.बचपन की याद(bachpan ki yad ) jagdamba chamola letest poetry 2021 |
जगदम्बा चमोला जी की साहित्य यात्रा कु एक अंश आपका सम्मुख प्रस्तुत कना छन ।
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बचपनै याद कविता
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कवि जगदम्बा चमोला
संचालक ओम प्रकाश सेमवाल
टीम कलश व लोकरंग
मुख्य अतिथि संजय शर्मा दरमोड़ा
विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल
सहयोग विपिन सेमवाल
कैमरामैन व एडीटिंग हिमी चौहान
बलराम रावत
दिग्विजय सिंह चौहान
साज सज्जा सुमित पंवार
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Пікірлер: 113
बहुत सुंदर कविता बचपन कीयाद आ गई🎉😢
जगदंबा चमोला जी आपन त हमथैं रुवौणौं काम करी। आंखों सै पाणि बगि गे, मन हल्कु ह्वे गे धन्यवाद आपकु थैं।
आप ने मेरे बचपन की याद दिला दी मेरी दादी की याद दिला दी आप ने धन्य है आप❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत सुंदर चमोला जी।आप बधाई के पात्र हैं।
चमोला जी जै हो बहुत ही सुंदर।
धन्यवाद जी बहुत सुन्दर मैं आपकी कविता का बहुत शोकिन हूं
Bahut sundra bahi ji..... Apko sun kr bhavak ho gaye..... Ghar ki yaad tazi krgin aap.... Sachi kavita man or bhav se utpan kaivatai bhavkta se bhari kavita.....
मात्र 12 मिनट में पूरा बचपन याद दिला दिया... लाजवाब... 😊👍
बहुत सूंदर कबिताये आप लोगो को सुनकर मैं भी अपनी उत्तराखंड की बोली भाषा को बचाने के लिए छोटी सी कबिताएं लिखता हु पर अपनी इन कबिताओं को किसी को सुना न सका
भौत ही भलि
चमौला जी आप को व आपकी लेखनी को नमन्
Bahut sunder or wastawik kavita
Bahut sunder chamola ji
बहुत बढ़िया, शुभकामनाएं
Jagdambaji you are the great kavi
विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं आप जी सादर प्रणाम जी
Bahut Sundar. .Dil chu ke gayi kavita..bahut Sundar🙏🙏🙏🙏
वाह नमन है आपको, चमोला जी🙏🙏🙏🙏
Bhahut Sundar guru ji❤❤
अति सुंदर भाई जी