बदनाम बस्ती की रुला देने वाली हकीकत | Jagdish Solanki | Badnam Basti | kavita
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Badnam basti by jagdish solanki
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Пікірлер: 93
31 वर्ष पहले यह कविता जगदीश जी सोलंकी से बारबार सुनाने की फरमाइश करते थे । एक एक शब्द दिल की गहराई तक उतरता है। फिर जगदीश जी का लहज़ा गजब ।
कई बार ऐसे कवियों को देख कर यकीन हो जाता है की साहित्य की इस भारत भूमि पर आज भी गंदे मगर सच्चे दृश्यों का मार्मिक चित्रण करने वाले महान कवि आज भी है । धन्य है आप सोलंकी जी धन्य जो मां शारदे का ये अनमोल काव्य रचना का आशीर्वाद आपको मिला 🙏🙏
वास्तविक कविता यहीं है। कितनी बड़ी-बड़ी बातों को कविता मैं सरलता से कह दिया। यहीं एक बड़े कवि की खासियत होती है
Maine jagdish solanki ji pahli kavita suni h Or main unka bahut bada fan ho gaya hu
@hariommodi7687
4 ай бұрын
Or m aapki bhut bdi fan hu
सोलंकी सर, आपकी यह रचना मार्मिकता का चरम है, बचपन से सुन रहा हूँ। अद्भुत रचना है सर।
@hargovindbargh6962
2 жыл бұрын
" .
इतनी राग से आग उगल दी हकीकत को कितना बेहतरीन पक्तियो में पिरोया सर बहुत शानदार जबरदस्त कविता सर जी
@ckjain398
3 жыл бұрын
Very nice poem
क्या शानदार कविता है सर , रुला दिया सच में😥
कविता वह है जिसमे परिवार हो, बापू का डर और मां का प्यार हो।
अद्भुत कविता जो सच लिखने का साहस आपमें हैं वह किसी में नही हैं । इस कविता की एक एक लाईन को 100 बार दोहराई है आदरणीय श्री जगदीश सोलंकी सर को हम सब कि शुभकामनाए
Bahut Umda Lekhan , Jagdish ji Ka Shukriya,
अद्भुत अद्भुत अद्भुत कविवर रुला दिया क्या वर्णन है एक एक शब्द हकिकत बयां करता है
500 बार सुनने के बाद भी मन नहीं भरता
वाह आप की लेखनी और प्रस्तुतीकरण का कोई जवाब नहीं मन द्रवित हो गया सुनकर
Main aaj bhi is kavita ko sun raha hu halanki m ise pahale bhi 25-30 bar sun chuka really amazing poem, amazing thought solanki sahab
Very nice
बहुत ही अदभुत है
अद्भुत कविता,,, किया सच लिखा है💜🙏
बहुत मार्मिक और अद्भुत रचना
Solanki sahab ki Marmik kavita hai badnam basti.
रुला दिया सर जी
Mai yah aapki Kavita kam se kam Das Gyarah Sun chuka hun bahut marmik Kavita hai aur Badnaam Basti Vishesh
बहुत ही मार्मिक कविता
Sharmeen aapki yah Kavita gotam purana Sunita Badnam Basti Aaj Tak Ne Bhula Paye bahut Shandar
बहुत बहुत खूब
No Words Naman Sir ji Aapko
Right sir ji
Wah Sir wah
Yah Kavita aapane ETA Mein 30 varsh pahle sunaeye Thi ya Kavita aapki bahut popular bahut acchi hai
@somdeopandey1089
11 ай бұрын
30 varsh ke bad Aaj ya Kavita sunane ko
Pure kavita... Duniya m kitne sayar aate h Or jate h tab jake eK jashdeeah sir jaisi shakshiyat janm leti h.. Aansu aa ye🥲🥲
Bhut hi sandar dada
बहुत ही अद्भुत और सुंदर कविता है। शब्दों का संयोजन और अंदाज बहुत ही आला है। नमन है सर आपको👏👏
Sir bahut achhi rachana h
जब भी सुनो अच्छा लगता है, आपको सबसे पहले जावरा (MP) में 90s में सुना था, 👍👍
कोटा का लाल जिंदाबाद रुला दिया सर
कोटि कोटि प्रणाम
Very sad but true.
