किया। यह बात मैं अपने छात्र जीवन से पढ़ते और देश विदेशों के भिक्खुओ से सुनते आया हूं। मेरे प्रव्रज्या गुरु जापानी भारतीय Bhadant Arya Nagarjuna Shurei Sasai जी है और भिक्खु उपसंपदा Full ordination ceremony at Myanmar Monastery BuddhaGaya गुरुजी डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी के गुरुबंधु आराकान म्यांमार बर्मा के है जो कुशीनगर उत्तर प्रदेश के म्यांमार मोनास्ट्री प्रमुख भदंत ज्ञानेश्वर महाथेरा, अग्ग महा पंडित, सद्धम्म जोतिकाधजा और म्यांमार का सर्वोच्च पुरस्कार अभिरथा महागुरु उनको मिला है।Most Most Venerable His Holiness Bhadant Gyaneshwar Mahathero, President KushiNagar Bhikkhu Sangha है। आदरणीय आपके जवाब से संतुष्ट नहीं हूं। आपके द्वारा दी गई जानकारी पुर्णत: सत्य नहीं है। बहुत बहुत साधुवाद। थाईलैंड से भदंत प्रज्ञाशील महाथेरो
@khageshwarkumaryadav1460
Жыл бұрын
त्रिपिटक बौद्ध ग्रंथ पाली और हिंदी उपलब्ध करा सकते हो क्या PDF me
सर आपने बौद्ध धम्म, त्रिपीठक की ज्ञानवर्धक जानकारी बहुतही सरल तरीके समझाया हैं। बहुत बहुत धन्यवाद। जय भीम नमो बुद्धाय: 🙏
नमस्ते भाई। अच्छी जानकारी के लिए बहुत धन्यवाद। बुरा नही मानिए।बस बुद्ध धम्म कहिए।धर्म नही।धम्म और धर्म में जो फर्क है, ओ अच्छी तरह बुद्ध धम्म में बताया गया है।शुक्रिया🙏
आपने इतने सरल तरीके से बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक की बेहतरीन जानकारी दी साथ ही इतिहास का निष्पक्ष वर्णन सराहनीय है इतनी उत्कृष्ट बिश्लेष्ण और जानकारी के लिए आपको बहुत बहुत साधुवाद । नमो बुद्धाय जय भीम 🙏🌹🙏
आप द्वारा बौद्ध दर्शन की जानकारी दी गई है वह स्पष्ट एवम निष्पक्ष है मगर सम्राट कनिष्क की लिपि और भाषा नही बताई फिर भी आप आदर, सम्मान के पात्र है नमो बुद्धाय ।
साधुवाद सरजी 🙏☸️🚩🌷🌷🌷आपने इतने सरल तरीके से हमें तिपीटक के बारे में जानकारी दी और आगे भी ऐसी जानकारी भेजते रहिए। नमो बुद्धाय् 🙏☸️🚩🚩🚩
सर एक बेहतरीन ज्ञानवर्धक जानकारी दी आपने।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति और सत्य के बहुत करीब है ।
सर बहुत बहुत धन्यवाद!! यूट्यूब पर आप जैसे विरले शिक्षक मुझे नही मिले कहीं भी 💐💐👌
सबकुछ बौद्धों का ही है, नमो बुद्धा
बहुत रोचक जानकारी है,हर बौद्ध को मालुम होना चाहिए,आपका ऋणी रहेंगे,इस विशेष जानकारी के लिये!
