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शत नमन केशव चरण में। Shat naman keshav charan me by Swaminand Sinha
Sat naman keshawa charan me
शत नमन केशव चरण में
शत नमन केशव चरण में, शत नमन केशव चरण में
देश में घनघोर तम था, मातृ भू की दुर्दशा थी
आत्मविस्मृत हम सभी थे, कुछ न जीवन की दिशा थी
घोर तम में भी तुम्हारे, स्वप्न स्वर्णिय था नयन में……।
तुम सखा थे बंधु तुम थे, मार्गदर्शक भी तुम्हीं थे
मंत्र द्ष्टा तंत्र सृष्टा, संगठन मर्मज्ञ तुम थे
आप अपनी ही कृति से, बस गये प्रत्येक मन में………………………२
देश फिर यह विश्व गुरू हो, संगठन नूतन बनाया
और माधव सा विलक्षण, दिव्य था प्रतिबिंब पाया
श्वास अम्तिम भी समर्पित, मातृ भू के उन्नयन में……………………।३
धन्य हो जीवन हमारा.., अंश भी तब पा सके जो
स्वप्न जो छोडा अधूरा, पूर्ण निश्चय हम करें वो
राष्ट्र्भक्ति को जगाने, हम बढें गिरि ग्राम वन में……
#RssShatnamankeshav
#KeshavSong
#Patrioticsong
#Deshbhaktisong
केशव वंदना
keshaw अर्चना
Пікірлер: 32
Kesab jai jai madhava Jai Jai . Bharat ki pujyo guru bhagoya ki joy joy.
😊😊😊man khus ho gya bahii ji😊😊
bohut sundar bhai saab
अति उत्तम भाईसाहब🚩🙏
वह भाई वाह
@swaminandsinha
3 жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻💐
खुपच सुंदर गायलं आहे आणि शब्द अंगावर काटे उभे राहिले.
🙏🙏
🙏🙏🙏🙏
अद्भुत अकल्पनीय
@swaminandsinha
2 жыл бұрын
🙏🙏
शत नमन केशव चरण में
अति सुन्दर रचना
डॉ हेडगेवार एक अतभुत राष्ट्रभक्त : - 1. स्वतंत्रता आंदोलन में न कोई रूचि, न कोई बलिदान न कोई योगदान. 2. राजनीतिक द्वेषवश बिटिश सरकार के साथ और देश हित के विरुद्ध अगेजो को सहयोग और समथर्न. 3. सघ के अगेजो के समथर्न से प्रसन्न होकर बिटिश सरकार ने सघ को अपना सच्चा हितैषी माना और प्रसनसा पत्र जारी किया.
@swaminandsinha
3 жыл бұрын
सर जी आपको इतनी बार जवाब दे चुके हैं हम। फिर भी क्यों एक ही प्रश्न को बार बार करते हैं। आपके पास इसका प्रमाण है तो इसमें डाला कीजिये। कोई भी संगठन बिना मजबूत हुए लड़ाई में कूद पाएगी क्या। लोगो को संगठित करने के लिए संघ बनाया गया था। संघ का तो साफ संदेश था कि आजादी तो मिल ही जाएगी लेकिन हम गुलाम क्यों हुए इसका कारण क्या था। तो उसमें एक बात समझ आएगा कि हम अपने आप में संगठित नहीं थे इसलिए गुलाम हुए हैं आजादी तो हमें मिल जाएगी लेकिन हम बाद में अगर फिर से गुलाम बना दिया जाए तो । अंग्रेजों का सीधा सीधा यह कथन था कि जिस दिन हम यहां पर आए थे तो मात्र 300 लोग थे और हमें देखने वाले इतने लोग थे कि अगर सभी एक एक पत्थर उठाकर मार देते तो हम लोग वहीं पर मर जाते तो क्या ऐसा समाज का निर्माण करना चाहते हैं आप। इसलिए यह सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम संगठित हो और एक लक्ष्य को लेकर संगठित हो कि आगे से हम गुलाम ना बनाया जाए। और रही बात अंग्रेजों से प्रशंसा की तो संघ का सीधा सुबह के संग अपने नाम से तो नहीं लड़ेगा लेकिन स्वयंसेवक बिल्कुल लड़ाई लड़ेगा और कुछ भी पाबंदी नहीं लगी थी लड़ने के लिए आप पढ़ते तो है नहीं। हम तो आपको यह बता भी चुके हैं कि आपका अपना विचार हैं लेकिन यह क्या इससे क्या होगा आप रखे अपने विचार को आप जानना ही नहीं चाहते संघ को ही नहीं जानना चाहते हैं आप।
@sureshshinde2013
3 жыл бұрын
@@swaminandsinha आदणीय श्री सिन्हा जी, आप के हर प्रशन का उत्तर : राष्ट्रीय गरनथालय के दसतावेजो में मौजूद है, आपसे सविनय निवेदन है, चाहे तो एक एक कर गुगल पर भी चेक कर सकते हैं. 2. अतरिक्त : अगर आपके पास जानकारी हो तो कृपया मुझे सघ के केवल 3 नेताओं के नाम भेजने का कष्ट करे, जिनहोने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया, गिरफ्तार हुए या जेल गये या उस आदोलन का नाम जो सघ ने अगेजो के विरुद्ध स्वतंत्रता के लिए छेड़ा.
@gangaprasaddwivedi7127
3 жыл бұрын
ऐसा समझ आता है कि , आप दुराग्रहों से ग्रसित जीव हो । आप वामपंथी - कांग्रेसी मानसिकता के दुर्भाव रखने वाले प्राणी हो । आपको जबाब देना कचरे में अमृत टपकाने के समान होगा ।
😮
😭😭परम् वैभवं नेतुमेतत् स्वरस्त्रं😭😭
@swaminandsinha
3 жыл бұрын
🙏🙏🙏
🙏🤝🙏
@swaminandsinha
3 жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻
बहुत सुंदर
@swaminandsinha
4 жыл бұрын
धन्यवाद जी।
शत नमन केशव चरण मे।
@swaminandsinha
3 жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻💐
वाह-वाह, आनन्द आ गया ... 💐
@swaminandsinha
4 жыл бұрын
धन्यवाद जी।
हम केशव के अनुयायी हैं हमने तो बढ़ना सीखा है गीत चाहिए
@swaminandsinha
3 жыл бұрын
Ek saptaah me aa jayega. 🙏🏻🙏🏻💐💐
@VikashGupta-ly5xc
3 жыл бұрын
@@swaminandsinha जी
Sang geet is Vary boring