धनेवाद
मैनै कम से कम दस बार सुन लिया
@DhartiDhoraRi
4 жыл бұрын
bahut bahut abhar
😭😭 क्या बात है सर
ऐसा न हो कि हर गली बदनाम बस्ती हो इन शब्दो ने अन्दर तक झकझोर दिया
Wrold best kavi sr ji ap ki kavita ka koy to nibhe
Very good sir g
Great
Bahut Shanda kavitaw
Very nice and beautiful sir
बार बार सुनने की इच्छा होती है
गजब सर
उज्जैन कवि सम्मेलन में भी 1991 मैं गोपाल मंदिर पर यह कविता मैंने भी सुनी थी
जय हो गुरुवर
I heard Pyasa song so many times.Same feeling.
Bahut hi shandar
Muje iska hindi liycrs chiye
Kiya bat he baba apne rula diya
Top ki kavita hai aapki yah
Gzb
वाह बहुत शानदार 👏
Very good
Va yr
सर जगदीश सोलंकी की कवीता हे पन्नादाई पर प्लीज हो तो आप जरूर अपलोड करना
जिनको बार बार सूनने का मन करे क्या वो वनसाईट वैचारिक व्यक्ति 😃 पुजारी को जोडना कवि का मूल धर्म तय करता
Verynice
My favorate poet .....love you sir
🙏
कवि जी वहा आपको केवल पुजारी ही दिखे, कोई मौलवी नही दिखा??
@user-lv4rx1ep3j
2 жыл бұрын
बिल्कुल सही कहा आप ने! हमारे पुजारीयो को ऐसे ही बदनाम कर रखा है!
मेरे पास शब्द नहीं है 🙏🙏
Sunil geda
@sunilgeda6084
2 жыл бұрын
Bahut acchi Rachna hai sar
अद्भूत कविता
Very good poem.
रुला देने वाली बात
Sir jida kvita he
Shayad ab nahin
नि :शब्द....😭
वास्तव में बहुत ही दुःखद स्थिति है!
Yh mere dadosa ke mama hai
Yrr ye 90 log jo dislike kiye hai kya sonchkar kiye hai.....😭😭😭😭😭😭
@sankalpacademykundaonlinec6129
2 жыл бұрын
वो बदनाम बस्ती में रहने वाले बदनाम बस्ती के दलाल है जिन्होंने डिस्लाइक किऐ है
*सुभाष चारण सर के अल्फाज़ हमें यहां तक खींच लाए!!* ❤️😔🙏
@Ankit100Tiwari
2 жыл бұрын
सही बात♥️
Mandir ke pujari ko badnam karne. Ki kya jrurat the or bhi koi sabd stemal kar skte the
अदभुत कविता सर
@anuragpatidar7654
4 жыл бұрын
मैंने १००बार सुनी है कविता
@PSBMUSIC
3 жыл бұрын
आप जेसे कवी कही भी नही है साहब बोहत असी सुनाही है आपने हुकम
@gumanramdewasi794
3 жыл бұрын
क्या बताऊँ शब्द कम पड़ रहे हैं परन्तु हमारी वजह से इस हालत पर आने को मजबूरन है वहीं और उन्हें उपेक्षा की ओर धकेल रहे हैं
Sir kavita bahut hi heart touching hai lekin isko gaa ke nahi rahat indori ke andaaj me bola jata to aur bhi chaar chand lagati
सर में कायल हु आपका , उज्जैन से हु, 2014 में आलोट रतलाम mp में कविता पाठ किया था ,उसकी mp3 अपलोड कीजिये , उसदिन आपने लगातार 2 घण्टे तक काव्य पाठ किया था , यदि कोई शुल्क जमा करनी हो तो में कर सकता हु वर्तमान में आलोट से mp3 कॉपी मिल सकती है (आयोजक समिति से)
बहुत ही मार्मिक कविता