शाधु शाधु शाधु बहुत अाच्छा लगा तिपीटक ग्रन्थ के बारे मे , नमाे बुद्धाय 🙏
बहुत अच्छा काम कर रहो हो Sir इसीतरह से काम करते रहिये हम सभी को ज्ञान देते रहिये धन्यवाद Sir
इतिहास को सही से प्रस्तुत करने के लिए आपको धन्यवाद।
सर आप हर विषय पर इतनी अच्छी प्रेरणादायक वीडियो बनाते हो और उसको इतने अच्छे तरह से समझाते हो एक गुरु की भक्ति बहुत अच्छी तरह समझाते हो आप धन्य है मैं आप की उपस्थिति को प्रणाम करता हूं जय भीम नमो बुद्धाय
Namo buddhay Namo buddhay
बहुत ही शानदार जानकारी
Great channel. You should be head of department of history in all colleges and universities. The proper scientific way of understanding history
अवश्य आपकी टीम होगी क्योंकि अकेले बहुत सारी पुस्तकों का अध्ययन अन्वेषण आसान नहीं है।
नमो बुद्धाय जय भीम
मुर्ति तो हडप्पा सभ्यता से प्राप्त हुई है जो एक नर्तकी की मुर्ति है जो बुद्ध की प्रथम मुर्ति से लगभग 2722 वर्ष पहले थी
सर जयभीम आपका अध्यन बहोत है आपका समझाने तरिका बहोत सुंदर है और आपका उच्चार बहोत सही है धन्यवाद सर ...... आगे आने वाले vdo का इंतजार है
बहुत अच्छा जानकारी प्रदान किए आपने। 🙏🙏🙏
@tribhuvansakhahari3635
Жыл бұрын
Namo budhay Jai bhim Sir your work and guide inspires US to do good work in our life time thank you for your help
बुद्धम शरणम गच्छामि
धर्म नहीं धम्म है जय भीम नमो बुद्धाय
Sir, बौद्ध धर्म नही धम्म कहिये please.
@shubhusinghpcb9092
Жыл бұрын
Dhamm pali shabd h...jiska arth dharm hota h
@jalgaondance1631
Жыл бұрын
@@shubhusinghpcb9092धम्मा शब्द ही सही है, धर्म भेद दर्शाता है तो *धम्म* एक आदमी को दूसरे आदमी जोड़नेवाला जो आदर्श नीति अपनाई जाती है वह *धम्म* ही है.. धर्म नहीं..! पाली भाषा का ज्ञान ना होने से संस्कृत भाषा जो एक हाइब्रिड भाषा ब्राह्मणों ने बनाई गई और बौध शिलालेख, बुद्ध विहार पर कब्जा बनाकर देवालय बनाए जिस में बुद्ध की विरासत मिटा ने के लिए देवालय के वेश्यालय बनाए अंग्रेज आने तक..!अंग्रेजों ने ही सती, देवदासी याने वैश्या नीति पर रोक लगाई..! इसी कारण इन मूलनिवासी लोगो को गुलाम बनाकर तुम्हे हिन्दू नाम से जोड़ दिया। हिन्दू याने चोर, लुटेरे, डाकू, एक नीच जाती। इस कारण आरएसएस और मोदी तुम्हे १३० करोड़ लोगो को हिंदु बोलता है..! अंध भक्तो जाग उठो..!
Sir THANK YOU It is rare knowledge of BUDDH DHARM . SO sir create other videos related to extention of this series.
सर बौद्ध धर्म से 17 संप्रदाय जो बने उनपर वीडियो बनाइये या ये बताइए की इसकी जानकारी कैसे मिलेगी।क्योंकि आज लोग आजीवक को अलग संप्रदाय बताते है।
बुध्धम शरणम् गच्छामि
सर आप धन्य हैं बहुत अच्छा और विस्तृत तरह से समझाते हैं🕉 ❤🙏
Your explanations and revelations to all of us very useful and knowledgeable
सर आपण बुद्धा धम्म त्रिपीठक काची माहिती दिली आहे आपणांस खूप हार्दिक हार्दिक हार्दिक शुभेच्छा नमो बुध्दऻय जयभिम 🙏🌷🌹🌷🌷🙏
बहुत ही सुंदर जानकारी दी है आपने। साधू साधु साधु।
Sir aapki lecture ki saralta aur uchharan hai..bahut clear aur pravah naisargik hai..ise banaye rakhein..ati sundar..
बौद्ध धर्म नही बोलिये. बौद्ध धम्म् बोलिये 🙏
बहुत बहुत साधुवाद । आपने अच्छी जानकारी दी ।
बहुत ही सराहनीय कार्य....सच को जानने की आकांक्षा रखने वालों की आप बहुत मदद कर रहे हैं। बहुत बहुत शुक्रिया🎉🎉🎉
Very good description,helpful adding knowledge,thanks a lot.
Very good presentation, congratulations. - dr s s muneshwar .
Jaibhim proud to be a BOUDDHA , be a BUDDHIST, 969 , Namobuddhay
Min anjali anand mery umer su h aap ki jankari sunte sunte apni yadon m 8 class m pahuch gai aaj wy sabhi kithaby hata di gai h Jin sy hum ru baru thy ithihas mera pasand ka vishey h
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी
बहुत ही सुंदर कार्य ह श्रीमान आपका ॐ जयहिंद
Excellent, wonderful, very nice video. Congrats.
Sir Aap bahut Aaccha prabodhan karate hain
बहुत ही सुंदर जानकारी दी है सर आपने शुक्रिया लेकिन मैं एक बात यहां कहना चाहता हूं गौतम बुद्ध के एक शिष्य आनंदाने एक भविष्यवाणी बताई है कि एक अंतिम बुद्ध आने वाला है जिसका नाम मैत्रेय होगा उसके बारे में भी आप थोड़ी जानकारी दे दे तो इस पर हम आपके बहुत आभारी होंगे gospel of Buddha page number 217 विद्वान कहते हैं यह पैगंबर मोहम्मद साहब के बारे में भविष्यवाणी है तो आप कृपया कर कर इस पर दृष्टि डालें शुक्रिया
तथ्यात्मक बहुत ही अधिक ज्ञानवर्धक
बहुत धन्यवाद सर
Thank you so much sir Jay Bhim Namo Buddhay
आपने त्रिपिठक बहुत achhi जाणकारी दी है,🙏🙏 तुम अंग देश के बारे मे. जाणकारी बताओ. बहुत अच्छा होगा.
SANATAN DHARMA MANA HINDU DHARMA PEHLE THA AUR AAJ BHI AUR AAGE BHI RAHEGA YEH KAHA JATA HAI BUT AISA NAHI HAI . SANATAN KA MEANING HAI KI YEH CIVILISATION CYCLE KE STARTING SE THI AUR ANT TAK RAHEGI AND YAHI CIVILISATION CONTINUE KAREHI NEXT CYCLE ME BHI . BHARAT KA KABHI COMPLETE MAHAVINASH NAHI HOGA . OTHER SABHI COUNTRIES KHATAM HO JAYENGI MAHABHARI MAHAVINASHKARI WAR ME BUT HOLY LAND INDIA KI CIVILISATION CONTINUE KAREGI .
बेहतरीन 🙏🏻
Sir फर्जी चाणक्य पर वीडियो कब आ रही है,,,??
Bahut achcha jankari Diya aapko bahut dhanyvad namo buddhay 🎉🎉❤
सर त्रिपीठक कहासे प्राप्त हो सकता हे? कृपया करके बता दीजिये 🙏🙏
@user-yt2to4vh7s
Жыл бұрын
@@HamaraAteet Ashok ki रानियां नंगी kyu dikhai deti hai .
@mayanarnaware3240
Жыл бұрын
Sadhu Sadhu Sadhu aapka bhot nahi dhanyawad aisehi mahan Samrat Ashok ke bare me jankariya tete rahiye
@Alone-hu4lj
Жыл бұрын
@@HamaraAteet online bhi order kr sakte hei
@milindmachale7645
Жыл бұрын
सम्यक प्रकाशन, दिल्ली यहाँ पर त्रिपिटक हिन्दी में मिलेंगे।
@bodhisharan1168
Жыл бұрын
Aap samyak prakashan se maga sakte hai
बहुत ही अच्छी जानकारी श्रीमान । बहुत बहुत धन्यवाद
आपकी मृदु और कोमल आवाजसे आपने बहोत महत्वपूर्ण जानकारी दी है ! आपको बहोत बहोत साधुवाद !
नमो तस्य भगवतों अरहतो समासम बुद्धस्य ,नमो बुद्धाए जय भीम जय सम्राट असोक ❤❤ बहुत बहुत धन्यवाद आपका इतनी अच्छी व्याख्या करने के लिए
So thanks to channel..from odisha 🙏🙏💥
Excellent superb information
Sir namaskar
"ये कौन है जो इतनी अलग और सटीक जानकारी दे रहा है??"....यही विचार आया था जब पिछले वर्ष मैंने आपका एक विडिओ देखा था।
Sir mera apse ek sawal hai ki Sanatan Dharm ke bare bataiye ye bhi बौद्ध धर्म सनातन धर्म से पहले आया या बाद में बहुत परेशानी हो होती इस वीडियो के बाद
Bahut achhi jankari sir 👏 Sir plz history ki puri videos bnaye🙏🙏
Sunder.jankari
Mahan Chakarvati Smarat Ashok, App Hi humare Raja the . App Jaisa na koi Aya Aur Na koi Ayega🙏🏻🙏🏻
Dhanyavad sir
बहुत हि अच्छी जानकारी 🙏🙏🙏🙏
Dhyanyawad sir Namo budhay
नमः बुध्दाय जय भीम
थैंक्यू सर आप का बहुत बहुत धन्यवाद और बहुत बहुत शुभ और मंगल कामनाएं
Jaybhim Namobuddhay Jay Mulnivasi bramhan
Nice information
Nice information sir
प्रेरणादायी व्हिडिओ
Good job
दीदारगंज की यक्षिणी की मूर्ति मौर्य वंश के समय की निर्मित है जो कि याह दर्शाता है कि मूर्ति निर्माण कला में भारत पहले से निपुण था परंतु मूर्ति पूजा की परंपरा नहीं थी।
@archanagaikwad1407
Жыл бұрын
Murti pooja Brahamno ney shuru ki thi.....
@ashishlohani7683
Жыл бұрын
Patthar ki murti banane ki kala greeks leke aaye the. Greeks maurya se bhe pehle bharat aaye the
दिवाली उत्सव बौद्धों का बताया गया है क्युकी दीप प्रज्वलित बौद्ध स्तूपों मे पूर्णिमा और अमावस्या को किया जाता था सिंधु घाटी सभ्यता से चलते आ रहा नवनेस्टि नाम का पर्व किसानो द्वारा मनाया जाता था जिसमे देवी महामाया को पूजा जाता था जिन्होंने भगवान बुध्द जैसे महापुरुष को जनम दिया इस लिए उनको देवी महामाया को पूजा जाता था उनका आभार माना जाता था (देवी आदर भाव से कहा जाता था जैसे आज मैडम बोलते है किसी लेडी को )
Beautiful presentation
Dhanyavad sir 👍
आपके द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी धन्यवाद सर
Super ! bahut acha Sir Ji
Good jankari namo budhay
🙏💐नम: बुद्धाय 💐जय भीम 💐🙏
Very nice 👍
Nicely explained.
Beautifully designed & spoken
Thanks sir.
जयभीम सर 🙏🙏
Namo Buddhay Jay Bhim Jay Vigyan
Bahut sundar varnan.
Very very good knowledge
Well done Sir!
🙏🏻💐🙏🏻Namo Budhay 🙏🏻💐🙏🏻🙏🏻💐🙏🏻Jay Bhim 🙏🏻💐🙏🏻Great Wark Sir Thanku Sir 🙏🏻🙏🏻
Sirji Thank you very much for this informative video.. Can you display all the Asokas pillar writings.
Thankyou 🙏💐
KZread पर और भी लोग हैं इतिहास की सच्चाई पर विडिओ बनाने वाले पर 'आपकी तो बात ही कुछ और है। आप ऐसी ऐसी जानकारी का पिटारा लाते हो कि सुनने वाले बस सुनते रहें।
Very nice👍🎉